Showing posts with label MOBILE TOWER. Show all posts
Showing posts with label MOBILE TOWER. Show all posts

Tuesday 2 May 2017

दूरसंचार विभाग द्वारा मोबाइल टावरों और ईएमएफ उत्सकर्जन के अनुपालन से तरंग संचार नामक वेब पोर्टल की शुरूआत

दूरसंचार विभाग द्वारा मोबाइल टावरों और ईएमएफ उत्सकर्जन के अनुपालन से तरंग संचार नामक वेब पोर्टल की शुरूआत

नई दिल्ली:2 मई(National24news.com) दूरसंचार विभाग ने आज मोबाइल टावरों और ईएमएफ उत्स र्जन के अनुपालन से संबंधित सूचनाओं को साझा करने के लिए तरंग संचार नामक एक वेब पोर्टल की शुरूआत की है। माननीय संचार राज्यझ मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं रेल राज्या मंत्री  मनोज सिन्हा  ने नई दिल्लीी में आयोजित एक समारोह में तरंग संचार पोर्टल की औपचारिक रूप से शुरूआत की। अपने उद्घाटन भाषण में श्री मनोज सिन्हाम ने कहा कि तरंग संचार पोर्टल की शुरूआत, टावरों और उनसे होने वाले उत्सेर्जन के बारे में, नागरिको की भ्रांतियों और मिथकों को दूर करने में निश्चिवत तौर पर सहायक सिद्ध होगी। उन्हों ने बताया कि यह पोर्टल सामान्यर व्य क्तिन को एक माऊस क्लि क से किसी विशेष स्थागन में कार्य कर रहे टावरों के बारे में जानकारी देगा और साथ ही साथ यह जानकारी भी देगा कि क्याे इन टावरों द्वारा निर्धारित ईएमएफ उत्सार्जन मानकों का अनुपालन किया जा रहा है। 

दूरसंचार विभाग के सचिव पी के पुजारी जो ऊर्जा मंत्रालय के भी सचिव हैं, ने अपने संबोधन में कहा कि सरकार अपने नागरिकों के स्वारस्य्मं  की सुरक्षा के लिए कटिबद्ध है। ये सुनिश्चिसत करने के लिए दूरसंचार विभाग ने मोबाइल टावरों से विद्युत चुबंकीय उत्सिर्जन के मानक निर्धारित किए हैं जो इंटरनेशनल कमीशन फार नॉन आयोनाइजिंग रेडिएशन प्रोटेक्शसन (आईसीएनआईआरपी) द्वारा निर्धारित और विश्वइ स्वा स्य््ज  संगठन (डब्यूे क एचओ) द्वारा अनुसंशित अंतर्राष्ट्री य मानकों से दस गुना अधिक सख्त हैं। 

दूरसंचार विभाग ने यह सुनिश्चिधत करने के लिए पर्याप्त‍ कदम उठाए हैं कि दूरसंचार सेवा प्रदाता (टीएसपी) इन निर्धारित मानकों का सख्तीप से पालन करें। यद्यपि मोबाइल बेस ट्रांसीवर स्टे शनों से स्वाूस्य्ग   को किसी प्रकार की हानि होने का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है फिर भी मोबाइल टावर से ईएमएफ उत्सार्जन और उनके अनुपालन के स्तिर के बारे में नागरिकों को शिक्षित करने की जरूरत महसूस की गई। मोबाइल टावर उत्सेर्जन के मुद्दे पर फैली गलतफहमी को दूर करने के लिए दूरसंचार विभाग ने तरंग संचार पोर्टल की शुरूआत की है। इस पोर्टल से ईएमएफ अनुपालन प्रक्रिया की प्रभाविकता के बारे में जन-साधारण के बीच विश्वापस पैदा होगा।

श्री जी के उपाध्याधय, सदस्या (प्रौद्योगिकी), श्री आर के मिश्रा, सदस्य  (सेवाएं), और श्रीमती अनुराधा मित्रा सदस्य  (वित्त), दूरसंचार आयोग भी इस अवसर पर उपस्थिात थे। 

शुभारंभ समारोह के दौरान तरंग संचार पोर्टल की विशेषताएं प्रदर्शित की गयी। ईएमएफ पोर्टल सार्वजनिक इंटरफ़ेस उपलब्ध  कराने के लिए तैयार किया गया जिसमें किसी भी इलाके के आस-पास के मोबाइल टावर को देखने के लिए एक आसान, मानचित्र आधारित सुविधा दी गयी है। केवल एक बटन के क्लिक द्वारा मोबाइल टावरों की ईएमएफ अनुपालन की स्थिति की जानकारी पाई जा सकती है। किसी टावर साइट की विस्तृंत सूचना उपभोक्ता ओं के अनुरोध पर उनकी ई-मेल पर भेजी जाएगी। 

इसके साथ ही, कोई भी व्यतक्ति ऑनलाइन 4000/- रुपये के शुल्क। का भुगतान करके किसी स्थान पर ईएमएफ उत्सईर्जन के स्तर की जांच के लिए अनुरोध कर सकता है। दूरसंचार विभाग की फील्डि इकाई, दूरसंचार प्रवर्तन, संसाधन एवं निगरानी प्रकोष्ठ (टर्म सेल) परीक्षण करेगी और अनुरोधकर्ता को परीक्षण-रिपोर्ट उपलब्ध  कराएगी। नागरिकों को ईएमएफ और दूरसंचार सेवाओं की कवरेज के बारे में अधिक जागरूक करने के लिए पोर्टल पर ‘EMF overview’ और ‘learn’ खंड हैं, जिनमें विभिन्नग लेख, बुकलेट एवं वीडियो हैं। नागरिक ‘DoT Initiatives’ खंड भी देख सकते हैं जिसमें विभिन्नव लीफलेट, लेखों और अक्स र पूछे जाने वाले प्रश्नों  के बारे में सूचना दी गई है। 

गर्वनमेंट टू सिटीजन (G2C) सेवा के अतिरिक्त , यह पोर्टल गर्वनमेंट टू बिजनेस (G2B) सेवा के संचालन को भी पारदर्शी एवं पर्यावरण अनुकूल बनाने की सुविधा देता है। यह पोर्टल दूरसंचार सेवा प्रदाताओं द्वारा अनुपालन प्रस्तु्तीकरण एवं टर्म सेल द्वारा अभिलेखों के रख-रखाव, प्रतिधारण और पेपरलेस प्रोसेसिंग को संभव बनाता है। तरंग संचार पोर्टल एक अद्वितीय पहल है क्योंकि यह अपनी तरह के विश्वन के सबसे बड़े एवं सबसे जटिल इंटर आपरेटर डाटाबेस (अंतर संचालक डाटाबेस) में से एक है। इसमें देश भर के, सभी प्रौद्योगिकियों (2जी, 3जी, 4जी इत्याकदि) और सभी दूरसंचार सेवा प्रदाताओं (टीएसपी) के 14.5 लाख बेस स्टे(शनों (बीटीएस) का संकलित तकनीकी विवरण है।
_______________________________________________________________________
दूरसंचार विभाग के बारे में
दूरसंचार विभाग, जिसे संक्षिप्त_ रूप से डीओटी कहा जाता है, भारत सरकार की कार्यकारी शाखा के संचार मंत्रालय का भाग है। इसका उद्देश्य_ डिजिटल दूरी को कम करने के लिए, ग्रामीण और दूरस्था क्षेत्रों पर विशेष केद्रण के साथ, निर्वाध कवरेज उपलब्धि कराता हुआ एक मजबूत एवं सुरक्षित अत्याक‍धुनिक दूरसंचार नेटवर्क विकसित करना और उसके द्वारा सामाजिक आर्थिक विकास को आसान बनाना; देश भर में वहनीय और उच्चन गुणवत्तार वाली ब्राडबैंड सेवाओं के प्रसार के माध्य म से सूचित समाज का सृजन करना; नागरिकों के सामाजिक आर्थिक सशक्तिकरण के साधन के रूप में मोबाइल उपकरण की पुनर्स्थानपना; भारत को दूरसंचार उपकरण निर्माता के रूप में वैश्विक हब बनाना; राष्ट्री य आवश्याकताओं को पूरा करने के लिए नए मानकों के विकास का संवर्धन करना; घरेलू और विेदेशी दोनों निवेशों को आकर्षित करना और नौकरियों के सृजन को बढावा देना है।