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Friday 7 April 2017

ओलंपिक के लिए सरकारी स्कूलों के खेल का अहम हिस्सा बनेगा जिमनॉस्टिक

ओलंपिक के लिए सरकारी स्कूलों के खेल का अहम हिस्सा बनेगा जिमनॉस्टिक

 हरियाणा जिमनॉस्टिक एसोसिएशन ने बनाई योजना
 नर्सरी से पांचवीं कक्षा तक के बच्चों पर रहेगा फोकस, दिलाई जाएगी विशेष ट्रेनिंग
 8 वर्ष के होने पर विभिन्न प्रतियोगिताओं में खिलाने की जिम्मेदारी उठाएगी एसोसिएशन
 बेहतर बच्चों को मिलेगी प्रदेश की विशेष टीम में जगह
 टीम में जगह न पाने वाले भी बना सकेंगे कम उम्र में कई क्षेत्रों में करियर, किया जाएगा उनका मार्गदर्शन 

फरीदाबाद: 7 अप्रैल (National24News.com) ओलंपिक के लिए बेहतर खिलाड़ियों की फौज तैयार करने को हरियाणा जिमनाॅस्टिक एसोसिएशन ने नई योजना तैयार की है। इस योजना में जिमनॉस्टिक खेल को सरकारी स्कूलों का अहम हिस्सा बनाया जाएगा। हरियाणा खेल विभाग और हरियाणा शिक्षा विभाग की भी मदद ली जाएगी। इस योजना से प्रदेश के सरकारी स्कूलों के बच्चे विभिन्न क्षेत्र में अपना करियर बना सकेंगे। और प्रदेश से अच्छे जिमनॉस्ट खोज कर उनकी विशेष टीम का गठन किया जा सकेगा। जिसे आगे ओलंपिक के लिए तैयार करना शुरू किया जाएगा। नर्सरी से पांचवीं कक्षा तक के बच्चों पर इस योजना में फोकस रहेगा। जिनकी स्कूलों में िजमनाॅस्टिक खेल के तहत ट्रेनिंग शुरू होगी। स्कूलों को संसाधन एवं सुविधाएं हरियाणा खेल विभाग की ओर से मुहैया कराए जाएंगे। जबकि मिलने वाले सामान की देखरेख की जिम्मेदारी शिक्षा विभाग के जिम्मे रहेगी।  

विदेशी तर्ज पर यह योजना
गौरतलब है कि स्पोर्ट्स गर्वमेंट पॉलिसी के तहत भारत में जिमनॉस्टिक सीखने की उम्र 8 प्लस निर्धारित हैं। लेकिन विदेशों में 4 साल की उम्र से ही ट्रेनिंग देना शुरू कर दिया जाता है। इस वजह से ही बड़े स्तर पर भारत इस खेल में आगे नहीं निकल पाता है। इतने सालों बाद दीपा कर्माकर ओलंपिक में पहुंची। वह भी 4 साल की उम्र से ही जिमनॉस्टिक की ट्रेनिंग ले रही हैं। इसलिए ही हरियाणा जिमनॉस्टिक एसोसिएशन ने विदेशी तर्ज पर ही जिमनॉस्ट तैयार करने की यह योजना बनाई है। जिला जिमनॉस्टिक कोच नवीन सैनी का कहना है कि 4 साल की उम्र में अगर लचीलापन शरीर में ला दिया जाए तो वह 8 साल तक पहुंचते-पहुंचते सही रूप ले लेता है। और प्रतियोगिता में खिलाड़ी का स्तर बेहतर हो जाता है। भारत में इस उम्र के बाद तो जिमनॉस्टिक सिखाया जाता है। और तब तक सीखने वाले खिलाड़ी की हडि्डयों से लचीलापन गायब हो चुका होता है। इस वजह से ही काफी जम्नास्टिक निचले स्तर से ही आगे नहीं पहुंचते। और कुछ बढ़ते हैं तो वह भी विरले होते हैं

निगरानी को बनेंगे विंग
हरियाणा जिमनॉस्टिक एसोसिएशन से मिली जानकारी के अनुसार हर जिले में इस खेल की ट्रेनिंग सही प्रकार से सरकारी स्कूलों के बच्चों को दी जा रही है। इसपर नज़र रखने को हर जिले में एक विंग भी तैयार किया जाएगा। इस विंग में जिला खेल विभाग का जिमनॉस्टिक कोच भी शामिल होगा। यह विंग समय-समय पर स्कूलों में जाकर प्रतिभाशाली बच्चों को निकालेगा और स्कूल में बच्चों की ट्रेनिंग की समीक्षा भी ऊपर भेजेगा। जिससे अगर योजना में कमी आ रही है तो उसे ठीक किया जा सके।

बनाई जाएगी प्रदेश की विशेष टीम
अधिकािरयों के अनुसार 8 वर्ष तक की उम्र तक हर जिले में ट्रेनिंग सरकारी स्कूलों में चलेगी। 8 वर्ष का होते ही जिमनॉस्टिक प्रतियोगिताओं में हर जिले से इन खिलाड़ियों को खिलाना शुरू कर दिया जाएगा। इसमें से बेहतर खिलाड़ियों को प्रदेश की विशेष टीम में जगह दी जाएगी। जिसे फिर उच्चस्तरीय ट्रेनिंग दिलाई जाएगी। एसाेसिएशन अधिकािरयों का कहना है कि विशेष टीम बनाने का निर्णय इसलिए लिया गया ताकि इस बार होने वाले ओलंपिक में हरियाणा के खिलाड़ी कोटा प्राप्त कर देश का प्रतिनिधित्व कर सकें।

बना सकेंगे करियर
वरिष्ठ जिमनॉस्टि कोच एवं जिला खेल अधिकारी पलवल अशोक सैनी का कहना है कि जिमनॉस्टिक में अपार संभावनाएं हैं। उनके काफी स्टूडेंट्स ने तो बॉलीवुड में पहचान बना ली है। मुझे काफी खुशी है। इस योजना से जहां टीम बनेगी। वहीं सरकारी स्कूलों के बच्चे जोकि टीम में सलेक्ट होने से रह जाएंगे। वह भी अपना करियर बना सकेंगे। वह कोचिंग की लाइन में जा सकते हैं, बॉलीवुड में स्टंट डायरेक्टर बन सकते हैं। एवं अपनी अकादमी खोल कर प्रदेश की मदद कर सकते हैं।

कोट्स...
योजना तैयार कर ली गई है। 15 अप्रैल से योजना पर काम शुरू हो जाएगा। इस खेल में आने वाले सरकारी स्कूल के बच्चों को  छुटि्टयों में फ्री ट्रेनिंग दी जाएगी। स्कूल खुलने पर भी सुबह या शाम को फ्री ट्रेनिंग रोजाना चलेगी। इसके लिए पैरेंट्स का सपोर्ट भी अहम रहेगा। जिन बच्चों की उम्र 8 वर्ष होती जाएगी। उनको प्रतियोगिताओं में खिलाना शुरू करा दिया जाएगा।  विशेष टीम बनाकर ओलंपिक में पदक जीतना ही इस योजना का उद्देश्य है। वहीं सीखने वाले बच्चों को भी कई क्षेत्र में करियर बनाने का मौका इस योजना से मिलेगा। 

सूरजपाल अम्मू, अध्यक्ष हरियाणा जिमनॉस्टिक एसोसिएशन

प्रदेश में 14 यूनिट जिमनॉस्टिक की
जिमनॉस्टि में टीम नहीं यूनिटें होंती हैं। प्रदेश में हरियाणा पुलिस, स्पोर्ट्स स्कूल साईं, अंबाला, पंचकूला, रोहतक, भिवानी, झज्जर, गुड़गांव, फरीदाबाद, सिरसा, हिसार, पलवल और मेवात काे मिलाकर अभी 14 यूनिट हैं। जहां पर जिमनॉस्टिक की सुविधाएं एवं साधन मौजूद हैं। इन यूनिटों में भी इजाफा इस योजना के तहत किया जाएगा।

ये मचा रहे बॉलीवुड में धूम
मवई गांव के जिले सिंह ने सबसे पहले बॉलीवुड में जगह बनाई। कृष-3, धूम, हीरोपंती सहित कई फिल्मों में उसने बॉलीवुड कलाकारों को जिमनॉस्टिक सीखा कर स्टंट कराए हैं। जिले सिंह के साथ ही अब एनआईटी-1 के कृष्ण, मवई के कुलदीप, सेक्टर-15 के हुकुम, बडौली गांव के हिम्मत, सेक्टर-14 के विजय, अनंगपुर गांव के अजय और बल्लभगढ़ के माइकल व साजिद बॉलीवुड में जिमनॉस्टिक के जरिए ही धूम मचा रहे हैं।