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Friday 24 November 2023

अरूणाभा वेलफेयर सोसाइटी द्वारा उपवन सेक्टर 21 बी में उषा काव्य गोष्ठी का आयोजन

अरूणाभा वेलफेयर सोसाइटी द्वारा उपवन सेक्टर 21 बी में उषा काव्य गोष्ठी का आयोजन

 

फरीदाबाद, 24 नवम्बर। अरूणाभा वेलफेयर सोसाइटी द्वारा उपवन सेक्टर 21 बी में उषा काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय काव्य गोष्ठी में 25 स्थापित एवं उदीयमान रचनाकारों को साहित्य रत्न सम्मान से विभूषित किया गया। इस कार्यक्रम में डॉक्टर प्रीता पंवार को अरुणाभा वेलफेयर सोसाइटी की आजीवन संरक्षिका और बिजेंद्र शर्मा को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि डॉक्टर वेद प्रकाश व्यथित ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। उनके साथ विशिष्ट अतिथि श्रीमती सुनीता शारदा और श्रीमती मधु मिश्रा भी उपस्थित रही। वेलफेयर की संस्थापिका एवं राष्ट्रीय अध्यक्षा प्रणीता प्रभात ने सरस्वती वंदना और वंदे मातरम गाकर कार्यक्रम की शुरुआत की। अपने रोचक मंच संचालन से विमल फरीदाबाद ने उपस्थित सभी लोगों का दिल जीत लिया। इस काव्य गोष्ठी में उपस्थित अनेक प्रदेश और शहरों से आए कवियों ने अपनी उत्कृष्ट रचनाओं से श्रोताओं को मंत्र मुक्त कर कार्यक्रम में चार चांद लगा दिया। कवि रवि घायल ने समसामयिक विषय पर अपनी कविता कभी निकिता, कभी श्रद्धा, कभी साक्षी हो जाती हूँ मैं, निर्बल, अकेली हैवानों के बीच रोज उधेड़ी जाती हूं मैं से सबके दिलों को झंझकोर दिया। वहीं डॉक्टर बलराम आर्य, सीमा पर मिटता जवान, सडक़ों पर पीसता किसान, द्वारा किसानों की त्रासदी का वर्णन किया। हरीश कुमार भदोरिया की कविता क्यों देते हो संताप यूं, क्यों रूठे हो आप यूँ  ने लोगों का मन मोह लिया और विद्या चौहान ने अपनी कविता वो बीते दौर की बातें, वो किस्सा याद आता है के द्वारा लोगों को अतीत की याद दिला दी। मधु वशिष्ठ की कविता, कैसी यह सभा है इसमें दुर्योधन के सिवा सभी है मौन द्वारा बताया कि हमें कभी भी गलत बातों पर मौन नहीं रहना चाहिए । सुनीता शारदा की कविता चहक-चहक घर को भरती है....बाबुल की प्यारी है बेटियां, डॉक्टर अंजू दुआ जैमिनी की कविता, रोशन चिरागों को करने का हुनर जानती है लड़कियां, फकत एक मौके की दरकार, कमाना जानती है लड़कियां और पुनीत पांचाल की बेटियों को शस्त्र और शास्त्र का दिलाओ ज्ञान, बेटियों में झांसी वाली रानी जाग जाएगी, कविता द्वारा बेटियों की महत्ता और क्षमता को बताया। वही निर्मला शर्मा की कविता, अगर तुम्हारी क्षमताओं पर वार करें कोई अभिमानी और सताए व्यर्थ तुम्हें और करें वह अपनी मनमानी, तो बन जाओ दुर्गा फिर से नारी तुम स्वाभिमानी ने उपस्थित नारियों में नया जोश भर दिया। डॉक्टर शार्दुल श्रेष्ठ की रचना राम कथा दुखतारणी, देती है आनंद, राम ही वह प्रेरणा, जिससे बनते छंद और कोमल वाणी की कविता सिया की भांति मैं बरसों प्रतीक्षारत रही, लेकिन प्रिय श्री राम के जैसे तुम्हारा आगमन शुभ है में श्रोताओं को राम की महिमा का ज्ञान कराया। रचना गोयल की कविता कहे केशव, हे पार्थ! तुम गांडीव अपना उठा लेना, यह सब तो निर्लज्ज हैं, प्रेम वाणी ये ना जाने से लोगों में जोश भर दिया। शन्नो श्रीवास्तव की कविता होठों पर है सवाल बहुतेरे और कुछ जज्बात भी है, पर खुल नहीं पाते होंठ अब अपने ही बच्चों के सामने, क्योंकि अब बुढ़ापा है हमारा ने जहां आजकल के बुजुर्गों की पीड़ा को दर्शाया वही प्रतिभा चौहान की कविता सूखे पत्तों की ढेर सी तेरी यादें ने अपनों की याद दिला दी।

डॉक्टर सलोनी चावला की कविता वक्त दिखता नहीं लेकिन सब कुछ दिखाता है, होता नहीं महसूस पर महसूस कराता है और माधुरी मिश्रा की कविता जीव की पूजा जरा प्राणी तुम करके देखो और कुछ ना सही अपनी श्रद्धा तो तुम को दे सकता है, से वक्त और जीव की महत्ता को बताया। बृजेश मालवीय योगेश्वर की रचना गर भरोसा खुद पर है तो तूफानों के बीच तुम दीप जला सकते हो, हिम्मत व श्रम के बल पर राई को पहाड़ व पहाड़ को राई बना सकते हो ने श्रोताओं में अपनी मंजिल पाने का जुनून पैदा कर दिया। कार्यके्रम में सबसे छोटे कवि प्रद्युम्न आर्य आकर्षण का केंद्र रहे। परिवार के महत्व को बताने वाली उनकी कविता ने उनके रोचक प्रदर्शन और ओजपूर्ण वाणी के कारण एक अलग ही समां बांध दिया। कार्यक्रम की आयोजक और वेलफेयर की संरक्षिका डॉक्टर प्रीता पंवार ने राष्ट्रीय अध्यक्षा प्रणीता प्रभात की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह समाज के लिए बहुत अच्छा कार्य कर रही है। एकला चलो की तर्ज पर खुद ही वह अपने पथ पर अग्रसर है और समाज की दशा और दिशा बदलने के लिए प्रगतिशील है। उन्होंने उपस्थित सभी लोगों से अपील की कि वह सब आगे आए और वेलफेयर की सदस्यता ग्रहण कर समाज के प्रति अपने दायित्वों का निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि वह आजीवन वेलफेयर द्वारा दिए गए पद का मान रखेंगी और जहां तक संभव होगा वेलफेयर के हित में कार्य करेंगी। वेलफेयर के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विजेंद्र शर्मा ने कहा की किसी भी कार्य को करने के लिए सबसे पहले फंड की जरूरत होती है। तो वह इसके लिए अपना पूरा प्रयास करेंगे। उन्होंने अध्यक्षा प्रणीता प्रभात का आभार व्यक्त किया और कहा कि वह वेलफेयर के उत्थान के लिए हमेशा अग्रसर रहेंगे। संस्थापिका एवं राष्ट्रीय अध्यक्षा प्रणीता प्रभात ने कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों का आभार व्यक्त किया और कहा कि सभी लोग अपना कीमती समय निकालकर कार्यक्रम में उपस्थित हुए और कार्यक्रम को सफल बनाया इसके लिए वह तहे दिल से सबकी आभारी है। उन्होंने कार्यक्रम की सफलता के लिए डॉक्टर प्रीता पंवार, डॉक्टर आर.के.श्रीवास्तव, विजेंद्र शर्मा और विमल फरीदाबादी को बधाई दी और उनको धन्यवाद कहा। उपस्थित लोगों से उन्होंने कहा कि अरुणाभा वेलफेयर सोसाइटी आगे भी ऐसे सुंदर कार्यक्रमों का आयोजन करती रहेंगी।
कांग्रेस में हो रही पंजाबी समुदाय की अनदेखी: राजेश गाबा आर्य

कांग्रेस में हो रही पंजाबी समुदाय की अनदेखी: राजेश गाबा आर्य

 

फरीदाबाद, 24 नवंबर। फरीदाबाद।  लगातार कांग्रेस में हो रही पंजाबी समुदाय की अनदेखी के चलते आज फरीदाबाद में पंजाबी समुदाय से संबंध रखने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ कार्यकर्ता राजेश गाबा आर्य ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा से मांग की है कि वह फरीदाबाद की बडख़ल विधानसभा व फरीदाबाद 89 विधानसभा क्षेत्रों से पंजाबी समुदाय को आगामी विधानसभा चुनावों में हिस्सेदारी देते हुए प्रत्याशी बनाए ताकि आगामी लोकसभा, विधानसभा, पार्षद चुनावों में कांग्रेस अपनी जीत का परचम लहरा सकें।

श्री गाबा ने कहा कि दर्द का अहसास तब से था कि हरियाणा कांग्रेस में चार कार्यकारी अध्यक्ष सम्मानित समाज से बनाए गए थे पर मेरे समाज से किसी भी नेता को कार्यकारी अध्यक्ष नहीं बनाया गया। पंजाबी समाज इंतजार करता रहा कि कब हमारे समाज के सीनियर नेता आवाज उठाएगें लेकिन इस मुद्दे पर किसी भी पंजाबी नेता ने आवाज नहीं उठाई तो मुझ जैसे छोटे कार्यकर्ता को आगे आना पड़ा। बंटवारे से लेकर अब तक पंजाबी समाज को कांग्रेस ने बहुत कुछ दिया है लेकिन पिछले कुछ वर्षों से हमारे समाज की अनदेखी हो रही है।
हम कांग्रेस पार्टी के सच्चे कार्यकर्ता है। सच्चे कार्यकर्ता होने के नाते जो बहुमूल्य वोट कांग्रेस पार्टी का था वो कांग्रेस से दूर हो चुका है उसी कड़ी में हम अपने समाज के रूठे हुए आखिरी छोर के हर उस व्यक्ति को मनायेगें जो पार्टी से नाराज है क्योंकि कांग्रेस ही ऐसी पार्टी है जो हमारे समाज की सच्ची हितैषी रही है हमारे समाज के लिए कांग्रेस पार्टी का बहुत बड़ा योगदान है। फरीदाबाद में चाहे पंजाबी धर्मशाला की बात हो, चाहे दशहरा मैदान की बात हो ये सब कांग्रेस कार्यकाल में ही हमें मिला था। कहने को तो बीजेपी के पंजाबी समाज से मुख्यमंत्री है जिन्होने अपने नाम के पीछे से ही पंजाबी शब्द को ही हटा दिया और 9 साल के कार्यकाल में पंजाबी समाज को कुछ नहीं मिला जो अपने
आप को ठगा सा महसूस करते है। हम इनके झूठ का मुखौटा उतारकर अपने समाज को कांग्रेस काल में हुए विकास का हवाला देकर मनायेंगे, क्योंकि हमें हमारे नेता पूर्व मुख्यमंत्री चौ. भूपेन्द्र सिंह हुड्डा पर पूर्ण विश्वास की वो हमारे इस दर्द जरूर समझेंगें क्योंकि एक अच्छे समाज का निर्माण तभी हो सकता है जब सभी की भागीदारी समान होगी।
हमारे नेता व पूर्व मुख्यमंत्री चौ. भूपेन्द्र सिंह हुड्डा 36 बिरादरी की बात करते है व सर्व धर्म की सोच रखते है उन्होंने अपने कार्यकाल में अपनी इसी दूर दृष्टि से हरियाणा को नम्बर 1 प्रदेश बनाया था। हम अपनी इस पीड़ा को उनके समक्ष व पूर्व मंत्री चौ. करण सिंह दलाल के समक्ष रखेंगें वे हमारे दर्द व पीड़ा को जरूर समझेंगे क्योंकि पूर्व मंत्री करण सिंह ने अपने कार्यकाल में पलवल विधानसभा क्षेत्र में पंजाबियों को बहुत सम्मान दिया था। उनकी जो भागीदारी बनती है वो उनको पूर्व मंत्री के द्वारा दिलवाई गई थी और हमारे पूरे समाज को यह विश्वास है कि वह हमारी भागीदारी को फरीदाबाद में जरूर सुनिश्चित करेगें और इस लड़ाई को जरूर लडेंगे।
इसके बाद सभी पंजाबी समुदाय व कांग्रेस से संबंध रखने वाले कार्यकर्ता पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष उदयभान व पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल को पंजाबी समाज की ओर से ज्ञापन सौंप उन्हें कांग्रेस संगठन व टिकट वितरण में पंजाबी समाज की हिस्सेदारी को सुनिश्चित करने की अपील करेगें।
प्रैस वार्ता में पूर्व पार्षद राजेश भाटिया, कांग्रेस नेता अनीषपाल, कांग्रेस अध्यापक सैल के पूर्व चेयरमैन हरीश ऋषि,  डा. सौरभ शर्मा, संचित कोहली, पंजाबी-खत्री समाज के अध्यक्ष भानुप्रताप खत्री, गुलशन खत्री, विनोद खत्री, सतीश गोसाईं, करूण बहल, सचिन शर्मा, विमल अभी, राजू आहूजा, सोनू सलूजा, दीपक भण्डारी, गौरव अरोड़ा, राकेश धमीजा, ललित आर्य, राजेन्द्र ढल, अमित पाल, विशाल कपूर, शिवा मल्होत्रा, हरीश मेंहदीरत्ता, भरत कपूर, बालकिशन मल्होत्रा, योगराज खत्री, नरेन्द्र खत्री, अशोक गोसाईं, रमेश गोसाईं, अमित गोसाई, राधेश्याम खत्री, नरेन्द्र पांचाल, हरियाणा प्रदेश कांग्रेस ओबीसी सैल के पूर्व चेयरमैन ललित भड़ाना, कांग्रेसी नेता विजय कृष्ण सहित अन्य पंजाबी समाज के सैकड़ों लोग उपस्थित थे।

Wednesday 22 November 2023

 आ गए आईसीसी के नए नियम: बॉलर्स की ओवर डालने में हुई देरी तो पेनल्टी के रूप में टीम के कट जाएंगे 5 रन

आ गए आईसीसी के नए नियम: बॉलर्स की ओवर डालने में हुई देरी तो पेनल्टी के रूप में टीम के कट जाएंगे 5 रन

- ये  नियम वन डे और टी-20 क्रिकेट में होगा लागू


- दूसरे नियम के हिसाब से महिला क्रिकेट में अब मेल प्यूबर्टी नहीं खेल सकेंगे 


नई दिल्ली। देश-दुनिया में जेंटलमैन गेम के लिए मशहूर खेल क्रिकेट में सुधार के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) लगातार प्रयासरत रहता है। आईसीसी की कोशिश रहती है कि क्रिकेट में नए-नए सुधार और प्रयोग होते रहें, जिससे यह खेल और भी रोचक हो। दर्शकों ने भी आईसीसी के नए नियमों को स्वीकार भी किया है। अब आईसीसी ने नए नियमों का ऐलान कर दिया है। 


स्टॉप क्लॉक नियम


आईसीसी ने वनडे और टी20 क्रिकेट में ओवरों के बीच के समय को कम करने के लिए एक नया नियम लागू किया है। इस नियम को आईसीसी ने स्टॉप क्लॉक नियम का नाम दिया है। इस नियम के तहत अगले ओवर को 60 सेकंड के भीतर शुरू करना होगा। यदि गेंदबाज ऐसा करने में विफल रहता है, तो गेंदबाजी टीम पर 5 रन की पेनल्टी लगाई जाएगी। यह नियम दिसंबर 2023 से अप्रैल 2024 तक ट्रायल के रूप में लागू किया जाएगा। यदि यह सफल होता है, तो इसे नियमित रूप से लागू किया जा सकता है।  


लिंग परिवर्तन को लेकर भी नया नियम 


आईसीसी ने महिला क्रिकेट के लिए भी नया नियम जारी किया है। आईसीसी ने उन खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भाग लेने से रोक दिया है जो 'मेल प्यूबर्टी' हासिल कर चुके हैं। मेल प्यूबर्टी का मतलब कि पुरुष किशोरावस्था के दौरान लिंग परिवर्तन करा महिला बन गए। नए नियम के तहत ऐसे खिलाड़ियों को महिला क्रिकेट में प्रवेश नहीं मिलेगा। यह नियम आईसीसी के सभी टूर्नामेंट पर लागू होगा। आईसीसी अधिकारियों के अनुसार यह नया नियम अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट की अंखडता को बनाए रखेगा। 


पिच और ऑउटफील्ड को लेकर भी नियम


अहमदाबाद में हुई आईसीसी की मीटिंग में पिच और आउटफील्ड निगरानी नियमों में बदलाव को भी मंजूरी दे दी है। नए नियम के मुताबिक अब 6 डिमेरिट अंक के बाद ही किसी मैदान (5 साल के भीतर) पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। पुराने नियम के मुताबिक 5 साल के अंदर किसी मैदान को 5 डिमेरिट अंक मिलते हैं तो फिर वह 1 साल तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की मेजबानी से बाहर हो जाता है।

Tuesday 14 November 2023

 छठ पूजा से पहले पूर्वांचल समाज की बहनों को भेजा माँ गंगा स्नान के लिए हरिद्वार - विपुल गोयल पूर्व मंत्री

छठ पूजा से पहले पूर्वांचल समाज की बहनों को भेजा माँ गंगा स्नान के लिए हरिद्वार - विपुल गोयल पूर्व मंत्री

फरीदाबाद : 14 नवम्पूबर l  पूर्व मंत्री विपुल गोयल ने अपने सेक्टर 16 स्थित कार्यालय सागर सिनेमा से कार्तिक माह के पावन अवसर पर फरीदाबाद क्षेत्र के पटेल नगर स्लम एरिया की माताओ ओर बहनो को माँ गंगा स्नान के लिए हरिद्वार तीर्थ यात्रा पर भेजा। विपुल गोयल ने बताया कि छठ पूजा से पहले महिलाएं गंगा जल ग्रहण कर पूजा अर्चना करती है ऐसी परम्परा वर्षो से चली आ रही है तो इसी वजह से छठ पूजा से पहले पूर्वांचल समाज की माताओं ओर बहनों को माँ गंगा स्नान के लिए भेजा गया है।


इससे पहले भी पूर्व मंत्री  विपुल गोयल अब तक हजारों बसे तीर्थ धामों पर अपने क्षेत्र से निशुल्क भेज चुके हैं ओर फरीदाबाद क्षेत्र की जनता को धार्मिक जगहों पर तीर्थ यात्राएं करवाने के लिए अभी भी हरिद्वार, शिरडी साईं धाम, वैष्णो देवी, पटना साहेब आदि जगहों पर निशुल्क भेजा जा रहा है। पूर्व मंत्री विपुल गोयल यह सेवा काफी वर्षो से निशुल्क करवाते आ रहे है जोकि नमो तीर्थ यात्रा के नाम से जानी जाती हैं।

इस बारे जब विपुल गोयल से बातचीत की तो उन्होंने बताया की कार्तिक का पावन महीना शुरु हो गया है ओर इस माह में माँ गंगा स्नान का विशेष महत्व वेदों पुराणों में बताया गया है ओर वह स्वयं चाहते है की उनका क्षेत्र उनका परिवार है ओर इस नाते उनके परिवारिक लोग भी इसका लाभ ले ओर पुण्य के भागीदार बने।

पूर्व मंत्री विपुल गोयल ने बताया कि जाने वाले तीर्थ यात्रियों का रहने, खाने- पीने का पूरा प्रबंध उनकी तरफ से ही रहता है ओर जो भी व्यक्ति तीर्थ स्थानों पर जाना चाहता है वो उनके  कार्यालय मे निशुल्क रजिस्ट्रेशन करवा सकता है। पूर्व मंत्री ने सभी माताओ को भेजते हुए उनकी मंगल यात्रा की कामना की ओर लोगो से क्षेत्र की प्रगति ओर खुशहाली की कामना माँ गंगा से करने के लिए कहा।


इस मोके पर पंडित मुकेश शास्त्री पूर्व चेयरमैन मार्केट कमेटी, नरेश नंबरदार निवर्तमान पार्षद नगर निगम, विजय शर्मा, बाबू खान, पंडित सुरेंद्र बबली, सुभाष भगत, सीमा भारद्वाज, दीपक शाक्य, पार्थ पाराशर, सोनू शर्मा, बंसी लाल, बलराज कुमार, संजय शाह व अन्य काफी लोग उपस्थित थे।

Sunday 29 October 2023

 मानव रचना में दीक्षांत समारोह का आयोजन, 13 सौ से ज़्यादा छात्रों को डिग्रियां और छह मानद उपाधियां दी गई

मानव रचना में दीक्षांत समारोह का आयोजन, 13 सौ से ज़्यादा छात्रों को डिग्रियां और छह मानद उपाधियां दी गई

-भारतीय विज्ञान संस्थान के पूर्व निदेशक पद्म भूषण प्रोफेसर पद्मनाभन बलराम रहे मुख्य अतिथि

-कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों के छह सम्मानित अतिथियों को मानद उपाधियों से किया गया सम्मानित

-एमआरआईआईआरएसएमआरयू और एमआरडीसी के छात्रों के लिए संयुक्त दीक्षांत समारोह आयोजित


 फरीदाबाद, 28 अक्टूबर, 2023: मानव रचना शैक्षणिक संस्थान (एमआरईआई) में शनिवार को दीक्षांत समारोह का आयोजन हुआ। मानव रचना यूनिवर्सिटी (एमआरयू), मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज (एमआरआईआईआरएसऔर मानव रचना डेंटल कॉलेज (एमआरडीसी) के इस संयुक्त दीक्षांत समारोह का शुभारंभ दीप जलाकर किया गया। इस दौरान भारतीय विज्ञान संस्थान के पूर्व निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर पद्मनाभन बलराम बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे। मौके पर एमआरईआई की चीफ पैट्रन श्रीमती सत्या भल्लाअध्यक्ष डॉप्रशांत भल्लाउपाध्यक्ष डॉअमित भल्लाएमआरआईआईआरएस के उपकुलपति डॉसंजय श्रीवास्तवएमआरयू के उपकुलपति डॉआईके भट, महानिदेशक एमआरईआई डॉ. एनसी वाधवा आदि मौजूद रहे।

13 सौ से ज्यादा डिग्रियां दी गई

समारोह के दौरान 13 सौ से ज़्यादा डिग्रियां दी गईइनमें 989 स्नातक300 स्नातकोत्तर व 13 पीएचडी डिग्रियां शामिल हैं। साथ ही 67 मेधावी विद्यार्थियों को पदक देकर सम्मानित किया गया। मानद डिग्री पाने वालों में पूर्व भारतीय मुक्केबाज पद्म विभूषण एमसी मैरी कॉम, भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस यूयू ललित, आश्रम गांधी पुरी के संस्थापक पद्मश्री आगुस इंद्र उदयन, साइकोट्रोपिक्स इंडिया लिमिटेड के संस्थापक श्री नवदीप चावला, सुमन निर्मल मिंडा फाउंडेशन  की चेयरपर्सन श्रीमती सुमन मिंडा और एडीपी प्राइवेट लिमिटेड में सीनियर वाइस प्रेजीडेंट डॉ विपुल सिंह शामिल रहे। इस दौरान डॉसंजय श्रीवास्तव और डॉआईके भट ने विश्वविद्यालयों की वार्षिक रिपोर्ट पेश की।

 

दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए प्रो. पद्मनाभन बलराम ने कहा कि"जिंदगी में असफलता सफलता के मुकाबले ज्यादा मिलती हैलेकिन इससे घबराना नहीं चाहिए। सीखने की प्रक्रिया जिंदगी भर चलती रहनी चाहिए। दीक्षांत समारोह हर छात्रउनके अभिभावकों और संस्थान के लिए एक गौरवशाली पल होता है। युवाओं के इस यादगार पल का साक्षी बनकर खुशी हुई।

 

डॉ. प्रशांत भल्ला ने सभी छात्रों और अभिभावकों को बधाई देते हुए कहा, कि आज का दिन आपके कठिन परिश्रमसमर्पण और त्याग के परिणाम का दिन है। मुझे पूरा विश्वास है कि आप जिस भी क्षेत्र में आगे बढ़ेंगे पूरी नैतिकता के साथ जिम्मेदारी निभाएंगे। आपने जो बेहतर समय यहां बिताया है उन्हें लेकर आगे बढ़ें और एक बेहतर भविष्य के निर्माता बनें।  

 


डॉ. संजय श्रीवास्तव ने कहा कि छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमें आप पर सदैव गर्व रहेगा। मुझे यकीन है कि जब भी आपको हमारी जरूरत होगी हम खुले दिल से आपका स्वागत करेंगे। उन्होंने छात्रों को हमेशा धैर्यपूर्वक सुननेपरिश्रमपूर्वक विचार करनेसही ढंग से समझने और उचित निर्णय लेने का संदेश दिया।

 

डॉ. आईके भट ने संबोधन में कहा कि आज आपने डिग्री हासिल की है इसी तरह आप भविष्य में हर सफलता हासिल करें ये शुभकामनाएं हैं। मानव रचना में आपको जो ज्ञान और कौशल प्राप्त हुआ है वो भविष्य में आपको हर चुनौती का समाधान खोजने में मददगार साबित होगा पूरा भरोसा है।

 

मानद उपाधि लेने वालों ने कहा-

 

एमसी मैरी कॉम- इस समारोह का हिस्सा बनना मेरे लिए बेहद खुशी और गौरव का पल रहा। मैं भाग्यशाली हूं कि मानव रचना ने इस सम्मान के लिए मुझे चुना। संस्थान का दिल से आभार।  

 

जस्टिस यूयू ललित- मैंने अपने जीवन में 40 साल से ज्यादा का समय कानूनी क्षेत्र में बिताया है और पर्याप्त उपलब्धियां पाई हैलेकिन मानव रचना से मिला ये सम्मान मेरे लिए गौरव का विषय है।

 

आगुस इंद्र उदयन- मैं बहुत गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं कि संस्थान ने मुझे इस सम्मान के योग्य समझा। 30 सालों के समर्पण के लिए ये मिला ये पुरस्कार माता-पिता का आशीर्वाद है।

 

नवदीप चावला- मानव रचना ने ये दिन मेरे लिए बेहद खास बनाया इसके लिए दिल की गहराई से धन्यवाद। ये सम्मान मैं दोस्तोंपरिवार और सभी कर्मचारियों को समर्पित करता हूं।

 

श्रीमती सुमन मिंडा- मानव रचना ने इस उपाधि से मुझे सम्मानित किया उसके लिए दिल से धन्यवाद। सभी लोग समाज कल्याण के प्रयास करें तो ये देश निश्चित ही तरक्की करेगा।

 

डॉ. विपुल सिंह-  ये क्षण मेरे लिए बेहद भावुक है और इसके लिए मानव रचना परिवार का दिल से धन्यवाद। ये सम्मान मैं अपने माता-पिता और परिवार को समर्पित करना चाहता हूं।

 

मानव रचना में आयोजित हुए समारोह में सभी छात्र, अभिभावकों, संकाय सदस्यों और कर्मचारियों ने उत्साह और खुशी के साथ शामिल हुए।