मोहाली। 18 जून, 2024 : बीएलवी ब्लास्टर्स के सलामी बल्लेबाज हरनूर पन्नू की 47 गेंदों पर खेली गई 87 रनों की शानदार पारी बेकार गई, क्योंकि वे टीम को जीत नहीं दिला सके। फैंटम्स ने 8 रन की रोमांचक जीत दर्ज की। आईएस बिंद्रा स्टेडियम में पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन (पीसीए) द्वारा आयोजित दूसरे "शेर-ए-पंजाब टी20 कप" के दौरान बीएलवी ब्लास्टर्स को 210 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए रॉयल फैंटम्स से हार का सामना करना पड़ा।
Tuesday 18 June 2024
मुख्यमंत्री ने सात निश्चय-2 के अन्तर्गत सरकारी नौकरी और रोजगार देने के निर्धारित लक्ष्य को मिशन मोड में पूरा करने का दिया निर्देश
NEW DELHI : सुशासन के कार्यक्रम 2020-25 के अन्तर्गत दिनांक- 15.12.2020 से लागू सात निश्चय - 2 के अन्तर्गत मुख्यमंत्री ने 10 लाख सरकारी नौकरी और 10 लाख रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित किया था। अब तक 5 लाख 16 हजार लोगों को सरकारी नौकरी दी जा चुकी है। 1 लाख 99 हजार सरकारी नौकरी से संबंधित नियुक्ति हेतु प्रक्रिया पूर्ण कर ली गयी है। अगले तीन महीने में नियुक्ति पत्र वितरण का लक्ष्य ।
* 2 लाख 11 हजार नई नियुक्ति हेतु अधियाचना विभिन्न आयोगों को भेजी जा चुकी है, जबकि 2 लाख 34 हजार पदों पर नियुक्ति हेतु अधियाचना विभिन्न आयोगों को भेजने हेतु प्रक्रियाधीन है। इस प्रकार कुल 5 लाख 17 हजार सरकारी नौकरी की नियुक्ति हेतु अधियाचना विभिन्न आयोगों को भेजी जा चुकी है या प्रक्रियाधीन है। वर्ष 2024-25 तक नियुक्ति पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित ।
*सात निश्चय - 2 के अन्तर्गत मुख्यमंत्री द्वारा निर्धारित 10 लाख सरकारी नौकरी देने के लक्ष्य के विरूद्ध आगामी वर्ष तक 12 लाख से अधिक लोगों को सरकारी नौकरियां दे दी जायेगी।
*सात निश्चय - 2 के अन्तर्गत 10 लाख निर्धारित रोजगार के लक्ष्य के विरूद्ध अब तक 22 लाख से अधिक रोजगार सृजित, वर्ष 2024-25 में कुल 11 लाख से अधिक रोजगार के अवसर सृजित करने का लक्ष्य ।
*नियुक्ति हेतु आयोजित परीक्षाओं में पूर्ण पारदर्शिता बनी रहे और परीक्षा में किसी प्रकार की अनियमितता और प्रश्न पत्र लीक न हो इसको लेकर एक सख्त कानून बनाने का प्रस्ताव आगामी विधानसभा के सत्र में लाने का मुख्यमंत्री ने दिया निर्देश।
पटना, 17 जून 2024 :- सुशासन के कार्यक्रम 2020-25 के अन्तर्गत दिनांक- 15.12.2020 से लागू सात निश्चय- 2 के अन्तर्गत मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने 10 लाख सरकारी नौकरी और 10 लाख रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित किया था। इस संबंध में मुख्यमंत्री ने उप मुख्यमंत्री, संबंधित विभागों के मंत्रीगण, मुख्य सचिव, संबंधित विभागों के अपर मुख्य सचिव/प्रधान सचिव/ सचिव के साथ बैठक कर आगामी एक वर्ष में लक्ष्य की प्राप्ति हेतु बचे हुये नौकरी एवं रोजगार देने के काम को कार्ययोजना बनाकर मिशन मोड में पूर्ण करने का
निर्देश दिया है। अब तक 5 लाख 16 हजार लोगों को सरकारी नौकरी दी जा चुकी है। इसके अतिरिक्त 1 लाख 99 हजार सरकारी नौकरी से संबंधित नियुक्ति हेतु प्रक्रिया पूर्ण कर ली गयी है। अगले तीन महीने के अंदर नियुक्ति पत्र वितरित करने का लक्ष्य रखा गया है।
नियुक्ति करने वाले विभिन्न आयोगों को 2 लाख 11 हजार नई नियुक्ति हेतु अधियाचना भेजी जा चुकी है। इसके अतिरिक्त अगले एक महीने में 2 लाख 34 हजार रिक्तियों की अधियाचना विभिन्न आयोगों को भेजी जायेगी। साथ ही आगामी वर्ष में नियुक्ति हेतु 72 हजार और रिक्तियां होने का अनुमान है, जिसकी अधियाचना अगले वर्ष भेजी जायेगी।
उल्लेखनीय है कि सात निश्चय- 2 के अन्तर्गत 5 लाख 16 हजार नियुक्तियां की जा चुकी है। इसके अतिरिक्त 1 लाख 99 हजार नियुक्ति पत्र वितरण के लिये तैयार है। साथ ही 5 लाख 17 हजार रिक्तियों के विरूद्ध नियुक्ति प्रक्रियाधीन है यानी (5 लाख 16 हजार + 1 लाख 99 हजार + 5 लाख 17 हजार) कुल 12 लाख से अधिक सरकारी नौकरी देने का लक्ष्य वर्ष 2024-25 तक रखा गया है। इस प्रकार मुख्यमंत्री के सात निश्चय 2 के अन्तर्गत 10 लाख सरकारी नौकरी देने का जो लक्ष्य निर्धारित किया गया था, उसे पार करते हुये वर्ष 2024-25 तक 12 लाख से अधिक लोगों को सरकारी नौकरी दे दी जायेगी।
सात निश्चय - 2 के अन्तर्गत 10 लाख रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया था। अब तक सात निश्चय- 2 के अन्तर्गत 22 लाख से अधिक रोजगार सृजित किये जा चुके हैं और आने वाले एक वर्ष में 11 लाख से अधिक रोजगार के अवसर सृजित किये जायेंगे।
मुख्यमंत्री ने नियुक्ति हेतु आयोजित परीक्षाओं में पूर्ण पारदर्शिता बनी रहे और परीक्षा में किसी प्रकार की अनियमितता और प्रश्न पत्र लीक न हो इसको लेकर एक सख्त कानून बनाने का निर्देश दिया है और कहा है कि इससे संबंधित प्रस्ताव आगामी विधानसभा के सत्र में लाया जाय।
Saturday 15 June 2024
मानव रचना यूनिवर्सिटी- एनएआरएल, इसरो के सहयोग से जीएनएसएस रिसीवर स्थापित करने वाली देश की पहली प्राइवेट यूनिवर्सिटी बनी
● यूनिवर्सिटी में ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (GNSS) रिसीवर और अंतरिक्ष अनुसंधान प्रयोगशाला की स्थापना की गई
● इसरो लैब के सहयोग से राष्ट्रीय वायुमंडलीय अनुसंधान प्रयोगशाला (एनएआरएल) के रिसीवरों की उत्तर-दक्षिण श्रृंखला का हिस्सा है ये पहल
● अतिथि व्याख्यान में इसरो साइंटिस्ट डॉ. निर्विकार दशोरा और श्री हिमांशु एस सेठी ने रखे विचार
फरीदाबाद, 15 जून 2024: मानव रचना यूनिवर्सिटी (एमआरयू) में स्कूल ऑफ साइंसेज के विज्ञान विभाग की ओर से शुक्रवार को “ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (GNSS) रिसीवर” की स्थापना की गई। ये प्रयोगशाला राष्ट्रीय वायुमंडलीय अनुसंधान प्रयोगशाला (एनएआरएल)-भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के सहयोग से स्थापित की गई है। इस दौरान एक गेस्ट लेक्चर का आयोजन भी हुआ, जिसका उद्देश्य वायुमंडलीय और अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में अनुसंधान करने के लिए संकाय को प्रोत्साहित करना है।
एमआरयू जीएनएसएस रिसीवर की स्थापना करने वाला देश का पहला निजी शिक्षण संस्थान है, ऐसे में ये पहल अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में एमआरयू की अनुसंधान क्षमताओं में बेहतरी को दर्शाती है। गेस्ट लेक्चर में में वैज्ञानिकों की एक प्रतिष्ठित टीम शामिल हुई, जिनमें डॉ. निर्विकार दशोरा (साइंटिस्ट/इंजीनियर-एसएफ, विभागाध्यक्ष आयनोस्फेयर एंड स्पेस फिजिक्स ग्रुप, एनएआरएल, गडांकी, एपी, अंतरिक्ष विभाग, भारत सरकार) और श्री हिमांशु एस सेठी (साइंटिस्ट/इंजीनियर-एसई, एनएआरएल-इसरो) शामिल रहे।
एमआरयू में जीएनएसएस रिसीवर की स्थापना इसरो के सहयोग से एनएआरएल के रिसीवरों की उत्तर-दक्षिण श्रृंखला का हिस्सा है। यह रणनीतिक साझेदारी वायुमंडलीय और आयनमंडलीय अनुसंधान को आगे बढ़ाने के लिए एमआरयू की प्रतिबद्धता को स्पष्ट करती है, जिसमें जीएनएसएस रिसीवर नेटवर्क के माध्यम से मौसम, जलवायु, अंतरिक्ष मौसम और ग्रहों के आयनमंडल पर महत्वपूर्ण अध्ययन शामिल हैं। यह सहयोगात्मक प्रयास न केवल मानव रचना के अनुसंधान बुनियादी ढांचे को मजबूत करता है, बल्कि इसे वायुमंडलीय और अंतरिक्ष अनुसंधान में अग्रणी बनाने में सहायक होगा ।
कार्यक्रम के दौरान, डॉ. निर्विकार दशोरा ने वास्तविक जीवन के क्षेत्रों में जीएनएसएस के विभिन्न अनुप्रयोगों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने आयनमंडल के मूल सिद्धांतों और विभिन्न वायुमंडलीय घटनाओं में इसकी भूमिका के बारे में विस्तार से बताया। प्रेजेंटेशन के ज़रिए उन्होंने अपने शोध के महत्व, उपयोग की जाने वाली पद्धतियों, अनुप्रयोगों और मुख्य विशेषताओं को भी प्रदर्शित किया। साथ ही उन्होंने जीपीएस सिस्टम से संबंधित चुनौतियों के बारे में भी जानकारी दी। इसके बाद प्रश्नोत्तर सत्र में उन्होंने सभी सवालों के जवाब भी दिए।
ये होगा लाभ
एमआरयू में जीएनएसएस रिसीवर की स्थापना ने राष्ट्रीय और वैश्विक शैक्षणिक समुदायों में विश्वविद्यालय की स्थिति मजबूत की है। इससे विभिन्न वायुमंडलीय और अंतरिक्ष मापदंडों में बहु-पैरामीट्रिक डेटा संग्रह से वायुमंडलीय विज्ञान और संबंधित क्षेत्रों में अनुसंधान की क्षमताएं बढ़ेंगी| साथ ही रिसीवरों की एनएआरएल उत्तर-दक्षिण श्रृंखला का हिस्सा होने के नाते, एमआरयू अनुसंधान संस्थानों के व्यापक नेटवर्क से जुड़ेगा और राष्ट्रीय व वैश्विक स्तर पर सहयोग के अवसर बढ़ेंगे। विज्ञान, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग (ईसीई) और कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग (सीएसई) विभागों में छात्रों के विभिन्न परियोजनाओं में सीखने के अवसर बढ़ेंगे। साथ ही छात्रों को अत्याधुनिक तकनीक और वास्तविक समय के डेटा विश्लेषण के साथ व्यावहारिक अनुभव प्राप्त होगा।
प्रो. (डॉ.) दीपेंद्र कुमार झा, कुलपति, एमआरयू ने कहा कि "एनएआरएल और इसरो के सहयोग से जीएनएसएस रिसीवर की स्थापना हमारी एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। परिसर में स्थापित अंतरिक्ष अनुसंधान प्रयोगशाला संस्थान की, वायुमंडलीय और अंतरिक्ष अनुसंधान प्रगति में अग्रणी होने के प्रति प्रतिबद्धता को स्पष्ट करती है।"
डॉ. मीना कपाही, डीन, स्कूल ऑफ साइंसेज, एमआरयू ने कहा, "यह मानव रचना यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ साइंसेज के लिए बड़ी उपलब्धि है। यह अत्याधुनिक पहल वायुमंडलीय और अंतरिक्ष विज्ञान में हमारी शोध क्षमताओं को बढ़ाती है और हमारे छात्रों को अत्याधुनिक तकनीक से जुड़ने के बेहतर अवसर प्रदान करती है।"
इस दौरान प्रो. (डॉ.) मीना कपाही, डीन स्कूल ऑफ साइंसेज; प्रो. डॉ. डी. के. शर्मा, डीन एग्जामिनेशन; डॉ. संदीप कुमार, हैड, स्कूल ऑफ साइंसेज; डॉ. अर्पित संड, प्रोग्राम हेड केमिस्ट्री; डॉ. अपर्णा व्यास, प्रोग्राम हेड मैथमेटिक्स सहित और साइंस एंड इंजीनियरिंग सहित विभिन्न विषयों के संकाय सदस्य मौजूद रहे।
एनएआरएल और इसरो के साथ इस स्थापना क समस्त कार्यक्रम को प्रोफ डॉ डी के शर्मा के समन्वय में डॉ अनन्ना बर्धन, डॉ अंशुमान सहाय और दीप्ति मैखुरी के सहयोग से संपन्न हुआ |
Trident Stallions march ahead with win
Mohali.Showing off their mettle, Trident Stallions recorded a fine 42-run win over Intersoft Titans in a one-sided match played on Saturday. Batting first, Stallions posted 154/6 in 20 overs with Salil Arora scoring an unbeaten 40-ball 60 runs to take his team past the 150-run mark. Earlier, one down batter Abhay Chaudhary scored 22-ball 23 to prop his team. For Titans, Tejpreet Singh scalped two dismissals.
मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन फरीदाबाद के प्रतिनिधिमण्डल ने केंद्रीय राज्यमंत्री को बधाई दी : रमणीक प्रभाकर
फरीदाबाद l लगातार तीसरी बार जीत और केंद्र में मंत्री बनाये जाने पर फरीदाबाद से सांसद कृष्णपाल गुर्जर को केंद्रीय सहकारिता राज्यमंत्री बनाया गया है। मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन फरीदाबाद के उद्यमियों का प्रतिनिधिमण्डल केंद्रीय राज्यमंत्री श्री कृष्णपाल गुर्जर से मिलने सेक्टर 28 स्थित उनके कार्यालय पहुंचा और उन्हें सफलता की बधाई दी.
Tuesday 11 June 2024
मनोहर लाल ने आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय के मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला
श्री मनोहर लाल ने स्वच्छ और हरित शहरों को सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण कार्य को आगे बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया तथा सभी शहरों को 'कचरा मुक्त' बनाने के लिए मिशन के तहत अपशिष्ट को धन में परिवर्तित करने के स्वच्छ भारत मिशन के तहत किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।
शहरों को जल सुरक्षित बनाने तथा 4,900 शहरी स्थानीय निकायों में जलापूर्ति की सर्वव्यापक कवरेज सुनिश्चित करने और 500 अमृत शहरों में सीवरेज एवं सेप्टेज प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए अमृत मिशन के उद्देश्यों की सराहना करते हुए उन्होंने अमृत परियोजनाओं में जन भागीदारी सुनिश्चित करने पर नए सिरे से ध्यान केंद्रित करने का आह्वान किया।
शहरों में यात्रा को सुविधाजनक बनाने में मेट्रो रेल के महत्व पर प्रकाश डालते हुए मंत्री ने कहा कि सभी मेट्रो परियोजनाओं को समय पर पूरा करने के लिए मंत्रालय के प्रयास दोगुने किए जाएंगे, क्योंकि मेट्रो परिवहन का पसंदीदा साधन बन गया है, जो समाज के सभी वर्गों के लिए सुविधाजनक और सुरक्षित है।
इसके अलावा, मंत्री ने कहा कि स्मार्ट सिटी मिशन के तहत पूरी की गई परियोजनाओं ने देश में शहरी नियोजन और शासन में नए मानक स्थापित किए हैं। इन शहरों में बेहतर शहरी प्रबंधन के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग बढ़ा है और 100 शहरों में से प्रत्येक में अपराध ट्रैकिंग, नागरिकों की सुरक्षा, परिवहन प्रबंधन, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, जल आपूर्ति, आपदा प्रबंधन आदि जैसे शहरी सेवाओं के विविध क्षेत्रों में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
श्री मनोहर लाल ने देश के सभी हिस्सों में शहरी गरीबों तक पीएम स्वनिधि और डीएवाई-एनयूएलएम मिशनों के लाभ की पहुंच को और बढ़ाने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला, ताकि शहरी गरीबी के विभिन्न आयामों का समाधान किया जा सके और उनकी आय और आजीविका के स्रोत में सुधार किया जा सके।
सिर पर छत होने के महत्व के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि पीएमएवाई लाखों लोगों के जीवनभर के सपने को पूरा करने की दिशा में काम कर रहा है और इसलिए पीएमएवाई (शहरी) के तहत एक करोड़ और घर बनाने की प्रधानमंत्री की घोषणा मंत्रालय की प्रमुख प्राथमिकता होगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि सभी आवास परियोजनाओं को समय पर पूरा करने के लिए समय-समय पर प्रभावी राज्य स्तरीय समीक्षा भी की जाएगी।
प्रदर्शन की समीक्षा के बाद, उन्होंने देश में सतत शहरी विकास के लिए रणनीतिक और व्यापक कार्ययोजना पर आशा व्यक्त की और समावेशी एवं विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए विकास एजेंडे को नई गति के साथ आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।
राजनाथ सिंह लगातार दूसरी बार रक्षा मंत्री होंगे
नई दिल्ली : 2019 से 2024 तक के सफल कार्यकाल के बाद, प्रधानमंत्री की सलाह पर राष्ट्रपति द्वारा श्री राजनाथ सिंह को लगातार दूसरी बार रक्षा मंत्रालय का कार्यभार सौंपा गया है। उत्तर प्रदेश के लखनऊ से सांसद श्री राजनाथ सिंह ने 01 जून, 2019 को पहली बार रक्षा मंत्रालय का कार्यभार संभाला था।
श्री राजनाथ सिंह का जन्म 10 जुलाई 1951 को उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में हुआ था। उन्होंने गोरखपुर विश्वविद्यालय से भौतिकी में स्नातकोत्तर किया। वे पेशे से शिक्षक रहे हैं। वे 1977-1980 और 2001-2003 तक उत्तर प्रदेश विधान सभा के सदस्य रहे। वे 1991-1992 में उत्तर प्रदेश सरकार में शिक्षा मंत्री रहे। 1999 से 2000 तक वे केंद्रीय मंत्रिमंडल में भूतल परिवहन मंत्री रहे।
बाद में 2000-2002 तक वे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। 2003 में, उन्होंने केंद्रीय मंत्रिमंडल में कृषि मंत्री के रूप में अपनी सेवा दी। वे 1994-1999 और 2003-2008 तक दो बार राज्यसभा के लिए चुने गए। 2009 में वे 15वीं लोकसभा के लिए चुने गए। उन्होंने 07 अक्टूबर, 2009 को आचार समिति के सदस्य के रूप में भी कार्य किया। श्री राजनाथ सिंह को 27 मई, 2014 को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में गृह मंत्री के रूप में केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। उनका विवाह श्रीमती सावित्री सिंह से हुआ है और उनके दो बेटे हैं।
झारखंड के रांची से सांसद श्री संजय सेठ को रक्षा मंत्रालय में राज्य मंत्री का पदभार दिया गया है। श्री संजय सेठ 2019 में पहली बार रांची से सांसद बने और वे सूचना प्रौद्योगिकी संबंधी स्थायी समिति के सदस्य रहे हैं। 2024 में भी वे रांची से ही लोकसभा के लिए चुने गए।
बीएलवी ब्लास्टर्स की दूसरी जीत और टाइटंस सात विकेट से हारे
मोहाली। 11 जून, 2024 : शेर-ए-पंजाब टी20 कप में मंगलवार को खेले गए दूसरे मैच में बीएलवी ब्लास्टर्स को लगातार दूसरी जीत मिली और उन्होंने लो-स्कोरिंग मैच में इंटरसॉफ्ट टाइटंस को 7 गेंद शेष रहते हुए 7 विकेट से मात दी। इंटरसॉफ्ट टाइटंस के बनाए 156/9 रन के जवाब में बीएलवी ब्लास्टर्स ने 158/3 रन बनाकर जीत दर्ज की।
Monday 10 June 2024
शेर-ए-पंजाब टी20 कप का शानदार आगाज, गुरदास मान के सुरों ने जमाया रंग
-पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन के दूसरे टी20 टूर्नामेंट की रंगारंग शुरुआत, पहली जीत इंटरसॉफ्ट टाइटंस के नाम रही
मोहाली। 10 जून, 2024 : पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन(पीसीए) के शेर-ए-पंजाब टी20 कप सीजन-2 की शुरुआत मोहाली के आईएस बिंद्रा स्टेडियम में हो गई। आक्रामक शॉट्स और दिग्गज गायक के सुरों के मेल ने इसमें चार चांद लगा दिए। कप की पहली जीत इंटरसॉफ्ट टाइटंस के नाम रही, जिन्होंने जेके सुपर स्ट्राइकर्स को 6 विकेट से हराया। वहीं, शाम को पंजाब की शान और दिग्गज गायक गुरदास मान ने सभी के सामने अपनी प्रस्तुती दी। पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन(पीसीए) की पूरी मैनेजमेंट इस मौके पर मौजूद रही।
पीसीए
मोहाली में गुरदास मान
ने "छल्ला' गाकर शुरुआत की
और मैदान पर आए फैंस
के साथ खिलाड़ी भी
झूमने को मजबूर हो
गए। मान लगातार आधे
घंटे तक गाने गाते
रहे और दर्शक झूमते
रहे। उन्होंने पीसीए के शेर-ए-पंजाब टी20 कप की
भी तारीफ की। मान ने
कहा कि ये कप
पंजाबियों का है और
हमने हमेशा इसका मान बनाए
रखना है। इससे सभी
को आगे आने का
मौका मिलता है और पीसीए
की ये एक शानदार
पहल है।
इससे
पहले खेले गए मैच
में जीत इंटरसॉफ्ट टाइटंस
के नाम रही। उन्होंने
पिछली बार की उप-विजेता टीम जेके सुपर
स्ट्राइकर्स को 8 गेंद शेष
रहते 6 विकेट से हराया। मैच
में इंटरसॉफ्ट टाइटंस ने टॉस जीतकर
पहले गेंदबाजी का फैसला करते
हुए जेके सुपर स्ट्राइकर्स
को बल्लेबाजी का न्यौता दिया।
जेके
सुपर स्ट्राइकर्स के लिए ओपनर्स
ने 50 रन जोड़कर अच्छी
शुरुआत की और कार्तिक
शर्मा 22 रन बनाकर लौट
गए। शिवेन रखेजा ने 46 रन की संभली
हुई पारी खेली और
बाद में शहबाज ने
24 गेंद पर 33 रन बनाकर स्कोर
20 ओवर में 163/9 तक पहुंचाया। ईमानजोत
सिंह चहल ने 3 विकेट
चटकाए, जबकि कृष भगत
को 2 सफलताएं मिली। सिद्धार्थ कौल, हरजस सिंह,
लवदीप सिंह और तेजप्रीत
सिंह को 1-1 विकेट मिला।
लक्ष्य
का पीछा करने के
लिए उतरी इंटरसॉफ्ट टाइटंस
को टॉप-3 बल्लेबाजों ने जीत के
करीब पहुंचा दिया। मृदुल संदल ने 35 रन
बनाए और कप्तान विश्वनाथ
प्रताप सिंह ने 26 रन
का योगदान दिया। जश्नप्रीत सिंह ने 32 गेंद
पर 42 रन बनाए। पुखराज
मान ने निर्णायक पारी
खेली और 24 गेंद पर 2 चौकों
व 4 छक्कों की मदद से
नाबाद 45 रन बनाकर जीत
पक्की कर दी। गीतांश
खेड़ा ने 14 रन बनाए और
टीम ने 18.4 ओवर में हासिल
कर लिया। साहिल खान ने 2 विकेट
लिए। वशीष मेहरा और
मयंक मार्कंडेय ने 1-1 बल्लेबाज को चलता किया।
Thursday 6 June 2024
मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल के मेधावी छात्रों ने नीट (NEET) 2024 के नतीजों में शैक्षणिक उत्कृष्टता का प्रदर्शन किया
- कृष्णांश एबट ने 99.8 पर्सेंटाइल हासिल की, 691/720 स्कोर के साथ ऑल इंडिया 4207 रैंक पाई
- पीयूष मिश्रा को मिली 99.6 पर्सेंटाइल , 682/720 स्कोर के साथ ऑल इंडिया रैंक 7828 रही
- किसना भड़ाना, प्रीतिका हलधर और हर्षिता मागू ने 99.168, 98.45 और 95.6 पर्सेंटाइल हासिल किए
फरीदाबाद। 6 जून, 2024 : मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल (एमआरआईएस) के होनहार छात्रों ने सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में शानदार परिणाम के बाद, नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट ( NEET)-यूजी 2024 के नतीजों में उल्लेखनीय प्रतिभा का प्रदर्शन किया है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने नीट का परिणाम जारी कर दिया है, जिसमें एमआरआईएस की सभी शाखाओं से छात्रों ने बेहतरीन परिणाम लाकर नाम रोशन किया है।
एमआरआईएस, चार्मवुड से कृष्णांश एबट ने 99.8 पर्सेंटाइल लाकर उत्कृष्ट प्रदर्शन दिखाया है। छात्र ने 691/720 स्कोर के साथ ऑल इंडिया 4207 रैंक हासिल की है। इसके साथ ही एमआरआईएस, नोएडा के प्रतिभाशाली छात्र पीयूष मिश्रा, ने 99.6 पर्सेंटाइल हासिल की, 682/720 स्कोर के साथ उन्हें ऑल इंडिया 7828 रैंक मिली है। वहीं, एमआरआईएस, सेक्टर 46 गुरुग्राम के किसना भड़ाना ने 99.168 पर्सेंटाइल लाकर 663/720 स्कोर हासिल किया है।
उच्च स्कोर हासिल करने वालों में एमआरआईएस, नोएडा की प्रीतिका हलधर और एमआरआईएस, लुधियाना की हर्षिता मागू भी शामिल हैं, जिन्होंने 98.45 और 95.6 पर्सेंटाइल पाई है।
इन सभी मेधावी छात्रों का असाधारण प्रदर्शन समग्र विकास व प्रतिभा को पोषित करने व शैक्षणिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए स्कूल की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। छात्र और उनके परिवार इस परिणाम से बेहद खुश हैं, वहीं स्कूलों ने छात्रों की उपलब्धि पर गर्व जताया है।
डॉ. अमित भल्ला, उपाध्यक्ष, मानव रचना शैक्षणिक संस्थान ने खुशी जताते हुए कहा, "हमारे छात्रों ने बेहतरीन परिणाम के साथ संस्थानों के उत्कृष्टता के मानक को ऊंचा किया है और हम उनकी असाधारण उपलब्धियों की प्रशंसा करते हैं। यह छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों की सामूहिक मेहनत और लगन का परिणाम है, जो इस तरह की सफलता को संभव बनाती है।"
मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल प्रगतिशील युग में शिक्षा और आधुनिक ज्ञान के सही तालमेल के साथ छात्रों का समग्र विकास करते हुए तरक्की का मार्ग प्रशस्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। संस्थान अपनी उन्नत शिक्षण पद्धति और समेकित पाठ्यक्रम के माध्यम से, शिक्षार्थियों को उनकी प्रतिभा का पता लगाने और कौशल निखारने का मंच प्रदान करने के लिए कार्यरत हैं।
Tuesday 4 June 2024
फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी कृष्णपाल गुर्जर की हैट्रिक व् 1,72,914 वोटो से जीते
सेक्टर-14 स्थित डीएवी स्कूल के सभागार में विजेता उम्मीदवार को जीत का प्रमाण पत्र भेंट किया गया*
फरीदाबाद, 04 जून। जिला निर्वाचन अधिकारी विक्रम सिंह ने लोकसभा के आम चुनावों की मतगणना संपन्न होने उपरांत फरीदाबाद लोकसभा सीट पर जीत दर्ज करने वाले कृष्णपाल गुर्जर को जीत का प्रमाण पत्र सौंपते हुए बधाई दी। निर्वाचन आयोग के ई-डैशबोर्ड से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार फरीदाबाद लोकसभा सीट जीतने वाले कृष्णपाल गुर्जर को करीब 788569 मत मिले, जबकि दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेसी प्रत्याशी महेंद्रप्रताप सिंह को 615655 मत मिले।
फरीदाबाद लोकसभा सीट के लिए नियुक्त किये गये जनरल ऑब्जर्वर अक्षय कुमार सिंह की विशेष उपस्थिति में विजेता उम्मीदवार को प्रमाण पत्र भेंट किया गया। इस मौके पर हरियाणा सरकार के कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा भी उपस्थित रहे। जिला निर्वाचन अधिकारी विक्रम सिंह के निर्देशन में मंगलवार की सुबह निर्धारित समय पर मतगणना का कार्य प्रारंभ किया गया। वे स्वयं सेक्टर-14 स्थित डीएवी स्कूल के सभागार में बनाये गये फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र के मतगणना केंद्र में मौजूद रहे। जहां बैलेट पेपर्स की गणना से मतगणना की शुरूआत की गई। यहां 17 राउंड में ईवीएम की मतगणना संपन्न हुई। साथ ही बल्लबगढ़ स्थित सुषमा स्वराज राजकीय महिला महाविद्यालय में बल्लबगढ़ विधानसभा की, सेक्टर-16 स्थित पंजाबी भवन में पृथला की, लखानी धर्मशाला में फरीदाबाद एनआईटी की तथा दौलतराम खान धर्मशाला में बडख़ल की और सेक्टर-16 स्थित गुर्जर भवन में तिगांव विधानसभा क्षेत्र की मतगणना की गई। जबकि पलवल जिला की तीन अन्य विधानसभाओं की मतगणना का कार्य पलवल स्थित बीआर अंबेदकर महाविद्यालय में किया गया।
बेहद शांतिपूर्वक व सुचारू रूप से मतगणना का कार्य पूर्ण किया गया। जिला निर्वाचन अधिकारी विक्रम सिंह ने लोकसभा चुनाव के तहत फरीदाबाद लोकसभा सीट के परिणामों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ई-डैशबोर्ड के अनुसार विजेता उम्मीदवार को 788569 मत मिले। दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस के प्रत्याशी को 615655 मत प्राप्त हुए। इनके साथ ही बहुजन समाज पार्टी प्रत्याशी किशन ठाकुर को 25206 वोट, इंडियन नेशनल लोकदल प्रत्याशी सुनील तेवतिया को 8085 वोट, जननायक जनता पार्टी प्रत्याशी नलिन हुड्डा को 5361 वोट मिले। जनशक्ति दल के स्वतंत्र सिंह चौहान को 2955 वोट, निर्दलीय प्रत्याशी नीरज जाटव को 2108 वोट, आदिम भारतीय पार्टी के हरि शंकर राजवंश को 1584 वोट, निर्दलीय प्रत्याशी अतुल को 1458 वोट, आरक्षण विरोधी पार्टी के पं. सुमित कुमार शर्मा को 1444 वोट, पीपल्स पार्टी ऑफ इंडिया की बृजबाला को 1380 वोट, भारतीय शञ्चित चेतना पार्टी के श्याम सुंदर सिंह को 1247 वोट, राष्ट्रीय विकास पार्टी के महेश प्रताप शर्मा को 1240 वोट, बुलंद भारतीय पार्टी के सत्य देव यादव को 955 वोट, अखिल भारतीय किसान मजदूर पार्टी के रणधीर सिंह अलियास धीरू खटाना को 924 वोट, निर्दलीय प्रत्याशी सुनील कुमार को 889 वोट, राष्ट्र निर्माण पार्टी के भारत भूषण कोली को 808 वोट, किसान मजदूर संघर्ष पार्टी के शिव नारायण बाबा दूबे को 771 वोट, सम्राट मिहिर भोज समाज पार्टी के ज्ञानचंद बैंसला को 756 वोट, निर्दलीय प्रत्याशी राजेश गौतम को 663 वोट, निर्दलीय प्रत्याशी स्वामी राजेंद्र देव को 663 वोट, निर्दलीय प्रत्याशी लेखराम दबंग को 615 वोट तथा निर्दलीय प्रत्याशी गिरराज को 614 वोट और लोकतांत्रिक जनशक्ति पार्टी की प्रत्याशी शकिला हुसैन को 551 वोट प्राप्त हुए। इसके अलावा 6821 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया।
Friday 31 May 2024
भारत ने 46वीं अंटार्कटिक संधि परामर्श बैठक (एटीसीएम-46) और 26वीं पर्यावरण संरक्षण समिति (सीईपी-26) की सफलतापूर्वक मेजबानी की
नई दिल्ली : भारत ने 20 मई से 30 मई, 2024 तक केरल के कोच्चि में 46वीं अंटार्कटिक संधि परामर्श बैठक (एटीसीएम-46) और 26वीं पर्यावरण संरक्षण समिति (सीईपी-26) की सफलतापूर्वक मेजबानी की।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री श्री किरेन रिजिजू ने अंटार्कटिक अनुसंधान स्टेशन, मैत्री-II स्थापित करने की भारत की योजना की घोषणा की।
एटीसीएम-46 का आयोजन वसुधैव कुटुम्बकम अर्थात् एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य - की विस्तृत थीम के साथ किया गया था। यह अंटार्कटिक संधि प्रणाली के साथ गहराई से प्रतिध्वनित होता है, जो शांति, वैज्ञानिक सहयोग और मानव जाति के लिए अंटार्कटिका के संरक्षण को प्रोत्साहित करता है। एटीसीएम-46 का उद्घाटन पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री माननीय श्री किरेन रिजिजू, राजदूत पवन कपूर, सचिव (पश्चिम), विदेश मंत्रालय, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के पूर्व सचिव और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस स्टडीज, बेंगलुरु के निदेशक डॉ शैलेश नायक ने किया। राष्ट्रीय सुरक्षा बोर्ड के पूर्व उप सलाहकार राजदूत पंकज सरन को 46वें एटीसीएम का अध्यक्ष चुना गया। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय में वैज्ञानिक जी-सलाहकार डॉ विजय कुमार मेजबान देश सचिवालय के प्रमुख थे।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव और भारतीय प्रतिनिधिमंडल (मेजबान देश) के प्रमुख डॉ. एम. रविचंद्रन ने बताया कि भारत शीघ्र ही मैत्री-II की स्थापना के लिए व्यापक पर्यावरणीय मूल्यांकन प्रस्तुत करेगा। उन्होंने कहा, "भारत में 46वें एटीसीएम और 26वें सीईपी की सफल मेजबानी अंटार्कटिका के अनूठी ईको सिस्टम की रक्षा करने और वैश्विक पर्यावरणीय स्थिरता को प्रोत्साहित करने हमारे सामूहिक संकल्प को रेखांकित करती है। हम यह संवाद, सहयोग और ठोस कार्रवाई के माध्यम से सुनिश्चित कर सकते हैं कि अंटार्कटिका आने वाली पीढ़ियों के लिए शांति, विज्ञान और पर्यावरण संरक्षण का प्रतीक बना रहे।"
एटीसीएम-46 और सीईपी-26 का आयोजन भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय द्वारा गोवा के राष्ट्रीय ध्रुवीय और महासागर अनुसंधान केंद्र (एनसीपीओआर) के माध्यम से अर्जेंटीना स्थित अंटार्कटिक संधि सचिवालय के सहयोग से किया गया। इस कार्यक्रम में पक्षों द्वारा अंटार्कटिक संधि (1959) और अंटार्कटिक संधि के लिए पर्यावरण संरक्षण पर प्रोटोकॉल (मैड्रिड प्रोटोकॉल, 1991) की फिर से पुष्टि की गई। एटीसीएम और सीईपी अंटार्कटिक मामलों के लिए महत्वपूर्ण वैश्विक मंच का आयोजन वार्षिक रूप से किया जाता है, जो पृथ्वी के सबसे प्राचीन और नाजुक ईको सिस्टम को संरक्षित करने की दिशा में सामूहिक और ठोस संवाद और कार्रवाई निर्धारित करते हैं। एक अतिरिक्त कार्य समूह ने इस वर्ष दक्षिणी श्वेत महाद्वीप के लिए पर्यटन ढांचे के विकास पर चर्चा की।
20 से 24 मई, 2024 तक आयोजित सीईपी-26 ने अनेक विषयों पर चर्चा की और अंटार्कटिका में पर्यावरण प्रोटोकॉल के कार्यान्वयन में योगदान दिया। समिति ने समुद्री बर्फ परिवर्तन के प्रबंधन निहितार्थों पर भविष्य के कार्य को प्राथमिकता देने, प्रमुख गतिविधियों के पर्यावरणीय प्रभाव आकलन को बढ़ाने, सम्राट पेंगुइन की रक्षा करने और अंटार्कटिका में पर्यावरण निगरानी के लिए एक अंतरराष्ट्रीय ढांचा विकसित करने पर सहमति व्यक्त की। सीईपी के परामर्श के बाद पक्षों ने एएसपीए (अंटार्कटिक विशेष रूप से संरक्षित क्षेत्रों) के लिए 17 संशोधित और नई प्रबंधन योजनाओं को अपनाया और ऐतिहासिक और स्मारक स्थलों की सूची में कई संशोधन और परिवर्धन किए। एटीसीएम ने अक्षय ऊर्जा के उपयोग को बढ़ाने तथा अत्यधिक रोगजनक एवियन इन्फ्लूएंजा के जोखिमों को कम करने के लिए जैव सुरक्षा उपायों को मजबूती से लागू करने के काम को सुनिश्चित करने के प्रयासों को भी प्रोत्साहित किया।
एटीसीएम-46 और सीईपी-26 के अवसर पर एनसीपीओआर (एमओईएस) ने कई अन्य कार्यक्रम आयोजित किए। इसने 20 मई, 2024 को कोरियाई ध्रुवीय अनुसंधान संस्थान और ध्रुवीय सहयोग अनुसंधान केंद्र, कोबे विश्वविद्यालय के साथ मिलकर 'बदलते अंटार्कटिका और आगे की चुनौतियां' शीर्षक से एक संगोष्ठी का आयोजन किया, जिसमें 'अंटार्कटिका गवर्नेंस में चुनौतियां' और 'अंटार्कटिका भविष्य के लिए साझा जिम्मेदारियां और प्रतिबद्धताएं' विषय पर दो पैनल चर्चाएं शामिल थीं।
भारतीय डाक के सहयोग से एटीसीएम-46 लोगो के साथ कस्टमाइज्ड माईस्टैम्प जारी किया गया।
स्कूली विद्यार्थियों द्वारा डिज़ाइन किया गया प्रजाति-समृद्ध अंटार्कटिका को दर्शाता एक भित्ति चित्र
स्कूली बच्चों द्वारा डिजाइन की गई 'प्रजातियों से समृद्ध अंटार्कटिका' थीम वाली एक भित्तिचित्र का अनावरण जर्मनी, एएसओसी और उसके सहयोगियों के सहयोग से किया गया, जिसका उद्देश्य युवा मन में अंटार्कटिका के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। कोच्चि, केरल के कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए एक आउटरीच प्रयास के रूप में 'अंटार्कटिक तालमेल: कूटनीति के माध्यम से वैज्ञानिक प्रगति को बढ़ावा देना, अनुसंधान के माध्यम से सहयोग को बढ़ावा देना' पर एक पैनल चर्चा आयोजित की गई थी। एनसीपीओआर के निदेशक डॉ. थंबन मेलोथ ने कोच्चि में उच्च स्तरीय अंटार्कटिक बैठकों की सफलतापूर्वक मेजबानी करने के लिए अपनी टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा, "अंटार्कटिका मामलों में हमारी सक्रिय और रणनीतिक भागीदारी भारत की ध्रुवीय कार्यक्रम और मेजबान के रूप में इसकी भूमिका वैश्विक साझेदारी को बढ़ावा देने और वैश्विक मंच पर पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य को आगे बढ़ाने में हमारे समर्पण को दर्शाती है।"
पक्षों ने अनेक महत्वपूर्ण अंटार्कटिक विषयों पर भी चर्चा की, जिसमें दायित्व, जैविक संभावना, सूचना का आदान-प्रदान, शिक्षा और जागरूकता, एक बहु-वर्षीय रणनीतिक कार्य योजना, सुरक्षा, निरीक्षण, विज्ञान, भविष्य की विज्ञान चुनौतियां, वैज्ञानिक सहयोग, जलवायु परिवर्तन निहितार्थ और पर्यटन प्रबंधन आदि शामिल हैं। एक महत्वपूर्ण परिणाम अंटार्कटिका में पर्यटन और गैर-सरकारी गतिविधियों को विनियमित करने के लिए एक महत्वाकांक्षी, व्यापक, लचीला और गतिशील ढांचा विकसित करने के निर्णय को अपनाना था। पक्षों ने कनाडा और बेलारूस से परामर्श स्थिति अनुरोधों पर भी चर्चा की, लेकिन कोई आम सहमति नहीं बन पाई।
कोच्चि, केरल में एटीसीएम-46 और सीईपी-26 की झलकियां
भारत ने अंटार्कटिक मामलों पर वैश्विक बैठक में 56 देशों के 400 से अधिक प्रतिनिधियों की मेजबानी की, जिसमें विज्ञान, नीति, गवर्नेंस, लॉजिस्ट्रिक्स, संचालन, पर्यावरण प्रबंधन आदि सहित अंटार्कटिका के विभिन्न मामलों पर चर्चा करने के लिए राजनयिकों, वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों को एक साथ लाया गया। ये बैठकें आभासी दर्शकों के साथ व्यक्तिगत उपस्थिति की थीं।