मोहाली। 18 जून, 2024 : बीएलवी ब्लास्टर्स के सलामी बल्लेबाज हरनूर पन्नू की 47 गेंदों पर खेली गई 87 रनों की शानदार पारी बेकार गई, क्योंकि वे टीम को जीत नहीं दिला सके। फैंटम्स ने 8 रन की रोमांचक जीत दर्ज की। आईएस बिंद्रा स्टेडियम में पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन (पीसीए) द्वारा आयोजित दूसरे "शेर-ए-पंजाब टी20 कप" के दौरान बीएलवी ब्लास्टर्स को 210 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए रॉयल फैंटम्स से हार का सामना करना पड़ा।
Tuesday 18 June 2024
मुख्यमंत्री ने सात निश्चय-2 के अन्तर्गत सरकारी नौकरी और रोजगार देने के निर्धारित लक्ष्य को मिशन मोड में पूरा करने का दिया निर्देश
NEW DELHI : सुशासन के कार्यक्रम 2020-25 के अन्तर्गत दिनांक- 15.12.2020 से लागू सात निश्चय - 2 के अन्तर्गत मुख्यमंत्री ने 10 लाख सरकारी नौकरी और 10 लाख रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित किया था। अब तक 5 लाख 16 हजार लोगों को सरकारी नौकरी दी जा चुकी है। 1 लाख 99 हजार सरकारी नौकरी से संबंधित नियुक्ति हेतु प्रक्रिया पूर्ण कर ली गयी है। अगले तीन महीने में नियुक्ति पत्र वितरण का लक्ष्य ।
* 2 लाख 11 हजार नई नियुक्ति हेतु अधियाचना विभिन्न आयोगों को भेजी जा चुकी है, जबकि 2 लाख 34 हजार पदों पर नियुक्ति हेतु अधियाचना विभिन्न आयोगों को भेजने हेतु प्रक्रियाधीन है। इस प्रकार कुल 5 लाख 17 हजार सरकारी नौकरी की नियुक्ति हेतु अधियाचना विभिन्न आयोगों को भेजी जा चुकी है या प्रक्रियाधीन है। वर्ष 2024-25 तक नियुक्ति पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित ।
*सात निश्चय - 2 के अन्तर्गत मुख्यमंत्री द्वारा निर्धारित 10 लाख सरकारी नौकरी देने के लक्ष्य के विरूद्ध आगामी वर्ष तक 12 लाख से अधिक लोगों को सरकारी नौकरियां दे दी जायेगी।
*सात निश्चय - 2 के अन्तर्गत 10 लाख निर्धारित रोजगार के लक्ष्य के विरूद्ध अब तक 22 लाख से अधिक रोजगार सृजित, वर्ष 2024-25 में कुल 11 लाख से अधिक रोजगार के अवसर सृजित करने का लक्ष्य ।
*नियुक्ति हेतु आयोजित परीक्षाओं में पूर्ण पारदर्शिता बनी रहे और परीक्षा में किसी प्रकार की अनियमितता और प्रश्न पत्र लीक न हो इसको लेकर एक सख्त कानून बनाने का प्रस्ताव आगामी विधानसभा के सत्र में लाने का मुख्यमंत्री ने दिया निर्देश।
पटना, 17 जून 2024 :- सुशासन के कार्यक्रम 2020-25 के अन्तर्गत दिनांक- 15.12.2020 से लागू सात निश्चय- 2 के अन्तर्गत मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने 10 लाख सरकारी नौकरी और 10 लाख रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित किया था। इस संबंध में मुख्यमंत्री ने उप मुख्यमंत्री, संबंधित विभागों के मंत्रीगण, मुख्य सचिव, संबंधित विभागों के अपर मुख्य सचिव/प्रधान सचिव/ सचिव के साथ बैठक कर आगामी एक वर्ष में लक्ष्य की प्राप्ति हेतु बचे हुये नौकरी एवं रोजगार देने के काम को कार्ययोजना बनाकर मिशन मोड में पूर्ण करने का
निर्देश दिया है। अब तक 5 लाख 16 हजार लोगों को सरकारी नौकरी दी जा चुकी है। इसके अतिरिक्त 1 लाख 99 हजार सरकारी नौकरी से संबंधित नियुक्ति हेतु प्रक्रिया पूर्ण कर ली गयी है। अगले तीन महीने के अंदर नियुक्ति पत्र वितरित करने का लक्ष्य रखा गया है।
नियुक्ति करने वाले विभिन्न आयोगों को 2 लाख 11 हजार नई नियुक्ति हेतु अधियाचना भेजी जा चुकी है। इसके अतिरिक्त अगले एक महीने में 2 लाख 34 हजार रिक्तियों की अधियाचना विभिन्न आयोगों को भेजी जायेगी। साथ ही आगामी वर्ष में नियुक्ति हेतु 72 हजार और रिक्तियां होने का अनुमान है, जिसकी अधियाचना अगले वर्ष भेजी जायेगी।
उल्लेखनीय है कि सात निश्चय- 2 के अन्तर्गत 5 लाख 16 हजार नियुक्तियां की जा चुकी है। इसके अतिरिक्त 1 लाख 99 हजार नियुक्ति पत्र वितरण के लिये तैयार है। साथ ही 5 लाख 17 हजार रिक्तियों के विरूद्ध नियुक्ति प्रक्रियाधीन है यानी (5 लाख 16 हजार + 1 लाख 99 हजार + 5 लाख 17 हजार) कुल 12 लाख से अधिक सरकारी नौकरी देने का लक्ष्य वर्ष 2024-25 तक रखा गया है। इस प्रकार मुख्यमंत्री के सात निश्चय 2 के अन्तर्गत 10 लाख सरकारी नौकरी देने का जो लक्ष्य निर्धारित किया गया था, उसे पार करते हुये वर्ष 2024-25 तक 12 लाख से अधिक लोगों को सरकारी नौकरी दे दी जायेगी।
सात निश्चय - 2 के अन्तर्गत 10 लाख रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया था। अब तक सात निश्चय- 2 के अन्तर्गत 22 लाख से अधिक रोजगार सृजित किये जा चुके हैं और आने वाले एक वर्ष में 11 लाख से अधिक रोजगार के अवसर सृजित किये जायेंगे।
मुख्यमंत्री ने नियुक्ति हेतु आयोजित परीक्षाओं में पूर्ण पारदर्शिता बनी रहे और परीक्षा में किसी प्रकार की अनियमितता और प्रश्न पत्र लीक न हो इसको लेकर एक सख्त कानून बनाने का निर्देश दिया है और कहा है कि इससे संबंधित प्रस्ताव आगामी विधानसभा के सत्र में लाया जाय।
Saturday 15 June 2024
मानव रचना यूनिवर्सिटी- एनएआरएल, इसरो के सहयोग से जीएनएसएस रिसीवर स्थापित करने वाली देश की पहली प्राइवेट यूनिवर्सिटी बनी
● यूनिवर्सिटी में ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (GNSS) रिसीवर और अंतरिक्ष अनुसंधान प्रयोगशाला की स्थापना की गई
● इसरो लैब के सहयोग से राष्ट्रीय वायुमंडलीय अनुसंधान प्रयोगशाला (एनएआरएल) के रिसीवरों की उत्तर-दक्षिण श्रृंखला का हिस्सा है ये पहल
● अतिथि व्याख्यान में इसरो साइंटिस्ट डॉ. निर्विकार दशोरा और श्री हिमांशु एस सेठी ने रखे विचार
फरीदाबाद, 15 जून 2024: मानव रचना यूनिवर्सिटी (एमआरयू) में स्कूल ऑफ साइंसेज के विज्ञान विभाग की ओर से शुक्रवार को “ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (GNSS) रिसीवर” की स्थापना की गई। ये प्रयोगशाला राष्ट्रीय वायुमंडलीय अनुसंधान प्रयोगशाला (एनएआरएल)-भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के सहयोग से स्थापित की गई है। इस दौरान एक गेस्ट लेक्चर का आयोजन भी हुआ, जिसका उद्देश्य वायुमंडलीय और अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में अनुसंधान करने के लिए संकाय को प्रोत्साहित करना है।
एमआरयू जीएनएसएस रिसीवर की स्थापना करने वाला देश का पहला निजी शिक्षण संस्थान है, ऐसे में ये पहल अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में एमआरयू की अनुसंधान क्षमताओं में बेहतरी को दर्शाती है। गेस्ट लेक्चर में में वैज्ञानिकों की एक प्रतिष्ठित टीम शामिल हुई, जिनमें डॉ. निर्विकार दशोरा (साइंटिस्ट/इंजीनियर-एसएफ, विभागाध्यक्ष आयनोस्फेयर एंड स्पेस फिजिक्स ग्रुप, एनएआरएल, गडांकी, एपी, अंतरिक्ष विभाग, भारत सरकार) और श्री हिमांशु एस सेठी (साइंटिस्ट/इंजीनियर-एसई, एनएआरएल-इसरो) शामिल रहे।
एमआरयू में जीएनएसएस रिसीवर की स्थापना इसरो के सहयोग से एनएआरएल के रिसीवरों की उत्तर-दक्षिण श्रृंखला का हिस्सा है। यह रणनीतिक साझेदारी वायुमंडलीय और आयनमंडलीय अनुसंधान को आगे बढ़ाने के लिए एमआरयू की प्रतिबद्धता को स्पष्ट करती है, जिसमें जीएनएसएस रिसीवर नेटवर्क के माध्यम से मौसम, जलवायु, अंतरिक्ष मौसम और ग्रहों के आयनमंडल पर महत्वपूर्ण अध्ययन शामिल हैं। यह सहयोगात्मक प्रयास न केवल मानव रचना के अनुसंधान बुनियादी ढांचे को मजबूत करता है, बल्कि इसे वायुमंडलीय और अंतरिक्ष अनुसंधान में अग्रणी बनाने में सहायक होगा ।
कार्यक्रम के दौरान, डॉ. निर्विकार दशोरा ने वास्तविक जीवन के क्षेत्रों में जीएनएसएस के विभिन्न अनुप्रयोगों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने आयनमंडल के मूल सिद्धांतों और विभिन्न वायुमंडलीय घटनाओं में इसकी भूमिका के बारे में विस्तार से बताया। प्रेजेंटेशन के ज़रिए उन्होंने अपने शोध के महत्व, उपयोग की जाने वाली पद्धतियों, अनुप्रयोगों और मुख्य विशेषताओं को भी प्रदर्शित किया। साथ ही उन्होंने जीपीएस सिस्टम से संबंधित चुनौतियों के बारे में भी जानकारी दी। इसके बाद प्रश्नोत्तर सत्र में उन्होंने सभी सवालों के जवाब भी दिए।
ये होगा लाभ
एमआरयू में जीएनएसएस रिसीवर की स्थापना ने राष्ट्रीय और वैश्विक शैक्षणिक समुदायों में विश्वविद्यालय की स्थिति मजबूत की है। इससे विभिन्न वायुमंडलीय और अंतरिक्ष मापदंडों में बहु-पैरामीट्रिक डेटा संग्रह से वायुमंडलीय विज्ञान और संबंधित क्षेत्रों में अनुसंधान की क्षमताएं बढ़ेंगी| साथ ही रिसीवरों की एनएआरएल उत्तर-दक्षिण श्रृंखला का हिस्सा होने के नाते, एमआरयू अनुसंधान संस्थानों के व्यापक नेटवर्क से जुड़ेगा और राष्ट्रीय व वैश्विक स्तर पर सहयोग के अवसर बढ़ेंगे। विज्ञान, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग (ईसीई) और कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग (सीएसई) विभागों में छात्रों के विभिन्न परियोजनाओं में सीखने के अवसर बढ़ेंगे। साथ ही छात्रों को अत्याधुनिक तकनीक और वास्तविक समय के डेटा विश्लेषण के साथ व्यावहारिक अनुभव प्राप्त होगा।
प्रो. (डॉ.) दीपेंद्र कुमार झा, कुलपति, एमआरयू ने कहा कि "एनएआरएल और इसरो के सहयोग से जीएनएसएस रिसीवर की स्थापना हमारी एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। परिसर में स्थापित अंतरिक्ष अनुसंधान प्रयोगशाला संस्थान की, वायुमंडलीय और अंतरिक्ष अनुसंधान प्रगति में अग्रणी होने के प्रति प्रतिबद्धता को स्पष्ट करती है।"
डॉ. मीना कपाही, डीन, स्कूल ऑफ साइंसेज, एमआरयू ने कहा, "यह मानव रचना यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ साइंसेज के लिए बड़ी उपलब्धि है। यह अत्याधुनिक पहल वायुमंडलीय और अंतरिक्ष विज्ञान में हमारी शोध क्षमताओं को बढ़ाती है और हमारे छात्रों को अत्याधुनिक तकनीक से जुड़ने के बेहतर अवसर प्रदान करती है।"
इस दौरान प्रो. (डॉ.) मीना कपाही, डीन स्कूल ऑफ साइंसेज; प्रो. डॉ. डी. के. शर्मा, डीन एग्जामिनेशन; डॉ. संदीप कुमार, हैड, स्कूल ऑफ साइंसेज; डॉ. अर्पित संड, प्रोग्राम हेड केमिस्ट्री; डॉ. अपर्णा व्यास, प्रोग्राम हेड मैथमेटिक्स सहित और साइंस एंड इंजीनियरिंग सहित विभिन्न विषयों के संकाय सदस्य मौजूद रहे।
एनएआरएल और इसरो के साथ इस स्थापना क समस्त कार्यक्रम को प्रोफ डॉ डी के शर्मा के समन्वय में डॉ अनन्ना बर्धन, डॉ अंशुमान सहाय और दीप्ति मैखुरी के सहयोग से संपन्न हुआ |
Trident Stallions march ahead with win
Mohali.Showing off their mettle, Trident Stallions recorded a fine 42-run win over Intersoft Titans in a one-sided match played on Saturday. Batting first, Stallions posted 154/6 in 20 overs with Salil Arora scoring an unbeaten 40-ball 60 runs to take his team past the 150-run mark. Earlier, one down batter Abhay Chaudhary scored 22-ball 23 to prop his team. For Titans, Tejpreet Singh scalped two dismissals.
मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन फरीदाबाद के प्रतिनिधिमण्डल ने केंद्रीय राज्यमंत्री को बधाई दी : रमणीक प्रभाकर
फरीदाबाद l लगातार तीसरी बार जीत और केंद्र में मंत्री बनाये जाने पर फरीदाबाद से सांसद कृष्णपाल गुर्जर को केंद्रीय सहकारिता राज्यमंत्री बनाया गया है। मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन फरीदाबाद के उद्यमियों का प्रतिनिधिमण्डल केंद्रीय राज्यमंत्री श्री कृष्णपाल गुर्जर से मिलने सेक्टर 28 स्थित उनके कार्यालय पहुंचा और उन्हें सफलता की बधाई दी.