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Saturday 18 November 2017

JETSOR PANASONIC SOLAR अब दिलवाएगी बिजली बिल से छुटकारा

JETSOR PANASONIC SOLAR अब दिलवाएगी बिजली बिल से छुटकारा

नई दिल्ली : 19 नवम्बर I विश्व ख्याति प्राप्त जपानी कम्पनी PANASONIC ने अपने सोलर पदार्थों के लिए हरियाणा में  सोलर पॉवर प्लांट  लगाने के लिए JETSOR Power Systems Private Limited को अधिकृत इ पी सी पार्टनर नियुक्त किया है. जेटसर के निदेशक मनोज जेटली ने बताया की पेनासोनिक लगभग १०० साल पुरानी जापानी कम्पनी है जिसकी सोलर डिवीज़न को हरियाणा में जेटसर द्वारा प्रस्तुत किया जायेगा.

मनोज ने बताया कि PANASONIC के सोलर सेल दुनिया में सबसे ज्यादा बिजली पैदा करते हैं जिसको जर्मन की सबसे बड़ी प्रयोगशाला ने भी award भी दिया है.

JETSOR पॉवर सिस्टम का दावा है कि PANASONIC हरियाणा कि 50 पर्तिशत solar मार्किट को कैप्चर कर लेगी क्योकि PANASONIC दुनिया का सबसे पसंदीदा ब्रांड है और PANASONIC फिलहाल एक मात्र ऐसी कंपनी है जो पूरा सोलर पेनल अपने ही प्लांट में बनाती है जबकि दूसरी कम्पनिया एक ही पेनल को अलग अलग वेंडरों द्वारा बनवाती है जेटसर  के निदेशक मनोज जेटली ने कहा कि PANASONIC और जेटसर की प्र्फैस्नल टीम मेगा वाट तक के सोलर पॉवर प्लांट लगाने में निपूर्ण है.

PART 1 

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Friday 17 November 2017

 केबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने पांचवे इंडिया इंटरनेशनल टैटू कन्वेंशन का शुभारम्भ किया

केबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने पांचवे इंडिया इंटरनेशनल टैटू कन्वेंशन का शुभारम्भ किया

फरीदाबाद, 17 नवम्बर -तीन दिवसीय " पांचवे इंडिया इंटरनेशनल टैटू कन्वेंशन "  का हुआ शुभारम्भ । केबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने रिब्बन काटकर और दीप प्रज्वलित करके पांचवे इंडिया इंटरनेशनल टैटू कन्वेशन का शुभारंभ किया । केबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने टैटू कन्वेंशन का किया अवलोकन। उन्होंने कहा की टैटू कला पांच हजार साल पुरानी कला है और हर टैटू एक सन्देश देता है. केबिनेट मंत्री ने कहा जहाँ आज युवाओ में टैटू का क्रेज बहुत जायदा देखा जाता है वहीँ टैटू कला के माध्यम से युवाओ को रोजगार भी मिलता है. उन्होंने आयोजकों से कहा की वह पर्यावरण और स्वछता को धयान में रखते हुए ऐसे टैटू चित्र डिजाइन करें जो पर्यावरण और स्वछता की जागरूकता के अच्छे सन्देश दे.   इस तीन दिवसीय टैटू कन्वेंशन मे जाने माने देश विदेश के 100 से जायदा टैटू आर्टिस्ट अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। 


  पत्रकारों से बातचीत करते हुए केबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने कहा की फरीदाबाद में तीन दिवसीय " पांचवे इंडिया इंटरनेशनल टैटू कन्वेंशन " का उन्होंने शुभारम्भ किया है जिसके लिए वह आयोजकों का धन्यवाद करते है क्योंकि फरीदाबाद में अंतर्राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम आयोजित करके फरीदाबाद को इंटरनैशनल पहचान देने का सराहनीय कदम उठाया है. उन्होंने बताया की इस टैटू कन्वेंशन में देश - विदेश के सौ से जायदा टैटू आर्टिस्ट इनमे भाग ले रहे है जिसकी वजह से फरीदाबाद को तो हाइप मिलेगी वहीँ इस कला के माध्यम से युवाओ को रोजगार देने का बहुत बड़ा साधन है. उन्होंने बताया की टैटू एक प्राचीन कला है यह कला लगभग पांच हजार साल पुरानी है उस जमाने में अलग - अलग समाज और संस्कृति के लोग अपने शरीर पर टैटू बनवाते थे. उन्होंने बताया की टैटू अपने आप में एक सन्देश देने का बहुत बड़ा माध्यम है और यह एक बहुत प्राचीन कला है और ऐसे बड़े आयोजनों से जहाँ टैटू कला को और भी बल मिलता है वहीँ युवाओ को रोजगार भी मिलेगा। 

उन्होंने देश विदेश से आये टैटू कलाकारों को शुभकामनाये दी और कहा की वह सिर्फ टैटू बनाये ही नहीं बल्कि युवाओ को टैटू कला सिखाये भी ताकि युवाओ को रोजगार मिले। उन्होंने कहा की उन्होंने आज धार्मिक से लेकर हर तरह के टैटू के चित्र यहाँ अवलोकन के दौरान देखे है और हर टैटू एक सन्देश देता है वहीँ उन्होंने आयोजकों से कहा की पर्यावरण और स्वछता को धयान में रखते हुए ऐसे चित्र बनाये जिससे पर्यावरण और स्वछता का सन्देश भी दिया जा सके.  ताकि हम अपनी और आने वाली पीढ़ियों की सुरक्षा कर पाएंगे।

 इस तीन दिवसीय इंटरनेशनल टैटू कन्वेंशन में भारी संख्या में युवाओ के पहुंचने की उम्मीद जतलाई जा रही है. क्योंकि आज के दौर में शरीर पर टैटू गुदवाना एक फैशन का हिस्सा भी बन चुका है फिर चाहे युवक हो या युवतियां सभी में इस कला के प्रति आकर्षण बढ़ता ही जा रहा है. इस तीन दिवसीय सेमीनार में हर रोज दर्शको के लिए रॉक बैंड और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किये जाएंगे। 

Thursday 16 November 2017

मानव रचना अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय ने  ऑकलैंड इंस्टीट्यूट ऑफ स्टडीज, न्यूज़ीलैंड के साथ अपनी ज्ञान भागीदारी को बढ़ाया

मानव रचना अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय ने ऑकलैंड इंस्टीट्यूट ऑफ स्टडीज, न्यूज़ीलैंड के साथ अपनी ज्ञान भागीदारी को बढ़ाया

फरीदाबाद, 16 नवंबर: मानव रचना इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी (एमआरआईयू) और ऑकलैंड इंस्टीट्यूट ऑफ स्टडीज (एआईएस), न्यूजीलैंड के बीच अंतर्राष्ट्रीय संबंध में मानव रचना के तीन साल इंटरनेशनल बिजनेस और सूचना प्रौद्योगिकी  के पाठ्यक्रमों का समर्थन करने के लिए अपने मौजूद संबंधों को बढ़ाने के लिए आज एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।

एमआरआईआई के अध्यक्ष डॉ प्रशांत भल्ला की उपस्थिति में डॉ रिचर्ड स्मिथ, उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी, एआईएस और डॉ एन सी वाधवा, उपाध्यक्ष, एमआरआईयू के बीच सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए गए थे। डॉ संजय श्रीवास्तव, एम् दी,, एमआरईआई; और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस मौके पर मौजूद रहे ।

यह उल्लेखनीय है कि मानव रचना इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी (एमआरआईयू), न्यूजीलैंड क्वालिफिकेशन अथॉरिटी (एनजेड्यूए्यूए) द्वारा अनुमोदित एआईएस कार्यक्रमों के वितरण के लिए एक ऑफ शोर साइट के रूप में मान्यता प्राप्त और ऑफ शोर साइट के रूप में स्वीकृत होने वाले पहले भारतीय शिक्षा प्रदाताओं में से एक था।

समझौते में निम्नलिखित शामिल हैं:
·         पाठ्यक्रम के विकास और उन्नयन में एआईएस, एनजेड से सहायता, प्रक्रियाओं और गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली।

 ·         इस समर्थन के कार्यान्वयन में एमआरआईयू में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और सूचना प्रौद्योगिकी कार्यक्रमों के साथ मौजूदा एआईएस, एनजेड कार्यक्रमों में  भागीदारी  होगी।

·         एमआरआईयू में इन दो पाठ्यक्रमों को पड़ने वाले छात्र, न्यूजीलैंड में पढाये जाने वाली मूडल प्रणाली का प्रगोग कर पाएंगे

·         अधिक महत्वपूर्ण फैकल्टी बातचीत के साथ फैकल्टी एक्सचेंज

 ·         अनुसंधान सहयोग

·         अंग्रेजी दक्षता स्तर की परीक्षा के लिए प्रमाणन में सहायता

एमआरआईयू में इन दो पाठ्यक्रमों को पड़ने वाले छात्रों को अपने तीसरे वर्ष के दौरान न्यूजीलैंड के ऑकलैंड इंस्टीट्यूट ऑफ स्टडीज में कम्प्लीमेंटरी स्टडी अब्रॉड प्रोग्राम  से गुजरने का अनूठा अवसर मिलेगा।

डॉ एन सी वाधवा, वीसी, एमआरआईयू ने कहा, "मानव रचना के स्टूडेंट्स को हमेशा से इंटरनैशनल लेवल की शिक्षा प्रदान करने की कोशिश की जाती है  ताकि उन्हें भविष्य के वैश्विक नागरिक के रूप में उभरने में मदद मिल सके। एआईएस के साथ हमारे संबंधों का विस्तार, ने हमारे लिए प्रतिबद्धता और गुणवत्ता की शिक्षा के प्रति प्रयासों को और तेज़ करने के लिए एक नया बेंचमार्क तय किया है, और वैश्विक शैक्षिक परिदृश्य पर हमारी स्थिति मजबूत करेगा। "

Tuesday 14 November 2017

Escorts Limited, known as Farmtrac Tractors in Europe, unveils Global Tractor Series designed by Studio F. A. Porsche at Agritechnica 2017 in Hanover, Germany

Escorts Limited, known as Farmtrac Tractors in Europe, unveils Global Tractor Series designed by Studio F. A. Porsche at Agritechnica 2017 in Hanover, Germany

New Delhi:15 November | Farmtrac Tractors Europe, leading International tractor producer, today unveiled its latest global tractor portfolio ranging from 20-120 HP, at Agritechnica 2017, including the first electric tractor produced by Indian parent company Escorts Ltd.

Named NETS (New Escorts Tractor Series) the newest Farmtrac tractors are fully compliant with EPA Tier 4 emission regulations, and designed with simplicity for farm applications at each power level. Styling by Studio F. A. Porsche brings the range a unique blend of style and comfort, providing a complete new look and aesthetics for today’s global farmers.

The range includes the flagship NETS models, offering power ratings from 70 to 90 HP; compact tractors in 22 to 30 HP options; crossover tractors designed to appeal to both on-farm and haulage applications, and tractors with cabin options for added driving comfort.

Today at Agritechnica, Farmtrac also introduced EPA Tier 4 emission regulations compliant CRDi engines, previously limited to cars and naturally-aspirated machines, which the company says will meet customer demands from the United States, Europe, Latin America, Africa and ASEAN countries, as well as the growing numbers of ‘new generation’ farmers in its domestic Indian market.

In the shape of the Farmtrac 26E, the company also provided a glimpse of its future intentions: the eco-friendly electric tractor is the first such tractor to be developed and built in India, the world’s largest tractor market where the annual demand for tractors is seeing double-digit growth. Although still in development, the full production version is expected during 2019.

Speaking on the launch at Agritechnica, Nikhil Nanda, Managing Director, Escorts Ltd, Holding Company of Farmtrac Tractors Europe said:

Farmtrac is extremely proud to launch the electric tractor concept. It’s a display of our innovative approach to engineering, offering India's best to the world. New mechanised farming products and solutions are essential for meeting the global demand for greater food production.”

Ravi A Menon, Chief Executive Officer, International and Emerging Businesses, said:

“For the New Escorts Tractor Series (NETS) we are extremely proud to have had the involvement of Studio F. A. Porsche, creating an altogether new user experience in comfort, ergonomics and precision farming.”

Rajiv Wahi, Head, International Business, said:

At Farmtrac, we’re committed to technological innovations and building smarter and more efficient technology. Farmtrac Tractors Europe today offers farm solutions for farmer demands across all price points and technology applications, globally.”

For the Editor:

Farmtrac Tractors Europe is one of the leading producers of agricultural tractors in Poland and Europe. Beginning in 2000 in Mragowo, Poland, Farmtrac today is among the leading domestic manufacturers of agricultural tractors, producing over 20 types and varieties of tractors. The tractors are manufactured in Poland and India.
Well-known names supply the components for Farmtrac tractors, including ZF, Bosch, Perkins, Carraro and MITA, along with 60 others. All the machines have European approvals and meet European standards.
Farmtrac is the winner of numerous industry awards. It is a multiple winner of the Agriculture Machine of the Year in Poland and one of the largest employers in Mrągowa, actively supporting the education of young graduates through internships and work experience.
The new tractors include:
1. FT 26: FARMTRAC 26 – EU, Rest Of World (ROW)
2. FT 30: FARMTRAC 30 – ROW
3. FT 6045: FARMTRAC 6045 - EU
4. FT 6050 C: FARMTRAC 6050C – EU & ROW
5. 6075 CRDI: FT 6075E – EU, USA
6. FT 690
7. FT 9120
8. Electric Tractor: FARMTRAC 26 E

Monday 13 November 2017

गर्भाशय फाइब्रॉएड के इलाज के लिए सर्वश्रेष्ठ होम्योपैथिक उपचार :डॉ अभिषेक कसाना

गर्भाशय फाइब्रॉएड के इलाज के लिए सर्वश्रेष्ठ होम्योपैथिक उपचार :डॉ अभिषेक कसाना

फरीदाबाद :14 नवम्बर I गर्भाशय फाइब्रॉएड के इलाज के लिए सर्वश्रेष्ठ होम्योपैथिक उपचार: -आज हम गर्भाशय फाइब्रॉएड, इसके आम लक्षण, इसके कारणों और होम्योपैथी उपचार के बारे में चर्चा करेंगे। होम्योपैथी के आधार पर प्राकृतिक उपचार प्राचीन होम्योपैथी साहित्य में वर्णित है। क्लासिकल होम्योपैथी उपचार लंबे समय से इस्तेमाल किया जा रहा है डॉ। अभिषेक एम.डी. आरु होमियोपैथी-भारत के अनुसार, अब एक दिन तनाव तनावपूर्ण, अस्वास्थ्यकर जीवन शैली और आहार पैटर्न से भरा है। हम रासायनिक अमीर भोजन की संभावना रखते हैं, जिसमें सब्जियां और फलों पर हार्मोन स्प्रे शामिल हैं। कैरियर लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए युवा महिला गर्भावस्था से बचते हैं यह सब हार्मोनल असंतुलन की ओर जाता है- जिसके परिणामस्वरूप पीएमएस और फाइबॉइड होते हैं।

रेशेबाइड उपचार के लिए सर्वश्रेष्ठ होम्योपैथी चिकित्सा

गर्भाशय फाइब्रॉएड: - लोइयोओमामास, गर्भाशय के मायोमास या फाइब्रोमा गैर-कैंसरयुक्त, सौम्य ट्यूमर के रूप में भी जाना जाता है जो या तो गर्भाशय की दीवार के बाहर या गर्भाशय की दीवार के भीतर हो सकती हैं। फाइब्रॉएड तंतुमय संयोजी ऊतक और चिकनी पेशी कोशिकाओं से बना होते हैं, जो गर्भाशय में बनते हैं। फाइब्रॉएड अपनी प्रजनन काल के दौरान एक महिला का सबसे आम ट्यूमर है। नैदानिक ​​अध्ययन के अनुसार, यह घटना बच्चे की उम्र बढ़ने वाली महिला समूह में सबसे आम होती है। रेशेबाइंड आकार छोटे बीज से होते हैं - नग्न आंखों से अनकनेस्ड एक फुटबॉल के बड़े आकार के लिए।

फाइबॉइड के तथ्य: -
 महिलाओं में बहुत आम है, कई मादाएं प्रजनन काल के दौरान गर्भाशय फाइब्रॉएड की समस्या का सामना करती हैं।
यह एक रबरयुक्त द्रव्यमान है, जो कैंसर रहित नहीं है, जो या तो गर्भाशय के बाहर या अंदर बढ़ते हैं।
कोई निश्चित कारण ज्ञात नहीं है
आम तौर पर कोई लक्षण नहीं होते हैं, लेकिन यदि अत्यधिक वृद्धि हो जाती है तो अत्यधिक रक्तस्राव या दर्द के कारण होता है।
 यूएसजी और पेल्विक परीक्षा के माध्यम से निदान किया जा सकता है
संतुलित आहार और सही जीवन शैली के साथ होम्योपैथी चिकित्सा सर्वोत्तम उपचार दे सकती है।


रेशेदार के प्रकार:
  1.    उप मुक्कोल
  2.   Intramucosal
  3.   उप serousl
  4.     Pedunculated
  5.   सरवाइकल
  6.    Interligamentous



फाइबॉइड के कारण:
  1. पारिवारिक इतिहास और आनुवंशिकता शीर्ष कारण है
  2. हार्मोन असंतुलन: प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजन फाइब्रॉएड विकास के लिए जिम्मेदार दो महिला हार्मोन हैं। फाइब्रॉएड में गर्भाशय की मांसपेशियों की तुलना में अधिक प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजन रिसेप्टर्स हैं। इसका कारण यह है कि रेशेदार होने के बाद रेशेदार आमतौर पर गायब हो जाते हैं या फिर सिकुड़ते हैं।



Fibroid के लक्षण:
  1. भारी गर्भाशय रक्तस्राव
  2. माहवारी के दौरान लंबे समय तक गर्भाशय खून बह रहा है।
  3. गर्भपात
  4. बार-बार या अनियमित अवधि
  5. लगातार पेशाब आना
  6. संभोग के दौरान दर्द
  7. पीठ दर्द
  8. कब्ज
  9. गैर चक्रीय श्रोणि दर्द
  10. मासिक धर्म के दौरान ऐंठन
  11. भार बढ़ना।
  12. निचले पेट में सुस्त दर्द और बेचैनी
  13. गर्भपात
  14. रेशेबाइट उपचार के लिए शीर्ष होम्योपैथी चिकित्सा का इस्तेमाल किया गया



  • कैलेकेरा कार्बोनिका: - गर्भाशय के फाइब्रॉएड का इलाज करने के लिए होम्योपैथिक औषधीय कैलिवेरिया कार्बोनिका सबसे अच्छा उपाय है। यह उन महिलाओं के लिए अत्यधिक उपयुक्त है जो अधिक वजन वाले हैं या जिनकी मार्स बहुत लंबी अवधि के लिए हैं


  • थ्लस्पी बर्सा पास्तारीस: - फाइब्रॉएड गर्भाशय के इलाज के लिए एक अन्य होम्योपैथिक दवा का मामला इस मामले में निर्धारित किया जाता है जब शॉर्ट सर्दियों के दौरान मासिक धर्म बहुत बार प्रकट होता है अधिकांश मामलों में, महिलाओं को अक्सर समस्या से पीड़ित होता है, गर्भाशय में दर्द में दर्द होता है और मास्टर्स के दौरान पीठ दर्द होता है। और ऐसी स्थितियों के लिए थ्लस्पी बर्सा पादरीस सर्वश्रेष्ठ होम्योपैथी दवा है


  • फ्रैक्सिनस अमरीकाना: फ्रैक्नसिनस अमेरिकािया एक और सबसे महत्वपूर्ण प्राकृतिक होम्योपैथिक दवा है, जो उन महिलाओं के लिए निर्धारित है जिन्होंने मासिक धर्म के खून बहने के साथ पैरों में सनसनी या ऐंठन के बारे में शिकायत की।


  • ट्रिलियम पेंडुलम: - फाइब्रॉएड से निपटने के लिए होम्योपैथी में यह सर्वोच्च दवा में से एक है। बेहोशी मंत्र के साथ गर्भाशय से अत्यधिक रक्तस्राव में यह प्रभावी है।


  • अमोनियम कार्बोनिकम: -यह एक अन्य होम्योपैथिक चिकित्सा है जिसे फाइब्रॉएड समस्या को नियंत्रित करने के लिए उपयोग किया जाता है। जब रक्त काले रंग में दिखता है, उस समय में मासिक धर्म के समय में घिरी हुई और अत्यंत लाभदायक होता है, यह दवा एक आश्चर्यजनक जादू के रूप में काम करती है। मेनोरेरिया के दौरान जांघों में अत्यधिक दर्द का इलाज करने के लिए यह दवा प्रभावी काम करती है।


  • काली कार्बोनिकम: काली कार्बोनिकम सबसे अच्छा राहत है जब गर्भाशय से खून बहना बहुत लंबी अवधि के लिए जारी रहता है और जब यह पीठ दर्द का कारण बनता है


  • फेरम मेटालिकम: -फराम मेथलिकिकम एक ऐसी दवा है, जो कि फाइब्रोइड के कारण गर्भाशय से अत्यधिक रक्तस्राव को नियंत्रित करने के लिए उपयोग किया जाता है। इस दवा ने अपना सबसे अच्छा परिणाम दिखाया है जब गर्भाशय से हल्के और पानी के प्रवाह का अत्यधिक रक्त होता है।


  • Ipecacuanha: - यह एक अन्य होम्योपैथिक उपाय काम प्रभावी रूप से menorrhagia मामलों के इलाज के लिए फाइब्रॉएड के मामले में है।


  • सिंचोना ऑफफेंटलिस और फेरम फास्फोरिकम: - दोनों सिंकोना ऑफिजिनालिस और फेरम फॉस्फोरिकम अनीमिया वाले रोगियों में रेशेबाइवर का इलाज करने के लिए उत्कृष्ट होम्योपैथिक दवाएं हैं। यह फाइब्रॉएड से पीड़ित महिलाओं में हीमोग्लोबिन गिनती में सुधार करने में मदद करता है। यह दवा उन महिलाओं के लिए आश्चर्यजनक वर्तनी होती है जिनके रक्तगट के अत्यधिक नुकसान के कारण हीमोग्लोबिन गिनती बहुत अधिक हो गई है।

Sunday 12 November 2017

होम्योपैथिक चिकित्सा यूरिक एसिड के लिए सर्वश्रेष्ठ

होम्योपैथिक चिकित्सा यूरिक एसिड के लिए सर्वश्रेष्ठ

फरीदाबाद :13 नवम्बर I उच्च यूरिक एसिड के साथ गठ एवं गठिया के लिए होम्योपैथिक उपचार बेहद संवेदनशील है। आरा होम्योपैथी उपचार न केवल यूरिक एसिड के ऊंचे स्तर को कम करता है बल्कि शरीर की प्रतिरक्षा को बढ़ाता है और यूरिक एसिड को पकड़ने के लिए सही दोषपूर्ण शरीर प्रवृत्ति आभा होम्योपैथिक दवा शरीर की चयापचय प्रक्रिया को नियंत्रित करने में मदद करती है जो शुद्धता को नियंत्रित करती है। Colchicum, Ledum और Guaiacium सर्वश्रेष्ठ तीन होम्योपैथी दवाइयां हैं जो ऊंचा यूरिक एसिड स्तरों में प्रयोग किया जाता है, जिन्हें डॉ। अभिषेक प्रभावी पाया जाता है। रक्त में उच्च यूरिक एसिड स्तर गठिया के प्रकार - गठिया की ओर जाता है। प्रारंभ में टहनी पैर की अंगुली प्रभावित होती है, लेकिन बाद के चरणों में अन्य सभी जोड़ों में शामिल किया जा सकता है। यूरिक एसिड प्रोटीन के दोषपूर्ण चयापचय के कारण उच्च मात्रा में उत्पन्न होता है, जब शरीर में प्युरेनिन न्यूक्लियोटाइड को तोड़ता है। होम्योपैथी यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के सर्वोत्तम प्राकृतिक तरीकों में से एक है होमियोपैथी का निर्माण 18 वीं शताब्दी में जर्मन चिकित्सक डा। हैनमैन द्वारा किया गया था। होम्योपैथी को विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा मान्यता प्राप्त है


यूरिक एसिड- अत्र्राइटिस

1. Colchicum - यह यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करने के लिए सबसे अच्छा होम्योपैथिक उपाय है, जो गाउट को जन्म देता है। पैरों में बहुत दर्द हो सकता है, और चलने में कठिनाई के साथ जोड़ों में सूजन हो सकती है। जोड़ों के दर्द को बदलने की रोगी शिकायत, सूजन जो लाल या पीली हो सकती है, स्पर्श करने के लिए बहुत ही निविदा और मामूली गति पर भी बदतर हो सकती है। पेट की सूजन के साथ बड़ी पेशी की कमजोरी और सज़ा है छोटे जोड़ों, उंगलियां, पैर की उंगलियां, कलाई और टखनों ज्यादातर प्रभावित होते हैं। हिंसक दर्द, स्पर्श को सहन नहीं कर सकता। गाउट दर्द के कारण रोगी बहुत चिड़चिड़ा है

2. लेमियम पाल- यह उच्च यूरिक एसिड मामलों के मामलों का इलाज करने का उपाय है जहां दर्द नीचे से ऊपर की ओर जाता है। यह उन मामलों में संकेत दिया जाता है जहां जोड़ों में खून में अतिरिक्त यूरिक एसिड क्रिस्टल होते हैं जो जमा होते हैं। लेडूम गाउट और अन्य संयुक्त परेशानियों के लिए सबसे अच्छा होम्योपैथी उपचार में से एक है। यह भूमिका उच्च यूरिक एसिड स्तरों के साथ रोगी के उपचार में उल्लेखनीय है, और उसके उच्च रक्त स्तर के परिणाम क्रिस्टल संरचना में होते हैं, जो संयुक्त स्थान में जमा करना शुरू करते हैं। महान पैर की सूजन के रोगी की शिकायत, कदम पर पीड़ा के साथ, दर्द दबाव, गर्मी और गति से भी बदतर हो जाता है रोगी ने जोड़ों में जोड़ों की नोडोसिटी की शिकायत भी की है जो दर्द के साथ आगे बढ़ते हैं। Ledum, एक ठंडा उपाय है, सभी लक्षणों के साथ चिलचिलाहट और पशु गर्मी की कमी के साथ

3. ग्यूएसिअम - यह उन रोगियों के लिए निर्धारित किया जाता है जो उच्च यूरिक एसिड स्तरों के कारण विकृति का निर्माण करते हैं और गर्मी के लिए उच्च असहिष्णुता होती है। ग्यूयाकम: यह उच्च यूरिक एसिड के पुराने मामलों के लिए उपयुक्त है, और संक्रमकों की रक्त रोगी की शिकायत में गंभीर उच्च यूरिक एसिड स्तरों और जोड़ों और मांसपेशियों में फाड़ दर्द के साथ गठनात्मक नोडोसिटि जैसे विकृतियों के लिए सबसे अच्छा विकल्प है। सूजन के साथ घुटने के गाउट पर चिह्नित कार्रवाई। रोगी के पास गर्मी असहिष्णुता है रोगी शरीर से खराब गंध और जोड़ बहुत गर्म और दर्दनाक है स्पर्श, कठोर और समय पर भी स्थिर।





आहार

1. प्रति दिन कम से कम 3 लीटर तक अच्छा पानी का सेवन करने की सिफारिश की जाती है, अच्छा पानी का सेवन शरीर को विषाक्त एसिड सहित हानिकारक विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद करता है।

2. स्किम्ड दूध जैसे कम वसा वाले आहार

3. शंख और मांस सहित कम गैर शाकाहार आहार।

4. दलिया जैसे पूरे अनाज का भोजन।

5. सेब, नाशपाती और अमरूद आदि जैसे कुछ फलों

6. पालक और गोभी जैसे हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे सब्जियों से बचें।

7. चेरी और जामुन शामिल करें स्ट्रॉबेरी और ब्लूबेरी सहित- एंटी-भड़काऊ भोजन। चेरीज़ में एन्थोसायनियस होता है जो यूरिया एसिड क्रिस्टलीकरण की रोकथाम में भड़काऊ और सहायक होता है।

8. एपल में मैलाइक एसिड होता है जो यूरिक एसिड को निष्क्रिय करने में बहुत उपयोगी होता है।

9. साइट्रस फलों और सब्जियां: - नींबू का रस में साइट्रिक एसिड होता है जो यूरिक एसिड का एक अच्छा विलायक होता है। विटामिन सी के समृद्ध फल और सब्जियां अमला, अमरूद, संतरे, कीवी, शिमला मिर्च, टमाटर और हरी पत्तेदार शाकाहारी हैं।

10. यूपी एसिड को नियंत्रित करने में एप साइडर सिरका का अच्छा प्रभाव होता है।

11. फोलिक एसिड कम यूरिक एसिड स्तरों में समृद्ध खाद्य। उदाहरण - सूरजमुखी के बीज, पिंटो सेम और मसूर आहार में शामिल किए जाने चाहिए।

12. सब्जी रस- गाजर, बीट्रोट और ककड़ी का रस यूरिक एसिड स्तर को कम करने में प्रभावी है।

13. उच्च-फाइबर खाद्य पदार्थ - आरा होम्योपैथी क्लिनिक एंड रिसर्च सेंटर में शोध के मुताबिक, खून में यूरिक एसिड स्तर कम करने में आहार सहायता में उच्च फाइबर भोजन जोड़ना। आहार फाइबर अपने खून में यूरिक एसिड को अवशोषित करने में मदद कर सकता है, और इसे गुर्दे के माध्यम से शरीर से समाप्त कर सकता है। ओट्स, इसाबोल, दलिया, ब्रोकोली, नारंगी, सेब, नाशपाती, ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, खीरे और गाजर जैसे आहार फाइबर का सेवन बढ़ाना चाहिए।

14. हरी चाय का सेवन यूरिक एसिड स्तरों को नियंत्रित करने में मदद करता है।

15. सब्जियां-अल्कलीन आहार उच्च यूरिक एसिड स्तरों को कम करने में मदद करता है। उच्च अल्कलीन भोजन में शामिल हैं: - टमाटर, कॉर्न, ब्रोकोली, और खीरे।

16. ओमेगा -3 फैटी एसिड

Friday 3 November 2017

 प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी ने किया वर्ल्‍ड फूड इंडिया 2017 का उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी ने किया वर्ल्‍ड फूड इंडिया 2017 का उद्घाटन

नई दिल्ली :4 नवंबर I नई दिल्ली खाद्य प्रसंस्‍करण क्षेत्र के निर्माता और वैश्विक नेताओं के बीच आकर मुझे बेहद प्रसन्‍नता हो रही है। मैं आप सभी का वर्ल्‍ड फूड इंडिया 2017 में स्‍वागत करता हूं।

भाइयों और बहनों !

यह कार्यक्रम आपको भारत में ऐसे अवसर उपलब्‍ध कराएगा जिसका इंतजार आप सभी को है। यह कार्यक्रम आपको पारस्‍परिक समृद्धि के लिए विभिन्‍न अंशधारकों से जुड़ने और सहयोग करने का मंच प्रदान करेगा। और यह आपको स्‍वादिष्‍ट भोजन भी उपलब्‍ध कराएगा जिसका स्‍वाद विश्‍वभर में मशहूर है।  

कृषि के क्षेत्र में भारत की शक्‍ति को विभिन्‍न और कई प्रकार से देखा जा सकता है। विश्‍व की दूसरी सबसे बड़ी कृषि योग्‍य भूमि और अधिकाधिक 127 विविध कृषि जलवायु क्षेत्र, जो कि केले, आम, गवा, पपीता और ओकरा जैसी फसलों के क्षेत्र में हमें वैश्विक नेतृत्‍व प्रदान करता है। चावल, गेहूँ ,मछली फल और सब्जियों के उत्‍पादन के क्षेत्र में विश्‍व में हम दूसरे नम्‍बर पर हैं। साथ ही भारत एक बड़ा दूध उत्‍पादक देश है। पिछले दस वर्षों के दौरान हमारे बागवानी क्षेत्र ने प्रतिवर्ष औसतन 5.5 प्रतिशत की वृद्धि दर दर्ज  की है।

सदियों से भारत ने हमारे खास मसालों की तलाश में आये दूरवर्ती देशों के व्‍यापारियों का स्‍वागत किया है। उनकी भारत यात्रा ने कई बार देश इतिहास निर्माण का कारण रही हैं। मसालों  के माध्‍यम से यूरोप और दक्षिण पूर्व एशिया के साथ हमारे व्‍यापारिक सहयोग विश्‍व विदित हैं। यहां तक कि क्रिस्‍टोफर कोलम्‍बस भी भारत के मसालों के प्रति आकर्षित था और अमरीका जाकर कहा था कि उसने भारत जाने का एक वैकल्पिक समुद्री मार्ग खोज लिया है। 

खाद्य प्रसंस्‍करण भारत की जीवन शैली है। यह दशकों से चला आ रहा है यहां तक कि छोटे घरों में, आसान, घरेलू तकनीकों जैसे खमीर से हमारे प्रसिद्ध आचार, पापड़, चटनी और मुरब्‍बा के निर्माण हुआ है जो अब दुनियाभर में विशिष्‍ट और आम दोनों वर्गों में प्रसिद्ध है।

भाइयों और बहनों !

आइये अब एक बार इसे बड़े पैमाने पर देखते हैं

भारत आज विश्‍व की तेजी से विकसित हो रही अर्थव्‍यवस्‍थाओं में से एक है। वस्‍तु और सेवा कर या जीएसटी ने करों की बहुलता को समाप्‍त किया है। भारत ने विश्‍व व्‍यापार रैंकिंग में तीस रैंक का उछाल दर्ज किया है। यह भारत का अब तक का सबसे अच्‍छा प्रदर्शन है और इस साल किसी भी देश द्वारा अकों में की गई सबसे ऊंची छलांग है। वर्ष 2014 की 142 वीं रैंक से अब भारत टॉप 100 शीर्ष रैंकिंग पर पहुंच गया है।

भारत को वर्ष 2016 में ग्रीनफील्‍ड निवेश में प्रथम स्‍थान प्राप्‍त हुआ था। वैश्विक नवाचार सूचकांक, ग्‍लोबल लॉजिस्टिक इंडेक्‍स और वैश्विक स्‍पर्धात्‍मक सूचकांक में भी भारत की स्थिति में तेजी से प्रगति हो रही है।

भारत में नया व्‍यापार शुरू करना अब पहले के अपेक्षा अधिक सरल हो गया है। विभिन्‍न एजेन्सियों से क्‍लीयरेंस प्राप्‍त करने की प्रक्रियाओं को सरल बनाया गया है। पुराने कानूनों के स्‍थान पर नये कानूनों का निर्माण किया गया है और अनुपालन बोझ को कम किया गया है।

अब मैं विशेष रूप से खाद्य प्रसंस्‍करण की बात करता हूं।

सरकार ने परिवर्तनकारी पहलों की एक श्रृंखला शुरू की है। इस क्षेत्र में निवेश हेतु भारत अब एक सबसे अधिक पसंद किये जाने वाला देश है। यह हमारे ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम में एक प्राथमिक क्षेत्र है। भारत में ई-कॉमर्स के जरिए व्‍यापार और खाद्य उत्‍पादों का निर्माण या पैदा करने के लिए भारत में 100 प्रतिशत एफडीआई को मंजूरी दी गई है। एकल खिड़की सहायता प्रकोष्‍ठ विदेशी निवेशकों को सहयोग प्रदान करता है। केन्‍द्र और राज्‍य सरकारों द्वारा आकर्षक वित्‍तीय पहल प्रारंभ की गई हैं। खाद्य और कृषि आधारिक प्रसंस्‍करण इकाईयों को ऋण प्राप्‍त करने को सरल बनाने और उसे किफायती दर पर प्राप्‍त करने के  लिए ऋण और कोल्‍ड चेन को प्राथमिक ऋण सेक्‍टर के तहत वर्गीकृत किया गया है।   

निवेशक बंधु  या इन्‍वेटर्स फ्रेंन्‍ड पोर्टल जिसे हमने हाल ही में शुरू किया है खाद्य प्रसंस्‍करण सेक्‍टर के लिए उपलब्‍ध केन्‍द्रीय और राज्‍य सरकार की नीतियों और प्रोत्‍साहन की जानकारी एक साथ उपलब्‍ध कराता है। यह प्रसंस्‍करण आवश्‍यकताओं के साथ स्‍थानीय स्‍तर पर संसाधनों को रेखांकित करता है। व्‍यापार नेटवर्किंग, किसानों, प्रसंस्‍करणकर्ताओं, व्‍यापारियों और लॉजिस्‍टिक ऑपरेटरों का एक मंच भी है।

मित्रों !

मूल्‍य श्रृंखला के विभिन्‍न वर्गों में निजी क्षेत्र की सहभागिता में वृद्धि हुई है। हालांकि, अनुबंध कृषि, कच्‍चा माल प्राप्‍त करने और कृषि संबंधों के निर्माण में और अधिक निवेश की आवश्‍यकता है। कई अंतर्राष्‍ट्रीय कंपनियां भारत में अनुबंध खेती के लिए आगे आए हैं। भारत को एक प्रमुख आउटसोर्सिंग हब के रूप में देखने वाली वैश्विक सुपर मार्केट के लिए यह एक खुला अवसर है।   

एक ओर जहां फसल प्रबंधन के बाद के क्षेत्रों जैसे प्राथमिक प्रसंस्‍करण और भंडारण, अवसंरचना संरक्षण, कोल्‍ड चैन और रेफरीजरेटिड परिवहन में अवसर हैं वहीं दूसरी ओर आला क्षेत्रों जैसे जैविक और गढ़वाले भोजन में खाद्य प्रसंस्‍करण और मूल्‍य वर्द्धन हेतु विशाल संभावनाएं हैं

बढ़ते शहरीकरण और उभरते मध्‍यम वर्ग के कारण पौष्टिक और संसाधित भोजन की मांग बढ़ी है। मैं आपके साथ कुछ आंकड़ें साझा करना चाहूंगा। भारत में एक दिन में ट्रैन की यात्रा के दौरान एक करोड़ से अधिक यात्री भोजन लेते हैं। उनमें से प्रत्‍येक व्‍यक्‍ति खाद्य प्रसंस्‍करण उद्योग का एक संभावित ग्राहक है। इस प्रकार के अवसर हैं जो कि उपयोग किये जाने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।   

भाइयों और बहनों !

भोजन की गुणवत्‍ता और प्रकृति के बारे में वैश्विक स्‍तर पर लाइफस्‍टाइल डिसीज बढ़ रही हैं। कृत्रिम रंगों, रसायनों और पिजरवेटिव के इस्‍तेमाल को लेकर विरक्‍ति आई है। भारत समाधान उपलब्‍ध करा सकत

Thursday 26 October 2017

राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद दो दिन की केरल यात्रा पर

राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद दो दिन की केरल यात्रा पर

 नई दिल्ली : 27 अक्टूबर (National24news)राष्ट्रपति 27 अक्टूबर को टेक्नोलॉजी परियोजना लांच करेंगे और तिरूअनंतपुरम में टेक्नोसिटी में पहले सरकारी भवन की आधारशिला रखेंगे। 28 अक्टूबर को राष्ट्रपति कोच्चि जाएंगे और केरल हाई कोर्ट की हीरक जयंती समारोह में समापन भाषण देंगे। राष्ट्रपति बाद में समाज सुधारक अयंकली की प्रतिभा पर तिरूअनंतपुरम में माल्यार्पण करेंगे और अपने सम्मान में आयोजित नागरिक अभिनंदन समारोह में शामिल होंगे।  

Wednesday 25 October 2017

वीरेंद्र सहवाग और न्यूजीलैंड के बल्लेबाज रॉस टेलर के बीच ट्विटर पर दिलचस्प बातचीत

वीरेंद्र सहवाग और न्यूजीलैंड के बल्लेबाज रॉस टेलर के बीच ट्विटर पर दिलचस्प बातचीत

नई दिल्ली : 25 अक्टूबर (National24news)   पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग और न्यूजीलैंड के बल्लेबाज रॉस टेलर के बीच ट्विटर पर दिलचस्प बातचीत हुई। भारत-न्यूजीलैंड पहले वनडे में रॉस ने जोरदार पारी खेली और टीम को जीत दिलाई। इसके बाद सहवाग ने ट्वीट कर टेलर को बधाई दी। वीरू ने लिखा- वेल प्लेड 'दर्जी जी'। उनके इस ट्वीट पर 15 हजार लाइक और डेढ़ हजार से ज्यादा रीट्वीट हो गए। फिर टेलर ने भी रिप्लाई किया, वो भी हिन्दी में। लिखा- 'थैंक्स भाई, अगली बार अपना ऑर्डर टाइम पर भेज देना।' टेलर की हिन्दी और मजाकिया ट्वीट को तो 5 घंटे के अंदर ही साढ़े तीन हजार रीट्वीट मिल गए। 

वीरेंद्र सहवाग- वेलप्लेड रॉस टेलर 'दर्जी जी'। दिवाली के ऑर्डर का दबाव झेलने के बाद अच्छी पारी खेली। 
रॉसटेलर- थैंक्सवीरेंद्र सहवाग भाई। अगली बार अपना ऑर्डर टाइम पर भेज देना तो मैं आपको अगली दिवाली से पहले डिलीवर कर दूंगा। हैप्पी दिवाली। 

वीरेंद्रसहवाग- हाहाहामास्टर जी, आप इस साल वाली पतलून को ही एक बिलांग छोटी करके दे देना अगली दिवाली पर। रॉस बॉस। सबसे स्पोर्टिंग। 

रॉसटेलर- क्याआपका दर्जी इस बार अच्छा काम नहीं कर पाया? 

वीरेंद्रसहवाग- आपकेस्तर तक कोई नहीं पहुंच सकता। चाहे पैैंट की बात हो, या पार्टनरशिप की.. 
रॉसटेलर- प्यारीबातों के लिए थैंक्स वीरू। अगर कुछ भी सिलना हो तो बताना। दिल्ली में मिलते हैं। 
वीरेंद्रसहवाग- पक्का।मैं तो पूरे परिवार के लिए ऑर्डर लेके आऊंगा। असली काम शुरू करने से पहले अगले मैचों के लिए शुभकामना। 

Monday 23 October 2017

होमियोपैथी उपचार हाइव्स के लिए सर्वश्रेष्ठ क्यों है? (पित्ती)

होमियोपैथी उपचार हाइव्स के लिए सर्वश्रेष्ठ क्यों है? (पित्ती)

फरीदाबाद:24 अक्टूबर - पित्ती, जिसे हाइव्स भी कहा जाता है, यह एक प्रकार की त्वचा एलर्जी है जो स्वयं को त्वचा की सतह पर सूजन या लाल पैच या बाधा के रूप में पेश करती है जो समय के साथ प्रकट हो सकती है और गायब हो सकती है,
आर्टिकियारिया तीव्र या पुरानी हो सकती है। तीव्र स्थिति 6 सप्ताह से भी कम समय के लिए है
क्रोनिक एर्टिसियारिया 6 सप्ताह से अधिक समय तक रहता है।

त्वचा की सतह पर लाल रंग की सूजन तैयार की, जो मुझे अलग-अलग आकारों में से कर सकती हैं
टूटना खुजली
चुभने के साथ जलती हुई सनसनी भी उपस्थित हो सकती है

Causes of Urticaria?
डॉ। अभिषेक कसाना एमडी आरु होम्योपैथी क्लिनिक और रिसर्च सेंटर-इंडिया के मुताबिक, यह एलर्जी की प्रतिक्रिया के कारण शुरू हो रहा है जहां शरीर में अन्य रसायनों के साथ खून बह रहा है, जिसमें लालिमा, खुजली और सूजन हो जाती है। अर्तिकारिया को चलाए जाने वाले कारकों में शामिल हैं:
फूड्स: खट्टे फल, अंडे, नट्स और शंख
कुछ एलोपैथी चिकित्सा

दंश
पशु घोटाले का एक्सपोजर (विशेषकर बिल्लियों)
पराग
एलर्जी शॉट्स
पित्ती का भी परिणाम के रूप में विकसित हो सकता है:
मानसिक तनाव
संक्रमण
शारीरिक व्यायाम
सूर्य, सर्दी, गर्मी या पानी के लिए दीर्घकालिक एक्सपोजर
जैसे कुछ बीमारियां - ल्यूपस, थायराइड रोग
बहुत ज़्यादा पसीना आना
त्वचा का सूखापन और खरोंच

पित्ती के लिए  होम्योपैथिक उपचार-Homeopathy treatment for Urticaria
एलोपिथिक दवाइयां जैसे कि एंटी-हिस्टामाइन जैसे- एलसीजेड, लेवो-सेट्रिजिन, आरेज़, एविल, मोंटेययर, आदि लक्षणों को कम करते हैं लेकिन समस्या का प्रेरक रोग विज्ञान या मूल कारण एक समान है। ओरा होम्योपैथी खुजली, लाली और सूजन से मुक्ति करती है, और साथ ही अंतर्निहित विकृति विज्ञान को भी ठीक करती है, वहां मूलभूत कारण को नष्ट कर, स्थायी इलाज के लिए अग्रणी होता है। ओरा होम्योपैथिक उपचार पित्ती के उपचार के लिए बहुत प्रभावी है

अर्टीकियारिया या पित्ती के उपचार के लिए इस्तेमाल किया सर्वोत्तम होम्योपैथिक दवाओं में शामिल हैं:
एपिस मेलिफ़िका - यह सबसे अच्छा होम्योपैथिक दवा है जो यूटिकारिया के लिए इस्तेमाल किया गया है। रोगी की त्वचा लाल धक्कों के साथ सूज आती है और खुजली और जलन को तोड़ती है। रोगी खुजली और सूजन से छुटकारा पाने के लिए बर्फ को लागू करते हैं।

आर्सेनिकम एल्बम - रात में खराब होने और ठंडी हवा के मुकाबले आर्टिकियारिया खराब है। हाइव्स गर्म अनुप्रयोगों के साथ बेहतर बनाता है Urticaria चिंता, भय और बेचैनी के साथ जुड़ा हो सकता है
नेट्रम मुरीयाटिकम - क्रोनिक आर्टिकियारिया जो आमतौर पर सूर्य, शारीरिक व्यायाम, मानसिक तनाव या दु: ख के संपर्क में है व्यक्ति बहुत अंतर्मुखी और आरक्षित है

हंस टोक्सिकोडेंड्रोन - गर्म अनुप्रयोगों से राहत मिली है जो खुजली को तोड़ने के साथ बड़ी लाल त्वचा पैच।
उर्टिका यूरेन - आर्टिकियारिया, जो एपिस छत्ते के समान है, हालत में गर्म स्नान या गर्म संकोचन के कारण हालत में सुधार होता है। रोगी शेलफिश के लिए बहुत एलर्जी है

सल्फर - सामान्य रूप से नहाने और गर्मी लेने से बदतर जलने और खुजली के साथ गंभीर अस्थिरिया; त्वचा और शरीर orifices बहुत आसानी से लाल बन जाते हैं, व्यक्ति विभिन्न प्रकार की त्वचा विकारों और एलर्जी से ग्रस्त है।
डॉ। अभिषेक कसाना, एमडी एक प्रमुख होमियोपैथ और एकीकृत व्यवसायी हैं जो शास्त्रीय होम्योपैथी में माहिर हैं। शास्त्रीय होम्योपैथिक परामर्श के अलावा, डॉ। अभिषेक विभिन्न स्वास्थ्य मुद्दों के मूल कारण विश्लेषण, साथ ही साथ व्यक्तिगत आहार सलाह और जीवन शैली में बदलाव के लिए भी मदद करता है।

  होम्योपैथी उपचार एक्जिमा- एटोपिक डर्मेटाइटिस  के लिए सर्वश्रेष्ठ

होम्योपैथी उपचार एक्जिमा- एटोपिक डर्मेटाइटिस के लिए सर्वश्रेष्ठ

फरीदाबाद:24 अक्टूबर -एक्जिमा को एटोपिक जिल्द की सूजन के रूप में भी जाना जाता है, यह एक एलर्जी की स्थिति है जो शुष्क और खुजली वाली त्वचा की ओर जाता है। यह अस्थमा, घास की बुखार और नेत्रश्लेष्मलाशोथ जैसे अन्य एटोपिक रोगों के साथ भी हो सकता है। यह स्थिति किसी भी आयु समूह को प्रभावित कर सकती है लेकिन डॉ अभिषेक कसाना एम.डी. आरु होमियोपैथी क्लिनिक और अनुसंधान केंद्र-भारत के अनुसार, यह शिशुओं में अधिक आम है।

एक्जिमा एक संक्रामक त्वचा रोग नहीं है। जो विभिन्न आनुवंशिक और पर्यावरणीय कारकों के संपर्क के कारण हो सकता है

एक्जिमा / डर्माटाइटिस के लक्षण और लक्षण:
आमतौर पर रात में, त्वचा पर खुजली टूट जाती है।
कभी-कभी त्वचा पर धब्बों पर बुलबुले होते हैं और पानी के तरल पदार्थ को खत्म कर देते हैं
मोटा होना और त्वचा का स्केलिंग 
त्वचा पर लाल रंग का पैच

एक्जिमा / डर्माटाइटिस के लिए कारगर कारक:
त्वचा की सूखा
एलर्जी के संपर्क में
खाद्य पदार्थों में एलर्जी
इनहेल्ड एलर्जी
उत्तेजक, साबुन और डिटर्जेंट की तरह
कुछ कपड़े, जैसे ऊन
ठंडा मौसम
मानसिक तनाव
त्वचा की तरह संक्रमण - स्ट्रैफिलोकोकस ऑरियस

ओरा होम्योपैथिक उपचार एरोपिक जिल्द की सूजन के लिए
डॉक्टर अभिषेक के अनुसार रोगग्रस्त व्यक्ति की होम्योपैथी उपचार पूरी तरह से, एपोटीक जिल्द की सूजन का इलाज करने और इसकी पुन: एटोपिक जिल्द की सूजन के लिए आभा होम्योपैथिक दवाएं न केवल त्वचा की सूजन और खुजली को कम करने का लक्ष्य है बल्कि यह प्रतिरक्षा प्रणाली में कोमल संतुलन प्रदान करने में भी मदद करता है जिससे कि यह शरीर स्वयं रक्षा तंत्र को अपने स्वयं के उपचार के लिए प्रोत्साहित करता है।


एक्जिमा के लिए 5 सर्वश्रेष्ठ होम्योपैथी चिकित्सा
आर्सेनिकम एल्बम - त्वचा की खुजली और त्वचा की सतह पर जलने से त्वचा की सूखापन, जो गर्मी अनुप्रयोग से राहत मिली है। रोगी चिली है, मानसिक रूप से बहुत चिंतित है, और बेचैन

ग्रेफाइट धीमे, मोटा और मिर्च के बच्चों को चेहरे पर एटोपिक जिल्द की सूजन के साथ, कानों के पीछे या त्वचा की परतों में फिट बैठता है। यह एक्जिमा में संकेत दिया जाता है कि superinfection- दानेदार पीले रंग का होता है, शहद जैसे निर्वहन होता है जो कि मोटी परतों को बनाता है

कैल्केरा कार्बनिका - ठंड और आर्द्र मौसम में भड़क-अप के साथ एटोपिक जिल्द की सूजन। आवर्तक गले और मध्य कान के संक्रमण, बढ़े हुए टॉन्सिल और एडेनोइड की प्रवृत्ति; कब्ज। धीरे, मोटा या अधिक वजन वाले बच्चे
लाइकोपॉडियम - तीव्र खुजली के साथ सूखी स्केल पैच। जब तक वे खून बहने तक बच्चे उन्हें खरोंच कर देते हैं। प्रयूतिस शांत हवा के साथ बेहतर है लाइकोपोडियम बच्चा अक्सर चक्रीय उल्टी, पेट में दर्द या पुरानी कब्ज से पीड़ित होता है। घर पर बॉसी लेकिन अजनबियों के बीच डरपोक

सल्फर - गंभीर जलने और खुजली के साथ सूखा पैच जो स्नान के बाद या बिस्तर में होने पर असहनीय हो जाता है गहन लक्षण लगातार खरोंच को उत्तेजित करते हैं जो संक्रमण के विकास की ओर जाता है। दांत और एलर्जी से ग्रस्त संवेदनशील त्वचा। लाल orifices - पलकें, मुँह, गुदा, योनि पारंपरिक दवाओं या मलहम स्थायी राहत नहीं लाते हैं या दाने गायब हो जाते हैं लेकिन मरीज को श्वसन एलर्जी से पीड़ित होता है - एलर्जी रिनिटिस या अस्थमा


डॉ। अभिषेक एमडी के अनुसार, त्वचाशोथ के लिए उपचार की आवश्यकता होती है कारक को ट्रिगर करने और मॉइस्चराइजर्स के आवेदन के लिए स्क्रीनिंग की आवश्यकता होती है, ताकि त्वचा को नम्र रूप से कम से कम 2-3 बार सुगंध में रखने के लिए। त्वचा पर लागू जैतून का तेल की एक पतली परत नरम होती है और तराजू को हटा देती है।





Bhullar romps home to eighth Asian Tour title at Macao Open

Bhullar romps home to eighth Asian Tour title at Macao Open

Macao,23  October : India’s Gaganjeet Bhullar romped home to a three-shot victory at the Macao Open to bag his eighth Asian Tour title. As a result Bhullar etched his name on the Macao Open trophy for the second time having previously won the event in 2012.

Gaganjeet (64-65-74-68) was unstoppable on the final day of the US$500,000 event as he brought in a card of three-under-68 to end up with a winning total of 13-under-271 at the Macau Golf and Country Club.

In more good news for India, Ajeetesh Sandhu (66-67-71-70), fresh from his twin triumphs in Taiwan and Japan over the last two weeks, delivered a last round of one-under-70 to grab a share of second place at 10-under-274 and make it two Indians in the top-3.

Ajeetesh shared the runner-up spot with Angelo Que (69) of the Philippines.

Gaganjeet Bhullar, the overnight leader by one shot, put behind the disappointment of an ordinary third round effort of three-over-74 as he bounced back in round four with seven birdies at the cost of two bogeys and a double-bogey.

Bhullar started the day with a bogey to concede his outright lead and slip into the joint lead along with compatriot Sandhu. But he then rallied with six birdies over the next 12 holes to build a healthy five-shot lead to all but run away with the title.

Thereafter, Gaganjeet’s subsequent bogey and double-bogey on the 14th and 16th couldn’t stop him from marching to his first Asian Tour title in about a year. He finally registered a three-stroke victory margin thanks to his birdie on the closing 18th.

The strapping 29-year-old from Kapurthala in Punjab has now equalled Arjun Atwal and Jyoti Randhawa’s record of most wins (8) by an Indian on the Asian Tour.

It was also Gaganjeet’s third wire-to-wire victory of his career following the Macao Open 2012 and the Indonesia Open 2013. Bhullar had last tasted international success just about a year back at the Asian Tour’s Bank BRI-JCB Indonesia Open 2016.

Bhullar now has nine international wins to his credit including one on the European Challenge Tour. Interestingly, it was the third time that an Indian won the Macao Open. Besides Gaganjeet having won it in 2012, Anirban Lahiri had also won it in 2014.

Ajeetesh Sandhu, who was overnight tied second, one off the lead, had an encouraging start to the day when he sank two birdies on the first four holes. Ajeetesh, the joint leader early in the day, soon slipped out of contention after a string of bogeys on the seventh, 10th and 14th. He however managed to finish joint second after a late flourish which saw him birdie the 16th and 18th.

Rashid Khan shot a stunning final round of seven-under-64, the day’s best, to climb 19 places to tied fifth at six-under-278. His presence in tied fifth made it three Indians in the top-6 this week.

Chiragh Kumar of India also finished inside the top-20. He was tied 19th at even-par-284.

Shubhankar Sharma was a further stroke back in tied 24th.

Among the other Indians, Chikkarangappa was 33rd at three-over-287, Himmat Rai was tied 58th at eight-over-292, Khalin Joshi was tied 66th at 10-over-294 and M Dharma was 70th at 18-over-302.

Saturday 14 October 2017

द्रोणाचार्य बॉक्सिंग अकादमी के बाॅकसर सागर नरवत ने विदेश में किया भारत का नाम रौशन

द्रोणाचार्य बॉक्सिंग अकादमी के बाॅकसर सागर नरवत ने विदेश में किया भारत का नाम रौशन

 फरीदाबाद:14 अक्टूबर (National24news) फिलीपींस के मशहूर प्रोफेशनल बॉक्सर मैनी पैकियाओ के गढ़ में भारत के सागर नर्वत ने वो कर दिखाया, जिसका सपना बड़े मुक्केबाज देखते हैं. विदेशी धरती पर अपनी पहली फाइट में सागर ने मेजबान देश के धाकड़ बॉक्सर जुन मामो को धूल चटा दी.
विदेशी धरती पर अपनी पहली फाइट के लिए उतरना सागर के लिए किसी भी लिहाज से आसान नहीं था. जुन मामो की गिनती फिलीपींस के दमदार बॉक्सर में होती है. उन्हें वहां के 'आइरन मैन' के नाम से जाना जाता है. इस दौरान दोनों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली.

सागर ने इस मुकाबले को 39-37, 39-37, 38-38, 39-36 से जीत दर्ज की. फिसीपींस मे मामो को हराना बेहद मुश्किल काम था. उनका एक-एक पंच ऐसे लग रहा था, लेकिन सागर ने डिफेंस और अटैक से इस मुकाबले को जीत लिया. मुकाबला जीतने के बाद वो काफी अच्छा महसूस कर रहे हैं

सागर कड़ी मेहनत के बाद यह जीत हासिल हुई है. यह काफी मुश्किल फाइट थी. सागर ने अपने पंच सही टार्गेट में मारे, जिसकी वजह से उन्हें जीत हासिल हुई है. आने वाले समय में इस जीत की लय को बरकार रखने की कोशिश करेंगे. 
सागर नर्वत की इस जीत पर देश को गर्व है, 

Friday 8 September 2017

भारतीय वरिष्ठ महिला हॉकी टीम के नए कोच हरेंद्र सिंह नियुक्त

भारतीय वरिष्ठ महिला हॉकी टीम के नए कोच हरेंद्र सिंह नियुक्त

नई दिल्ली : 9 सितंबर (National24news) भारतीय खेल प्राधिकरण और हॉकी इंडिया की संयुक्त समिति की बैठक दिनांक 7 सितंबर, 2017 को हॉकी खेल प्राधिकरण में हुई। इस बैठक में उच्च कार्य निष्पादन करने वाले विशेषज्ञ हॉकी कोच के रूप में द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता श्री हरेंद्र सिंह को भारतीय वरिष्ठ महिला हॉकी टीम के लिए कोच नियुक्त किया गया। यह निर्णय भारतीय खेल प्राधिकरण और हॉकी इंडिया द्वारा संयुक्त रूप से श्री हरेन्द्र सिंह की पिछले और हाल ही की कार्य प्रदर्शन के आधार पर लिया गया है। उनके कोचिंग के अंतर्गत 2016 में लखनऊ में आयोजित जूनियर पुरूष हॉकी टीम जूनियर पुरुष टीम विश्व कप जीती थी। वे 2008 से 2009 तक वरिष्ठ पुरुष हॉकी टीम के मुख्य कोच तथा 2009 से 2010 तक राष्ट्रीय कोच भी रहे। वे प्रमाणित लेबल-III कोच हैं। श्री हरेंद्र सिंह शीघ्र ही नई जिम्मेदारी संभालेंगे। 

बैठक में यह भी निर्णय लिया गया है कि भारतीय वरिष्ठ महिला हॉकी टीम के वर्तमान मुख्य कोच श्री वार्ल्थरन नॉर्बर्स मारिया मैरिजन अपने वर्तमान यूरोप दौरे से लौटने के बाद भारतीय सीनियर पुरुष हॉकी टीम के मुख्य कोच के रूप में पदभार संभालेंगे। श्री मैरिजन ने वरिष्ठ भारतीय पुरुष हॉकी टीम के मुख्य कोच के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। 

Wednesday 6 September 2017

Escorts unveils India’s first Electric Tractor Concept & Global Tractor Series

Escorts unveils India’s first Electric Tractor Concept & Global Tractor Series

New Delhi 7 September (National24news) Escorts Ltd, India’s leading engineering conglomerate today launched India’s first Electric & Hydrostatic concept tractor and an expanded global portfolio of tractors for the export and domestic market in 22HP to 90 HP range under flagship brands Farmtrac and Powertrac compliant with tier 4 emission norms of Europe and America amidst 43 International distributors.
This includes the flagship New Escorts Tractor Series (NETS) with higher horse power (70 to 90 HP), Compact tractors in 22 to 30 HP range, Crossover tractors for both paddy and haulage applications, tractors with cabin options for driving comfort, along with tier 4 emission norms compliant CRDi engines which will cater to customer demands from the United States, Europe, Latin America, Africa and ASEAN countries apart from new generation farmers in India.
Speaking on the occasion, MrRajan Nanda, Chairman, Escorts Ltd, said, “Escorts is on a transformational journey of developing products for global markets and offer products of quality with specifications that would be competitive and attractive to buyers. Today’s product showcase is a preview of the technical and qualitative development keeping the dynamics and demand of today’s progressive farmers. We are spreading our operations to reach countries globally and will develop products mapped to the requirements of the customers and market.”
Mr Nikhil Nanda, Managing Director, Escorts Ltd, added saying, “Escorts is extremely proud to launch Electric tractor concept displaying our frugal engineering to offer India’s best to the world. Continuing with our massive transformative purpose of contributing to global food requirement we will enable farmers globally to produce more with mechanized farming products and solutions. New Escorts Tractor Series (NETS) launched today will create all together a new user experience in comfort and precision farming globally. Escorts will continue to showcase innovations through Esclusive, Escorts Exclusive Disruptive Innovation Platform year on year on 6th September, synonymous to “The Launch Day.”
For the Editor: 
The Escorts Group is among India's leading engineering conglomerates operating in high growth sectors of Agri Machinery, Material Handling & Construction Equipment and Railway Equipment. The Group has earned the trust of over 5 Million customers by way of product and process innovations over seven decades of its existence. Escorts endeavours to transform lives in rural and urban India by leading the revolution in agriculture mechanization, modernization of automotive & railway technology and transformation of Indian construction.



Wednesday 9 August 2017

 विजय यादव के कोचिंग में इंडिया ए टीम ने ट्राई सीरीज जीती

विजय यादव के कोचिंग में इंडिया ए टीम ने ट्राई सीरीज जीती

फरीदाबाद :9 अगस्त(National24news) बीसीसीआई कोच विजय यादव के नेतृत्व में साउथ अफ्रीका में चल रही ट्राई सीरीज पर इंडिया ए टीमने कब्जा कर लिया है। इंडिया ए टीम ने फाइनल में साउथ अफ्रीका टीम को 7 विकेट से मात देकर ट्रॉफी अपने नाम की। इस पूरी सीरीज में इंडिया ए टीम केवल एक मैच हारी। इस ट्राई सीरीज में तीसरी टीम अफगानिस्तान ए की रहीं। विजय यादव ने बताया कि उनका यह पहला एक्सीपीरियंस काफी अच्छा रहा। 

वह पहले मैच में हार के बाद टीम को एकजुट करने में सफल रहे। इसका परिणाम यह रहा कि टीम ने ट्राई सीरीज अपने नाम की। जिला क्रिकेट एसोसिएशन एक्ग्जुक्युटिव प्रेसीडेंट रजत भाटिया ने विजय यादव को सीरीज टीम की बधाई दी है। उनका कहना है की विजय यादव क्रिकेट के लिए समर्पित है उनके कोचिंग मैं जो भी टीम खेले गई उसका पर्दशन अच्छा होता जाएगा टेस्ट मैच भी इंडिया ए टीम की जितनी की पूरी उमीद है 

गौरतलब है कि विजय यादव 26 जुलाई से 22 अगस्त तक साउथ अफ्रीका में होने वाली ट्राई सीरीज एवं दो टेस्ट मैचों की श्रंखला के लिए इंडिया ए टीम के कोच के रूप में नियुक्त किए गए हैं। वैसे हरियाणा रणजी कोच के रूप में वह हरियाणा क्रिकेट एसोसिएशन से जुड़े हैं। हरियाणा टीम के बेहतर प्रदर्शन की वजह से ही एचसीए के रिकमंडिशन पर ही उन्हें इंडिया ए की  जिम्मेदारी बीसीसीआई ने सौंपी। विजय यादव ने बताया कि इस ट्राई सीरीज में इंडिया ए टीम की शुरूआत पहले मैच में ही हार से हुई थीं। 

पहले मैच में इंडिया ए टीम 152 रन पर ऑलआउट हो गई। हालांकि टीम ने जज्बा दिखाया। साउथ अफ्रीका ए टीम ने यह लक्ष्य 8 विकेट खोकर प्राप्त किया। दूसरे मैच को इंडिया ए टीम ने अफगानिस्तान से 7 विकेट से जीता। इसके बाद तीसरे मैच में एक बार फिर इंडिया ए ने अफगानिस्तान ए को 113 रन से हराया। इंडिया ने पहले खेलते हुए 322 रन बनाए। जवाब में अफगानिस्तान की टीम 209 रन बना सकी। इसके बाद साउथ अफ्रीका को करीबी मैच में 1 विकेट से मात दी। साउथ अफ्रीका ने 266 रन बनाए। 

इस लक्ष्य को इंडिया ए टीम ने 9 विकेट खोकर प्राप्त किया। जबकि फाइनल में साउथ अफ्रीका ए को 267 रन पर इंडिया ए ने रोका। और 41.5 ओवर में 3 विकेट खोकर यह लक्ष्य प्राप्त कर ट्रॉफी अपने नाम कर ली। उन्होने बताया कि इसी प्रकार साउथ अफ्रीका के साथ टेस्ट में भी बेहतर प्रदर्शन करते हुए सीरीज जीताने की कोशिश रहेगी।

Friday 4 August 2017

रमणीक प्रभाकर नेपाल सरकार द्वारा स्पेशल सलाहकार नियुक्त

रमणीक प्रभाकर नेपाल सरकार द्वारा स्पेशल सलाहकार नियुक्त

फरीदाबाद :5अगस्त(National24news)नेपाल के उप राष्ट्रपति के स्पेशल सलाहकार (राजनीतिक व संस्कृतिक) कार्यालय द्वारा उद्योग प्रबंधक श्री रमणीक प्रभाकर को ऑफिस सलाहकार नियुक्त किया है श्री प्रभाकर की यह नियुक्ति स्पेशल सलाहकार राजनीतिक और सांस्कृतिक कराने के स्पेशल एडवाइजर श्री महावीर प्रसाद तिरोड़ी द्वारा की गई है प्रभाकर विशेष मिशन सलाहकार के रूप में कार्य करेंगे और भारत नेपाल कलचरल कोर्डिनेशन की मुहिम को आगे बढ़ाते हुए भारत-नेपाल संबंधों के लिए तत्पर संस्थाओं जैसे अंतर्राष्ट्रीय समरसता मंच इत्यादि पर कार्य करेंगे उल्लेखनीय है 

श्री प्रभाकर मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन फरीदाबाद के महासचिव होने के साथ-साथ विभिन्न औद्योगिक एवं सामाजिक संगठनों से जुड़े हुए हैं समाज सेवा व मानव हितेषी कार्यों के लिए तत्पर श्री प्रभाकर की इस नियुक्ति को इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि यह भारत व नेपाल के बीच सोहार्द संबंधों को और बढ़ावा देने की दिशा में प्रभावी कदम है दो देशों के बीच सांस्कृतिक गतिविधियों को और बढ़ावा देने की दिशा में श्री प्रभाकर की मिशन सलाहकार के रूप में नियुक्ति पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए क्षेत्र में कार्य उद्योगिक सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने इसे ऐसे समय में और भी महत्वपूर्ण करार दिया है 

जबकि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी भारतीय संस्कृति को शीर्ष स्तर पर लाने की ओर तत्पर हैं स्वयं श्री प्रभाकर के अनुसार उनका प्रयास रहेगा कि वह उन उपलब्धियों को अर्जित  करने की दिशा में तत्पर रहे जिनके तहत उनकी नियुक्ति मिशन सलाहकार के रूप में की गई है श्री प्रभाकर के अनुसार भारत और नेपाल का संबंध बड़े भाई को छोटे भाई का रहा है और दोनों देशों के बीच परिवारिक संबंध विश्व प्रसिद्ध हैं श्री प्रभाकर ने अपनी नियुक्ति के लिए नेपाल सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि वह संस्कृतिक रिश्तो को प्रगाड़  करने की दिशा में तत्पर रहेंगे।

Tuesday 1 August 2017

वर्ल्ड शूटिंग चैंपियनशिप में भारत का झंडा बुलंद करने वाले जूनियर निशानेबाज़ों को पूछने वाला कोई नहीं: किसी मंत्री या अफसर ने न तो शाबाशी दी न ही प्रोत्साहन

वर्ल्ड शूटिंग चैंपियनशिप में भारत का झंडा बुलंद करने वाले जूनियर निशानेबाज़ों को पूछने वाला कोई नहीं: किसी मंत्री या अफसर ने न तो शाबाशी दी न ही प्रोत्साहन

नई दिल्ली :2 अगस्त (National24news) वर्ल्ड शूटिंग चैंपियनशिप में तीन गोल्ड मेडल, दो सिल्वर मेडल, तीन ब्रॉन्ज़ मेडल, और साथ ही दो इवेंट्स में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के बावजूद भारत के जूनियर निशानेबाज़ों को पूछने वाला कोई नहीं। पिछले महीने जर्मनी में हुई 'आई.एस.एस.एफ. वर्ल्ड शूटिंग चैम्पियनशिप में भारत की जूनियर निशानेबाज़ी टीम दुनिया के साठ देशों के मुकाबले में चीन के बाद दूसरे स्थान पर रही। इतनी बड़ी उपलब्धि के बावजूद सरकार की तरफ से किसी ने न तो शाबाशी दी, न कोई प्रोत्साहन मिला। किसी मंत्री या बड़े अधिकारी को भारत का झंडा बुलंद करने वाले इन निशानेबाज़ों से मिलने या बात करने का टाइम तक नहीं मिला। इन निशानेबाज़ों में कई दिल्ली और एनसीआर के हैं, जो सरकार की इस बेरुखी और लापरवाही से मायूस हैं। 
हरियाणा के पंद्रह साल के लड़के अनीश भनवाला ने जूनियर वर्ल्ड शूटिंग चैंपियनशिप में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया और पच्चीस मीटर स्टैंडर्ड पिस्टल इवेंट में गोल्ड मेडल जीता। इसके अलावा कुल मिलाकर पांच मेडल जीते। इस जूनियर चैम्पियन को उम्मीद थी कि अपने देश लौटूंगा तो सरकार सर आँखों पर बिठा लेगी, लेकिन वापस लौटकर मायूसी ही हाथ लगी।  

अनीश भनवाला ने कहा कि  "हम अभी जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में भाग लेकर आए हैं, वहां मैंने दो इंडिविजुअल और तीन टीम मेडल जीते हैं, जिसमे से एक गोल्ड था वर्ल्ड रिकॉर्ड के साथ स्टैंडर्ड पिस्टल में। हमारी टीम का अच्छा प्रदर्शन रहा, ओवरऑल सेकंड पोज़िशन थी। मगर जैसी उम्मीद थी कि इंडिया आकर बहुत स्वागत होगा, कुछ नहीं हुआ, सरकार की तरफ से कोई प्रोत्साहन या शाबाशी नहीं मिली। मायूसी हो रही है कि कुछ तो प्रोत्साहन मिलना चाहिए था।"
दस मीटर पिस्टल इवेंट में हरियाणा की ही यशस्विनी देसवाल ने वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी की। वहीँ दिल्ली के शिवम शुक्ला ने एक टीम गोल्ड और एक ब्रॉन्ज़ मेडल जीता। हरियाणा के अनमोल जैन ने दो मेडल और मुस्कान ने एक मेडल जाता। इन सब निशानेबाज़ों को इस बात का दुःख है कि खेल मंत्रालय या खेल विभाग से किसी ने भी इनसे मिलना तक ज़रूरी नहीं समझा। 

शिवम शुक्ला ने मायूसी के साथ कहा कि "मैंने रैपिड फायर में एक टीम गोल्ड और एक ब्रॉन्ज़ जीता, हमारी टीम का अच्छा प्रदर्शन होने के बाद यहां हमें कोई प्रोत्साहन नहीं मिला जैसी कि उम्मीद थी कि भारत आकर हमारा अच्छा स्वागत होगा, लेकिन यहां खेल मंत्रालय या विभाग की तरफ से कोई मिलने तक नहीं आया।"

गुड़गांव की निशानेबाज़ मुस्कान कहती है कि 'मैंने जूनियर वर्ल्ड चैम्पयनशिप में टीम मेडल जीता, और साठ देशों में हमारी टीम सेकंड आई, लग रहा था कि एयरपोर्ट पर हमारा भव्य स्वागत होगा मगर कुछ नहीं हुआ।'' 

अनमोल जैन ने भी दुखी मन से कहा कि ''वर्ल्ड चैंपियनशिप में मेरे दो मेडल थे, एक गोल्ड एक सिल्वर, अभी तक हमें सरकार की तरफ से कुछ नहीं मिला, महसूस हो रहा है कि हमें किसी ने पूछा तक नहीं।'' 
भारत की जूनियर शूटिंग टीम के चीफ कोच और जाने-माने निशानेबाज़ पद्मश्री जसपाल राणा भी इस बात से काफी नाराज़ हैं, और इसे वो इन जूनियर खिलाडियों का अपमान मान रहे हैं। इतने बेहतर प्रदर्शन और इतनी बड़ी कामयाबी के बावजूद इनसे मिलना तो दूर किसी मंत्री या बड़े अफसर ने इन बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए एक ट्वीट तक नहीं किया।

जसपाल राणा ने सरकारी रवैय्ये पर सवाल उठाते हुए कहा कि ''इंडियन जूनियर शूटिंग टीम के बच्चों ने वर्ल्ड कप में इतना अच्छा परफॉर्म किया, हम वर्ल्ड में दूसरे नंबर पर आए। लेकिन गवर्नमेंट का रवैय्या बेहद अफसोसनाक है। पहले जब मैं शूटिंग करता था तो बच्चों सीधा एयरपोर्ट से प्राइम मिनिस्टर हाउस ले जाते थे। तो गर्व महसूस होता था कि हमने देश के लिए कुछ किया, लेकिन पहली बार ऐसा हुआ है कि बच्चों को एक फोन तक नहीं आया, बधाई का संदेश तक नहीं आया। किसी ने एक ट्वीट तक नहीं किया जिसमे ये कहा गया हो कि बच्चों ने बहुत अच्छा किया, खास तौर से उन बच्चों ने जो देश का नाम रोशन करके आए, वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाकर आए। ये वो बच्चे हैं जो कल को ओलिंपिक मेडल जीतेंगे, लेकिन अभी हम इनका प्रोत्साहन नहीं करेंगे तो आगे के भविष्य का भगवान ही मालिक है। मैं ये गुज़ारिश करूंगा खेल मंत्री से और खेल विभाग से कि आप इन बच्चों का हौसला बढ़ाइए, बाकि सुवधाएं आप दे रहे हैं, लेकिन प्रोत्साहन न मिलना दुर्भाग्यपूर्ण है।'' 

इस बारे में बात करने के लिए हमने केंद्रीय खेल मंत्री विजय गोयल से कई बार सम्पर्क करने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं हो पाई।  सरकारी बेरुखी से नाराज़ जसपाल राणा मानते हैं कि ''इस बार वर्ल्ड चैंपियनशिप में हम दूसरे नंबर पर आए, चाइना को हराने के लिए हमें बहुत मेहनत की ज़रूरत है। लेकिन जिस तरह हमारी टीम ने रशिया, अमेरिका और यूरोपियन कंट्रीज़ को हराया है, उससे नहीं लगता कि वो लोग आराम से बैठेंगे, और इस हार को कुबूल कर पाएंगे। हम यहां तक अपनी मेहनत से पहुंचे हैं, लेकिन इस पोज़िशन को बनाए रखना भी मुश्किल होगा। अगर सही प्रोत्साहन नहीं मिलेगा तो इन उभरते निशानेबाज़ों का मनोबल टूट सकता है। 

Wednesday 26 July 2017

राष्‍ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद का प्रोफाइल

राष्‍ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद का प्रोफाइल

नई दिल्ली : 26 जुलाई (National24news) सार्वजनिक जीवन और समाज में समतावाद तथा अखण्‍डता के पैरोकार रहे वकील, दिग्‍गज राजनीतिक प्रतिनिधि श्री रामनाथ कोविंद का जन्‍म 01 अक्‍टूबर, 1945 को उत्‍तर प्रदेश में कानपुर के निकट परौंख में हुआ था। उनके पिता का नाम श्री मैकूलाल और माता का नाम श्रीमती कलावती था।

 25 जुलाई, 2017 को भारत के 14वें राष्‍ट्रपति का कार्यभार ग्रहण करने से पहले श्री कोविंद ने 16 अगस्‍त, 2015 से 20 जून, 2017 तक बिहार के 36वें  राज्‍यपाल के रूप में अपनी सेवा दी ।

शैक्षिक योग्‍यता और व्‍यावसायिक पृष्‍ठभूमि

    श्री कोविंद ने अपनी स्‍कूली शिक्षा कानपुर में ग्रहण की और कानपुर विश्‍वविद्यालय से बी.कॉम त‍था एलएलबी की डिग्री हासिल की। 1971 में उन्‍होंने दिल्‍ली बार काउंसिल के साथ एक वकील के रूप में नामांकन किया।

   श्री कोविंद 1977 से लेकर 1979 तक दिल्‍ली उच्‍च न्‍यायालय में केन्‍द्र सरकार के वकील रहे तथा 1980 से 1993 तक उच्‍चतम न्‍यायालय में केन्‍द्र सरकार के वकील रहे। 1978 में वे उच्‍चतम न्‍यायालय के ‘एडवोकेट-ऑन-रिकार्ड’ बने। 1993 तक उन्‍होंने कुल 16 साल तक दिल्‍ली उच्‍च न्‍यायालय और उच्‍चतम न्‍यायालय में वकालत की।

संसदीय और सार्वजनिक जीवन

   श्री कोविंद को अप्रैल, 1994 में उत्‍तर प्रदेश से राज्‍यसभा का सदस्‍य चुना गया। उन्‍होंने लगातार दो बार राज्‍यसभा के सदस्‍य के रूप में मार्च, 2006 तक कार्य किया। श्री कोविंद ने विभिन्‍न संसदीय समितियों जैसे अनुसूचित जाति/जनजाति कल्‍याण संबंधी संसदीय समिति, गृह मामलों की संसदीय समिति, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस पर संसदीय समिति, सामाजिक न्‍याय और अधिकारिता संबंधी संसदीय समिति और कानून और न्‍याय संबंधी संसदीय समितियों में सेवा की। वह राज्‍यसभा हाउस कमेटी के चेयरमैन भी रहे।

   श्री कोविंद बी.आर. अम्‍बेडकर विश्‍वविद्यालय के प्रबंधन बोर्ड के सदस्‍य तथा भारतीय प्रबंधन संस्‍थान कोलकाता के बोर्ड ऑफ गवर्नस के सदस्‍य भी रहे। वह संयुक्‍त राष्‍ट्र में गए भारतीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्‍य भी रहे और अक्‍टूबर, 2002 में संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा को संबोधित किया।

इन पदों पर किया कार्य -

2015-17: बिहार के राज्यपाल

1994-2006: उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सदस्य

1971-75 और 1981: महासचिव, अखिल भारतीय कोली समाज

1977-79: दिल्ली उच्च न्यायालय में केंद्र सरकार के वकील

1982-84: सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार के अधिवक्‍ता

व्‍यक्तिगत विवरण

    श्री कोविंद का विवाह 30 मई, 1974 को श्रीमती सविता कोविंद से हुई। श्री कोविंद के पुत्र का नाम प्रशांत कुमार और पुत्री का नाम सुश्री स्‍वाति है। पढ़ने-लिखने के शौकिन राष्‍ट्रपति कोविंद को राजनीतिक और सामाजिक परिवर्तनों, कानून और इतिहास तथा धर्म संबंधी किताबें पढ़ने में गहरी दिलचस्‍पी है।

   अपने लम्‍बे सार्वजनिक जीवन के दौरान श्री कोविंद ने कई देशों की यात्रा की है। संसद सदस्‍य के रूप में उन्‍होंने थाईलैंड, नेपाल, पाकिस्तान, सिंगापुर, जर्मनी, स्विट्जरलैंड, फ्रांस, ब्रिटेन और संयुक्त राज्य अमेरिका का दौरा भी किया है।