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Friday, 17 October 2025

मेट्रो यात्रा के दौरान यात्रियों ने केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल संग ली सेल्फी

मेट्रो यात्रा के दौरान यात्रियों ने केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल संग ली सेल्फी

फरीदाबाद: केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने सरकार के 1 साल पूरा होने पर जन विश्वास जन विकास कार्यक्रम में दिल्ली से मेट्रो में सफर कर फरीदाबाद पहुंचकर समारोह में शिरकत की।

जिलावासियों को दी धनतेरस और दीपावली पर्व की शुभकामनाएं 

हरियाणा सरकार के तीसरे कार्यकाल के एक वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आयोजित  ‘जन विश्वास–जन विकास’ समारोह में केंद्रीय ऊर्जा, आवास एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल ने आज मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना 2.0 के तहत लाभार्थियों को 100 वर्ग गज के प्लॉट आबंटन पत्र वितरित किए। कुल 33 लाभार्थियों को यह लाभ प्रदान किया गया


फरीदाबाद के सावित्री और अमीचंद को व्यक्तिगत रूप से पत्र सौंपा गया।

इस अवसर पर पूर्व कैबिनेट मंत्री और बल्लभगढ़ के विधायक मूलचंद शर्मा, बड़खल विधायक धनेश अदलखा, एनआईटी विधायक सतीश फागना, नगर निगम मेयर प्रवीण बत्रा जोशी, भाजपा फरीदाबाद जिला अध्यक्ष पंकज पूजन रामपाल और बल्लभगढ़ से भाजपा अध्यक्ष सोहन पाल छोकर, मुख्यमंत्री के पूर्व राजनीतिक सलाहकार अजय गौड़, सीएम के मीडिया सलाहकार राजीव जेटली,  मीडिया समन्वयक मुकेश वशिष्ट व अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे। 

इस अवसर पर उपायुक्त विक्रम सिंह, एडीसी सतबीर मान, सीईओ जिला परिषद शिखा सहित जिला के तमाम आलाधिकारी भी सभागार में मौजूद रहे।

Friday, 12 September 2025

धुएँ से भरें रसोई से लेकर राज्यव्यापी मंच तक: कैसे किशोरी नवप्रवर्तक शांभवी शर्मा बिहार के स्वच्छ रसोई सपने को रोशन कर रही हैं

धुएँ से भरें रसोई से लेकर राज्यव्यापी मंच तक: कैसे किशोरी नवप्रवर्तक शांभवी शर्मा बिहार के स्वच्छ रसोई सपने को रोशन कर रही हैं




नई दिल्ली, 12 सितंबर 2025 –
जब शांभवी शर्मा अपने बचपन के ग्रामीण बिहार के दौरों को याद करती हैं, तो उन्हें केवल गर्म रसोई और चूल्हे में उबलते बर्तन नहीं, बल्कि आंखें जलना और घंटों खांसी आना भी याद आता है। “मेरी आंखें जलती थीं और मैं घंटों खांसती रहती थी,” 17 वर्षीय शांभवी बताती हैं। “मैं यही सोचती थी कि रोजमर्रा के इस प्यार भरे काम में ऐसा दर्द क्यों होना चाहिए।”

वही स्मृति आज उनकी मिशन बन चुकी है। गुरुवार की शाम पटना के बापू टावर में बिहार आइडिया फेस्टिवल 2025 के मंच पर दिल्ली के संस्कृती स्कूल की बारहवीं की छात्रा शांभवी शर्मा को जोरदार तालियों से स्वागत किया गया। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पियूष गोयल ने उनके कंधे पर शॉल डालकर उन्हें सम्मानित किया। उनका आविष्कार – ‘लो स्मोक चूल्हा’, एक मिट्टी और ईंट का चूल्हा, जो इनडोर धुएं को 60 प्रतिशत से अधिक कम करता है और 20 प्रतिशत तक लकड़ी की बचत करता है।

यह चूल्हा, जिसे प्यार से ‘वायु ज्योति’ कहा गया है, दिखने में बेहद सरल है। दो एयर इनलेट, एक बाईपास मिक्सिंग चेंबर और सुइट फिल्ट्रेशन ज़ोन इसकी वायु प्रवाह दर को 30 प्रतिशत तक बढ़ाते हैं और हर साल एक टन से अधिक CO₂ उत्सर्जन कम करते हैं। पूरी तरह से स्थानीय सामग्री से बना यह चूल्हा मात्र ₹300-350 में उपलब्ध है, जिससे यह जरूरतमंद परिवारों के लिए सुलभ बनता है।

“स्वच्छ रसोई केवल एक विलासिता नहीं होनी चाहिए,” शांभवी ने फ्लैशलाइट की चमक के बीच आत्मविश्वास से भरे स्वर में कहा। “मेरा सपना है कि ऐसी तकनीक हर ग्रामीण घर तक पहुंचे, ताकि स्वास्थ्य और जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो।”

उनका विचार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की 'जीविका दीदी मिशन' से पूरी तरह जुड़ता है, जो ग्रामीण महिलाओं को टिकाऊ रसोई तकनीकों को अपनाने के लिए सशक्त बनाता है। साथ ही यह एक व्यापक आंदोलन का हिस्सा भी है – हजारों जीविका दीदी, स्टार्टअप संस्थापक और छात्र नवप्रवर्तक इस फेस्टिवल में एकत्रित हुए, जिससे राज्य राजधानी एक सजीव नवाचार प्रयोगशाला बन गई।

बिहार उद्योग एवं आईटी मंत्री नीतीश मिश्रा ने इन युवा विजेताओं को प्रमाण बताया कि “हमारी सबसे बड़ी चुनौतियाँ हमारे सबसे बड़े अवसर बन सकती हैं।” इस कार्यक्रम में वरिष्ठ अधिकारी, IIT पटना के शोधकर्ता और नीति निर्माता भी शामिल हुए, जो राज्य से निकलने वाले अगले बड़े विचार को देखने के लिए उत्सुक थे।

शांभवी के लिए यह सम्मान व्यक्तिगत और व्यावहारिक दोनों है। उनका उद्देश्य इस डिज़ाइन को ओपन-सोर्स बनाकर 10,000 घरों तक पहुँचाना है, ताकि कोई भी इसे आसानी से बना सके। “अगर हर गांव इसे अपनाता है,” उन्होंने कहा, “तो हम अगली पीढ़ी के लिए हवा को सचमुच साफ कर सकते हैं।”

अपने बचपन की धुएँ भरी रसोई से लेकर पूरे राज्य के उज्ज्वल मंच तक, शांभवी शर्मा की यह यात्रा हमें याद दिलाती है कि नवाचार हमेशा प्रयोगशाला से नहीं शुरू होता। कभी-कभी यह खांसी, एक सवाल और एक किशोरी के अनम्य इरादे से शुरू होता है, जो पीछे मुड़कर नहीं देखती।

Monday, 8 September 2025

बारिश में बच्चों में खांसी, बुखार के साथ डायरिया और पीलिया का खतरा बढ़ा

बारिश में बच्चों में खांसी, बुखार के साथ डायरिया और पीलिया का खतरा बढ़ा




 फरीदाबाद। बरसात का मौसम जहां तपती गर्मी से राहत लेकर आता है, वहीं यह बच्चों के स्वास्थ्य के लिए कई बीमारियों का कारण भी बन रहा है। ग्रेटर फरीदाबाद सेक्टर-86 स्थित एकॉर्ड अस्पताल के वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. तौशीफ के अनुसार इस मौसम में बच्चों में खांसी, जुकाम, बुखार, डायरिया और पीलिया जैसी बीमारियों का खतरा तेजी से बढ़ जाता है। नमी और गंदगी के कारण वायरस व बैक्टीरिया सक्रिय हो जाते हैं, जिससे संक्रमण फैलने की आशंका अधिक रहती है।

डॉ. तौशीफ ने बताया कि बीते 15 दिनों में अस्पताल की बाल रोग ओपीडी में करीब 20 प्रतिशत मरीज बढ़े हैं। इनमें ज्यादातर बच्चे खांसी-जुकाम और बुखार से पीड़ित हैं। उन्होंने कहा कि लगातार उल्टी-दस्त, आंखों और त्वचा का पीला पड़ना, कमजोरी और भूख न लगना जैसे लक्षण नजर आने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, क्योंकि लापरवाही छोटी समस्या को गंभीर बना सकती है।

उन्होंने अभिभावकों को सतर्क करते हुए कहा कि बरसात के मौसम में बच्चों को हमेशा हल्का और ताजा भोजन दें। बाहर का तला-भुना या बासी खाना खिलाने से बचें। बच्चों को साफ और सूखे कपड़े पहनाएं तथा उबला या फिल्टर किया हुआ पानी ही पिलाएं। साथ ही घर और आसपास की साफ-सफाई बनाए रखें ताकि मच्छर और गंदगी से पनपने वाले रोगों से बचाव किया जा सके।

उन्होंने लोगों से अपील की कि बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए पौष्टिक आहार दें। किसी भी बीमारी के लक्षण दिखने पर घरेलू उपचार में समय न गंवाएं और तुरंत डॉक्टर से जांच कराएं। समय पर इलाज से बरसात के मौसम में होने वाली गंभीर बीमारियों से बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आधारित पुस्तक 'विकास पुरुष' का भव्य लोकार्पण

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आधारित पुस्तक 'विकास पुरुष' का भव्य लोकार्पण



पटना, 8 सितंबर: प्रख्यात लेखक मुरली मनोहर श्रीवास्तव द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के व्यक्तित्व और कार्यों पर आधारित पुस्तक 'विकास पुरुष' का लोकार्पण बिहार विधान परिषद सभागार में संपन्न हुआ। इस अवसर पर बिहार विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव और बिहार विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह ने संयुक्त रूप से पुस्तक का विमोचन किया। जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता बिहार विधान परिषद उपसभापति प्रो राम वचन राय ने किया।
लेखक मुरली मनोहर श्रीवास्तव ने बताया कि इस पुस्तक के माध्यम से उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संघर्ष, दृष्टिकोण और विकासोन्मुख सोच को शब्दों में पिरोने का प्रयास किया है।
विधानसभा अध्यक्ष नन्द किशोर यादव ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री को विकास कार्यों को प्रारंभिक दौर से देखता आ रहा हूँ। इन्होंने विकास कार्य को प्राथमिकता दी है। लेखक मुरली जी ने इस पुस्तक के माध्यम से नीतीश सरकार की क्षवि को बहुत ही करीने से प्रस्तुत करने का सफल प्रयास किया है।
विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह ने कहा- बिहार का गौरवशाली इतिहास है। नीतीश जी ने बिहार में बसावट तक कनेक्टिविटी कर बिहार को विकसित राज्य बना दिया है। मुरली मनोहर श्रीवास्तव ने विकास पुरुष पुस्तक में उन सारे विकासात्मक तथ्यों को भी उजागर किया है जो नई पीढ़ी को जानना बहुत जरूरी है।
विशिष्ट अतिथि प्रो. नवल किशोर यादव ने अपने सम्बोधन में कहा कि मुख्यमंत्री के विकास कार्य ही उनकी पहचान है। नीतीश जी खुद में ही इतिहास पुरुष बन चुके हैं।
बिहार धार्मिक न्यास पर्षद के अध्यक्ष प्रो रणबीर नन्दन ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार  का कार्य बोल रहा है। इन्होंने इतना कार्य किया है कि पूरी दुनिया इनकी मुरीद है।
पूर्व मंत्री श्याम रजक ने अपने सम्बोधन में कहा कि नीतीश जी ने बिहार के विकास में खुद को पूरी तरह झोंक दिया आज उसी का नतीजा है कि बिहार अलग पहचान कायम कर चुका है।
वरिष्ठ पत्रकार सुजीत झा ने कहा नीतीश जी की कार्यशैली ही उनकी पहचान बन चुकी है। इन पर इतना बेहतर काम किया है मुरली जी ने यह गौरव की बात है।
किरण पब्लिकेशन के प्रबंधक निदेशक संकेत कुमार ने कहा हम गर्व करते हैं कि बिहारी हैं और मुख्यमंत्री जी ने बिहार के अस्तित्व को पुनः स्थापित कर दिया।
किरण पब्लिकेशन समूह के सीएमडी सत्यनारायण प्रसाद ने कहा मेरे लिए गौरव का क्षण है कि साहित्यिक पुस्तक पहली बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का हमारे पैनग्राम पब्लिशर्स ने प्रकाशित किया है। 
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे बिहार विधान परिषद के उपसभापति प्रो रामवचन राय ने पुस्तक की सराहना करते हुए कहा कि यह कृति नीतीश कुमार के राजनीतिक जीवन, सुशासन, और बिहार के विकास में उनके योगदान को गहराई से उजागर करती है। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक नई पीढ़ी को प्रेरणा देने का कार्य करेगी। 
मंच का संचालन और धन्यवाद ज्ञापन प्रो जितेंद्र कुमार ने किया और उन्होंने अपील किया कि हमलोगों को अब सम्मान में इस तरह की पुस्तक को भेंट करने का संकल्प लेना चाहिए। इससे लोगों में पुस्तक पाठन के प्रति रुचि बढ़ेगी और जानकारी भी प्राप्त होगी।
कार्यक्रम में किरण पब्लिकेशन समूह की निदेशक रेणु प्रसाद,कवि समीर परिमल, प्रो अरुण सिंह, प्रो सुहेली मेहता,
पंकज सिंह, अरुण कुमार, रणजीत कुमार, मृत्युंजय सिंह, अनिशा सिन्हा, अतुल कुमार, अमरजीत कुमार, अमित शाखेर, संतोष तिवारी, आलोक पाठक,राकेश कुमार,  किशु, काव्या,अंजुम आरा,अनुराग सिन्हा, गौरव कुमार, नीतीश शर्मा, अंकित कुमार, रामजी सहित कई गणमान्य अतिथि, बुद्धिजीवी, लेखक और पत्रकार उपस्थित रहे।

Monday, 2 June 2025

वैश्विक प्रभाव के 60 वर्ष: यूनिवर्सिटी ऑफ़ वॉरविक ने दिल्ली में किया विशेष मीडिया कार्यक्रम का आयोजन

वैश्विक प्रभाव के 60 वर्ष: यूनिवर्सिटी ऑफ़ वॉरविक ने दिल्ली में किया विशेष मीडिया कार्यक्रम का आयोजन



नई दिल्ली, 1 जून 2025

यूनिवर्सिटी ऑफ़ वॉरविक ने अपनी 60वीं वर्षगांठ के अवसर पर 1 जून 2025 को नई दिल्ली स्थित होटल शांगरी-ला में एक विशेष मीडिया कार्यक्रम का आयोजन किया। इस आयोजन के ज़रिए विश्वविद्यालय की छह दशकों की अकादमिक उपलब्धियों, शोध में योगदान, नवाचार और अंतरराष्ट्रीय प्रभाव का उत्सव मनाया गया।

कार्यक्रम में यूनिवर्सिटी के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने भाग लिया, जिनमें ग्लोबल चीफ कम्युनिकेशंस, मार्केटिंग एंड कंटेंट ऑफिसर अजय टेली और डायरेक्टर ऑफ कम्युनिकेशंस – कॉरपोरेट ब्रांड सतनाम राणा-ग्रिंडले शामिल थे। वे विशेष रूप से यूके से भारत आए ताकि भारतीय मीडिया से संवाद कर सकें और भारत के साथ विश्वविद्यालय के संबंधों को और मज़बूत करने की दिशा में संवाद कर सकें।

इस अवसर पर यूनिवर्सिटी ने भारत और यूनाइटेड किंगडम में अपनी शिक्षा, शोध और औद्योगिक साझेदारियों पर प्रकाश डाला। इसमें टाटा समूह के साथ 25 वर्षों की साझेदारी भी शामिल रही। साथ ही, कार्यक्रम में वॉरविक के पूर्व छात्रों की उपलब्धियों को भी सराहा गया, जो विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे हैं और भारत में भी नवाचार व उद्यमिता के ज़रिए योगदान दे रहे हैं।

उन्हीं में से एक हैं ममता मरासिनी, जिन्होंने वॉरविक बिज़नेस स्कूल से एमएससी इन बिजनेस विद मार्केटिंग की पढ़ाई की है। अपनी शिक्षा और उद्यमशीलता की सोच को आगे बढ़ाते हुए ममता ने Roar Corp नाम की क्रिएटिव एजेंसी की स्थापना की, जिसका संचालन नई दिल्ली और काठमांडू से होता है।

नवंबर 2023 में शुरू हुई Roar Corp ब्रांड कंसल्टिंग, इवेंट प्रोडक्शन, सोशल मीडिया मार्केटिंग और इन्फ्लुएंसर अभियानों में सेवाएं देती है। एक साल से भी कम समय में, ममता ने Roar को एक ऐसी एजेंसी में बदल दिया है जो तकनीक, डेटा और प्रभावशाली कहानी कहने की शैली को जोड़कर अंतरराष्ट्रीय ब्रांड्स के लिए काम कर रही है।

ममता अपने ग्राहकों और टीम के बीच ‘चीफ़ लायनेस’ के नाम से जानी जाती हैं। वे कहती हैं, “Roar सिर्फ एक एजेंसी नहीं है, यह मेरी मेहनत और जुनून से बनी सोच है। हर प्रोजेक्ट में हम पूरी रणनीति और रचनात्मकता के साथ काम करते हैं ताकि ग्राहकों के उद्देश्यों को सही रूप में सामने ला सकें।”

AI जैसी आधुनिक तकनीकों को मानवीय दृष्टिकोण के साथ जोड़ते हुए Roar ऐसे अभियान तैयार करता है जो प्रभावशाली और टिकाऊ होते हैं। ममता अब तक Superdry, G Star Raw, Yamaha और Mothercare जैसे ब्रांड्स के लिए काम कर चुकी हैं।

ममता कहती हैं, “मैं वॉरविक में जब दाखिल हुई थी, तब मुझे रास्ता स्पष्ट नहीं था। लेकिन वॉरविक ने मुझे वह आत्मविश्वास दिया जिससे मैंने खुद की एजेंसी शुरू करने का निर्णय लिया।”

वॉरविक से मिली शिक्षा और अनुभव आज भी उनके लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। “वॉरविक ने मुझे यह समझने में मदद की कि मैं क्या करना चाहती हूँ और क्यों करना चाहती हूँ,” वे कहती हैं। “मैं गर्व से कह सकती हूँ कि मैं वॉरविक की पूर्व छात्रा हूँ।”

आज ममता अपनी टीम के साथ मिलकर Roar को और आगे ले जा रही हैं। उनकी सोच है कि मार्केटिंग सिर्फ दिखाने के लिए नहीं, बल्कि लोगों को जोड़ने और प्रभावित करने का माध्यम होना चाहिए।

Roar की सोच स्पष्ट है: आपके ब्रांड की सबसे अच्छी दोस्त बनना—और वह भी पूरे जोश के साथ।