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Sunday, 12 January 2025

खजानी वीमेन’स वोकेशनल इंस्टिट्यूट में लोहड़ी और मकर संक्रांति का पारंपरिक उत्सव मनाया गया

खजानी वीमेन’स वोकेशनल इंस्टिट्यूट में लोहड़ी और मकर संक्रांति का पारंपरिक उत्सव मनाया गया

 


फरीदाबाद, 11 जनवरी 2025 – खजानी वीमेन’स वोकेशनल इंस्टिट्यूट, एनआईटी फरीदाबाद में आज लोहड़ी और मकर संक्रांति का उत्सव पारंपरिक जोश और उल्लास के साथ मनाया गया। छात्राओं और फैकल्टी ने एकजुट होकर इस आयोजन को सफल बनाया। उत्सव की शुरुआत एक खूबसूरत बोनफायर जलाकर हुई, जिसके चारों ओर सभी ने त्योहार की गरिमा को उत्साहपूर्वक मनाया।

इस अवसर पर मूंगफली, पॉपकॉर्न, और   गज़क जैसे पारंपरिक प्रसाद का वितरण किया गया। सभी प्रतिभागी पारंपरिक पंजाबी पोशाकों—पंजाबी सूट और परांदी—में सजे हुए थे, जो उनकी खूबसूरती और त्योहार के माहौल को और खास बना रहे थे।




कार्यक्रम की संपूर्ण योजना और पहल खजानी वीमेन’स वोकेशनल इंस्टिट्यूट, एनआईटी फरीदाबाद के निदेशक श्री संजय चौधरी ने की। उन्होंने इस आयोजन में सक्रिय रूप से भाग लिया और सभी छात्रों और फैकल्टी के साथ मिलकर इस त्योहार की खुशियां साझा कीं।

यह आयोजन न केवल लोहड़ी और मकर संक्रांति की सांस्कृतिक विरासत को उजागर करता है, बल्कि संस्थान के छात्रों और शिक्षकों को एकजुटता और परंपराओं से जोड़ने का भी एक सुंदर माध्यम है। खजानी वीमेन’स वोकेशनल इंस्टिट्यूट न केवल व्यावसायिक कौशल प्रदान करता है, बल्कि छात्रों को सांस्कृतिक और सामाजिक रूप से समृद्ध बनाने के लिए भी प्रतिबद्ध है।

संस्थान विभिन्न कौशल आधारित पाठ्यक्रम प्रदान करता है, जिनमें फैशन डिज़ाइनिंग और मर्चेंडाइजिंग, गारमेंट कंस्ट्रक्शन, ब्यूटी कल्चर, फाइन आर्ट्स, आर्ट एंड क्राफ्ट, वेब डिज़ाइनिंग, स्मार्ट अकाउंटिंग, इंटीरियर डिज़ाइन, अर्ली चाइल्डहुड केयर एंड एजुकेशन (ईसीसीई) और फिनिशिंग स्कूल शामिल हैं।







Saturday, 30 November 2024

मानव रचना दीक्षांत समारोह 2024:  लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने स्नातकों से भारत की संभावनाओं और परिवर्तन की यात्रा का नेतृत्व करने का आह्वान किया।

मानव रचना दीक्षांत समारोह 2024: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने स्नातकों से भारत की संभावनाओं और परिवर्तन की यात्रा का नेतृत्व करने का आह्वान किया।


·       माननीय लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला मुख्य अतिथि के तौर पर हुए शामिल


·       हरियाणा सरकार के कैबिनेट मंत्री श्री विपुल गोयल ने अतिविशिष्टअतिथि के रूप में कार्यक्रम में भाग लिया


·       1,500 से अधिक डिग्रियां प्रदान की गईं, स्नातक, स्नातकोत्तर औरडॉक्टरेट कार्यक्रमों में शैक्षणिक उत्कृष्टता का प्रदर्शन


·       खेल, शिक्षा, प्रशासन और उद्योग के क्षेत्र में अग्रणियों को मानद पीएचडी की उपाधियाँ प्रदान की गईं

फरीदाबाद, 30 नवंबर, 2024: मानव रचना विश्वविद्यालय (MRU) औरमानव रचना अंतरराष्ट्रीय अनुसंधान एवं अध्ययन संस्थान (MRIIRS), जिसमें मानव रचना डेंटल कॉलेज (MRDC) और मानव रचना दूरस्थ एवंऑनलाइन शिक्षा केंद्र (MRCDOE) शामिल हैं, ने आज 2024 के बैच के लिए दीक्षांत समारोह का आयोजन कर 1500 से अधिक छात्र-छात्राओं को डिग्रियाँ प्रदान कीं। यह भव्य समारोह संस्थान के फरीदाबाद परिसर में आयोजित हुआ, जिसमें विभिन्नविषयों से जुड़े विद्यार्थियों की उपलब्धियों का जश्न मनाया गया।

इस अवसर पर माननीय लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला मुख्य अतिथि केरूप में उपस्थित रहे। अपने दीक्षांत संबोधन में उन्होंने कहा, “स्नातक होनाकेवल डिग्री प्राप्त करना नहीं है, यह असीमित अवसरों की दुनिया कोअपनाने के लिए तैयार होने की घोषणा है। ज्ञान और बुद्धिमत्ता से सुसज्जितआप अब नवाचार और परिवर्तन के पथ को रोशन करने के लिए मशाललेकर चलने को तैयार हैं। मानव रचना की दूरदर्शी शिक्षा समाज में गहराप्रभाव डालने में सक्षम व्यक्तित्वों का निर्माण करती है, जो इसके संस्थापक, डॉ. ओ.पी. भल्ला की विरासत का प्रमाण है।”

इस अवसर पर दोनों विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति और मानव रचना शिक्षण संस्थानों के अध्यक्ष, डॉ. प्रशांत भल्ला ने  विद्यार्थियों से कहा, “जैसे हीआप दुनिया में कदम रखेंगे, मानव रचना की उत्कृष्टता, ईमानदारी औरनवाचार की विरासत को आगे बढ़ाएं। भविष्य में लचीलापन औरअनुकूलनशीलता की आवश्यकता है, और मैं आपसे आग्रह करता हूं कि एकविकसित भारत के निर्माण में साहस, सहानुभूति और उद्देश्य के साथ नेतृत्वकरें।”

हरियाणा सरकार के कैबिनेट मंत्री श्री विपुल गोयल ने अतिविशिष्ट अतिथिके रूप में स्नातकों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, “जीवन आपको कहींभी ले जाए, अपनी जड़ों और संस्कृति को कभी न भूलें। मानव रचना स्नातकके रूप में आपकी अनूठी पहचान हर जगह चमकेगी। मैं मानव रचना कीउत्कृष्टता की निरंतर खोज के लिए सराहना करता हूं, और यह दीक्षांतसमारोह इसकी वैश्विक मान्यता प्राप्त करने की दिशा में एक और उपलब्धिहै।”

इस दीक्षांत समारोह में विभिन्न कार्यक्रमों में डिग्रियां प्रदान कर शैक्षणिकउत्कृष्टता को मान्यता दी गई। MRIIRS ने 708 स्नातक, 344 स्नातकोत्तरऔर 66 डॉक्टरेट डिग्रियां प्रदान कीं, जबकि MRU ने 392 स्नातक, 50 स्नातकोत्तर और 22 डॉक्टरेट डिग्रियां प्रदान कीं। इस अवसर पर 45 टॉपर्सऔर 13 पुरस्कार विजेताओं (MRIIRS से) और 10 टॉपर्स और 12 पुरस्कारविजेताओं (MRU से) को विशेष रूप से सम्मानित किया गया।

समारोह का मुख्य आकर्षण खेल, शिक्षा और प्रशासन जैसे क्षेत्रों में उत्कृष्टयोगदान के लिए 10 विशिष्ट व्यक्तित्वों को मानद उपाधियां प्रदान करनारहा:

·       पद्म श्री सुश्री रानी रामपाल, मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कारप्राप्तकर्ता, भारतीय कोच और पूर्व हॉकी खिलाड़ी।

·       श्री अनुराग शर्मा, सांसद, लोकसभा।

·       श्रीमती केशनी आनंद अरोड़ा (IAS (सेवानिवृत्त)), अध्यक्ष, हरियाणाजल संसाधन प्राधिकरण और हरियाणा सरकार की पूर्व मुख्य सचिव।

·       प्रोफेसर मना हेल थाबेट, अध्यक्ष, आर्थिक मंच (टिकाऊ विकास केलिए)।

·       श्री आलोक शर्मा, निदेशक, अनुसंधान एवं विकास, इंडियन ऑयलकॉरपोरेशन लिमिटेड।

·       डॉ. तनुजा सिंह, अध्यक्ष, यूनिवर्सिटी ऑफ इंडियानापोलिस।

·       श्री आनंद मेहता, मानद अध्यक्ष, महर्षि दयानंद शिक्षा सोसाइटी।

·       श्री संजय सेठी, प्रबंध निदेशक और सीईओ, चैलेट होटल्स लिमिटेड।

·       श्री पंकज बंसल, मैनेजिंग पार्टनर, केरेट कैपिटल और संस्थापक, पीपलस्ट्रॉन्ग।

·       श्री प्रदीप मोहंती, प्रबंध निदेशक, सैफ्रॉन स्ट्रोक्स प्रा. लिमिटेड।

समारोह का समापन एक उत्सवपूर्ण माहौल में हुआ, जिसमें स्नातकों से मानवरचना द्वारा प्रेरित मूल्यों और दृष्टिकोण को आगे ले जाने का आह्वान कियागया।

MREI के बारे में:

1997 में स्थापित मानव रचना शैक्षणिक संस्थान (MREI) शिक्षा मेंउत्कृष्टता का प्रतीक हैं। 41,000 से अधिक पूर्व छात्र, 120+ वैश्विकशैक्षणिक सहयोग और 80+ नवाचार एवं उद्यमशीलता उपक्रमों के साथ, MREI उच्च गुणवत्ता वाले शिक्षण के लिए समर्पित है। MREI के तहतप्रमुख संस्थानों में मानव रचना विश्वविद्यालय (MRU), मानव रचनाअंतरराष्ट्रीय अनुसंधान एवं अध्ययन संस्थान (MRIIRS) – NAAC A++ मान्यता प्राप्त, और मानव रचना डेंटल कॉलेज (MRIIRS के तहत) – NABH मान्यता प्राप्त, शामिल हैं।

Wednesday, 20 November 2024

जे.सी. बोस विश्वविद्यालय ने स्वदेशी शोध संस्थान के साथ किया समझौता

जे.सी. बोस विश्वविद्यालय ने स्वदेशी शोध संस्थान के साथ किया समझौता

 



- दोनों संस्थान मिलकर भारतीय ज्ञान प्रणाली एवं शोध गतिविधियों को देंगे बढ़ावा
फरीदाबाद, 20 नवंबर - जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद ने स्वदेशी शोध संस्थान, नई दिल्ली के साथ समझौता किया हैं। स्वदेशी स्वावलंबन न्यास ट्रस्ट के तहत संचालित स्वदेशी शोध संस्थान भारतीय ज्ञान प्रणाली और अनुसंधान को बढ़ावा देने के साथ-साथ पूरे देश में स्वदेशी के सिद्धांतों के प्रति जागरूकता लाने की दिशा में काम कर रहा है। 
समझौते पर जे.सी. बोस विश्वविद्यालय की कुलसचिव डॉ. मेहा शर्मा और स्वदेशी शोध संस्थान के सलाहकार श्री सुरेश गुप्ता ने हस्ताक्षर किए। समारोह में विश्वविद्यालय के प्रमुख अधिकारियों ने भाग लिया, जिनमें निदेशक (अनुसंधान एवं विकास) प्रो. मनीषा गर्ग, कंप्यूटर एप्लीकेशन विभाग की अध्यक्षा डॉ. शिल्पा सेठी और सहयोग एवं उद्योग संपर्क प्रभारी डॉ. रश्मि पोपली शामिल रहे। इस साझेदारी का उद्देश्य प्रशिक्षण, कौशल विकास, उद्यमिता और रोजगार गतिविधियों के आयोजन में आपसी सहयोग को बढ़ावा देना है। यह विभिन्न क्षेत्रों में भारतीय ज्ञान प्रणाली पर केंद्रित सहयोगी शैक्षणिक, अनुसंधान और विस्तार पहलों को बढ़ावा देने पर भी बल देगा। इसके अतिरिक्त, समझौते में मूल्य-आधारित शिक्षा को बढ़ावा देने, उनमें राष्ट्रीय चरित्र को विकसित करने और उनके समग्र विकास के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता जताई गई है। 
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर ने समझौता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए स्वच्छ प्रौद्योगिकीय अनुसंधान के महत्व पर प्रकाश डाला तथा इस दिशा में स्थायी ऊर्जा अनुसंधान को आगे बढ़ाने के प्रयासों के लिए स्वदेशी शोध संस्थान की सराहना की। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के छात्रों को इस सहयोग से काफी लाभ होगा। विश्वविद्यालय द्वारा हाल ही में इलेक्ट्रिक वाहनों पर एक पाठ्यक्रम की शुरूआत भी की गई है। उन्होंने दोनों पक्षों को समझौते के तहत पहलों में सक्रिय रूप से शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया। 
स्वदेशी शोध संस्थान के सलाहकार श्री सुरेश गुप्ता ने बताया कि उनका संस्थान पूरे हरियाणा में सरकारी विश्वविद्यालयों के साथ सहभागिता को लेकर समझौते कर रहा है। उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा सुरक्षा, एनिमेशन और गेमिंग जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों पर केंद्रित कार्यशालाएं आयोजित करने की योजनाओं की रूपरेखा पर चर्चा की। श्री गुप्ता ने विश्वविद्यालय के शोधार्थियों को नई दिल्ली स्थित संस्थान की शोध सुविधाओं में मिलकर काम करने के लिए आमंत्रित भी किया।

Monday, 18 November 2024

बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर डीसी विक्रम सिंह ने जिला में 5वीं तक कक्षाएं बंद करने के दिए आदेश

बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर डीसी विक्रम सिंह ने जिला में 5वीं तक कक्षाएं बंद करने के दिए आदेश




- भौतिक कक्षाओं के स्थान पर ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करें स्कूल

फरीदाबाद, 18 नवंबर।
जिला में बढ़ते प्रदूषण के बीच डीसी विक्रम सिंह ने स्कूलों में 5वीं तक की कक्षाएं बंद करने के आदेश दिए हैं। जारी आदेशों में कहा गया है कि जिले में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) की स्थिति का विश्लेषण किया गया। जिसमें पाया गया कि पिछले 24 घंटों में जिले के कुछ क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) "बहुत खराब" श्रेणी में रहा है तथा "गंभीर" श्रेणी में पहुंच गया है। इसलिए बच्चों के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के हित में जिला फरीदाबाद के सभी क्षेत्रों (शहरी एवं ग्रामीण) में 19 नवंबर से अगले आदेश तक 5वीं कक्षा तक की सभी कक्षाएं बंद रहेंगी। उपरोक्त कक्षाओं के लिए जिले के सभी सरकारी एवं निजी स्कूलों में भौतिक कक्षाओं के स्थान पर ऑनलाइन कक्षाएं संचालित की जाएंगी।


 

Saturday, 16 November 2024

श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय पर टिकी देश की निगाहें- गौरव गौतम

श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय पर टिकी देश की निगाहें- गौरव गौतम

 


युवा सशक्तिकरण एवं उद्यमिता राज्य मंत्री गौरव गौतम ने ली विश्वविद्यालय में समीक्षा बैठक


विश्वस्तरीय लैब का किया अवलोकन, स्क्रैप से बनी ई व्हीकल और ई बाइक पर की सवारी


फरीदाबाद । हरियाणा के युवा सशक्तिकरण एवं उद्यमिता राज्य मंत्री गौरव गौतम ने कहा कि पूरे देश की निगाहें श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय पर टिकी हैं। इस विश्वविद्यालय से देश-दुनिया में पलवल की अलग पहचान बनेगी। इस विश्वविद्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन लगा है। वह शनिवार को श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की समीक्षा बैठक में बोल रहे थे। इससे पूर्व कुलपति डॉ. राज नेहरू और कुल सचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने उनका विश्वविद्यालय परिसर पहुंचने पर भव्य स्वागत किया। 
राज्य मंत्री गौरव गौतम ने विश्वविद्यालय परिसर का भ्रमण किया और सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में स्थापित वर्ल्ड क्लास लैब का अवलोकन किया। विद्यार्थियों द्वारा स्क्रैप से तैयार किए गए ई व्हीकल पर सवार होकर राज्य मंत्री गौरव गौतम लैब देखने पहुंचे। उन्होंने विद्यार्थियों द्वारा स्क्रैप का इस्तेमाल कर बनाई गई ई बाइक का भी ट्रायल लिया। उन्होंने अत्याधुनिक मशीनों तथा विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए प्रॉजेक्ट में गहरी दिलचस्पी ली और कुलपति डॉ. राज नेहरू ने उन्हें ड्रोन लैब भी दिखाई। राज्य मंत्री गौरव गौतम ने उनके साथ ड्रोन दीदी प्रोजक्ट को लेकर चर्चा भी की।उन्होंने लैब के इस्तेमाल से अधिक से अधिक विद्यार्थियों को प्रशिक्षित करने के निर्देश दिए। 
बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी देश का विकास उसकी कौशल शक्ति पर निर्भर करता है। इसीलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन से यह विश्वविद्यालय अस्तित्व में आया है। यह आने वाले समय में देश के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। पलवल में विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल और वर्तमान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की सराहना की। साथ ही विश्वविद्यालय को बड़े मुकाम दिलाने के लिए कुलपति डॉ. राज नेहरू के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की। राज्य मंत्री गौरव गौतम ने कहा कि इस विश्वविद्यालय से इलाके का सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक वातावरण बदल रहा है। इससे रोजगार के अवसर और क्षेत्र की शान बढ़ी है।
उन्होंने कुलपति डॉ. राज नेहरू को आश्वस्त किया कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के विकास के लिए फंड की कोई कमी आड़े नहीं आएगी। 
कुलपति डॉ. राज नेहरू ने इस मौके पर विश्वविद्यालय की स्थापना से लेकर अब तक की विकास यात्रा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राज्य मंत्री गौरव गौतम के नेतृत्व में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय अद्वितीय गति से आगे बढ़ेगा। उनका युवा विजन और नेतृत्व क्षमता इसमें बड़ी भूमिका निभाएगी। डॉ. राज नेहरू ने उन्हें कई प्रॉजेक्ट के बारे में जानकारी दी, जिन पर तेजी से काम चल रहा है। 
कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने विश्वविद्यालय की स्थापना से लेकर अब तक का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उन्होंने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं का खाका प्रस्तुत किया। इसके अलावा कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने ऑन द जॉब ट्रेनिंग और इंडस्ट्री के साथ तालमेल का पूरा विवरण प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर आदकमिक अधिष्ठाता प्रोफेसर आर एस राठौड़, प्रोफेसर ए के वातल, प्रोफेसर जॉय कोरियाकोज, प्रोफेसर ऋषिपाल, प्रोफेसर सुरेश कुमार, प्रोफेसर आशीष श्रीवास्तव, प्रोफेसर कुलवंत सिंह, प्रोफेसर ऊषा बत्रा, निदेशक डॉ. मनी कंवर सिंह, डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ. ललित शर्मा, संयुक्त निदेशक शिखा गुप्ता, संयुक्त निदेशक नीति अरोड़ा, प्राचार्य जलबीर सिंह, विशेष कार्य अधिकारी संजीव तायल, विधि अधिकारी केशव शर्मा, हिंदी अधिकारी भूपेंद्र सिंह, सहायक कुलसचिव सोमबीर सिंह, विनय सैनी, प्रवीण आर्य और नीरज पाराशर सहित काफी संख्या में अधिकारी और शिक्षक उपस्थित थे। 


Wednesday, 16 October 2024

 जे.सी. बोस विश्वविद्यालय में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता को लेकर कार्यक्रम आयोजित

जे.सी. बोस विश्वविद्यालय में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता को लेकर कार्यक्रम आयोजित

 निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर में 150 विद्यार्थियों और कर्मचारियों ने लाभ उठाया 


फरीदाबाद, 16 अक्तूबर - मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के बारे में जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से, जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के चिकित्सा केंद्र द्वारा बी.के. अस्पताल, फरीदाबाद के सहयोग से मानसिक स्वास्थ्य पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 
कार्यक्रम का संचालन बी.के. अस्पताल, फरीदाबाद में क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ. प्रीति यादव और मनोरोग नर्सिंग अधिकारी सुमंत्रा द्वारा किया गया। डाॅ प्रीति यादव ने मादक द्रव्यों के सेवन के मनोवैज्ञानिक प्रभाव को लेकर विद्यार्थियों से संवाद किया, जिसमें उन्होंने अवसाद, चिंता और आत्महत्या की प्रवृत्ति सहित नशे की लत से उत्पन्न मानसिक स्वास्थ्य चुनौतियों पर चर्चा की। कार्यक्रम को चिकित्सा अधिकारी डॉ. अंकुर शर्मा के देखरेख में सफलतापूर्वक आयोजित किया गया।
इसके साथ-साथ विश्वविद्यालय के चिकित्सा केन्द्र द्वारा स्थानीय मैट्रो अस्पताल, फरीदाबाद के सहयोग से निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन भी किया गया, जिसमें विद्यार्थियों को विभिन्न बीमारियों से बचाव के उपायों के बारे में जानकारी दी गई। इस अवसर पर मैट्रो अस्पताल के चिकित्सकों की एक टीम जिसमें डॉ. वंदना, फिजिशियन और डॉ. मंथन, हड्डी रोग विशेषज्ञ द्वारा कुशल पैरामेडिकल स्टाफ के सहयोग से शिविर का संचालन किया। कुलपति प्रो एस. के. तोमर ने चिकित्सा केंद्र द्वारा विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों और कर्मचारियों के लाभ के लिए स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम संचालित करने के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की। 
शिविर के दौरान विद्यार्थियों एवं कर्मचारियों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए ब्लड प्रेशर चेक-अप, ब्लड शुगर चेक-अप और ईसीजी की जांच निःशुल्क की गई। स्वास्थ्य शिविर में लगभग 150 से अधिक विद्यार्थियों एवं कर्मचारियों ने हिस्सा लिया तथा लाभ उठाया।

Saturday, 28 September 2024

के.एल. महता दयानंद महिला महाविद्यालय में प्रथम, द्वितीय और अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए एक अभिभावक शिक्षक बैठक आयोजित

के.एल. महता दयानंद महिला महाविद्यालय में प्रथम, द्वितीय और अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए एक अभिभावक शिक्षक बैठक आयोजित

 



फरीदाबाद : के.एल. महता दयानंद महिला महाविद्यालय, फरीदाबाद में महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ मंजू दुआ के संरक्षण में कला, वाणिज्य, विज्ञान और बीबीए विभाग द्वारा 28सितंबर, 2024 को दोपहर ०१ बजे से प्रथम, द्वितीय और अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए एक अभिभावक शिक्षक बैठक आयोजित की गई। बैठक का उद्देश्य छात्रों की उपस्थिति के साथ-साथ उनके शैक्षणिक प्रदर्शन पर चर्चा करना था। बैठक संबंधित कक्षाओं में आयोजित की गई थी जहाँ संबंधित शिक्षक अभिभावकों के साथ बातचीत करने के लिए मौजूद थे। अभिभावक शिक्षक बैठक के दौरान, शिक्षकों को अभिभावकों के साथ बातचीत करने और वार्ड में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन लाने के उद्देश्य से व्यापक प्रतिक्रिया साझा करने का अवसर मिला। अभिभावकों को बहुमूल्य प्रतिक्रियाएँ दी गईं और यह बैठक शिक्षकों और अभिभावकों के लिए छात्रों के लाभ के लिए हाथ से हाथ मिलाकर काम करने का अवसर साबित हुई। कुल मिलाकर, यह शिक्षकों और अभिभावकों दोनों के लिए एक सकारात्मक और उपयोगी बातचीत थी।


Wednesday, 21 August 2024

 मानव रचना को नेशनल एम्प्लॉयबिलिटी अवॉर्ड 2025 से किया गया सम्मानित, देश के टॉप-10 % इंजीनियरिंग संस्थानों में बनाई जगह

मानव रचना को नेशनल एम्प्लॉयबिलिटी अवॉर्ड 2025 से किया गया सम्मानित, देश के टॉप-10 % इंजीनियरिंग संस्थानों में बनाई जगह


फरीदाबाद, 20 अगस्त, 2024: मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज (एमआरआईआईआरएस) और मानव रचना विश्वविद्यालय (एमआरयू) को प्रतिष्ठित नेशनल एम्प्लॉयबिलिटी अवॉर्ड 2025 से सम्मानित किया गया है। इसी के साथ संस्थान ने भारत के शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थानों में अपनी स्थिति मज़बूत की है।

अग्रणी वैश्विक नौकरी कौशल प्रमाणन एजेंसी एसएचएल, की ओर से यह पुरस्कार राष्ट्रीय स्तर पर या अपने-अपने राज्यों में शीर्ष 10% इंजीनियरिंग कैंपस में शामिल होने पर दिया जाता है। एसएचएल ने एमआरआईआईआरएस और एमआरयू को ‘बैच 2025’ के लिए राष्ट्रीय स्तर पर शीर्ष 10% इंजीनियरिंग कैंपस में से एक होने का गौरव दिया है। यह मान्यता दोनों संस्थानों को उस विशिष्ट समूह में शामिल करती है, जिसके लिए देश भर में 1161 कैंपस का मूल्यांकन किया गया है।

2012 में शुरू किए गए नेशनल एम्प्लॉयबिलिटी अवॉर्ड, एकमात्र ऐसा पुरस्कार हैं जो संस्थान के बुनियादी ढांचे या संकाय गुणवत्ता जैसे मापदंडों के बजाय परीक्षा में छात्रों के वास्तविक प्रदर्शन के आधार पर दिए जाते हैं। ये पुरस्कार केवल भारत के सबसे बड़े रोजगार योग्यता परीक्षण AMCAT (एस्पायरिंग माइंड्स कंप्यूटर एडेप्टिव टेस्ट) में छात्रों के वास्तविक प्रदर्शन पर आधारित हैं।

AMCAT एक व्यापक मूल्यांकन है जो कम्युनिकेशन, लॉजिकल रीजनिंग, क्वांटिटेविट एप्टीट्यूड  और  नौकरी-विशिष्ट डोमेन जानकारी जैसे महत्वपूर्ण पामदंडों के आधार पर नौकरी के आवेदकों के कौशल का आंकलन करता है। इस परीक्षा को व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त है, जिसका उपयोग 700 से अधिक कंपनियों द्वारा भर्ती के लिए किया जाता है।  एक्सेंचर, स्नैपडील, एक्सिस बैंक, टाटा मोटर्स और आईटीसी जैसी दिग्गज कंपनियां प्रवेश स्तर के पदों के लिए उनकी भर्ती प्रक्रियाओं के लिए इस मूल्यांकन प्रक्रिया का उपयोग करती हैं।

मानव रचना शैक्षणिक संस्थानों (एमआरईआई) के एमडी श्री राजीव कपूर ने इस उपलब्धि पर खुशी जताते हुए कहा, "एसएचएल से यह मान्यता मिलना विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करने और हमारे छात्रों को वैश्विक जॉब मार्केट की मांगों के लिए तैयार करने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। यह हमारे संकाय, कर्मचारियों और सबसे महत्वपूर्ण रूप से हमारे छात्रों की कड़ी मेहनत का प्रमाण है।"


 एमआरईआई के करियर डेवलपमेंट सेंटर की निदेशक प्रो. (डॉ.) हनु भारद्वाज ने कहा, "मानव रचना में शिक्षा और उद्योगों के बीच के अंतर को कम करना हमारी प्राथमिकता है। यह पुरस्कार उद्योगों के लिए तैयार पेशेवरों को तैयार करने में हमारी सफलता की पुष्टि करता है।"


इस मान्यता से मानव रचना के स्नातकों की रोजगार संभावनाओं में उल्लेखनीय बढ़ोत्तरी होने की उम्मीद है, जिससे उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में शीर्ष रिक्रूटर्स द्वारा अत्यधिक मांग की जाएगी। इसके अतिरिक्त, यह संस्थान के अग्रणी कंपनियों के साथ संबंधों को मज़बूत करेगा, जिससे भविष्य में और अधिक मजबूत उद्योग साझेदारी और सहयोग के अवसरों का मार्ग प्रशस्त होगा।

 विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल के स्टूडेंट्स ने राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मु को बांधी राखी

विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल के स्टूडेंट्स ने राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मु को बांधी राखी


फरीदाबाद। विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल के स्टूडेंट ने रक्षा बंधन पर्व पर देश की राष्ट्रपति श्री मती द्रोपदी मुर्मु को राखी बांधकर शुभकामनाएं दीं। इस दौरान स्कूल के चार छात्र सहित प्रिंसिपल एवं कोर्डिनेटर भी साथ रहे। राष्ट्रपति से मिलने के बाद बच्चे बेहद प्रसन्न नजर आए।


स्कूल निदेशक दीपक यादव ने बताया कि विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल अपने छात्रों के व्यक्तित्व विकास के लिए अनेक कार्यक्रमों का आयोजन करता है। देश के नेतृत्व से मिलना भी इसका एक अंग है। इसी कड़ी में रक्षा बंधन के अवसर पर हमारे स्कूल के छात्रों कक्षा छह से हर्षिता, कक्षा आठ से माही त्यागी एवं आरुष और कक्षा नौ से आरना राष्ट्रपति भवन पहुंचे। उन्होंने अपनी प्रिंसिपल रेखा मलिक और कोर्डिनेटर पूजा शर्मा के साथ महामहिम राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु से मुलाकात की और उन्हें रक्षा सूत्र बांधा।


राष्ट्रपति ने सभी से प्रेमपूर्वक मुलाकात की और हालचाल जाना। उनके बारे में छात्रों के अनुभव प्रेरणादायक रहे। छात्रों का कहना है कि महामहिम मुुर्मु देश के सर्वोच्च पद पर होने के बाद भी बहुत दयालु हृदय हैं। उनकी मुस्कुराहट शक्ति प्रदान करती है।


इस बारे में निदेशक दीपक यादव ने बताया कि विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल के स्टूडेंट निरंतर राष्ट्रपति भवन जाने का अवसर प्राप्त कर रहे हैं। हमारे बच्चों ने निरंतर तीन राष्ट्रपतियों के साथ मिलने का अनुभव प्राप्त किया है। जिनमें वर्तमान राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु, उनसे पूर्व राष्ट्रपति रहे रामनाथ कोविंद और उनसे पूर्ववर्ती राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से भी हमारे स्टूडेंट मिल चुके हैं। यादव ने बताया कि इस प्रकार की गतिविधियों से बच्चों में साहस और सम्मान की भावना का विकास होता है। जिसके लिए वह भविष्य में स्वयं भी प्रयास करते हैं। आपको बता दें कि विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल घरौडा ग्रेटर फरीदाबाद और सेक्टर दो बल्लभगढ़ में दो ब्रांचेज का संचालन होता है। स्कूल ने बेटियों को निशुल्क प्रवेश देकर क्षेत्र में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के नारे को चरितार्थ किया है। प्रबंधन ने ग्रामीण अंचल में बेस्ट सीबीएसई स्कूल खोलकर लोगों का विश्वास जीता है। वहीं खेलों के क्षेत्र में भी स्कूल आज एक बड़ा नाम है। स्कूल की घरौड़ा ब्रांच में पांच खेल अकादमी का संचालन हो रहा है।

Friday, 16 August 2024

 मानव रचना ने शिक्षा मंत्रालय की एनआईआरएफ इंडिया रैंकिंग 2024 में उत्कृष्ट स्थान हासिल किया

मानव रचना ने शिक्षा मंत्रालय की एनआईआरएफ इंडिया रैंकिंग 2024 में उत्कृष्ट स्थान हासिल किया


फरीदाबाद, 17 अगस्त, 2024: मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज (एमआरआईआईआरएस) ने ‘नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) इंडिया रैंकिंग्स 2024’ में उल्लेखनीय स्थान प्राप्त कर अपनी उत्कृष्टता की विरासत को जारी रखा है। विश्वविद्यालय ने एनआईआरएफ इंडिया रैंकिंग्स 2024 में विश्वविद्यालय श्रेणी में 92वां और डेंटल श्रेणी में 38वां स्थान प्राप्त कर अपनी प्रतिष्ठा को और मज़बूत किया है। इसके साथ ही, यह ओवरऑल और इंजीनियरिंग श्रेणियों में 101-150 रैंक बैंड में शामिल रहा है। इस उपलब्धि ने एमआरआईआईआरएस की गुणवत्ता शिक्षा प्रदान करने की प्रतिबद्धता को साबित किया है, जिससे इसे कई पुरस्कार मिल चुके हैं, और एनआईआरएफ रैंकिंग्स ने इसे और भी प्रामाणिक बनाया है। इन रैंकिंग्स के आधार पर, एमआरआईआईआरएस हरियाणा के सभी विश्वविद्यालयों में दूसरे स्थान पर और दिल्ली एनसीआर में निजी विश्वविद्यालयों में चौथे स्थान पर है।


एमआरआईआईआरएस के तहत, मानव रचना डेंटल कॉलेज (एमआरडीसी) ने टॉप-40 रैंकिंग में जगह बनाई है, और हरियाणा में ये दूसरे व दिल्ली-एनसीआर में तीसरे स्थान पर रहा है। एमआरडीसी को उत्तर भारत में नंबर- 1 निजी डेंटल कॉलेज के रूप में मान्यता मिली हुई है। एक प्रमुख निजी NABH मान्यता प्राप्त डेंटल संस्थान के रूप में, एमआरडीसी विशिष्ट शिक्षा देने में अग्रणी बना हुआ है, जिससे यह एकमात्र निजी डेंटल कॉलेज है जिसने बेहतरीन मानकों के साथ इतने उच्च सम्मान प्राप्त किए हैं।


यह उपलब्धि इसलिए भी विशेष महत्व रखती है, क्योंकि इस प्रतिस्पर्धा में पूरे भारत के 10,000 से ज़्यादा संस्थान शामिल रहे। मानव रचना ने सरकारी संस्थानों, आईआईटी, एनआईटी, और निजी संस्थानों के बीच उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए अपनी पहचान बनाई है, और भारत के सबसे प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों में अपनी स्थिति को और मज़बूत किया है।


इस विशिष्ट उपलब्धि पर मानव रचना शैक्षणिक संस्थानों के अध्यक्ष डॉ. प्रशांत भल्ला ने प्रदेशवासियों और मानव रचना समुदाय को बधाई देते हुए कहा, "ये रैंकिंग संस्थानों में शिक्षा की गुणवत्ता और समग्र विकास के प्रति निरंतरता में हमारे विश्वास की पुष्टि करती है। ये रैंकिंग स्पष्ट करती है कि हम एक समग्र वातावरण बनाने का लक्ष्य लेकर काम कर रहे हैं, जहां छात्रों के सर्वांगीण विकास का माहौल मिल सके, और वे दुनिया की चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हो सकें।"


एमआरईआई के उपाध्यक्ष डॉ. अमित भल्ला ने कहा, "उत्कृष्ट फैकल्टी सदस्यों और अभूतपूर्व शोध के साथ छात्रों को सशक्त बनाने के हमारे प्रयासों के चलते संस्थान को लगातार बेहतरीन मान्यता मिली है। यह उपलब्धि उत्कृष्टता की दिशा में किए जा रहे हमारे प्रयासों को मान्यता देती है। उम्मीद है कि भविष्य में भी हमारा बेहतरीन प्रदर्शन इसी तरह जारी रहेगा।"


एमआरआईआईआरएस के कुलपति डॉ. संजय श्रीवास्तव ने कहा, “एमआरआईआईआरएस ने इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, डेंटल साइंसेज और रिसर्च जैसे विषयों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए लगातार भारत के शीर्ष संस्थानों में स्थान बनाया है। एनआईआरएफ 2024 रैंकिंग बेहतर शिक्षा, अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे, उद्योग साझेदारी और उत्कृष्ट प्लेसमेंट परिणाम देने के लिए हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।”


एमआरडीसी के प्रिंसिपल डॉ. पुनीत बत्रा ने गर्व जताते हुए कहा, "मानव रचना डेंटल कॉलेज को उत्तर भारत के अग्रणी निजी डेंटल संस्थान के रूप में मान्यता मिलना, विशिष्ट शिक्षा को आगे बढ़ाने के प्रति हमारे समर्पण और डेंटल क्षेत्र में उत्कृष्टता के प्रति हमारी अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है।"


 


मानव रचना की विशिष्ट उपलब्धियां जैसे- नैक (राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद) ए++ मान्यता, क्यूएस यूनिवर्सिटी रैंकिंग एशिया, यूजीसी श्रेणी 1 डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा, एनएबीएच मान्यता, अकादमिक उत्कृष्टता के लिए आईएसओ प्रमाणन और एनबीए मान्यता जैसे पुरस्कारों के साथ, लगातार बढ़ रही हैं। एनआईआरएफ 2024 रैंकिंग इन शानदार उपलब्धियों में एक और उत्कृष्टता जोड़ती है, जोकि दर्शाती है कि मानव रचना शैक्षणिक संस्थान भावी प्रोफेशनल्स को बेहतरीन करियर की दिशा प्रदान करने के लिए नवाचार, अकादमिक उत्कृष्टता और आधुनिक व सर्वांगीण शिक्षा के माहौल को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

   Blood donation camp organized at JC Bose University

Blood donation camp organized at JC Bose University


Faridabad, 17 August – J.C. Bose University of Science and Technology, YMCA, Faridabad, in collaboration with the District Red Cross Faridabad and Marwari Yuva Manch, today organized a voluntary Blood Donation Camp on the campus. This event was part of a series of activities leading up to the University's 5th Convocation, scheduled for August 21, 2024.
The event was inaugurated by Prof. Munish Vashishatha, Dean of Student Welfare, on behalf of Prof. S.K. Tomar, Vice-Chancellor of the University, and Sh. Bijender Sorot, Secretary of the District Red Cross Society, Faridabad. The dignitaries present at the inauguration emphasized the importance of blood donation and encouraged students to participate actively.
The camp was organized with the technical support of the District Red Cross Team, including Sh. Bijender Sorot (Secretary), Mr. Purushottam Saini (District Training Officer), and Mr. Vimal Khandelwal. The Dean of Student Welfare and the YRC team were also present, motivating students to contribute to this noble cause.
The camp witnessed an overwhelming response, with more than 70 volunteers, including students, faculty, and staff members, stepping forward to donate blood. Over 50 donors, including an encouraging number of female students, contributed to the cause. The donors and volunteers were honored with certificates and prizes for their selfless contribution.'
Dr. Navish Kataria, YRC Cell Coordinator, along with YRC Counselors and volunteers, coordinated the camp. Vice-Chancellor Prof. S.K. Tomar congratulated the organizers for the successful event and lauded their efforts in contributing to this vital social cause.

Saturday, 15 June 2024

 मानव रचना यूनिवर्सिटी- एनएआरएल, इसरो के सहयोग से जीएनएसएस रिसीवर स्थापित करने वाली देश की पहली प्राइवेट यूनिवर्सिटी बनी

मानव रचना यूनिवर्सिटी- एनएआरएल, इसरो के सहयोग से जीएनएसएस रिसीवर स्थापित करने वाली देश की पहली प्राइवेट यूनिवर्सिटी बनी

      यूनिवर्सिटी में ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (GNSS) रिसीवर और अंतरिक्ष अनुसंधान प्रयोगशाला की स्थापना की गई

      इसरो लैब के सहयोग से राष्ट्रीय वायुमंडलीय अनुसंधान प्रयोगशाला (एनएआरएल) के रिसीवरों की उत्तर-दक्षिण श्रृंखला का हिस्सा है ये पहल

      अतिथि व्याख्यान में इसरो साइंटिस्ट डॉ. निर्विकार दशोरा और श्री हिमांशु एस सेठी ने रखे विचार

फरीदाबाद, 15 जून 2024: मानव रचना यूनिवर्सिटी (एमआरयू) में स्कूल ऑफ साइंसेज के विज्ञान विभाग की ओर से शुक्रवार को “ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (GNSS) रिसीवर” की स्थापना की गई। ये प्रयोगशाला राष्ट्रीय वायुमंडलीय अनुसंधान प्रयोगशाला (एनएआरएल)-भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के सहयोग से स्थापित की गई है। इस दौरान एक गेस्ट लेक्चर का आयोजन भी हुआ, जिसका उद्देश्य वायुमंडलीय और अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में अनुसंधान करने के लिए संकाय को प्रोत्साहित करना है।

एमआरयू जीएनएसएस रिसीवर की स्थापना करने वाला देश का पहला निजी शिक्षण संस्थान है, ऐसे में ये पहल अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में एमआरयू की अनुसंधान क्षमताओं में बेहतरी को दर्शाती है। गेस्ट लेक्चर में में वैज्ञानिकों की एक प्रतिष्ठित टीम शामिल हुई, जिनमें डॉ. निर्विकार दशोरा (साइंटिस्ट/इंजीनियर-एसएफ, विभागाध्यक्ष आयनोस्फेयर एंड स्पेस फिजिक्स ग्रुप, एनएआरएल, गडांकी, एपी, अंतरिक्ष विभाग, भारत सरकार) और श्री हिमांशु एस सेठी (साइंटिस्ट/इंजीनियर-एसई, एनएआरएल-इसरो) शामिल रहे।

एमआरयू में जीएनएसएस रिसीवर की स्थापना इसरो के सहयोग से एनएआरएल के रिसीवरों की उत्तर-दक्षिण श्रृंखला का हिस्सा है। यह रणनीतिक साझेदारी वायुमंडलीय और आयनमंडलीय अनुसंधान को आगे बढ़ाने के लिए एमआरयू की प्रतिबद्धता को स्पष्ट करती है, जिसमें जीएनएसएस रिसीवर नेटवर्क के माध्यम से मौसम, जलवायु, अंतरिक्ष मौसम और ग्रहों के आयनमंडल पर महत्वपूर्ण अध्ययन शामिल हैं। यह सहयोगात्मक प्रयास न केवल मानव रचना के अनुसंधान बुनियादी ढांचे को मजबूत करता है, बल्कि इसे वायुमंडलीय और अंतरिक्ष अनुसंधान में अग्रणी बनाने में सहायक होगा ।

कार्यक्रम के दौरान, डॉ. निर्विकार दशोरा ने वास्तविक जीवन के क्षेत्रों में जीएनएसएस के विभिन्न अनुप्रयोगों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने आयनमंडल के मूल सिद्धांतों और विभिन्न वायुमंडलीय घटनाओं में इसकी भूमिका के बारे में विस्तार से बताया। प्रेजेंटेशन के ज़रिए उन्होंने अपने शोध के महत्व, उपयोग की जाने वाली पद्धतियों, अनुप्रयोगों और मुख्य विशेषताओं को भी प्रदर्शित किया। साथ ही उन्होंने जीपीएस सिस्टम से संबंधित चुनौतियों के बारे में भी जानकारी दी। इसके बाद प्रश्नोत्तर  सत्र में उन्होंने सभी सवालों के जवाब भी दिए।

ये होगा लाभ

एमआरयू में जीएनएसएस रिसीवर की स्थापना ने राष्ट्रीय और वैश्विक शैक्षणिक समुदायों में विश्वविद्यालय की स्थिति मजबूत की है। इससे विभिन्न वायुमंडलीय और अंतरिक्ष मापदंडों में बहु-पैरामीट्रिक डेटा संग्रह से वायुमंडलीय विज्ञान और संबंधित क्षेत्रों में अनुसंधान की क्षमताएं बढ़ेंगी| साथ ही रिसीवरों की एनएआरएल उत्तर-दक्षिण श्रृंखला का हिस्सा होने के नाते, एमआरयू अनुसंधान संस्थानों के व्यापक नेटवर्क से जुड़ेगा और राष्ट्रीय व वैश्विक स्तर पर सहयोग के अवसर बढ़ेंगे। विज्ञान, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग (ईसीई) और कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग (सीएसई) विभागों में छात्रों के विभिन्न परियोजनाओं में सीखने के अवसर बढ़ेंगे। साथ ही छात्रों को अत्याधुनिक तकनीक और वास्तविक समय के डेटा विश्लेषण के साथ व्यावहारिक अनुभव प्राप्त होगा। 

प्रो. (डॉ.) दीपेंद्र कुमार झा, कुलपति, एमआरयू ने कहा कि "एनएआरएल और इसरो के सहयोग से जीएनएसएस रिसीवर की स्थापना हमारी एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। परिसर में स्थापित अंतरिक्ष अनुसंधान प्रयोगशाला संस्थान की, वायुमंडलीय और अंतरिक्ष अनुसंधान प्रगति में अग्रणी होने के प्रति प्रतिबद्धता को स्पष्ट करती है।"

डॉ. मीना कपाही, डीन, स्कूल ऑफ साइंसेज, एमआरयू ने कहा, "यह मानव रचना यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ साइंसेज के लिए बड़ी उपलब्धि है। यह अत्याधुनिक पहल वायुमंडलीय और अंतरिक्ष विज्ञान में हमारी शोध क्षमताओं को बढ़ाती है और हमारे छात्रों को अत्याधुनिक तकनीक से जुड़ने के बेहतर अवसर प्रदान करती है।"

इस दौरान प्रो. (डॉ.) मीना कपाही, डीन स्कूल ऑफ साइंसेज; प्रो. डॉ. डी. के. शर्मा, डीन एग्जामिनेशन; डॉ. संदीप कुमार, हैड, स्कूल ऑफ साइंसेज; डॉ. अर्पित संड, प्रोग्राम हेड केमिस्ट्री; डॉ. अपर्णा व्यास, प्रोग्राम हेड मैथमेटिक्स सहित और साइंस एंड इंजीनियरिंग सहित विभिन्न विषयों के संकाय सदस्य मौजूद रहे।

एनएआरएल और इसरो के साथ इस स्थापना  समस्त कार्यक्रम को प्रोफ डॉ डी के शर्मा के समन्वय में डॉ अनन्ना बर्धनडॉ अंशुमान सहाय और दीप्ति मैखुरी के सहयोग से संपन्न हुआ |  

Tuesday, 11 June 2024

शोर्ट कंटेंट परोसना आज के युवाओं के लिए सबसे बड़ी चुनौती : राजीव जेटली

शोर्ट कंटेंट परोसना आज के युवाओं के लिए सबसे बड़ी चुनौती : राजीव जेटली

फरीदाबाद-11 जून। जे.सी.बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद में संचार एवं मीडिया तकनीकी विभाग द्वारा तृतीय समर इंटर्नशिप का आयोजन किया गया। यह इंटर्नशिप 11 जून से 10 जुलाई 2024 तक एक महीने तक चलेगी। इंटर्नशिप के उद्घाटन कार्यक्रम में हरियाणा मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार राजीव जेटली, कुलपति प्रो एस.के.तोमर, रेडियो महारानी 89.6 एफएम की प्रमुख सपना सूरी और सीएमटी विभाग के अध्यक्ष डॉ. पवन सिंह, इंटर्नशिप कोऑर्डिनेटर डॉ तरुणा नरूला, सीनियर इंस्ट्रक्टर दुष्यंत त्यागी और प्रोडक्शन असिस्टेंट पंकज सैनी विशेष रूप से उपस्थित रहे।

मीडिया विभाग के स्टूडियो में आयोजित कार्यक्रम में तृतीय समर इंटर्नशिप-2024 का शुभारंभ हुआ। संचार एवं मीडिया तकनीकी विभाग के अध्यक्ष डॉ.पवन सिंह द्वारा अतिथियों के अभिवादन के साथ हुई। उन्होंने अपने स्वागत उद्बोधन में थ्योरिटिकल और व्यावहारिक कौशल के बीच अंतर को बताया। इंटर्नशिप के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और मीडिया के व्यवहारिक अनुभव प्रदान करने के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला।

कुलपति प्रोफेसर एस.के.तोमर के शब्दों का अनुसरण करते हुए, जहां उन्होंने संचार एवं मीडिया प्रौद्योगिकी विभाग की उपलब्धियों पर गर्व व्यक्त किया। मीडिया के विद्यार्थियों को इंटर्नशिप कार्यक्रम द्वारा प्रदान किए गए अवसरों का अधिक लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया। इस समर इंटर्नशिप में शामिल सभी प्रशिक्षुओं के लिए एक समृद्ध अनुभव होने का वादा करती है, जिसमें व्यावहारिक सीखने और पेशेवर विकास पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। पत्रकारिता में अपार संभावनाएं है। मीडिया विद्यार्थी को पर्यावरण क्षेत्र में गंभीरता से कार्यरत रहने की आवश्यकता है।

मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के मीडिया सलाहकार राजीव जेटली ने अपने उद्बोधन में डिजिटल युग में मीडिया और संचार के विकसित परिदृश्य पर चर्चा की। उन्होंने छात्रों को नई प्रौद्योगिकियों को अपनाने और बदलते मीडिया परिवेश के अनुरूप ढलने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा, "मीडिया उद्योग को आज ऐसे पेशेवरों की आवश्यकता है जो न केवल कुशल हों बल्कि अनुकूलनीय और इनोवेटिव भी हों।" आज समय की कमी के चलते सभी 30 सेकंड में ही दुनिया भर की जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं। इन्ही 30 सैकंड में कंटेंट परोसना आज के युवाओं के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। 

विशिष्ट अथिति के रूप में रेडियो महारानी प्रमुख सपना सूरी ने रेडियो प्रसारण में अपने विशेष अनुभव को विद्यार्थियों के साथ साझा किया। उन्होंने कहानी कहने की शक्ति और समाज पर मीडिया के प्रभाव के बारे में बात की। उन्होंने कहा, "रेडियो के पास लोगों से जुड़ने का एक अनोखा तरीका है और यह सामाजिक परिवर्तन लाने का एक शक्तिशाली एवं सरल माध्यम है।"

समारोह में डॉ. तरूणा नरूला ने अतिथियों और प्रतिभागियों को उनकी उपस्थिति और समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, "यह इंटर्नशिप आपके कौशल को बढ़ाने और आपको अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए एक मंच प्रदान करने के लिए डिज़ाइन की गई है।"

Thursday, 6 June 2024

 मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल के मेधावी छात्रों ने नीट (NEET) 2024 के नतीजों में शैक्षणिक उत्कृष्टता का प्रदर्शन किया

मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल के मेधावी छात्रों ने नीट (NEET) 2024 के नतीजों में शैक्षणिक उत्कृष्टता का प्रदर्शन किया

- कृष्णांश एबट ने 99.8 पर्सेंटाइल हासिल की, 691/720 स्कोर के साथ ऑल इंडिया 4207 रैंक पाई


- पीयूष मिश्रा को मिली 99.6 पर्सेंटाइल , 682/720 स्कोर के साथ ऑल इंडिया रैंक 7828 रही


- किसना भड़ाना, प्रीतिका हलधर और हर्षिता मागू ने 99.168, 98.45 और 95.6 पर्सेंटाइल हासिल किए


फरीदाबाद।  6 जून, 2024 : मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल (एमआरआईएस) के होनहार छात्रों ने सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में शानदार परिणाम के बाद,  नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट ( NEET)-यूजी 2024 के नतीजों में उल्लेखनीय प्रतिभा का प्रदर्शन किया है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने नीट का परिणाम जारी कर दिया है, जिसमें एमआरआईएस की सभी शाखाओं से छात्रों ने बेहतरीन परिणाम लाकर नाम रोशन किया है।


 


एमआरआईएस, चार्मवुड से कृष्णांश एबट ने 99.8 पर्सेंटाइल लाकर उत्कृष्ट प्रदर्शन दिखाया है। छात्र ने 691/720 स्कोर के साथ ऑल इंडिया 4207 रैंक हासिल की है।  इसके साथ ही एमआरआईएस, नोएडा के प्रतिभाशाली छात्र पीयूष मिश्रा, ने 99.6 पर्सेंटाइल हासिल की, 682/720  स्कोर  के साथ उन्हें ऑल इंडिया 7828 रैंक मिली है। वहीं, एमआरआईएस, सेक्टर 46 गुरुग्राम के किसना भड़ाना ने 99.168 पर्सेंटाइल लाकर 663/720  स्कोर हासिल किया है।


 


उच्च स्कोर हासिल करने वालों में एमआरआईएस, नोएडा की प्रीतिका हलधर और  एमआरआईएस, लुधियाना की हर्षिता मागू भी शामिल हैं,  जिन्होंने 98.45 और 95.6 पर्सेंटाइल पाई है।


इन सभी मेधावी छात्रों का असाधारण प्रदर्शन समग्र विकास व प्रतिभा को पोषित करने व शैक्षणिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए स्कूल की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। छात्र और उनके परिवार इस परिणाम से बेहद खुश हैं, वहीं स्कूलों ने छात्रों की उपलब्धि पर गर्व जताया है।


डॉ. अमित भल्ला, उपाध्यक्ष, मानव रचना शैक्षणिक संस्थान ने खुशी जताते हुए कहा, "हमारे छात्रों ने बेहतरीन परिणाम के साथ संस्थानों के उत्कृष्टता के मानक को ऊंचा किया है और हम उनकी असाधारण उपलब्धियों की प्रशंसा करते हैं। यह छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों की सामूहिक मेहनत और लगन का परिणाम है, जो इस तरह की सफलता को संभव बनाती है।"


मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल प्रगतिशील युग में शिक्षा और आधुनिक ज्ञान के सही तालमेल के साथ छात्रों का समग्र विकास करते हुए तरक्की का मार्ग प्रशस्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। संस्थान अपनी उन्नत शिक्षण पद्धति और समेकित पाठ्यक्रम के माध्यम से, शिक्षार्थियों को उनकी प्रतिभा का पता लगाने और कौशल निखारने का मंच प्रदान करने के लिए कार्यरत हैं।


Thursday, 21 December 2023

 मानव रचना में स्मार्ट इंडिया हैकथॉन-2023 का शुभारंभ, प्रधानमंत्री मोदी ने किया प्रतिभागियों को संबोधित

मानव रचना में स्मार्ट इंडिया हैकथॉन-2023 का शुभारंभ, प्रधानमंत्री मोदी ने किया प्रतिभागियों को संबोधित


-एआईसीटीई चेयरमैन प्रो. (डॉ.) टीजी सीताराम मुख्य अतिथि और एआईसीटीई वाइस चेयरमैन डॉ. अभय जेरे रहे विशिष्ट अतिथि 

-शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के इनोवेशन सेल और एआईसीटीई की ओर से किया जा रहा है आयोजन


फरीदाबाद, 21 दिसंबर, 2023:

मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज (एमआरआईआईआरएस) में मंगलवार को स्मार्ट इंडिया हैकथॉन (एसआईएच) 2023 के ग्रांड फाइनल का शुभारंभ हुआ। प्रतियोगिता का आयोजन शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के इनोवेशन सेल (एमआईसी), अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) और i4c की एक ओर से कराया जा रहा है। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि एआईसीटीई के चेयरमैन प्रो. (डॉ.) टीजी सीताराम, विशिष्ट अतिथि एआईसीटीई वाइस चेयरमैन डॉ. अभय जेरे सहित एमआरईआई अध्यक्ष डॉ. प्रशांत भल्ला, एमआरईआई उपाध्यक्ष डॉ. अमित भल्ला,  एमआरआईआईआरएस उप कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) संजय श्रीवास्तव,  उपकुलपति एमआरयू आईके भट और मानव रचना इनोवेशन एंड इनक्यूबेशन सेंटर के निदेशक डॉ. उमेश दत्ता ने दीप जलाकर की। वहीं पहले दिन कार्यक्रम के समापन पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने प्रतिभागियों को संबोधित किया। 

सरकार की ओर से 19 से 23 दिसंबर तक देशभर के 47 नोडल केंद्रों पर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर श्रेणियों में प्रतियोगिता कराई जा रही है, जिसके लिए हरियाणा राज्य में मानव रचना को हार्डवेयर श्रेणी के तहत बतौर नोडल केंद्र चुना गया है। इसके तहत विभिन्न संस्थानों से छात्र भाग ले रहे हैं। प्रतियोगिता का मकसद  छात्रों को नवाचार के लिए मंच देना है जहां वे उन्नत तकनीकों और बेहतरीन विचारों के साथ समस्याओं के समाधान पेश कर सकें। 


मानव रचना की दो टीमें  फाइनल में शामिल


संस्थान में आयोजित होने वाले इस कार्य़क्रम में देशभर के शैक्षणिक संस्थानों से कुल 31 टीमें हिस्सा ले रही हैं, जिनमें 200 से ज्यादा प्रतिभागी और मेंटर शामिल हैं। ये टीमें कुल छह समस्याओं के समाधान के लिए समाधान पेश करेंगी। हर श्रेणी में विजेताओं को 1 लाख रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी। मानव रचना की भी दो टीमें राष्ट्रीय स्तर पर भाग ले रही हैं, जिनमें एक्वा फुटप्रिंट और प्रीफिक्स केयर टीमें शामिल हैं। पहली टीम हैदराबाद में जल शक्ति मंत्रालय और दूसरी टीम कर्नाटक में शिक्षा मंत्रालय की समस्याओं के समाधान पेश करेंगी। 

 

प्रो. (डॉ.) टीजी सीताराम ने मानव रचना को एसआईएच 2023 का नोडल केंद्र बनाए जाने के लिए बधाई देते हुए कहा कि आज बड़ी संख्या में स्टार्टअप कंपनियां भारत से हैं और अनुसंधान व नवाचार में भारत शीर्ष 5 देशों में है। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति (एनईपी-2020) और विकसित भारत अभियान योजनाओं पर काम करते हुए देश तेजी से आगे बढ़ सकता है। 


डॉ. अभय जेरे ने एसआईएच के उद्देश्यों के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि ये एक राष्ट्रव्यापी पहल है, जिसका उद्देश्य छात्रों को समस्याओं के लिए समाधान खोजने को एक मंच देना है। उन्होंने कहा कि युवाओं में रचनात्मक तरीके से सोचने की क्षमता है। उन्होंने छात्रों से समस्याओं के नवीन समाधान लाने और देशहित में उन्नत विचारों को साझा करने की अपील की। 

डॉ. प्रशांत भल्ला ने कहा, “यह आयोजन सिर्फ एक प्रतियोगिता नहीं है, बल्कि  ये विकसित भारत के सपने को साकार करने की दिशा में नवाचार,  तकनीक, आपसी सहयोग और एकजुटता की भावना का उत्सव है।  उन्होंने कहा कि हैकथॉन में युवाओं की बुद्धिमत्ता और रचनात्मकता का हुनर दिखेगा जोकि कई समस्याओं के समाधान खोजने में मददगार साबित होगा।”

कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। देर शाम माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने स्मार्ट इंडिया हैकथॉन के छात्रों और मेंटर्स को संबोधित करते हुए उन्हें देश के डिजिटल और नवाचार के अभियान में भागीदारी और प्रतिबद्धता पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज शैक्षणिक संस्थान अपने सहयोग के साथ देश की उन्नति की दिशा में काम कर रहे हैं जोकि सराहनीय है।


क्या है एसआईएच


उच्च शिक्षा संस्थान के छात्रों के लिए ये प्रतियोगिता साल 2017 से एसआईएच सॉफ्टवेयर और एसआईएच हार्डवेयर संस्करणों में आयोजित की जाती है। इस साल आयोजित कराए जा रहे ग्रांड फिनाले में 25 मंत्रालयों के 51 विभागों से प्राप्त 231 समस्या विवरण पेश किए हैं। राष्ट्रीय स्तर पर 12000 से ज्यादा प्रतिभागी इनके समाधान पेश करेंगे। इसकी  मेजबानी के लिए 47 उच्च शिक्षण संस्थानों को स्मार्ट इंडिया हैकथॉन नोडल सेंटर के रूप में चुना है।