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Sunday 31 December 2017

Shiv Kapur closes 2017 on a high with third victory of season at Royal Cup

Shiv Kapur closes 2017 on a high with third victory of season at Royal Cup

Pattaya, Thailand, December 31, 2017: India’s Shiv Kapur closed the year on a high with his third victory of the 2017 Asian Tour season at the Royal Cup in Thailand.Kapur, the only golfer to win multiple Asian Tour titles in 2017, emerged triumphant in a fascinating duel against Thailand’s Prom Meesawat on the final day of the US$500,000 event.Shiv (67-68-68-67) posted a last round of four-under-67 to finish with a total of 14-under-270, one ahead of Meesawat.There were three Indians in the top-6 as Gaganjeet Bhullar (67-71-69-66) secured third place at 11-under-273 while Khalin Joshi (70-68-71-67) claimed sixth place at eight-under-276.

At the start of the final round, Prom was two shots ahead of Kapur, who was four shots ahead of the rest of the field.However, Prom lost his advantage as early as the second hole of the Phoenix Gold Golf and Country Club. After pulling to the left, Prom had to settle for a bogey at the par-three hole, while Kapur knocked in a birdie.Prom’s further bogeys on the fifth and ninth handed Kapur the lead. Although, the 33-year-old Thai managed to shake off his nerves after the turn and it was all square again following consecutive birdies on the 11th and 12th.


Kapur did himself no favours when he bogeyed the 13th and 14th and in the process, handed Prom a two-shot lead again.Kapur bounced back remarkably with two consecutive birdies of his own and it was back to a deadlock. With Prom bogeying the 17th, the door was left open for Shiv to win the Royal Cup, and he did.

Prom nearly forced a playoff as he narrowly missed a birdie putt at the last hole of the tournament.

 Shiv, who won the Yeangder Heritage and the Panasonic Open India earlier in the year, made 19 birdies at the cost of five bogeys during the Royal Cup week. It was his fourth win on the Asian Tour and the seventh international win by an Indian in 2017.

Kapur, who traded six birdies for two bogeys on Sunday, said, “It was a see-saw battle indeed. I had to come out fighting straight out of the blocks. I made two birdies in my first three holes and that reversed Prom’s advantage. It doesn’t always go to plan, but luckily, I started well and he made a bogey on the second hole and before I knew it, I was leading the tournament.

“On the ninth, I made a good par, which was pivotal. I had a great putt from off the green on 10th. At that stage, I thought I was in control. I hit a poor drive on the 11th and got away with par. He made good birdies on 11th and 12th and regained the lead.

“I felt that I made a bad swing on 13th and that carried over to the next hole. After the two bogeys, I was obviously disappointed as a two-shot lead turned into a two-shot deficit.

“Standing on the 15th tee, I told my caddie that we’re not going to go down without a fight. Let’s make a birdie here and see what happens or at least give myself a chance going into the last two holes.

“The birdie there (on the 15th) got me back into the tournament. I had a good up and down on the 17th and Prom kind of handed me the tournament as he three putted there. At the 18th, I thought he was a bit unluckily. Prom is a steely competitor and I’m lucky to come out on top.

“I think the tournament has a great format. It has a lot of history and I’m glad to join the illustrious list of winners.

“A lot of people were taking the week off. In hindsight, sometimes, good things happen. If I had made the EurAsia Cup team, I wouldn’t be here. It’s always great to win three times on Tour during the season. On top of that, it’s a special feeling to have my daughter here on the 18th green celebrating my win.

“If 2018 can come anywhere close, I’ll be happy. I’ll be building on my success. After three weeks of rest and relaxation, I’ll be back competing on the Asian Tour.”

Gaganjeet Bhullar held on to his third round position of third place after a 66 that featured an eagle, four birdies and a bogey.

Bhullar said, “I had a good tournament. I didn’t prepare much as I came straight from my wedding. Today was particularly good. I holed a lot of good putts and gave myself good opportunities. I played well but obviously these guys (Kapur and Prom) played better than me.

 “It is good playing this golf course again. I had good memories from last year and I’m glad I came back and played well this week.

“The year 2017 has been a memorable one. The Macao Open was special as it was a wire-to-wire victory and my second win there. It’ll be a tournament that is always close to my heart. This week was great, of course.”

Khalin Joshi fired a last round of 67 to gain three places from his overnight tied ninth and finally finish sixth.

Jyoti Randhawa ended the week in tied 41st at three-over-287.

Tuesday 19 December 2017

ट्रायल के दौरान दीवार तोड़ बाहर आई दिल्ली मेट्रो

ट्रायल के दौरान दीवार तोड़ बाहर आई दिल्ली मेट्रो

नई दिल्ली : 20 दिसम्बर I मैजेंटा लाइन पर कालिंदी कुंज मेट्रो स्टेशन पर दिल्ली मेट्रो की एक ट्रेन ट्रायल रन के दौरान दीवार से टकरा गई. ट्रेन दीवार तोड़कर बाहर निकल गई. घटना में कोई घायल नहीं हुआ है, लेकिन दिल्ली मेट्रो मामले की जांच कर रही है. हालांकि, सूत्रों के मुताबिक, घटना की वजह मानवीय भूल है.

आपको बता दें कि नोएडा से साउथ दिल्ली की दूरी कम करने वाली दिल्ली मेट्रो की मैजेंटा लाइन का उद्घाटन क्रिसमस के मौके पर पीएम मोदी करने वाले हैं. 25 दिसंबर से मैजेंटा लाइन के एक सेक्शन में ट्रेनों का परिचालन शुरू हो जाएगा. मेट्रो बोटेनिकल गार्डेन से शुरू होकर कालकाजी मंदिर तक जाएगी.

नई मेट्रो लाइन के शुरू होने से नोएडा से साउथ दिल्ली सिर्फ 16 मिनट में आप पहुंच सकते हैं. जबकि फिलहाल इस दूरी को तय करने में 52 मिनट का वक्त लग रहा है. आपको बता दें कि मैजेंटा लाइन का प्लान बोटेनिकल गार्डेन से जनकपुरी तक का है. लेकिन फिलहाल सिर्फ कालकाजी मंदिर तक ही काम पूरा हो पाया है.

अभी नोएडा से साउथ दिल्ली जाने के लिए यात्रियों को मंडीहाउस पर मेट्रो चेंज करना होता है. इसमें समय और पैसे भी अधिक लगते हैं. नोएडा से साउथ दिल्ली की 12.64 किलोमीटर की दूरी पर फिलहाल ट्रायल रन हो रहा है. इसे लाइन-8 नाम दिया गया है. मैजेंटा लाइन के शुरू होने से बोटेनिकल गार्डेन पहला ऐसा इंटरचेंज स्टेशन बन जाएगा जो एनसीआर से बाहर स्थित हो.

डीएमआरसी का कहना है कि नोएडा से नेहरू प्लेस होते हुए कालकाजी जाने में सिर्फ 16 मिनट का वक्त लगेगा. नोएडा से फरीदाबाद जाने वाले लोग अब कालकाजी मंदिर स्टेशन पर चेंज कर सकेंगे.

नोएडा से फरीदाबाद जाने में 58 मिनट की जगह नई लाइन से सिर्फ 36 मिनट लगेगा. डीएमआरसी का कहना है कि नई लाइन का काम पूरा हो जाने पर नोएडा से गुड़गांव की दूरी भी घट जाएगी. गुड़गांव जाने के लिए यात्रियों तो मैजेंटा लाइन से हौज खास स्टेशन पर चेंज करना होगा. इससे आधे घंटे का वक्त बचेगा और दूरी सिर्फ 50 मिनट में तय हो जाएगी.

Sunday 17 December 2017

देश व प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जलवा कायम है :अवतार सिंह भड़ाना

देश व प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जलवा कायम है :अवतार सिंह भड़ाना


फरीदाबाद, 17 दिसम्बर। फरीदाबाद के पूर्व सांसद एवं भाजपा विधायक अवतार सिंह भड़ाना ने कहा है कि देश व प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जलवा कायम है। विपक्ष द्वारा लगातार किए जा रहे भ्रामक प्रचार का जवाब हिमाचल व गुजरात की जनता 18 दिसम्बर को सूूपड़ा साफ करके दे देगी। उन्होंने कहा कि दोनों प्रदेशों का चुनाव भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के कुशल निर्देशन का परिणाम साबित होगा। उन्होंने लोगों से आह्वान किया है कि वह मोदी व शाह की नीतियों में विश्वास करते हुए भाजपा को मजबूती प्रदान करने का काम करें। श्री भड़ाना आज बसंतपुर में आयोजित विशाल जनसभा को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे। समारोह की अध्यक्षता तिगांव विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी रहे वरिष्ठ नेता राजेश नागर ने की। जबकि इस अवसर पर इंडिया स्पोर्ट्स संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किशन ठाकुर विशेष अतिथि के तौर पर मौजूद थे। जनसभा का आयोजन पूर्व सांसद अवतार सिंह भड़ाना के 61वें जन्मदिवस के उपलक्ष्य में पप्पी चेयरमैन व अनु भड़ाना द्वारा किया गया। सभा में श्री भड़ाना को सार्वजनिक तौर पर एक गऊ भेंट की गई। वहीं उन्हें क्षेत्र की जनता की ओर से पगड़ी बांधकर फूलों की 16 फुट बड़ी माला पहनाकर जोरदार स्वागत किया गया।

सभा को सम्बोधित करते हुए श्री भड़ाना ने कहा कि गऊ, ब्राह्मण व गरीब की सेवा ही उनकी पहली प्राथमिकता रही है तथा शायद उन्होंने राजनीति से हटकर समाजसेवा के कार्यों में भी बढ़-चढक़र भाग लिया है। उनके परिजन भी गऊ, ब्राह्मण व गरीब की सेवा के लिए सदैव ही तत्पर रहते थे। उन्होंने कहा कि फरीदाबाद को प्रदूषण व अपराध मुक्त बनाने के लिए हमेशा प्रयास किए है लेकिन पिछले कुछ दिनों से फरीदाबाद में अपराधों का ग्राफ बढ़ा है। जिसको लेकर उन्हें दिली आघात लगा है लेकिन वह फरीदाबाद को अपराधों की नगरी नहीं बनने देगें। इसके लिए वह शीघ्र ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात कर अपराधियों पर अंकुश लगवाने का काम करेगें।

सभा में तिगांव विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी रहे राजेश नागर ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहरलाल के नेतृत्व में सबका साथ-सबका विकास की नीति पर अमल करते हुए विकास कार्यों को तवज्र्जो दी जा रही है। इसी का परिणाम है कि समूचे तिगांव विधानसभा क्षेत्र में कोई ऐसा कोना नहीं बचा जहां विकास कार्य न चल रहे हो। उन्होंने सभा की सफलता पर लोगों का आभार व्यक्त करते हुए उन्हें विश्वास दिलाया कि वह बिना किसी भेदभाव के विकास कार्यो में कमी नहीं आने देगें। इससे पहले श्री भड़ाना ने आज बीके सिविल अस्पताल में गरीबों को भोजन भी करवाया और गऊशाला में गायों को चारा खिलाया।

इस अवसर पर श्री भड़ाना के साथ कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल के भतीजे अमन गोयल, पप्पी चेयरमैन, प्रहलाद शर्मा, प्रदीप भड़ाना, दीपक नागर, चरण सिंह अवाना, विकास ठाकुर, आशा तोमर सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।

Tuesday 12 December 2017

 Sharma ends fairytale week with an astounding 23-under total to win by three shots

Sharma ends fairytale week with an astounding 23-under total to win by three shots

South Africa: 12 December I  Twenty-one-year Indian sensation Shubhankar Sharma sent ripples across the golfing world by becoming the youngest Indian winner on the European Tour thanks to his career-defining victory at the Joburg Open on Monday.


Shubhankar (69-61-65-69), who had shot a record 10-under-61 on day two of the event, ended his fairytale week with a three-under-69 to amass an astounding 72-hole total of 23-under-264 which saw him prevail over South African Erik Van Rooyen by three shots at the Randpark Golf Club.


As a result of his sensational triumph, the Chandigarh lad also punched his ticket to the 2018 British Open which will be held at Carnoustie. The Joburg Open, co-sanctioned by the European Tour, Asian Tour and Sunshine Tour, was part of the Open Qualifying Series and thus offered berths to the top three finishers who were not already exempt.

 Sharma’s exploits at the R16.5 million (approximately US$1.2 million) event saw him pick up a winning cheque of US$191,532 as well as 17 Official World Golf Ranking Points (OWGR) that helped him skyrocket from 462nd to 226th in the Official World Golf Rankings.


Sharma, an Asian Tour regular, had led by four shots after seven holes of the final round when play was suspended on Sunday due to rain. Shubhankar, undeterred by the overnight delay, came out on Monday and struck his third birdie of the round on the ninth to consolidate his lead.


The five-time winner on the PGTI was solid through the back-nine as he made pars all the way till the end to become the fifth Indian to win on the European Tour after Jeev Milkha Singh, Arjun Atwal, SSP Chawrasia and Anirban Lahiri. Incidentally, Sharma also became the youngest Indian to win on the tour breaking Lahiri’s record as the latter had won the Maybank Malaysian Open in 2015 at the age of 27.


Shubhankar’s Joburg success, the first by an Indian professional in the African continent, lifted him to an impressive second place in the European Tour’s 2018 Race to Dubai. It also propelled him to sixth in the 2017 Asian Tour Order of Merit.

n ecstatic Sharma said, “It feels fantastic. I’m glad I made the decision to come here after thinking about not coming. It has been absolutely fantastic and the people are very welcoming. I don’t think I will ever forget this week. This is my first win on the Asian Tour and the European Tour so it means a lot to me.

“On the first day there were 240 players. I was just trying to play two good rounds to make the cut and the cut was really low. I was playing well and had a great start on the second day which got things going for me. As soon as I reached -13 after two days, I thought I had a chance to win.

“The only thing I was telling myself was to stay aggressive. I never wanted to be defensive. Even when I was leading I never thought of defending my lead. I actually set a target of 25-under and I only shot a 23-under (laughs).

“After yesterday’s rain delay I was walking back to the clubhouse and I saw Erik (van Rooyen) had just hit it to two feet so that was a birdie and it would narrow the gap to three shots. In golf, three shots is nothing. We’ve seen people drop shots. I just imagined that there was an invisible guy playing in my group and he was on 25-under. I was just trying to catch that invisible guy. I didn’t quite catch him but I’m happy that I won.

“I would love to play in the South African Open and meet Ernie Els. I met him in Macao two years back. He is such a wonderful guy, not only in South Africa but in world golf.”

The victory was even more special for the talented Indian as he won in the country of his golfing idol Ernie Els, who he met as an 11-year-old boy at the Delhi Golf Club in 2007.

Sharma caught the attention of Els at a golf clinic and after watching him hit a seven iron, the ‘Big Easy’ gave him an autographed business card and said, “Well when you grow up, I’ll be your agent.”

Reflecting on his first meeting with Els, Shubhankar, the son of an Army officer, said, “What happened to me in 2007 obviously changed everything for me. I was so happy and I framed the card. It just shows that small things from great players like him go a long way. I was only an 11-year-old boy back then.

“There were a lot of nerves. I got up like four times. I couldn’t sleep because it was raining so hard and I kept getting up. You have nothing to lose if you are chasing someone. It is very tough to maintain your lead. You just need to look at the bigger picture. If you played so well for three days, there’s no reason why you won’t play well in the final round. There were a few nervy moments but I’m glad I pulled through.

“Playing in The Open is everyone’s dream. Personally it is my favourite Major championship. I’ve watched it ever

Sunday 10 December 2017

अंर्तराष्ट्रीय शूटर अनमोल जैन ने जापान में जीते सिल्वर व कॉस्य पदक

अंर्तराष्ट्रीय शूटर अनमोल जैन ने जापान में जीते सिल्वर व कॉस्य पदक

बल्लभगढ़ : 10 दिसंबर I अंर्तराष्ट्रीय शूटर अनमोल जैन ने जापान के वाको शहर में रविवार को 10 मीटर एयर पिस्टल निशानेबाजी में उत्कृष्ठ निशानेबाजी करते हुए देश के लिए व्यक्तिगत तोर पर कॉस्य व टीम में सिल्वर पदक हासिल कर देश व प्रदेश का गौरव बढ़ाया है। अनमोल ने यह मैडल 10वीं एशियन एयरगन शूटिंग  चैम्पियनशिप में हासिल किए हैं। अनमोल के साथ टीम में बल्लभगढ़ के शूटर अभिषेक आर्य व यूपी के गौरव राणा हैं।

10वीं एशियन एयरगन शूटिंग चैम्पियनशिप जापान के वाको शहर में 8 दिसंबर से  11 दिसंबर तक चलेगी। रविवार को हुए जूनियर वर्ग के मैच में अनमोल जैन ने 577,गौरव राणा ने 569 व अभिषेक आर्य ने 557 का स्कोर मारा। तीनों शूटरों  ने कुल 1703 का स्कोर मारकर देश के लिए सिल्वर मैडल हासिल किया।

व्यक्तिगत तौर पर अनमोल जैन ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए कॉस्य  पदक हासिल कर देश व प्रदेश की झोली में दो मैडल की सौगात डाली। व्यक्तिगत  तौर पर चाइना के डब्ल्यू यूजीयायू ने गोल्ड व चाइना के ही टांगसिहाहो ने सिल्वर मैडल पर कब्जा जमाया। वाको शहर में हुई इस चैम्पियनशिप
प्रतियोगिता में भारत की ओर 37 शूटरों की एक टीम हिस्सा ले रही है।
जिसमें 27 देशों के करीब 407 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। 

अनमोल के निजी कोच राकेश सिंह : अनमोल जैन ने शानदार शूटिंग का प्रदर्शन कर देश के लिए दो मैडल हासिल किए हैं। अनमोल एक मेहनती व सच्ची लग्न वाला  युवक है। दिन-रात मेहनत करने के बाद ही अनमोल ने यह दोनों मैडल हासिल किए हें। उन्हें उम्मीद ही नहीं यकीन है कि वह आने वाली प्रतियोगिताओं में भी
देश व प्रदेश के लिए मैडल हासिल करेगा।

अग्रवाल कॉलेज प्रबंधन ने दी बधाई  : जापान में 10वीं एशियन एयरगन चेम्पियनशिप में दो मैडल हासिल करने पर अनमोल जैन को उसके अग्रवाल कॉलेज प्रबधंन समिति के चेयरमैन देवेंद्र  गुप्ता व प्र्रिंसपल डॉ.कृष्णकांत गुप्ता ने बधाई देते हुए उसे जीवन में तरक्की करने का आर्शीवाद दिया है। कॉलेज के खेल शिक्षक डॉ.जगवीर सिंह ने भी अनेमाल जैन की इस सफलता पर उन्हें बधाई दी है। उन्होंने बताया कि अनमोल ने हाल ही अमृतसर में आयोजित ऑल इंडिया यूनिवर्सटी में गोल्ड मैडल जीत कर कॉलेज का नाम रोशन किया है।

Tuesday 5 December 2017

सूरजकुंड मेले की तैयारियां ज़ोरशोर से शुरू :पार्टनर कंट्री किर्गिस्तान थीम स्टेट होगा

सूरजकुंड मेले की तैयारियां ज़ोरशोर से शुरू :पार्टनर कंट्री किर्गिस्तान थीम स्टेट होगा

फरीदाबाद : 5 दिसम्बर  I  सूरजकुंड मेला  इस बार 2 फ़रवरी से 18 फ़रवरी को आयोजित होने वाला अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड मेले की तैयारियां ज़ोरशोर से शुरू हो गयी है जिसके लिए पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने मेला स्थल के दौरे करने शुरू कर दिए है. इस बार देश का सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश मेले की थीम स्टेट होगा जबकि इस बार पार्टनर कंट्री किर्गिस्तान बनेगा। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के प्रिंसिपल सेकेट्री अवनीश कुमार अवस्थी और हरियणा पर्यटन निगम के अस्सिस्टेंट चीफ सेक्रेटरी विजय वर्धन ने अधिकारियो के दल के साथ मीटिंग की और मेला परिसर का दौरा किया। इस चर्चा में मेले को आकर्षक रूप और मेला दर्शको को सुविधाएं देने के लिए चर्चा की. गौरतलब है की  इस बार मेला 15 दिन की जगह 17 दिन का होगा ।यह फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि पिछले साल सीएम मनोहर लाल खट्टर ने मेले की अवधी में तीन वीकेंड शामिल करने की घोषणा की थी जिसके  चलते यह फैसला लिया गया है । 

 उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के प्रिंसिपल सेकेट्री ने बताया की आज हरियाणा टूरिजम विभाग के अधिकारियो ने उन्हें यहाँ आमंत्रित किया था जिसके चलते आज वह यहाँ आये है और अधिकारियो ने उन्हें मेला स्थल का दौरा करवाया है और उन्हें पूरी डिटेल में जानकारियां दी.  उन्होंने बताया की थीम स्टेट होने के नाते वह इस बार उत्तर प्रदेश  की सांस्कृति और कला से मेला दर्शको को रूबरू करवाएंगे। उन्होंने कहा की उत्तर प्रदेश की तरफ से इस बार वह मेले में बनारस के घाट , संगम और अर्धकुम्भ के बारे में दर्शको को बताएँगे इसके साथ - साथ आयोध्या का राम मंदिर , मथुरा , आगरा का ताजमहल  के अलावा उत्तर प्रदेश के फोक संगीत , कलाएं और कल्चर  आदि दर्शको को दिखाएंगे।  उन्होंने बताया की वह लोग कोशिश कर रहे है की जो साडी बनारस में पारम्परिक रूप से बनायी जाती है उसे हस्तशिल्पियों द्वारा मेला परिसर में बनाकर दर्शको को दिखाया जाएगा।  वहीँ ऐसी बहुत सी चीजे है जो मेले में प्रदर्शित की जा सकती है जिस पर चर्चा चल रही है जिन्हे आने वाले समय में अमलीजामा पहनाया जाएगा।  उन्होंने बताया की हरियाणा टूरिजम और उत्तरप्रदेश टूरिजम मिलकर कोशिश कर रहा है की इस बार मेले में नायाब चीजे लेकर आये. वहीँ उन्होंने फ़ूड के बारे में बात करते हुए कहा की बनारस के चाट , बाटी चौखा लिट्टी और लखनवी लजीज व्यंजन भी वह लेकर आएंगे। उन्होंने बताया की इस बार उत्तर प्रदेश से  करीब 150 हस्तशिल्पी मेले में शिरकत करेंगे जो की हस्तशिल्प के हर क्षेत्र में माहिर है चाहे बात जरदोजी की हो या फरोजाबाद की कांच की चूडियो की हो  , लेडीज सूट पर चिकन का काम हो आदि चीजों को उत्तर प्रदेश के हस्तशिल्पी यहाँ लेकर आएंगे और अपनी कला का जोहर दिखाएंगे। उन्होंने कहा की कुल मिलकर इस बार मेले में उत्तर प्रदेश का क्राफ्ट और कल्चर दर्शको को देखने को मिलेगा। 

 अवनीश कुमार अवस्थी, प्रिंसिपल सेकेट्री , उत्तर प्रदेश पर्यटन 

 वहीँ हरियाणा टूरिजम के अधिकारी विजय वर्धन ने बताया की हर साल की तरह इस बार भी मेले में कुछ नया करने के लिए आज उन्होंने उत्तर प्रदेश के प्रिंसिपल सेकेट्री के साथ चर्चा की है. वहीँ उन्होंने ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा की इस मेले को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जिस तरह से खुद मॉनिटरिंग कर रहे है उसके लिए वह मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश का धन्यवाद करते है.  उन्होंने कहा की इस बार मेले में उत्तर प्रदेश की खूबसूरत छटा देखने को मिलेगी क्योंकि उत्तर प्रदेश भारत की जान है मेले में इस बार यूपी का कल्चर दर्शको के आकर्षण का केंद्र होगा। उन्होंने बताया की पिछली बार मेले में करीब 12 लाख दर्शको ने पहुंचकर मेले में रिकॉर्ड बनाया था वहीँ इस बार मेले की  अवधि को बढ़ाया गया है जिसके चलते इस बार मेला दर्शक तीन वीकेंडस तक मेले का आनंद ले सकते है. उन्होंने बताया की इस बार भी मेले की टिकट्स पिछली बार की तरह रहेगी और उनके रेट्स में कोई इजाफा नहीं किया गया है.  वहीँ इस बार फ़ूड कोर्ट में बनाये जाने वाले स्टाल्स में भी बढ़ौतरी की जा रही है.  

विजय वर्धन   - अस्सिस्टेंट चीफ सेक्रेटरी, हरियाणा पर्यटन विभाग  

Wednesday 22 November 2017

ब्रोन्किटिस ( बलगम खासी ) उपचार के लिए होमियोपैथी दवाईया

ब्रोन्किटिस ( बलगम खासी ) उपचार के लिए होमियोपैथी दवाईया

नई दिल्ली :23 नवम्बर I ब्रोंकाइटिस आपके ब्रोन्कियल ट्यूब्स के अस्तर की सूजन है, जो आपके फेफड़ों से और आपके लिए हवा ले जाती है। ब्रोंकाइटिस वाले लोग अक्सर मोटे हुए बलगम को खांसी करते हैं, जो विच्छेदित किया जा सकता है। ब्रोंकाइटिस या तो तीव्र या पुराना हो सकता है

अक्सर ठंड या अन्य श्वसन संक्रमण से विकसित होने पर, तीव्र ब्रोंकाइटिस बहुत आम है। क्रोनिक ब्रॉन्काइटिस, एक और अधिक गंभीर स्थिति, ब्रोन्कियल ट्यूबों के अस्तर की लगातार जलन या सूजन होती है, जो धूम्रपान के कारण होती है।

तीव्र ब्रोंकाइटिस आमतौर पर स्थायी प्रभावों के बिना कुछ दिनों में सुधार होता है, हालांकि आप कई हफ्तों तक खांसी जारी रख सकते हैं। हालांकि, अगर आपने ब्रोंकाइटिस के दोहराए हुए रोगों को दोहराया है, तो आपको क्रोनिक ब्रॉन्काइटिस हो सकता है, जिसे चिकित्सा ध्यान देने की आवश्यकता होती है। पुरानी ब्रोन्काइटिस एक पुरानी प्रतिरोधी फुफ्फुसीय रोग (सीओपीडी) में शामिल शर्तों में से एक है।

कारण - तीव्र ब्रोंकाइटिस आमतौर पर वायरस के कारण होता है, आमतौर पर वही वायरस जो सर्दी और फ्लू (इन्फ्लूएंजा) का कारण बनता है। एंटीबायोटिक वायरस नहीं मारते, इसलिए ब्रोनकाइटिस के ज्यादातर मामलों में इस प्रकार की दवाएं उपयोगी नहीं होती हैं।

पुरानी ब्रोन्काइटिस का सबसे आम कारण धूम्रपान सिगरेट है। वायु प्रदूषण और धूल या पर्यावरण या कार्यस्थल में जहरीले गैसों भी हालत में योगदान कर सकते हैं।

लक्षण - तीव्र ब्रोन्काइटिस या क्रोनिक ब्रॉन्काइटिस के लिए, लक्षण और लक्षणों में ये शामिल हो सकते हैं: -कफ़ाय, बलगम का उत्पादन (थूक), जो स्पष्ट, सफ़ेद, पीले-भूरे या हरे रंग में हो सकता है - शायद ही कभी, यह रक्त से अंकित हो सकता है , थकान, सांस की तकलीफ, थोड़ा बुखार और ठंड लगना, छाती की असुविधा

यदि आपके पास तीव्र ब्रोंकाइटिस है, तो आपके पास एक सताई वाली खाँसी हो सकती है जो सूजन के हल होने के कई हफ्तों तक आती है। क्रोनिक ब्रोन्काइटिस को उत्पादक खाँसी के रूप में परिभाषित किया जाता है जो कम से कम तीन महीने तक रहता है, जिसमें कम से कम दो लगातार वर्षों तक होने वाले आवर्ती बीट्स होते हैं।
यदि आपके पास क्रोनिक ब्रोन्काइटिस है, तो आपके पास समय हो सकता है जब आपके लक्षण और लक्षण खराब हो जाते हैं। उस समय, आपके क्रोनिक ब्रॉन्काइटिस के ऊपर तीव्र ब्रोंकाइटिस हो सकता है



एकोनिटम नॅप्लेस 30 - एकोनाइट अक्सर एक पूरी तरह से ब्रोंकाइटिस के विकास को रोक देगा। ऐकोनाइट ब्रोंकाइटिस में स्नेह की शुरुआत में निर्धारित किया गया है। यह जांच की गई पसीना, सर्दी, ड्राफ्ट या सूखी, ठंडी हवाओं के जोखिम के परिणामस्वरूप होती है। शिकायत एक झटके के साथ शुरू होती है, अक्सर छींकने वाली। शांतता, बेचैन नींद, पूर्ण, कठोर नाड़ी, और चिंता और बेचैनी जैसी विशेषता मानसिक स्थिति

ब्रोनोआ एल्बे 30-ब्रायोनिया अल्बा ब्रोन्काइटिस के उपचार के लिए शीर्ष होम्योपैथिक दवा है, और खासतौर पर जब खाँसी होती है तब इसका इस्तेमाल होता है। यदि मौजूद हो तो बलगम खांसी करना बहुत मुश्किल होता है और जंग रंग का हो सकता है। ब्रायोनिया अल्बा खांसी के दौरान गंभीर छाती के दर्द के उपचार के लिए बहुत उपयोगी साबित हो सकती है। मरीज को आराम से आराम से राहत मिलती है और गति पर और भी बदतर हो जाता है। रोगी बड़ी मात्रा में पानी की बढ़ती प्यास दिखा सकता है

फोस्फोरस 200-फास्फोरस ब्रोन्काइटिस के रोगियों के लिए एक बहुत ही लाभप्रद होम्योपैथिक दवा है। रोगी को मुख्य रूप से एक कठिन और शुष्क खांसी होती है। हँसकर और बात करके खांसी का नवीकरण किया जाता है। ठंड हवा आमतौर पर खाँसी बिगड़ती है सीने में अत्यधिक गर्मी एक और साथ लक्षण हो सकता है कई बार रोगी छाती के दर्द के साथ-साथ छाती, घबराहट और उत्पीड़न की शिकायत करते हैं। जब अपेक्षा की जाती है तो बलगम रक्त-दाग हो सकता है मरीज को ठंडे पेय, आइसक्रीम और रस के लिए तरस भी हो सकती है।

एंटिमोनियम टर्ट 30- एंटिमोनियम तीर्ट ब्रोंकाइटिस के लिए एक बहुत ही प्रभावी प्राकृतिक उपाय है जो मुख्य रूप से निर्धारित होता है जब ब्रोन्कियल ट्यूब श्लेष्म के साथ अतिभारित होते हैं। बलगम छाती में झुठलता है बलगम आसानी से बाहर नहीं निकलता है और अगर यह खांसी करता है, तो मात्रा कम है। होम्योपैथिक दवा ब्रोन्कियल ट्यूबों में बलगम की उपस्थिति का समर्थन करते हुए एंटिमोनियम तीर्ट ब्रोन्कियल ट्यूबों को खाली करने में बहुत मदद की जाती है। नम स्थानों के संपर्क के बाद श्वसन परेशानी अक्सर इस प्राकृतिक होम्योपैथिक उपचार के उपयोग के लिए कॉल करते हैं।

स्पोंगिया 30- ब्रोन्काइटिस के मामले होम्योपैथिक दवाओं के साथ अद्भुत तरीके से इलाज किए जा सकते हैं स्पोंगिया सूखी खाँसी और हवा के मार्गों की पूरी सूखापन के साथ पेश करते हैं। छाती में किसी भी बलगम के राल की कुल अनुपस्थिति है। मुख्य रूप से गर्म पेय रोगी को राहत प्रदान करते हैं। रोगी भी कई बार छाती के उत्पीड़न, कमजोरी और सांस लेने में कठिनाई की शिकायत करते हैं।

आईपीईसीएसी 30-आईपेकैक ब्रोंकाइटिस के लिए लगातार होम्योपैथिक उपाय है जो लगातार खांसी और सीने में श्लेष्म का चमचमाता है। ब्रोंची से बलगम को निकालने में लगातार खांसी लगने में मदद नहीं होती है Ipecac कम से कम प्रयास के साथ बलगम बाहर निकालने में मदद करता है ब्रोन्काइटिस में इस होम्योपैथिक दवा का उपयोग करने के लिए एक महत्वपूर्ण विशेषता खांसी से उल्टी की जाती है जिससे रोगी को कुछ राहत मिलती है।

मर्सिचुअस 30-मर्क ब्रोन्काइटिस के लिए एक और प्रभावी उपाय है। छाती के बीच के माध्यम से फोड़े से घुटन और दर्द होता है। खांसी सूखी, कच्ची और कर्कश होती है जो बहुत थका है। थूक पानी, लार की तरह, या पीले और म्यूको- पीप। वहां बुखार और पहाड़ियों और गर्मी का हलचल, ठंडे पेय के लिए इच्छा होती है, जो खांसी बढ़ जाती है। और राहत के बिना प

Tuesday 21 November 2017

मॉडल को मोबाइल एप केे रूप किया जा रहा है तैयार, अब देश में बाढ़ राहत प्रबंधन मॉडल विकसित करना लक्ष्यः डॉ संजीव गोयल

मॉडल को मोबाइल एप केे रूप किया जा रहा है तैयार, अब देश में बाढ़ राहत प्रबंधन मॉडल विकसित करना लक्ष्यः डॉ संजीव गोयल

 फरीदाबाद, 21 नवम्बर - वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, फरीदाबाद में सहायक प्रोफेसर डॉ. संजीव गोयल द्वारा आपदा राहत प्रतिक्रिया केे लिए विकसित पूर्वानुमान मॉडल अमेरिका में नदियों की बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में जरूरी प्रारंभिक संसाधनों के आकलन में प्रभावी साबित हुआ है।

डॉ. गोयन द्वारा यह मॉडल अमेरिका के पिट्सबर्ग विश्वविद्यालय, पेंसिल्वेनिया में अपने पोस्टडॉक्टरल अध्ययन के दौरान विकसित किया है। पिट्स स्वानसन स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग में सहायक प्रोफेसर (इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग) डॉ. लुईस लुआंग केर्सोन की देखरेख में किया गया यह अध्ययन आपदा प्रतिक्रिया में पूर्वानुमान मॉडल के प्रयोग पर केेन्द्रित था जो बड़े स्तर पर आने वाली बाढ़ के बाद खाद्य सामग्री तथा आश्रय जैसी जरूरतों कोे पूरा करने में प्रभावी साबित हुआ।

मॉडल के शुरूआती परिणामों कोे अमेरिका के ओकलाहोमा तथा मिसौरी राज्यों में इसी वर्ष ग्रीष्मकाल के दौरान आई बाढ़ के दौरान प्रयोग किया गया। इस पूर्वानुमान मॉडल की मदद से अमेरिकन रैड क्रॉस शुरूआती वित्तीय आकलन करने में सफल रहा, जो नदियों के कारण आने वाली बाढ़ के ‘शून्य’ दिवस पर सबसे महत्वपूर्ण होता है। इस मॉडल के कारण लोगों केे लिए जरूरी आश्रय तैयार करने तथा खाद्य सामग्री का प्रबंध करने में भी काफी मदद मिली।

वाईएमसीए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने डॉ. गोयल को अध्ययन की सफलता पर शुभकामनाएं दी है। डॉ. दिनेश कुमार ने कहा कि आपदा प्रतिक्रिया केे लिए जरूरी संसाधनों के पूर्व आकलन का मॉडल एक महत्वपूर्ण अध्ययन है जिससे देश में प्रतिवर्ष बाढ़ जैसी आपदाओं से होने वाली मृत्यु दर को कम किया जा सकता है।

ज्ञात हो कि डॉ. गोयल द्वारा यह अध्ययन विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा प्रयोजित एक वर्ष के फैलोशिप कार्यक्रम केे अंतर्गत किया गया जो अक्तूबर 2016 में शुरू हुआ था, जिसमें अमेेरिकन रैड क्रॉस सोसाइटी के गवर्नमेंट ऑपरेशन्स मैनेजर माइकल व्हाईटहेड का भी पूरा सहयोग रहा। 

अपने अध्ययन केे बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए डॉ. गोयल ने बताया कि किसी भी आपदा केे प्रारंभिक दिनों में आपदाग्रस्त क्षेत्र में राज्य एवं राष्ट्रीय संसाधनों की पहुंच में देरी होती है, जिसका कारण स्थानीय एजेंसियों द्वारा आकलन में लगने वाला समय होता है। हालांकि ऐसी स्थिति मेें जरूरत के मुबाबिक संसाधनों को प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचाया जा सकता है, यदि जरूरी अनुमान पहले से मिल सके। पूर्वानुमान मॉडल से इस प्रकार के आकलन आसानी से किये जा सकते है।

पूर्वानुमान मॉडल को विकसित करने के लिए डॉ. गोयल तथा डॉ. लुआंग केर्सोन ने जनसांख्यिकीय, भौतिक तथा ऐतिहासिक आंकड़ों का उपयोग किया है जोकि आपदा के पहले दिन आपदा क्षेत्र से उपलब्ध करवाये गयेे थे। यूएस आपदा नियंत्रण तथा रोकथाम केन्द्र के माध्यम से प्राप्त जनसांख्यिकीय आंकड़ों को सामाजिक भेद्यता सूचकांक के रूप लिया गया। इसी प्रकार, भौतिक नुकसान के प्रभावों को देखने के लिए ऐतिहासिक तथा मौजूदा बाढ़ के गेज आंकड़ों को राष्ट्रीय मौसम सेवा उन्नत हाइड्रोलोजी पूर्वानुमान सेवा से प्राप्त किया और ऐतिहासिक आंकड़े अमेरिकन रैड क्रॉस द्वारा उपलब्ध करवाये गये, जिसमेें पूर्व की बड़े स्तर पर आई बाढ़ केे दौरान नुकसान का आकलन, खाद्य सामग्री तथा आश्रय उपलब्ध करवाने संबंधी जानकारी शामिल है। डॉ. गोयल ने नदी  की बाढ़ केे लिए 186 से अधिक प्रांतों तथा 550 नदियों के पैमानों के आंकड़ों का विश्लेषण किया।

यह मॉडल आवासीय क्षति केे पूर्वानुमान तथा इसकेे परिणाम स्वरूप उत्पन्न होने वाली खाद्य तथा आश्रय जरूरतों के आकलन में सक्षम है। इस पूर्वानुमान को आपदा राहत के लिए जरूरी रसद, मानवबल तथा वित्तीय संसाधनों के आकलन के लिए प्रयोग किया जा सकता है। 

डॉ. गोयल ने दावा किया कि यदि आंकड़े उपलब्ध होने पर इसी तरह का मॉडल देश के लिए तैयार किया जा सकता है ताकि चेन्नई बाढ़ जैसी परिस्थिति उत्पन्न होने पर काफी जान बचाई जा सकती है। उन्होेंने बताया कि वे इस मॉडल को मोबाइल एप केे रूप तैयार कर रहे है। मोबाइल एप में स्थानीय आपदा प्रबंधक को केवल स्थान अंकित करना होगा और बाढ़ की स्थिति में जानकारी हासिल हो जायेगी कि कितने लोगों को आश्रय की जरूरत होंगी, कितने मकान क्षतिग्रस्त होंगे और कितनी खाद्य सामग्री की आवश्यकता होगी। इस प्रकार, यह मॉडल न केवल काफी लोगों की जान बचाने में सक्षम है, बल्कि इससे वित्तीय प्रबंधन में भी मदद मिलेगी। 

Monday 20 November 2017

सर्दी जुकाम ,नाक बंद के उपचार के लिए होमियोपैथी सर्वश्रेष्ठ

सर्दी जुकाम ,नाक बंद के उपचार के लिए होमियोपैथी सर्वश्रेष्ठ

नई दिल्ली ;21 नवम्बर I भरी हुई नाक तब होती है जब नाक और आसन्न ऊतकों और रक्त वाहिकाओं को अधिक तरल पदार्थ के साथ सूज हो जाता है, जिससे "घृणित" लग रहा हो। नाक की भीड़ या अनुनासिक निर्वहन या "बहुरंगी नाक" के साथ नहीं हो सकती है

आमतौर पर नाक की भीड़ पुराने बच्चों और वयस्कों के लिए एक झुंझलाहट है। लेकिन नाक की भीड़ उन बच्चों के लिए गंभीर हो सकती है जिनकी नींद उनकी नाक की भीड़ या शिशुओं से परेशान होती है, जिनके परिणामस्वरूप एक कठिन समय पर भोजन हो सकता है।

कारण - नाक की भीड़ किसी भी चीज के कारण हो सकती है जो अनुनासिक ऊतकों को उत्तेजित या उत्तेजित करती है। संक्रमण - जैसे सर्दी, फ्लू या साइनसाइटिस - एलर्जी और विभिन्न परेशानी, जैसे कि तम्बाकू धूम्रपान, सब कुछ नाक का कारण हो सकता है कुछ लोगों को बिना किसी स्पष्ट कारण के लिए लंबे समय से चलने वाले नाक हैं - एक शर्त जिसे नॉनलार्लिक राइनाइटिस या वासोमोटर रिनिटिस (वीएमआर) कहा जाता है।
कम सामान्यतः, नाक की भीड़ कणिकाओं या एक ट्यूमर के कारण हो सकती है।

नाक की भीड़ के संभावित कारणों में शामिल हैं: तीव्र साइनसाइटिस, एलर्जी, क्रोनिक साइनसिस, सामान्य सर्दी, डिकॉग्स्टेस्टेंट नाक स्प्रे अति प्रयोग, विच्छेदन सेप्टम, मादक पदार्थों की लत, सूखी हवा, बढ़े हुए एनोनेओड्स, नाक में विदेशी शरीर, हार्मोनल परिवर्तन, फ्लू, दवाएं, जैसे कि उच्च रक्तचाप की दवाएं, नाक जंतु, गैर एलर्जी रैनिटिस, व्यवसायिक अस्थमा, गर्भावस्था, श्वसन संक्रमण संबंधी वायरस, तनाव, थायराइड विकार, तंबाकू का धुआं, बहुभुज के साथ ग्रैनुलोमेटोसिस


  1. NUX VOMICA 30-Nux Vomica नाक बाधा रात के समय में अपने चरम पर है जब राहत प्रदान करने में महान मदद के प्रभावी होम्योपैथिक उपाय नक्स वोमिका रात के घंटों में बेहद भरे हुए नाक वाले रोगियों को आराम प्रदान करने में बहुत फायदेमंद है। रोगियों को इस होम्योपैथिक उपाय की आवश्यकता होती है, रात के समय तीव्र नाक भराई होती है। व्यक्ति यह भी वर्णन कर सकता है कि दिन के दौरान, रात में नाक निर्वहन होता है, इसे अवरुद्ध कर दिया जाता है। इसके अलावा मरीज़ एक तरफ नाक की बाधा और अन्य पर मुक्ति के मुक्त महसूस कर सकते हैं। खुली हवा में जाकर नाक अवरोध को भी बिगड़ता है।
  2. सैम्बुक्स एनआईजी 30-सॅंबुबुस नाक रुकावट के लिए एक और शीर्ष होम्योपैथिक दवा है जो अत्यंत नाक नाक छिद्रों के साथ है। रुकावट के कारण सांस लेने में बहुत मुश्किल है और यह व्यक्ति को बैठने के लिए मजबूर करता है। अधिकतर रात में, घुटन और साँस लेने में कठिनाई के कारण व्यक्ति को नींद से बैठना पड़ता है। नाक अवरोध के लिए शिशुओं को दिया जाने पर सैंबुबुस भी बहुत प्रभावशाली होता है। रुकावट घुटन और मुँह में सांस लेने की ओर जाता है और शिशु को मां की फूड लेने के दौरान बुरी स्थिति का सामना करना पड़ता है
  3. आर्सेनिक्स एल्बम 30-आर्सेनिकम एल्बम का निर्धारण तब किया जाता है जब नाक के अवरोध नाक एलर्जी के कारण होते हैं। यह मुख्य रूप से निर्धारित होता है जब नाक अवरोध के साथ जल नाक निर्वहन जल रहा है। वहाँ नाक से प्रचुर मात्रा में पानी और उत्तेजक निर्वहन है। तीव्र प्यास है और मरीज को खुली हवा में भी बुरा लगता है।
  4. ग्लेज़ैमियम 30-गिल्सिमियम निर्धारित किया जाता है जब नाक रुकावट में बंद महसूस होने के साथ सुस्त सिरदर्द होता है, और एक धाराप्रवाह नाक निर्वहन होता है।
  5. सिनापिस एनआईजीआरए 30 - सिनापीस नीग्रै एलर्जी के कारण नाक की भीड़ के लिए एक और उपाय है। यह तब निर्धारित होता है जब वैकल्पिक नहर एलर्जी की प्रतिक्रिया के कारण अवरुद्ध होते हैं। नाक और आंखों से भी मुक्ति होती है।
  6. कैलकिया कार्ब 30- नाक पॉलीप के कारण कैल्केरा कार्ब नाक रुकावट के लिए बहुत प्रभावी है कार्ब नाक कणों के लिए एक और उत्कृष्ट होम्योपैथिक दवा है। यह ज्यादातर बाएं पक्षीय नाक कणों के लिए संकेत दिया जाता है। बाएं तरफ नलिका अवरुद्ध लगता है नाक से भ्रूण पीला डिस्पैच के साथ इसमें शामिल किया जा सकता है नाक में दुख और विकृत सनसनी भी महसूस होती है। नाक में आक्रामक गंध भी चिह्नित है नाक की जड़ में बहुत अधिक सूजन होती है। क्लेक्वेरा कार्ब का निर्धारण तब किया जाता है जब लोग आसानी से ले जाते हैं। मौसम में बदलाव नाक की शिकायतों से जुड़ा होता है। कैल्केरा कार्ब वसा, पिलपिला व्यक्तियों के लिए अधिक उपयुक्त है, जिनके अंडे की लालसा है।
  7. लैम्ना लघु 30 - पॉलिप्स के कारण नाक अवरोध को हटाने के लिए लेम्ना माइनर शीर्ष होम्योपैथिक उपाय है। इसका उपयोग करने वाले लक्षण श्वास लेने में कठिनाई के साथ नाक कब्ज और गंध की हानि होते हैं। पोस्टेरियर टपकता भी नाक रुकावट के साथ आते हैं। कुछ व्यक्ति नाक डिस्चार्ज का अनुभव करते हैं, जबकि अन्य में, नाक गुहा शुष्क रहता है। अवरुद्ध नाक में आक्रामक गंध है लेम्ना माइनर पॉलीप के लिए सबसे प्रभावी होम्योपैथिक उपाय है जो गीली मौसम में बिगड़ता है। पॉलीप के मामलों में, लेम्ना माइनर नाक अवरोध को कम कर देता है, श्वसन की समस्या से राहत देता है, और गंध की शक्ति फिर से आती है।
  8. संगीन्रिया नाइट्रिकम 3 एक्स - सोंगुनेरिया नाइट्रिकम, पॉलीप के कारण नाक की भीड़ के लिए भी प्रभावी है और यह नाक को नाक के नाक के साथ अवरुद्ध होने पर भी एक प्रभावी होम्योपैथिक दवा है। डिस्चार्ज प्रकृति में बहुत जलते हैं और व्यक्ति को छींकने का भी अनुभव होता है।
  9. काली बीआईटीमाइकियम 30-काली बिच्रिमिक्यू सिनाइसिस के कारण नाक की भीड़ के लिए एक उत्कृष्ट उपाय है, जहां डिस्चार्ज गले में वापस चला जाता है।
फिल्मकारों को भारत आमंत्रित करना आईएफएफआई का प्रयास है : स्मृति जुबिन इरानी

फिल्मकारों को भारत आमंत्रित करना आईएफएफआई का प्रयास है : स्मृति जुबिन इरानी

गोवा :  21 नवंबर । सूचना और प्रसारण तथा वस्त्र मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन इरानी ने कहा है कि भारत उत्सव, समारोहों, सक्रिय युवाओं और कहानियों की भूमि है जहां 1600 बोलियों में कहानियां कही जाती हैं। सूचना और प्रसारण मंत्री गोवा में 48वें भारत अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहीं थीं।

   श्रीमती स्मृति जुबिन इरानी ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह के माध्यम से भारत सरकार का प्रयास कहानियों की धरती भारत में फिल्मकारों को आमंत्रित करना है। आईएफएफआई की भूमिका के बारे में उन्होंने कहा कि यह समारोह फिल्म प्रेमियों के लिए भारतीय फिल्म उद्योग के बड़े और चमकीले सितारों से मिलाने में सहायक होगा।

 गोवा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर पार्रिकर ने समारोह में भाग लेने वाले प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए कहा कि गोवा 2019 में 50वें आईएफएफआई की मेजबानी भव्यता के साथ करेगा। उन्होंने कहा कि गोवा में पिछले कुछ वर्षों में अच्छी फिल्म की संस्कृति विकसित हुई है और राज्य सरकार गोवा में फिल्म उद्योग को आगे विकसित करने का काम जारी रखेगी।

इससे पहले जाने-माने अभिनेता शाहरुख खान ने फिल्मकारों और प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए कहा कि फिल्म प्रेम के लिए होती है एक विचार को वास्तविकता में बदलने में सैकड़ों लोग मिल कर काम करते हैं।  उन्होंने कहा कि कहानी को कहने वाले और कहानी को सुनने वाले एक परिवार की तरह होते हैं और कहानियों में एक-दूसरे को साथ में बांधने की शक्ति होती है।

 आईएफएफआई 2017 के उद्घाटन समारोह का संचालन राजकुमार राव और राधिका आप्टे ने किया। इस अवसर पर जानी-मानी फिल्म हस्तियां ए. आर रहमान, श्रीदेवी, नाना पाटेकर तथा शाहिद कपूर उपस्थित थे। उद्घाटन समारोह में भारत का ढोल कार्यक्रम हुआ। इसमें देशभर के ढोल बजाए गए। विजुअल कार्यक्रम उत्सव में भारतीय संस्कृति की विविधता दिखाई गई।

48वें आईएफएफआई में हाल के श्रेष्ठ अंतर्राष्ट्रीय सिनेमा दिखाया जाएगा। इसमें रिट्रोस्पेक्टिव, ब्रिक्स पुरस्कार विजेता फिल्में, श्रद्धांजलि और पिछले वर्ष के श्रेष्ठ भारतीय सिनेमा प्रोडक्शन को दिखाने वाला भारतीय पैनोरमा वर्ग है जिसका उद्देश्य युवा सृजनकारी मस्तिष्क को संवाद और विचार अभिव्यक्ति और सीखने का मंच प्रदान करना है।

आईएफएफआई 2017 में 82 देशों से 195 फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा जिनमें से 10 विश्व प्रीमियर, 10 एशियाई और अंतर्राष्ट्रीय प्रीमियर और 64 से अधिक भारतीय प्रीमियर होंगे। आईएफएफआई 2017 के अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धा वर्ग में  स्वर्ण और रजत मयूर पुरस्कारों के लिए 15 फिल्मों की प्रतियोगिता होगी। अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता ज्यूरी का नेतृत्व प्रसिद्ध फिल्म निर्माता मुजफ्फर अली करेंगे और अन्य जूरी सदस्यों में ऑस्ट्रेलिया से मैक्सिन विलियमसन, इजरायल के अभिनेता-निर्देशक तज़ही ग्रैड, रूसी सिनेमैटोग्राफर व्लादिस्लाव ओपेलियंट्स, ब्रिटेन के निदेशक और प्रोडक्शन डिजाइनर रोजर क्रिश्चियन शामिल हैं।

आईएफएफआई 2017 भी उद्घाटन के साथ-साथ समापन फिल्मों में मजबूत अंतर्राष्ट्रीय संबंध के साथ भारत-केंद्रित परियोजनाओं को भी दिखाया जाएगा। भारत में निर्मित ईरानी मास्टर माजिद माजीदी की पहली फिल्म "बियोन्ड द क्लाउड्स" और पाब्लो सीजर की इंडो-अर्जेंटीना का सह-प्रोडक्शन "थिंकिंग ऑफ हिम" उद्घाटन और समापन अवसर पर प्रदर्शित की जायेंगी। यह गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर के जीवन के एक प्रसंग पर है।

देश में अपनी तरह का पहला आईएफएफआई 2017 में जेम्स बॉन्ड फिल्मों का एक विशेष रूप से क्यूरेटिड वर्ग तैयार किया गया है। जेम्स बॉन्ड की 9 विशेष फिल्मों के साथ 1962 से 2012 तक जेम्स बॉन्ड के चरित्र को निभाने वाले अभिनेताओं को दिखाया जाएगा। इसके अलावा, आईएफएफआई 2017 में टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल द्वारा क्यूरेटिड कनाडा पर विशेष निर्माण पर फोकस किया जाएगा।

48 वें आईएफएफआई में श्रद्धांजलि प्रस्तुतियों में दिवंगत अभिनेताओं ओम पुरी, विनोद खन्ना, टॉम अल्टर, रीमा लागू, जयललिता, निर्देशक अब्दुल माजिद, कुंदन शाह, दसरी नारायण राव और चलचित्रकार रामानंद सेनगुप्ता को श्रद्धांजलि दी जायेगी।

आईएफएफआई 2017 में ब्रिक्स फिल्म पैकेज के हिस्से के रूप में ब्रिक्स क्षेत्र की 7 पुरस्कार विजेता फिल्मों को विशेष रूप क्यूरेटिड कर प्रस्तुत किया जाएगा। आईएफएफआई 2017 में सुगम्य भारत, सुगम्य सिनेमा खंड में दृष्टि से विकलांग लोगों के लिए 2 ऑडियो-वर्णित कार्यों का प्रदर्शन किया ताकि भारत सरकार के 'सुगम्य भारत अभियान' के लिए समर्थन जारी रखा जा सके।

48 वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव, 2017 में भारतीय पैनोरमा में फ़ीचर और गैर-फीचर फिल्मों को आगे भी प्रदर्शित किया जाएगा। भारतीय पैनोरोमा के फीचर फिल्म वर्ग की उद्घाटन फिल्म विनोद कापड़ी निर्देशित पीहु होगी। भारतीय पैनोरमा का गैर-फीचर फिल्म वर्ग पुष्कर पुराण है जो कमल स्वरूप द्वारा निर्देशित किया गया है। यह पूरे देश के नए भारतीय सिनेमा को प्रदर्शित करेगा।
 आधार डाटा का कभी उल्लंघन और लीक नहीं हुआ : यूआईडीएआई

आधार डाटा का कभी उल्लंघन और लीक नहीं हुआ : यूआईडीएआई

नई दिल्ली :21 नवम्बर I यूनिक आईडेंटिटी अथारिटी ऑफ इंडिया (यूआईडीएआई) ने मीडिया के कुछ वर्ग में ‘210 सरकारी वेबसाइटों ने आधार सूचना को सार्वजनिक किया’ शीर्षक से प्रकाशित समाचार के बारे में कहा है कि ऐसी खबर में तथ्यों को इस तरह से तोड़ा-मरोडा गया है जैसे आधार डाटा का उल्लंघन किया गया हो और डाटा चुराया गया हो। यह सही स्थिति नहीं है। यूआईडीएआई ने एक बयान में कहा है कि आधार डाटा पूरी तरह से सुरक्षित है और यूआईडीएआई की तरफ से कोई डाटा सार्वजनिक रूप से प्रकट नहीं किया गया है और न ही किसी तरह का उल्लंघन हुआ है।

यूआईडीएआई ने कहा कि इन वेबसाइटों पर कथित डाटा इन सरकारी और संस्थागत वेबसाइटों द्वारा आरटीआई अधिनियम के अंतर्गत दी गई जानकारी के रूप में प्रकट किए गए थे। इसमें लाभार्थी का नाम, पता, बैंक खाता और आधार नम्बर सहित अन्य ब्यौरे दिये गए थे। विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के लिए डाटा तीसरे पक्ष/ यूजर से एकत्रित किए गए थे। एकत्रिक सूचना आरटीआई अधिनियम के अंतर्गत सार्वजनिक रूप से प्रकट की गई थी। यूआईडीएआई के डाटा बेस या सर्वर से आधार डाटा का उल्लंघन और लीक नहीं हुआ है, जैसा कि प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है।

यूआईडीएआई ने कहा कि इस बारे में फौरन कार्रवाई करते हुए यूआईडीएआई तथा इलेक्ट्रानिक तथा सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने संबंधित सरकारी विभागों/ मंत्रालयों को अपनी वेबसाइटों से इसे तुरंत हटाने और भविष्य में ऐसा होने से रोकने का निर्देश दिया था। विभिन्न स्तरों पर कुछ अन्य कदम भी उठाए गए ताकि आधार नम्बरों का प्रदर्शन रोकना सुनिश्चित किया जा सके। यूआईडीएआई की कार्रवाई के बाद इन वेबसाइट से इस तरह का डाटा हटा दिया गया, लेकिन खबर इस तरह से तोड़-मरोड़ कर प्रस्तुत की गई और पाठक को इस तरह भ्रमित किया गया जैसे 210 वेबसाइटों से आधार डाटा लीक किए गए और इनका उल्लंघन हुआ और इससे आधार की सुरक्षा को खतरा है।

यूआईडीएआई ने फिर दोहराया कि आधार सुरक्षा प्रणाली श्रेष्ठ अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप है और आधार डाटा पूरी तरह से सुरक्षित है। यूआईडीएआई की ओर से आधार डाटा का उल्लंघन और लीक नहीं हुआ है। इन वेबसाइटों पर सार्वजनिक किए गए आधार नम्बरों से लोगों को किसी तरह का खतरा नहीं है क्योंकि बायोमिट्रिक सूचना कभी भी साझा नहीं की जा सकती और यह यूआईडीएआई में सर्वोच्च इंक्रिप्शन के साथ सुरक्षित है। बायोमिट्रिक के बिना जनसांख्यिकी सूचना का दुरूपयोग नहीं किया जा सकता।

यूआईडीएआई ने स्पष्ट किया कि आधार नम्बर कोई गोपनीय नम्बर नहीं है। यदि कोई आधार धारक सरकारी कल्याण योजनाओं / या अन्य सेवाओं का लाभ लेना चाहता है तो उसे प्राधिकृत एजेंसियों के साथ आधार नम्बर साझा करना होता है। लेकिन इसका अर्थ यह नहीं की आधार नम्बर के उचित इस्तेमाल से सुरक्षित या वित्तीय सुरक्षा को खतरा है। यह भी की केवल आधार नम्बर की उपलब्धता कोई खतरा नहीं है और इससे किसी तरह की वित्तीय/ अन्य जालसाजी नहीं की जा सकती क्योंकि सफल प्रमाणीकरण के लिए व्यक्ति के अंगुली के निशान और आंख की पुतली की भी आवश्यकता होती है। सभी तरह का प्रमाणीकरण सेवा प्रदाताओं के कर्मियों की मौजूदगी में किया जाता है।

यूआईडीएआई सुरक्षा प्रणाली लोक भागीदारी वाली सुरक्षा प्रणाली है और इसके तहत यूआईडीएआई पोर्टल पर बायोमिट्रिक लॉक सुविधा उपलब्ध है। आधार कार्ड धारक यूआईडीएआई के आधिकारिक वेबसाइट पर अपने बायोमिट्रिक पर लॉक सुविधा का उपयोग कर सकता है।
Delhi Juniors win Silver Medal in first ever Mixed Trap Shooting Event at National Level

Delhi Juniors win Silver Medal in first ever Mixed Trap Shooting Event at National Level

New Delhi :20 November I 61st National Shooting Championship Competitions (61st NSCC) being held in Delhi’s Dr. Karni Singh Shooting Range, from 14-25 November 2017 mark a departure from earlier such competitions as Mixed Events were organized for the first time at the national level, in line with the decision of The International Shooting Sports Federation for the 2020 Tokyo Olympics.

The mixed events were added by the ISSF after the body axed men's 50m pistol, 50m rifle prone and double trap events from the Olympics cycle to accommodate International Olympic Committee's agenda of gender equality at the Games.

At the ongoing 61st National Shooting Championship Competitions, Delhi’s 15 year old Vibhhu Sharma and Saumya Gupta represented Delhi State Rifle Association and won Silver Medal. 

Vibhhu Sharma has been part of Top-12 National Squad Junior Shooters since his first National Championship in 2013. Vibhhu Sharma also scored his personal best of 113/125.

In the Junior Men’s Trap, Vibhhu Sharma was third to qualify for the finals with a score of 113 in qualifications, which was topped by Rajasthan’s Aman Ali Elahi with a score of 116. Interestingly 15-year-old Vibhhu Sharma equated the score of this year’s Gold medalist Lakshay Sheoran of Haryana.

Vibhhu Sharma, currently studying in Class Xth at Sanskriti School, New Delhi is a keen learner and has equal interest in academics, music, and sports. He had recently won Sanskriti School’s Sarvocch Puruskar for academic achievements in all subjects. Vibhhu feels that the sport of shooting has helped him become strong willed and determined to excel not just in sports but academics too. Vibhhu is an avid runner, runs 8 Kms every day. Vibhhu was also Awarded ABRSM Trophy for distinction in Music and Piano conducted by The Associated Board of the Royal Schools of Music, London.

Vibhhu feels that the sport of shooting has helped him become strong willed and determined to excel not just in sports but academics too. Vibhhu is an avid runner, runs 8 Kms every day. Vibhhu was also Awarded ABRSM Trophy for distinction in Music and Piano conducted by The Associated Board of the Royal Schools of Music, London.

Sunday 19 November 2017

एडिनोइड ( गले की पीछे गरंथी की सूजन ) उपचार के लिए होमोपेथी चिकित्सा

एडिनोइड ( गले की पीछे गरंथी की सूजन ) उपचार के लिए होमोपेथी चिकित्सा

फरीदाबाद :20 नवम्बर।  एडेनोइड गले के पीछे स्थित छोटे ऊतक होते हैं। वे टॉन्सिल्स के समान हैं, और उनके ऊपर स्थित हैं। यदि आप अपने गले के पीछे को देखते हैं, तो टॉन्सिल को देखा जा सकता है, लेकिन एडिनाइड सीधे दिखाई नहीं दे रहे हैं।दोनों एडेनोइड्स और टॉन्सिल प्रतिरक्षा प्रणाली का हिस्सा हैं, जो आपके शरीर में संक्रमण को रोकने और लड़ाई में मदद करता है।

एडिनोइड जन्म के समय मौजूद हैं। जब तक कोई बच्चा 3 और 5 साल की उम्र के बीच नहीं होता तब तक वे बढ़ते हैं। आम तौर पर, वे 7 साल के आसपास सिकुड़ना शुरू करते हैं। वे वयस्कता में काफी कम हो जाते हैं।
वे उस मार्ग में स्थित हैं जो नाक गुहा के पीछे गले को जोड़ते हैं। वे अपने शरीर में संक्रमण से लड़ने में मदद करने के लिए एंटीबॉडी का उत्पादन करते हैं। वे बैक्टीरिया और वायरस को नियंत्रित करने में भी मदद करते हैं जो आपकी नाक से प्रवेश कर सकते हैं। शुरुआती सालों के दौरान, शिशुओं के संक्रमण से शिशुओं की रक्षा करने में मदद करता है। जब वे शरीर में प्रवेश करते हैं, तब वे बैक्टीरिया और वायरस को छिपते हैं

संक्रमित होने वाले एडीनोइड आम तौर पर बड़ा हो जाते हैं, लेकिन जब संक्रमण कम हो जाता है तो उनके सामान्य आकार में वापस आ जाती है। हालांकि, कुछ मामलों में, संक्रमण समाप्त होने के बाद भी, एडिनोइड बढ़े हुए हैं।

बढ़े हुए एडेनोड्स एलर्जी के कारण भी हो सकते हैं। कुछ बच्चों ने जन्म से एडेनोइड का विस्तार किया है।
लक्षण - बढ़े हुए एडीनोइड लक्षणों सहित कई लक्षण पैदा कर सकते हैं:
• अवरुद्ध, भरी हुई नाक
• कान की समस्याएं
• सो रही समस्याओं
• खर्राटों
• गले में खराश
• निगलने में कठिनाई
• गले में सूजन ग्रंथियां
• नाक के माध्यम से श्वास लेने की समस्याएं
• गोंद कान (मध्य कान में द्रव का निर्माण, जो सुनवाई की समस्या पैदा कर सकता है
• फटा हुआ होंठ और शुष्क मुँह (श्वास की समस्याओं से)
स्लीप एपनिया (नींद के दौरान अनियमित श्वास)



बरिटा कार्ब 30-बरिता कार्ब बढ़े हुए एडेनोड्स के लिए शीर्ष होम्योपैथिक दवाओं में से एक है। यह भी निर्धारित किया जाता है जब दोनों टॉन्सिल और एडेनोइड्स बढ़े हैं।चरम सीमाओं में ठंडा होने पर बच्चे को संवेदनशीलता महसूस होती है ठंड हवा में थोड़ी सी भी जोखिम खांसी का कारण बनता है मौसम में थोड़ी सी भी बदले में खांसी भी दिखाई देती है। छींकने और मोटी पीले नाक का निर्वहन भी देखा जा सकता है। गले में दर्द निगलने पर बिगड़ता है। मुंह एक आक्रामक गंध बंद देता है बच्चा शारीरिक रूप से सुस्त और सुस्त हो सकता है पैर में अप्रिय पसीना होता है

कैल्केरा कार्ब 30- कैलेक्वेरा कार्ब, बढ़े हुए एडिनॉइड के लिए ठंड को पकड़ने की एक प्रवृत्ति है। कैलेक्वेरा कार्ब को निर्धारित किया जाएगा जहां बच्चे को सर्दी के लिए अतिसंवेदनशील होता है और प्रत्येक ऐसे जोखिम के बाद बीमार पड़ जाता है। संक्रमण के लिए इस पुरानी प्रवृत्ति के परिणामस्वरूप बढ़े हुए एडिनॉइड या टॉन्सिल होते हैं। ऐसे बच्चे भी खोपड़ी पर अधिक से अधिक परेशान करते हैं और एक फैटी, झपके संविधान हैं। वह अत्यधिक चिड़चिड़ा और हठी हो सकती है। इस तरह के मामलों में चाक, मिट्टी, चूने जैसी अपचयी चीजों की इच्छा मनाई गई है। कैलिकेरा कार्ब बच्चे की अंडे के लिए अजीब तरस होती है

एगैफ़िस नुटन्स 3 एक्स - एग्रैफ़िस न्यूटेंस बढ़े हुए एडेनोड्स के लिए लगभग विशिष्ट उपाय है, बधिरता बढ़े हुए एडेनोड्स के कारण होती है। बच्चे मुंह से सांस लेते हैंबहुत स्पष्ट बलगम निर्वहन
हेड्रास्टिस कनाडेसिस 30-हाइड्रैस्टिस बढ़े हुए एडिनॉइड के लिए एक उत्कृष्ट उपाय है। नाक से पीला दृढ़ बलगम है।नाक की रुकावट के साथ कोरिज़ा लिम्फोइड हाइपरट्रॉफी मौजूद है।

 मेर्क्यूरियस एसओएल 30- मर्क सोल को बढ़े हुए एडेनोइड से जुड़े कानों के संक्रमण के मामले में संकेत दिया गया है। ऐसे मामलों में मूस की तरह, मोटी, पीली, कभी-कभी कान से पानी के मुंह से छीन लिया जाता है।प्रकृति में भ्रूण या आक्रामक हो सकता है। कान में दर्द उपस्थित हो सकता है रात के दौरान कान की शिकायत खराब हो जाती है। कान की आशंका के साथ शोर की तरह आवाज़ सुनाई जा सकती है।

मेर्क्यूरियस आइडोडिड 30- मर्स आयोडाइड बढ़े हुए एडेनोइड के सभी मामलों के लिए एक महत्वपूर्ण उपाय है।टॉन्सिल शामिल हैं मुंह से आक्रामक गंध कोस्टेंट झुकाव को निगलने के लिए

काली सुप्दरिकम 30-काली सल्फ्यूरिकम एडीनोइड के लिए एक प्रभावी उपाय है जो सर्जरी के बाद फिर से आना है। काली सल्फ़ुरिकम का उपयोग करने वाले लक्षण एक अवरुद्ध नाक, मुँह श्वास और खर्राटे ले रहे हैं। पीला रंग का नाक का निर्वहन देखा जा सकता है।

अमोनियम कार्ब 30-अमोनियम कार्ब, बढ़े हुए एडेनोइड के लिए चिह्नित नाक अवरोध के साथ उत्कृष्ट उपाय है। नाक की बाधा रात में सबसे अधिक चिह्नित है। अवरुद्ध नाक की वजह से मुँह साँस लेना स्पष्ट है। अमोनियम कार्ब भी नाक के खून बह रहा है, विशेषकर सुबह में।

ओपियम 200 - बढ़े हुए एडेनोइड के कारण खर्राटों के लिए अफीम एक प्रभावी उपाय है। घबराहट, कठोर साँस लेने के साथ गहरी खर्राटे ले रही है सो रही है जबकि श्वास में अक्सर क्षणिक विराम का उल्लेख किया जा सकता है।
चीन ऑफ़फिक्सनलिस 30- चीन आफिसनलिस को निर्धारित किया जाता है जब नींद में विलाप और रोने के साथ भारी खर्राटे होती है। बच्चे को नींद में परेशान किया गया है और सुबह में बेहोश हो जाता है। वह दिन के दौरान नींद और ज़ोरदार नींद महसूस करता है।

सिस्टस कनाडेसिस 30-सीस्टस कर सकते हैं ग्रंथि या संधिशोथ व्यक्तियों के लिए प्रभावी है जिन्होंने टॉन्सिल को बड़ा किया है गले में गर्मी और सूखने का ख्याल है। गर्दन में सूजन करके एक तरफ खींचा। सिस्टस रोगी अक्सर पेय खाते हैं खाने के बाद बेहतर महसूस होता है। यह अंधेरे आँखों वाले काले बालों वाले बच्चों के लिए उपयुक्त है।

बादाम 30-ब्रोमिन एनेवेरोइड के सर्जिकल हटाने के 

Saturday 18 November 2017

JETSOR PANASONIC SOLAR अब दिलवाएगी बिजली बिल से छुटकारा

JETSOR PANASONIC SOLAR अब दिलवाएगी बिजली बिल से छुटकारा

नई दिल्ली : 19 नवम्बर I विश्व ख्याति प्राप्त जपानी कम्पनी PANASONIC ने अपने सोलर पदार्थों के लिए हरियाणा में  सोलर पॉवर प्लांट  लगाने के लिए JETSOR Power Systems Private Limited को अधिकृत इ पी सी पार्टनर नियुक्त किया है. जेटसर के निदेशक मनोज जेटली ने बताया की पेनासोनिक लगभग १०० साल पुरानी जापानी कम्पनी है जिसकी सोलर डिवीज़न को हरियाणा में जेटसर द्वारा प्रस्तुत किया जायेगा.

मनोज ने बताया कि PANASONIC के सोलर सेल दुनिया में सबसे ज्यादा बिजली पैदा करते हैं जिसको जर्मन की सबसे बड़ी प्रयोगशाला ने भी award भी दिया है.

JETSOR पॉवर सिस्टम का दावा है कि PANASONIC हरियाणा कि 50 पर्तिशत solar मार्किट को कैप्चर कर लेगी क्योकि PANASONIC दुनिया का सबसे पसंदीदा ब्रांड है और PANASONIC फिलहाल एक मात्र ऐसी कंपनी है जो पूरा सोलर पेनल अपने ही प्लांट में बनाती है जबकि दूसरी कम्पनिया एक ही पेनल को अलग अलग वेंडरों द्वारा बनवाती है जेटसर  के निदेशक मनोज जेटली ने कहा कि PANASONIC और जेटसर की प्र्फैस्नल टीम मेगा वाट तक के सोलर पॉवर प्लांट लगाने में निपूर्ण है.

PART 1 

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Friday 17 November 2017

 केबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने पांचवे इंडिया इंटरनेशनल टैटू कन्वेंशन का शुभारम्भ किया

केबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने पांचवे इंडिया इंटरनेशनल टैटू कन्वेंशन का शुभारम्भ किया

फरीदाबाद, 17 नवम्बर -तीन दिवसीय " पांचवे इंडिया इंटरनेशनल टैटू कन्वेंशन "  का हुआ शुभारम्भ । केबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने रिब्बन काटकर और दीप प्रज्वलित करके पांचवे इंडिया इंटरनेशनल टैटू कन्वेशन का शुभारंभ किया । केबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने टैटू कन्वेंशन का किया अवलोकन। उन्होंने कहा की टैटू कला पांच हजार साल पुरानी कला है और हर टैटू एक सन्देश देता है. केबिनेट मंत्री ने कहा जहाँ आज युवाओ में टैटू का क्रेज बहुत जायदा देखा जाता है वहीँ टैटू कला के माध्यम से युवाओ को रोजगार भी मिलता है. उन्होंने आयोजकों से कहा की वह पर्यावरण और स्वछता को धयान में रखते हुए ऐसे टैटू चित्र डिजाइन करें जो पर्यावरण और स्वछता की जागरूकता के अच्छे सन्देश दे.   इस तीन दिवसीय टैटू कन्वेंशन मे जाने माने देश विदेश के 100 से जायदा टैटू आर्टिस्ट अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। 


  पत्रकारों से बातचीत करते हुए केबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने कहा की फरीदाबाद में तीन दिवसीय " पांचवे इंडिया इंटरनेशनल टैटू कन्वेंशन " का उन्होंने शुभारम्भ किया है जिसके लिए वह आयोजकों का धन्यवाद करते है क्योंकि फरीदाबाद में अंतर्राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम आयोजित करके फरीदाबाद को इंटरनैशनल पहचान देने का सराहनीय कदम उठाया है. उन्होंने बताया की इस टैटू कन्वेंशन में देश - विदेश के सौ से जायदा टैटू आर्टिस्ट इनमे भाग ले रहे है जिसकी वजह से फरीदाबाद को तो हाइप मिलेगी वहीँ इस कला के माध्यम से युवाओ को रोजगार देने का बहुत बड़ा साधन है. उन्होंने बताया की टैटू एक प्राचीन कला है यह कला लगभग पांच हजार साल पुरानी है उस जमाने में अलग - अलग समाज और संस्कृति के लोग अपने शरीर पर टैटू बनवाते थे. उन्होंने बताया की टैटू अपने आप में एक सन्देश देने का बहुत बड़ा माध्यम है और यह एक बहुत प्राचीन कला है और ऐसे बड़े आयोजनों से जहाँ टैटू कला को और भी बल मिलता है वहीँ युवाओ को रोजगार भी मिलेगा। 

उन्होंने देश विदेश से आये टैटू कलाकारों को शुभकामनाये दी और कहा की वह सिर्फ टैटू बनाये ही नहीं बल्कि युवाओ को टैटू कला सिखाये भी ताकि युवाओ को रोजगार मिले। उन्होंने कहा की उन्होंने आज धार्मिक से लेकर हर तरह के टैटू के चित्र यहाँ अवलोकन के दौरान देखे है और हर टैटू एक सन्देश देता है वहीँ उन्होंने आयोजकों से कहा की पर्यावरण और स्वछता को धयान में रखते हुए ऐसे चित्र बनाये जिससे पर्यावरण और स्वछता का सन्देश भी दिया जा सके.  ताकि हम अपनी और आने वाली पीढ़ियों की सुरक्षा कर पाएंगे।

 इस तीन दिवसीय इंटरनेशनल टैटू कन्वेंशन में भारी संख्या में युवाओ के पहुंचने की उम्मीद जतलाई जा रही है. क्योंकि आज के दौर में शरीर पर टैटू गुदवाना एक फैशन का हिस्सा भी बन चुका है फिर चाहे युवक हो या युवतियां सभी में इस कला के प्रति आकर्षण बढ़ता ही जा रहा है. इस तीन दिवसीय सेमीनार में हर रोज दर्शको के लिए रॉक बैंड और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किये जाएंगे। 

Thursday 16 November 2017

मानव रचना अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय ने  ऑकलैंड इंस्टीट्यूट ऑफ स्टडीज, न्यूज़ीलैंड के साथ अपनी ज्ञान भागीदारी को बढ़ाया

मानव रचना अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय ने ऑकलैंड इंस्टीट्यूट ऑफ स्टडीज, न्यूज़ीलैंड के साथ अपनी ज्ञान भागीदारी को बढ़ाया

फरीदाबाद, 16 नवंबर: मानव रचना इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी (एमआरआईयू) और ऑकलैंड इंस्टीट्यूट ऑफ स्टडीज (एआईएस), न्यूजीलैंड के बीच अंतर्राष्ट्रीय संबंध में मानव रचना के तीन साल इंटरनेशनल बिजनेस और सूचना प्रौद्योगिकी  के पाठ्यक्रमों का समर्थन करने के लिए अपने मौजूद संबंधों को बढ़ाने के लिए आज एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।

एमआरआईआई के अध्यक्ष डॉ प्रशांत भल्ला की उपस्थिति में डॉ रिचर्ड स्मिथ, उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी, एआईएस और डॉ एन सी वाधवा, उपाध्यक्ष, एमआरआईयू के बीच सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए गए थे। डॉ संजय श्रीवास्तव, एम् दी,, एमआरईआई; और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस मौके पर मौजूद रहे ।

यह उल्लेखनीय है कि मानव रचना इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी (एमआरआईयू), न्यूजीलैंड क्वालिफिकेशन अथॉरिटी (एनजेड्यूए्यूए) द्वारा अनुमोदित एआईएस कार्यक्रमों के वितरण के लिए एक ऑफ शोर साइट के रूप में मान्यता प्राप्त और ऑफ शोर साइट के रूप में स्वीकृत होने वाले पहले भारतीय शिक्षा प्रदाताओं में से एक था।

समझौते में निम्नलिखित शामिल हैं:
·         पाठ्यक्रम के विकास और उन्नयन में एआईएस, एनजेड से सहायता, प्रक्रियाओं और गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली।

 ·         इस समर्थन के कार्यान्वयन में एमआरआईयू में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और सूचना प्रौद्योगिकी कार्यक्रमों के साथ मौजूदा एआईएस, एनजेड कार्यक्रमों में  भागीदारी  होगी।

·         एमआरआईयू में इन दो पाठ्यक्रमों को पड़ने वाले छात्र, न्यूजीलैंड में पढाये जाने वाली मूडल प्रणाली का प्रगोग कर पाएंगे

·         अधिक महत्वपूर्ण फैकल्टी बातचीत के साथ फैकल्टी एक्सचेंज

 ·         अनुसंधान सहयोग

·         अंग्रेजी दक्षता स्तर की परीक्षा के लिए प्रमाणन में सहायता

एमआरआईयू में इन दो पाठ्यक्रमों को पड़ने वाले छात्रों को अपने तीसरे वर्ष के दौरान न्यूजीलैंड के ऑकलैंड इंस्टीट्यूट ऑफ स्टडीज में कम्प्लीमेंटरी स्टडी अब्रॉड प्रोग्राम  से गुजरने का अनूठा अवसर मिलेगा।

डॉ एन सी वाधवा, वीसी, एमआरआईयू ने कहा, "मानव रचना के स्टूडेंट्स को हमेशा से इंटरनैशनल लेवल की शिक्षा प्रदान करने की कोशिश की जाती है  ताकि उन्हें भविष्य के वैश्विक नागरिक के रूप में उभरने में मदद मिल सके। एआईएस के साथ हमारे संबंधों का विस्तार, ने हमारे लिए प्रतिबद्धता और गुणवत्ता की शिक्षा के प्रति प्रयासों को और तेज़ करने के लिए एक नया बेंचमार्क तय किया है, और वैश्विक शैक्षिक परिदृश्य पर हमारी स्थिति मजबूत करेगा। "

Tuesday 14 November 2017

Escorts Limited, known as Farmtrac Tractors in Europe, unveils Global Tractor Series designed by Studio F. A. Porsche at Agritechnica 2017 in Hanover, Germany

Escorts Limited, known as Farmtrac Tractors in Europe, unveils Global Tractor Series designed by Studio F. A. Porsche at Agritechnica 2017 in Hanover, Germany

New Delhi:15 November | Farmtrac Tractors Europe, leading International tractor producer, today unveiled its latest global tractor portfolio ranging from 20-120 HP, at Agritechnica 2017, including the first electric tractor produced by Indian parent company Escorts Ltd.

Named NETS (New Escorts Tractor Series) the newest Farmtrac tractors are fully compliant with EPA Tier 4 emission regulations, and designed with simplicity for farm applications at each power level. Styling by Studio F. A. Porsche brings the range a unique blend of style and comfort, providing a complete new look and aesthetics for today’s global farmers.

The range includes the flagship NETS models, offering power ratings from 70 to 90 HP; compact tractors in 22 to 30 HP options; crossover tractors designed to appeal to both on-farm and haulage applications, and tractors with cabin options for added driving comfort.

Today at Agritechnica, Farmtrac also introduced EPA Tier 4 emission regulations compliant CRDi engines, previously limited to cars and naturally-aspirated machines, which the company says will meet customer demands from the United States, Europe, Latin America, Africa and ASEAN countries, as well as the growing numbers of ‘new generation’ farmers in its domestic Indian market.

In the shape of the Farmtrac 26E, the company also provided a glimpse of its future intentions: the eco-friendly electric tractor is the first such tractor to be developed and built in India, the world’s largest tractor market where the annual demand for tractors is seeing double-digit growth. Although still in development, the full production version is expected during 2019.

Speaking on the launch at Agritechnica, Nikhil Nanda, Managing Director, Escorts Ltd, Holding Company of Farmtrac Tractors Europe said:

Farmtrac is extremely proud to launch the electric tractor concept. It’s a display of our innovative approach to engineering, offering India's best to the world. New mechanised farming products and solutions are essential for meeting the global demand for greater food production.”

Ravi A Menon, Chief Executive Officer, International and Emerging Businesses, said:

“For the New Escorts Tractor Series (NETS) we are extremely proud to have had the involvement of Studio F. A. Porsche, creating an altogether new user experience in comfort, ergonomics and precision farming.”

Rajiv Wahi, Head, International Business, said:

At Farmtrac, we’re committed to technological innovations and building smarter and more efficient technology. Farmtrac Tractors Europe today offers farm solutions for farmer demands across all price points and technology applications, globally.”

For the Editor:

Farmtrac Tractors Europe is one of the leading producers of agricultural tractors in Poland and Europe. Beginning in 2000 in Mragowo, Poland, Farmtrac today is among the leading domestic manufacturers of agricultural tractors, producing over 20 types and varieties of tractors. The tractors are manufactured in Poland and India.
Well-known names supply the components for Farmtrac tractors, including ZF, Bosch, Perkins, Carraro and MITA, along with 60 others. All the machines have European approvals and meet European standards.
Farmtrac is the winner of numerous industry awards. It is a multiple winner of the Agriculture Machine of the Year in Poland and one of the largest employers in Mrągowa, actively supporting the education of young graduates through internships and work experience.
The new tractors include:
1. FT 26: FARMTRAC 26 – EU, Rest Of World (ROW)
2. FT 30: FARMTRAC 30 – ROW
3. FT 6045: FARMTRAC 6045 - EU
4. FT 6050 C: FARMTRAC 6050C – EU & ROW
5. 6075 CRDI: FT 6075E – EU, USA
6. FT 690
7. FT 9120
8. Electric Tractor: FARMTRAC 26 E

Monday 13 November 2017

गर्भाशय फाइब्रॉएड के इलाज के लिए सर्वश्रेष्ठ होम्योपैथिक उपचार :डॉ अभिषेक कसाना

गर्भाशय फाइब्रॉएड के इलाज के लिए सर्वश्रेष्ठ होम्योपैथिक उपचार :डॉ अभिषेक कसाना

फरीदाबाद :14 नवम्बर I गर्भाशय फाइब्रॉएड के इलाज के लिए सर्वश्रेष्ठ होम्योपैथिक उपचार: -आज हम गर्भाशय फाइब्रॉएड, इसके आम लक्षण, इसके कारणों और होम्योपैथी उपचार के बारे में चर्चा करेंगे। होम्योपैथी के आधार पर प्राकृतिक उपचार प्राचीन होम्योपैथी साहित्य में वर्णित है। क्लासिकल होम्योपैथी उपचार लंबे समय से इस्तेमाल किया जा रहा है डॉ। अभिषेक एम.डी. आरु होमियोपैथी-भारत के अनुसार, अब एक दिन तनाव तनावपूर्ण, अस्वास्थ्यकर जीवन शैली और आहार पैटर्न से भरा है। हम रासायनिक अमीर भोजन की संभावना रखते हैं, जिसमें सब्जियां और फलों पर हार्मोन स्प्रे शामिल हैं। कैरियर लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए युवा महिला गर्भावस्था से बचते हैं यह सब हार्मोनल असंतुलन की ओर जाता है- जिसके परिणामस्वरूप पीएमएस और फाइबॉइड होते हैं।

रेशेबाइड उपचार के लिए सर्वश्रेष्ठ होम्योपैथी चिकित्सा

गर्भाशय फाइब्रॉएड: - लोइयोओमामास, गर्भाशय के मायोमास या फाइब्रोमा गैर-कैंसरयुक्त, सौम्य ट्यूमर के रूप में भी जाना जाता है जो या तो गर्भाशय की दीवार के बाहर या गर्भाशय की दीवार के भीतर हो सकती हैं। फाइब्रॉएड तंतुमय संयोजी ऊतक और चिकनी पेशी कोशिकाओं से बना होते हैं, जो गर्भाशय में बनते हैं। फाइब्रॉएड अपनी प्रजनन काल के दौरान एक महिला का सबसे आम ट्यूमर है। नैदानिक ​​अध्ययन के अनुसार, यह घटना बच्चे की उम्र बढ़ने वाली महिला समूह में सबसे आम होती है। रेशेबाइंड आकार छोटे बीज से होते हैं - नग्न आंखों से अनकनेस्ड एक फुटबॉल के बड़े आकार के लिए।

फाइबॉइड के तथ्य: -
 महिलाओं में बहुत आम है, कई मादाएं प्रजनन काल के दौरान गर्भाशय फाइब्रॉएड की समस्या का सामना करती हैं।
यह एक रबरयुक्त द्रव्यमान है, जो कैंसर रहित नहीं है, जो या तो गर्भाशय के बाहर या अंदर बढ़ते हैं।
कोई निश्चित कारण ज्ञात नहीं है
आम तौर पर कोई लक्षण नहीं होते हैं, लेकिन यदि अत्यधिक वृद्धि हो जाती है तो अत्यधिक रक्तस्राव या दर्द के कारण होता है।
 यूएसजी और पेल्विक परीक्षा के माध्यम से निदान किया जा सकता है
संतुलित आहार और सही जीवन शैली के साथ होम्योपैथी चिकित्सा सर्वोत्तम उपचार दे सकती है।


रेशेदार के प्रकार:
  1.    उप मुक्कोल
  2.   Intramucosal
  3.   उप serousl
  4.     Pedunculated
  5.   सरवाइकल
  6.    Interligamentous



फाइबॉइड के कारण:
  1. पारिवारिक इतिहास और आनुवंशिकता शीर्ष कारण है
  2. हार्मोन असंतुलन: प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजन फाइब्रॉएड विकास के लिए जिम्मेदार दो महिला हार्मोन हैं। फाइब्रॉएड में गर्भाशय की मांसपेशियों की तुलना में अधिक प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजन रिसेप्टर्स हैं। इसका कारण यह है कि रेशेदार होने के बाद रेशेदार आमतौर पर गायब हो जाते हैं या फिर सिकुड़ते हैं।



Fibroid के लक्षण:
  1. भारी गर्भाशय रक्तस्राव
  2. माहवारी के दौरान लंबे समय तक गर्भाशय खून बह रहा है।
  3. गर्भपात
  4. बार-बार या अनियमित अवधि
  5. लगातार पेशाब आना
  6. संभोग के दौरान दर्द
  7. पीठ दर्द
  8. कब्ज
  9. गैर चक्रीय श्रोणि दर्द
  10. मासिक धर्म के दौरान ऐंठन
  11. भार बढ़ना।
  12. निचले पेट में सुस्त दर्द और बेचैनी
  13. गर्भपात
  14. रेशेबाइट उपचार के लिए शीर्ष होम्योपैथी चिकित्सा का इस्तेमाल किया गया



  • कैलेकेरा कार्बोनिका: - गर्भाशय के फाइब्रॉएड का इलाज करने के लिए होम्योपैथिक औषधीय कैलिवेरिया कार्बोनिका सबसे अच्छा उपाय है। यह उन महिलाओं के लिए अत्यधिक उपयुक्त है जो अधिक वजन वाले हैं या जिनकी मार्स बहुत लंबी अवधि के लिए हैं


  • थ्लस्पी बर्सा पास्तारीस: - फाइब्रॉएड गर्भाशय के इलाज के लिए एक अन्य होम्योपैथिक दवा का मामला इस मामले में निर्धारित किया जाता है जब शॉर्ट सर्दियों के दौरान मासिक धर्म बहुत बार प्रकट होता है अधिकांश मामलों में, महिलाओं को अक्सर समस्या से पीड़ित होता है, गर्भाशय में दर्द में दर्द होता है और मास्टर्स के दौरान पीठ दर्द होता है। और ऐसी स्थितियों के लिए थ्लस्पी बर्सा पादरीस सर्वश्रेष्ठ होम्योपैथी दवा है


  • फ्रैक्सिनस अमरीकाना: फ्रैक्नसिनस अमेरिकािया एक और सबसे महत्वपूर्ण प्राकृतिक होम्योपैथिक दवा है, जो उन महिलाओं के लिए निर्धारित है जिन्होंने मासिक धर्म के खून बहने के साथ पैरों में सनसनी या ऐंठन के बारे में शिकायत की।


  • ट्रिलियम पेंडुलम: - फाइब्रॉएड से निपटने के लिए होम्योपैथी में यह सर्वोच्च दवा में से एक है। बेहोशी मंत्र के साथ गर्भाशय से अत्यधिक रक्तस्राव में यह प्रभावी है।


  • अमोनियम कार्बोनिकम: -यह एक अन्य होम्योपैथिक चिकित्सा है जिसे फाइब्रॉएड समस्या को नियंत्रित करने के लिए उपयोग किया जाता है। जब रक्त काले रंग में दिखता है, उस समय में मासिक धर्म के समय में घिरी हुई और अत्यंत लाभदायक होता है, यह दवा एक आश्चर्यजनक जादू के रूप में काम करती है। मेनोरेरिया के दौरान जांघों में अत्यधिक दर्द का इलाज करने के लिए यह दवा प्रभावी काम करती है।


  • काली कार्बोनिकम: काली कार्बोनिकम सबसे अच्छा राहत है जब गर्भाशय से खून बहना बहुत लंबी अवधि के लिए जारी रहता है और जब यह पीठ दर्द का कारण बनता है


  • फेरम मेटालिकम: -फराम मेथलिकिकम एक ऐसी दवा है, जो कि फाइब्रोइड के कारण गर्भाशय से अत्यधिक रक्तस्राव को नियंत्रित करने के लिए उपयोग किया जाता है। इस दवा ने अपना सबसे अच्छा परिणाम दिखाया है जब गर्भाशय से हल्के और पानी के प्रवाह का अत्यधिक रक्त होता है।


  • Ipecacuanha: - यह एक अन्य होम्योपैथिक उपाय काम प्रभावी रूप से menorrhagia मामलों के इलाज के लिए फाइब्रॉएड के मामले में है।


  • सिंचोना ऑफफेंटलिस और फेरम फास्फोरिकम: - दोनों सिंकोना ऑफिजिनालिस और फेरम फॉस्फोरिकम अनीमिया वाले रोगियों में रेशेबाइवर का इलाज करने के लिए उत्कृष्ट होम्योपैथिक दवाएं हैं। यह फाइब्रॉएड से पीड़ित महिलाओं में हीमोग्लोबिन गिनती में सुधार करने में मदद करता है। यह दवा उन महिलाओं के लिए आश्चर्यजनक वर्तनी होती है जिनके रक्तगट के अत्यधिक नुकसान के कारण हीमोग्लोबिन गिनती बहुत अधिक हो गई है।