Tuesday, 12 May 2020

अर्थव्यवस्था में अहम योगदान देने वाले एमएसएमई के लिए बढ़ने वाली है और मुश्किलें: छोटे उद्योगों को राहत की जरूरत : रमणीक प्रभाकर

अर्थव्यवस्था में अहम योगदान देने वाले एमएसएमई के लिए बढ़ने वाली है और मुश्किलें: छोटे उद्योगों को राहत की जरूरत : रमणीक प्रभाकर

फरीदाबाद : 12 मई I  मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन फरीदाबाद के महासचिव रमणीक प्रभाकर ने कहा एमएसएमई आर्थिक विकास, नवाचार और रोजगार सृजन के सबसे बड़े संवाहक हैं भले ही ये  आकार में छोटे हों, लेकिन देश की तरक्की में उनकी बड़ी अहमियत है मौजूदा कोरोना संकट का सबसे ज्यादा दुष्प्रभाव भी उन पर ही पड़ता दिख रहा है, क्योंकि उनके पास बड़ी कंपनियों जितने संसाधन नहीं हैं। चूंकि मांग में लगातार गिरावट जारी है और हाल-फिलहाल सुधार के आसार नहीं दिखते इसलिए इन उद्यमियों के लिए कर्ज की अदायगी से लेकर कर्मचारियों को वेतन देने जैसी जिम्मेदारियों को पूरा करना भी मुश्किल होगा।

छोटे उद्यमियों के समक्ष वेतन, बिजली बिल, किराया, कर्ज जैसी समस्याएं मुंह बाएं खड़ी हैं

उन समस्याओं का खाका खींचा जाना बेहद आवश्यक है जिनसे एमएसएमई करीब साल भर तक जूझने को मजबूर होंगे।
 लॉकडाउन समाप्ति के कम से कम तीन महीने तक तो ये दुश्वारियां बहुत परेशान करने वाली हैं। तमाम छोटे उद्यमों को इस संकट से भी दो-चार होना पड़ सकता है कि उनके ऑर्डर निरस्त हो जाएं। छोटे उद्यम पीएसयू और बड़ी दिग्गज कंपनियों से भुगतान में लेटलतीफी जैसी समस्याएं भी झेलते हैं। आने वाले महीनों में यह समस्या और विकराल हो सकती है। चूंकि इन इकाइयों में काम करने वाले अधिकांश कामगार अपने गांव-घर की ओर कूच कर गए हैं ऐसे में उन्हेंं सामान्य कामकाज बहाल करने में लंबा समय लग सकता है।

 इसी तरह ऑर्डर निरस्त होने, श्रम विवादों, कर्ज के मूल और ब्याज की अदायगी होने जैसे तमाम कारणों के चलते  कदमों की भी बाढ़ सकती है। मुश्किलों के ऐसे भंवर में फंसे एमएसएमई को उबारने में बैंक और एनबीएफसी भी हिचक दिखाएंगे ऐसी स्थिति में सरकार से अपेक्षाएं बढ़ना स्वाभाविक है। भारत सरकार को कई मोर्चों पर सक्रियता के साथ कदम उठाने होंगे।  इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड संहिता, 2016 यानी आइबीसी के तहत ऋणदाताओं द्वारा एमएसएमई को उचित रियायत दी जाए ताकि उन्हें संपदा बिक्री में बेहतर हिस्सा मिल सके। उनके खिलाफ आइबीसी में मामला भी दर्ज नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि ऐसे अधिकांश मामलों में अभी तक समाधान नहीं निकल सका है और अंतत: वे संपदा बिक्री की ओर ही बढ़ रहे हैं। एक लाख या उससे अधिक के डिफॉल्ट के मामलों में एमएसएमई को इस संहिता के उपयोग की अनुमति दी जानी चाहिए जैसा कि हालिया अधिसूचना से पहले सौ लाख तक के मामले में था।

एमएसएमई से जुड़े मामलों में त्वरित फैसलों के लिए सरकार को अलग ट्रिब्यूनल्स गठित करने चाहिए। सराफेसी एक्ट को भी एक साल के लिए ठंडे बस्ते में डाल दिया जाए। लॉकडाउन के दौरान दिए गए वेतन और मजदूरी के 50 प्रतिशत हिस्से को कैरी फारवर्ड प्रावधान के साथ आयकर में छूट दी जानी चाहिए या फिर उसका भुगतान ईएसआइसी-सरकार द्वारा किया जाए। बिजली के मामले में भी बिजली का  कनेक्शन किसी सूरत में काटा जाए। इसके साथ ही भुगतान परिदृश्य के आधार पर ही एमएसएमई को उनका जीएसटी बकाया अदा करने की अनुमति दी जाए।  एमएसएमई की समस्याएं इतनी व्यापक हैं कि केवल सरकार के भरोसे ही उनका समाधान संभव नहीं, इसलिए भारतीय रिजर्व बैंक जैसे संस्थान की भी अहम भूमिका है। एमएसएमई ने किसी किसी बैंक या वित्तीय संस्थान से मियादी कर्ज लिया होता है। ऐसे में उन्हें राहत देने के लिए लॉकडाउन हटाए जाने के छह महीने तक इनकी किस्तों की मियाद नए सिरे से तय की जाए। इन मियादी कर्जों के तीन वर्षों में पुनर्भुगतान के प्रावधान के साथ ही उसमें छह महीनों की स्थगन अवधि की भी गुंजाइश हो।  रिजर्व बैंक को लॉकडाउन के दौरान सभी कर्जों पर ब्याज माफ कर देना चाहिए। सभी एमएसएमई को एक बार कर्ज पुनर्गठन का मौका मिले जिसमें एनपीए खातों को भी शामिल किया जाए। पुनगर्ठन के बाद सभी एमएसएमई को स्डैंडर्ड रूप में वर्गीकृत करें। विल्फुल डिफॉल्टरों को इस योजना से अलग रखा जा सकता है। 

बाहरी क्रेडिट रेटिंग-सिबिल की आवश्यकता को भी अगले दो वर्षों के लिए खत्म कर देना चाहिए। मौजूदा इकाइयों के लिए अतिरिक्त तदर्थ कार्यशील पूंजी में 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी की जाए। आरबीआइ और भारतीय बैंक संघ यानी आइबीए को चाहिए कि वे बैंकों से एमएसएमई के लिए एक साझा राहत योजना तैयार करने के लिए कहें।  चूंकि कोरोना के कहर के चलते इतनी दिक्कतें अचानक से गई हैं तो भुगतान के मोर्चे पर समस्याएं भी आएंगी। ऐसे में समय रहते उनके समाधान पर भी विचार किया जाए। इस स्थिति में पीएसयू और सभी सरकारी विभागों द्वारा एमएसएमई के बकाये का तत्काल भुगतान किया जाना चाहिए। यदि लॉकडाउन से पहले किसी ऑर्डर के मामले में आदेश एमएसएमई के पक्ष में आया हो तो उनके खिलाफ अपील की अनुमति दी जाए। अपने सभी आर्पूितकर्ता एमएमएमई के लिए पीएसयू-सरकारी विभागों द्वारा लैटर ऑफ क्रेडिट जारी किया जाना चाहिए। उचित खरीदारों के साथ एमएसएमई के सभी लेनदेन केवल टीआरईडीएस के जरिये होने चाहिए।  संकट के दौर में हमें सूक्ष्म एवं लघु उपक्रम सुविधा परिषदों यानी एमएसईएफसी को भी सशक्त बनाना होगा। प्रत्येक जिले में इसकी एक शाखा गठित की जाए जिनकी सुनवाई के लिए राज्य स्तर पर अपीलीय इकाई बने। इसमें सभी एमएसएमई को शामिल किया जाए। ऑनलाइन कॉज लिस्ट और आदेश एमएसईएफसी की एक साझा वेबसाइट पर उपलब्ध होने चाहिए। इसके फैसलों को राजस्व वसूली अधिनियम के तहत प्रर्वितत किया जाना चाहिए।

कोरोना वायरस के संक्रमण से उपजा संकट एक बहुत बड़ी आपदा है फिर भी विश्वास है कि हम भारतीय इस आपदा को एक अवसर बनाएंगे। एमएमएमई मंत्री नितिन गडकरी ने भी बार-बार इस संकल्प को दोहराया है। सस्ते श्रम, युवा पीढ़ी और नई कंपनियों के लिए कर की न्यूनतम दर जैसे कई आकर्षक पहलू इस दौर में भारत को आकर्षक बनाते हैं। वहीं अमेरिका और चीन के बीच तनातनी भी भारत के लिए फायदेमंद हो सकती है।


Sunday, 10 May 2020

सरबत दा भला ने श्री गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा में कोरोना महामारी से बचाव हेतु आटोमेटिक सैनिटाइजर मशीन भेंट की

सरबत दा भला ने श्री गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा में कोरोना महामारी से बचाव हेतु आटोमेटिक सैनिटाइजर मशीन भेंट की

फरीदाबाद, 10  मई। सरबत दा भला चैरिटेबल ट्रस्ट (रजि.) की ओर से श्री गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा सेक्टर-15 में कोरोना महामारी से बचाव हेतु आटोमेटिक सैनिटाइजर मशीन भेंट की, जिसका यहां आने वाले सेवादार व अन्य व्यक्ति उपयोग कर सकेंगे।  उपस्थित सेवादारों को संबोधित करते हुए दिनेश छाबड़ा, जोध सिंह वालिया, टोनी पहलवान तथा कुलदीप सिंह साहनी ने संयुक्त रूप से कहा कि सरबत दा भला चैरिटेबल ट्रस्ट (रजि.) की ओर से श्री गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा सेक्टर-15 में आटोमेटिक सैनिटाइजर मशीन भेंट की गई। अब यहां आने वाले सेवादार अपने हाथों को स्वच्छ रखने के लिए इस ऑटोमेटिक  मशीन का उपयोग करें। उन्होंने सभी लोगों से अपील की कि जागरूकर रहकर ही कोरोना संक्रमण पर काबू पाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि संकट के इस दौर में प्रत्येक व्यक्ति को राष्ट्र के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए और हर समय देशसेवा के लिए तैयार रहना चाहिए। 

मुख्यमंत्री की औद्योगिक प्रतिनिधियों के साथ बैठक : आईएमएस‌एम‌ई ऑफ इंडिया ने दिए कई सुझाव : राजीव चावला

मुख्यमंत्री की औद्योगिक प्रतिनिधियों के साथ बैठक : आईएमएस‌एम‌ई ऑफ इंडिया ने दिए कई सुझाव : राजीव चावला

फरीदाबाद: 10 मई । हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने उद्योग प्रबंधकों को आश्वस्त किया है कि लाक डाउन के कारण बंद पड़े औद्योगिक संस्थानों को पुनः आरंभ कराने की प्रक्रिया में यथासंभव सहयोग दिया जाएगा। यहां प्रदेश के औद्योगिक प्रतिनिधियों के साथ वीडियो कांफ्रेंस में बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने बिजली संबंधी बिल जमा कराने की अंतिम तिथि 15 मई से बढ़ाकर 31 मई तक करने की घोषणा की। इसके साथ ही उपभोक्ताओं द्वारा दिए गए सिक्योरिटी डिपाजिट का दो माह का ब्याज आगामी बिलों में एडजस्ट किया जाएगा। फिक्स्ड एनर्जी चार्ज में दी गई 25% राहत की अवधि भी 2 माह से बढ़ाकर 3 माह तक करने की घोषणा मुख्यमंत्री ने की। मुख्यमंत्री ने वेतन के लिए दिए जाने वाले ऋण पर 6 माह तक तक 8% ब्याज दर सरकार द्वारा देने की घोषणा को भी दोहराया। औद्योगिक प्रतिनिधियों की विभिन्न मांगों पर मुख्यमंत्री ने विश्वास दिलाया कि औद्योगिक प्रगति के लिए सरकार अपनी सकारात्मक नीति जारी रखेगी। आई एम एसएमई ऑफ इंडिया के चेयरमैन श्री राजीव चावला द्वारा प्रदेश की औद्योगिक नीति में जिस सब्सिडी को कुछ जोन के लिए दिया जाता है, उसे सभी जोन में लागू करने की मांग पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संबंध में विचार विमर्श कर नई नीति में लागू किया जाएगा।

हरियाणा व दिल्ली के बीच आवागमन की अनुमति देने हेतु मूवमेंट पास जारी करने की मांग करते हुए श्री चावला ने कहा कि हरियाणा से कुछ लोगों को दिल्ली मूवमेंट के लिए अनुमति दी जानी चाहिए ताकि औद्योगिक गतिविधियों को गति मिल सके। चावला ने उद्योगों से जुड़े प्रतिष्ठानों व रॉ मेटीरियल उपलब्ध कराने वाली दुकानों को खोलने की अनुमति भी देने का आग्रह मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री से किया।  चावला ने वेतन के लिए बैंक ऋण पर सरकार द्वारा छह माह के लिए ब्याज देने की घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि इससे निश्चित रूप से उद्योगों को काफी राहत मिलेगी। विभिन्न प्रदेशों के श्रमिकों द्वारा हरियाणा में वापस काम पर लौटने पर क्वांरटाईन समय में उनके रहने की व्यवस्था करने की मांग को भी मुख्यमंत्री ने स्वीकार किया। इसके साथ साथ श्री चावला ने एमएसएमई सेक्टर के लिए विशेष प्रमोशन पॉलिसी क्रियान्वित करने का आग्रह भी प्रदेश सरकार से किया। चावला ने कहा कि कोरोनावायरस के कारण जो स्थिति रही उससे कई व्यवसायों में बिजनेस के कंसेप्ट बदलेंगे, जिन्हें सहयोग देने के लिए प्रभावी नीति बनाई जानी चाहिए। इसके साथ-साथ विभिन्न विभागों से संबंधित समस्याओं व शिकायतों के तुरंत समाधान के लिए नीति तैयार करने, वैट रिफंड को तुरंत मुहैया कराने का आग्रह भी प्रदेश सरकार से किया गया।

 लॉक डाउन के कारण उद्योगों पर पड़े नाकारात्मक प्रभाव का जिक्र करते हुए श्री चावला ने कहा कि एमएसएमई सेक्टर को सरल वित्तीय सहायता के लिए प्रभावी कदम उठाए जाने चाहिए, इसके साथ ही प्रदेश सरकार से आग्रह किया गया कि वह केंद्र सरकार से एमएसएमई सेक्टर के लिए इकनोमिक पैकेज की मांग करें ताकि हरियाणा के औद्योगिक विकास को पुनः तीव्र गति प्रदान की जा सके। वीडियो कांफ्रेंस में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला सहित मुख्य सचिव, प्रधान सचिव व उद्योग व श्रम सहित लगभग सभी विभागों के उच्च अधिकारियो की उपस्थिति विशेष रूप से उल्लेखनीय रही। लगभग 3 घंटे चली इस मीटिंग में औद्योगिक प्रतिनिधियों से सुझाव मांगे गए ताकि प्रदेश के औद्योगिक विकास को पुनः नई गति प्रदान की जा सके।

एमएसएमई सेक्टर को पुनः आरंभ करने के लिए स्मार्ट पैकेज की घोषणा करें : जेपी मल्होत्रा

एमएसएमई सेक्टर को पुनः आरंभ करने के लिए स्मार्ट पैकेज की घोषणा करें : जेपी मल्होत्रा

फरीदाबाद : 10  मई । डीएलएफ इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के प्रधान श्री जेपी मल्होत्रा ने मौजूदा समय में एमएसएमई सेक्टर के समक्ष आ रही वित्तीय समस्या की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करते हुए इस संबंध में बैंकों व वित्तीय संस्थानों को यह निर्देश देने का आग्रह किया है कि वह एमएसएमई सेक्टर को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने में तत्परता से कार्य करें। श्री मल्होत्रा के अनुसार लाक डॉउन के दौरान उद्योगों में कार्य आरंभ करने की प्रक्रिया में काफी समस्याओ का सामना उद्योगों को करना पड़ रहा है।

 आपने बताया कि बैंक एमएसएमई इकाइयों को वित्तीय सहायता देने से संकोच कर रहे हैं जबकि आंकड़े स्पष्ट करते हैं कि बड़े उद्योगों की तुलना में लाक डाउन आरंभ होने के समय तक एमएसएमई इकाइयों का एनपीए रेट 20% की तुलना में 12% ही था।  श्री मल्होत्रा के अनुसार एमएसएमई सेक्टर को 1800000 करोड रुपए के क्रेडिट देने की व्यवस्था की जानकारी भी मिली है, जोकि बड़े उद्योगों को दी जाने वाली वित्तीय सहायता का एक तिहाई ही है।  श्री मल्होत्रा के अनुसार आवश्यकता इस बात की है कि एमएसएमई सेक्टर के लिए एक स्पष्ट नीति क्रियान्वित की जाए और वित्तीय संस्थानों तथा बैंकों को स्पष्ट निर्देश दिए जाएं कि वे एमएसएमई सेक्टर की मांग के अनुरूप उन्हें तत्परता से वित्तीय सहायता उपलब्ध कराएं। मल्होत्रा के अनुसार एमएसएमई सेक्टर को वर्तमान में श्रमिकों का वेतन, संस्थान में मेंटेनेंस, बिजली और एनर्जी बिल देने के लिए वित्त की काफी आवश्यकता है, ऐसे में यदि एमएसएमई सेक्टर को वित्तीय सहायता उपलब्ध नहीं कराई जाती तो इस सेक्टर के समक्ष आर्थिक चुनौतियां और अधिक बढ़ जाएंगी जिससे निपटना कठिन नहीं नहीं नहीं असंभव होगा। श्री मल्होत्रा ने बताया कि उद्योगों में उत्पादन पुनः आरंभ करने से पहले एमएसएमई सेक्टर को संस्थान में मेंटेनेंस का कार्य करना है, सैनिटाइजेशन पर ध्यान देना है और इसके साथ सोशल डिस्टेंस के लिए कार्य करते हुए स्वच्छता संबंधी प्रावधानों पर ध्यान दिया जाना जरूरी है और इन सब कार्यों के लिए भी वित्तीय सहायता आवश्यक है। श्री मल्होत्रा ने हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल से भी आग्रह किया है कि वह एमएसएमई सेक्टर को पुनः आरंभ करने के लिए स्मार्ट पैकेज की घोषणा करें। आपने इसके साथ-साथ श्रमिकों के अप्रैल माह का वेतन जो कि एमएसएमई सेक्टर के लिए एक बड़ी समस्या है, पर ध्यान देने और इसे ईएसआईसी या अन्य फंड द्वारा देने की मांग भी की है।

श्री मल्होत्रा के अनुसार एमएसएमई सेक्टर के लिए सरकार द्वारा जो नीतियां घोषित की गई है, उन्हें तुरंत प्रभाव से क्रियान्वित किया जाना चाहिए ताकि लाक डाउन के कारण बंद औद्योगिक गतिविधियां को पुनः आरंभ कराने की योजना को वास्तविकता में मूर्त रूप मिल सके। श्री मल्होत्रा ने डीएलएफ इंडस्ट्रियल एसोसिएशन व कंफरडेशन ऑफ फरीदाबाद इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की ओर से भी उद्योगों के लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने हेतु प्रभावी पग उठाने का आग्रह किया है।  श्री मल्होत्रा का मानना है कि इससे जहां रोजगार को बढ़ावा मिलेगा, वही पलायन कर रहे श्रमिकों को भी रोका जा सकेगा। श्री मल्होत्रा ने इसके साथ-साथ एसोसिएशन के सभी सदस्यों व उद्योग प्रबंधकों से भी आहवान किया है कि वे अपने संस्थानों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी सुरक्षा प्रबंधों पर ध्यान दें और सैनिटाइजेशन तथा सुरक्षा संबंधी अन्य मानक अवश्य अपनाएं।  एसोसिएशन के महासचिव श्री विजय राघवन ने श्री मल्होत्रा की मांग व विचारों का समर्थन करते हुए जिला उपायुक्त श्री यशपाल यादव के उन निर्देशों का स्वागत किया है जिसमें कहा गया है कि जब जिला स्तरीय की टीम किसी उद्योग में विजिट करती है तो उसके साथ स्थानीय एसोसिएशन के प्रतिनिधि भी शामिल हो सकते हैं। सर्वश्री जेपी मल्होत्रा व विजय राघवन के अनुसार जिला उपायुक्त का यह निर्णय परस्पर विश्वास को बढ़ाएगा और प्रशासन तथा उद्योग प्रबंधक पुलिस व चिकित्सा वर्ग के सहयोग से कोरोना वायरस से निपटने में निश्चित रूप से सफल रहेंगे।

प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने किया मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री एवं उपायुक्त का धन्यवाद :

प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने किया मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री एवं उपायुक्त का धन्यवाद :

फरीदाबाद : 10 मई  I प्रदेश सरकार ने निजी स्कूलों को राहत देते हुए स्कूलों में प्रशासनिक कार्यालय खोलने की अनुमति दे दी है। सरकार के आदेशानुसार प्रशासनिक कार्यालय के कार्यों को निपटाने के लिए सीमित स्टाफ के साथ काम करने की अनुमति मिली है। प्रदेश सरकार के इस फैसले पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन, हरियाणा ने मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल एवं  शिक्षा  मंत्री श्री कँवर पाल का धन्यवाद् प्रकट किया। एसोसिएशन के प्रधान श्री रमेश डागर, महासचिव गौरव पराशर एवं प्रवक्ता दीपक यादव ने आभार प्रकट करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार का फैसला स्वागत योग्य है। इसके लिए वे उपायुक्त श्री यशपाल यादव का भी धन्यवाद् करते हैं जिन्होंने एसोसिएशन की बात को सरकार तक पहुंचाया।

 रमेश डागर ने विश्वास दिलाया हैं कि सभी स्कूल प्रदेश सरकार के तय मनको का पालन करते हुए स्कूल का संचालन करेंगे। दीपक यादव ने कहा की यह फैसला काफी सकारात्मक है। इससे काफी समय से बंद चल रहे स्कूल
में ऊर्जा का संचार  होगा। साथ ही उन अभिभावकों को भी राहत मिलेगी जो ऑनलाइन फीस जमा नहीं करा पा रहे थे। गौरतलब है कि प्रदेश सरकार ने कोविड-19 के चलते लॉकडाउन के कारण प्रदेश भर के सभी सरकारी व निजी स्कूल पूर्ण रूप से बंद कर दिए गए थे। ऐसा होने से निजी स्कूलों को उनके प्रशासनिक व दिन की गतिविधियों को पूरा करने में आ रही कठिनाइयों के कारण  प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के प्रयास पर  हरियाणा के राज्य सरकार ने हरियाणा के निजी स्कूलों को अपने प्रशासनिक कार्यालय खोलने की अनुमति देने का फैसला किया है, ताकि वेतन की तैयारी और अन्य जरूरी और अपरिहार्य प्रशासनिक कार्य किए जा सकें।

Friday, 8 May 2020

दिल्ली-हरियाणा के बीच मूवमेंट के लिए अनुमति प्रदान की जाए : राजीव चावला

दिल्ली-हरियाणा के बीच मूवमेंट के लिए अनुमति प्रदान की जाए : राजीव चावला

फरीदाबाद 8 मई । आईएमएसएमई ऑफ इंडिया ने हरियाणा व केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि लॉक डाउन के दौरान मूवमेंट संबंधी अनुमति का दायरा बढ़ाया जाए और इसे विशेषकर दिल्ली के लिए अधिकृत किया जाए। आईएमएसएमई के चेयरमैन श्री राजीव चावला ने बताया कि इस संबंध में मुख्य सचिव व प्रधान सचिव उद्योग विभाग के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस मीटिंग में आग्रह किया गया है कि मूवमैंट के लिए दूसरे प्रदेशों में जाने की अनुमति भी दी जानी चाहिए और कुछ मूवमेंट पास जारी किए जाने चाहिए ताकि हरियाणा बदली के बीच सीमित संख्या में लोग आवाजाही कर सकें। कहा गया है कि इसके बिना उद्योग व व्यापार को चला पाना संभव नहीं हो रहा है।

श्री चावला के अनुसार जिस प्रकार सरकार ने लॉक डॉउन के दौरान आर्थिक गतिविधियों को गति देने की प्रक्रिया आरंभ की है, वह सराहनीय है परंतु इसका थोड़ा सा और विस्तार किया जाना चाहिए ताकि इसका लाभ सभी वर्गों को मिल सके। चावला ने इसके साथ-साथ उन दुकानों व प्रतिष्ठानों को भी खोलने की अनुमति देने का आग्रह किया है जो उद्योगों को रा मेटेरियल या अन्य सेवाएं उपलब्ध कराते हैं। आपने सरकार द्वारा 10 श्रमिकों तक के साथ उद्योग में कार्य आरंभ करने की अनुमति देने की जहां सराहना की है, वही श्री चावला ने उद्योग प्रबंधकों से भी आह्वान किया है कि वे बिना अनुमति के कार्य ना करें। आपने इसके साथ-साथ औद्योगिक संस्थानों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी निर्देशों की पालना को सुनिश्चित करने का भी आह्वान भी किया है।

Tuesday, 28 April 2020

शेल्टर होम में रहने वाले श्रमिकों के लिए स्किल डेवल्पमेंट वर्कशॉप का आयोजन

शेल्टर होम में रहने वाले श्रमिकों के लिए स्किल डेवल्पमेंट वर्कशॉप का आयोजन

गन्नौर (सोनीपत),  28 अप्रैल।  एसडीएम स्वप्निल रविंद्र पाटिल के निर्देशानुसार सीसीएएस जैन गल्र्स कालेज में स्थापित शेल्टर होम में रहने वाले श्रमिकों के लिए मंगलवार को स्किल डेवल्पमेंट वर्कशॉप का सफल आयोजन किया गया। वर्कशॉप के आयोजक तहसीलदार रविंद्र हुड्डा ने कहा कि वर्कशॉप के माध्यम से श्रमिकों को स्व-रोजगार स्थापना की महत्वपूर्ण जानकारी दी गई।

तहसीलदार रविंद्र हुड्डा ने बताया कि शेल्टर होम में बहुत से श्रमिक ऐसे हैं जो फैक्ट्रियों में काम करते हैं। ऐसे श्रमिकों की कार्यक्षमता को विकसित करने व दक्षता बढ़ाने में यह कार्यशाला  कारगर साबित होगी। श्रमिकों ने कार्यशाला का पूरा लाभ उठाया है। श्रमिकों ने रूचिपूर्वक अपने व्यवसाय से संबंधित सवाल भी किये।  साथ ही उन्होंने खुद का रोजगार स्थापित करने के संदर्भ में भी विस्तार से जानकारी ली।

इस दौरान आईटीआई के ग्रुप अनुदेशक रामबीर सरोहा व मैकेनिकल विभाग के इंस्ट्रकटर सुमित पुनिया ने श्रमिकों को लाभकारी जानकारी दी। उन्होंने अपने विभागों से संबंधित जानकारी भी दी। साथ ही उन्होंने श्रमिकों को तकनीकी शिक्षा की जानकारी दी। श्रमिकों को प्रोत्साहित किया कि वे अपने बच्चों को तकनीकी शिक्षा दिलायें।

अनुदेशकों ने श्रमिकों को राष्ट्रसेवा का भी संदेश दिया। साथ ही उन्होंने कोविड-19 कोरोना वायरस के विषय में भी विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस वैश्विक महामारी से बचने के लिए लोगों को घरों में रहना चाहिए। इसलिए शेल्टर होम स्थापित किये गये ताकि प्रवासियों के ठहरने की उचित व्यवस्था की जा सके। साथ ही उन्होंने श्रमिकों को सफाई के महत्व से भी अवगत कराया। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए सफाई बेहद आवश्यक है। लोगों को दिन में बार-बार साबुन से हाथ धोने चाहिए। मास्क व सैनेटाईजर का विशेष रूप से प्रयोग करना चाहिए।
आम जनमानस लॉकडाउन की करें ईमानदारी से पूर्ण अनुपालना: सांसद रमेश कौशिक

आम जनमानस लॉकडाउन की करें ईमानदारी से पूर्ण अनुपालना: सांसद रमेश कौशिक

सोनीपत, 28 अप्रैल। सांसद रमेश कौशिक ने कहा कि विदेशों में पढ़ाई के लिए गए भारतीय विद्यार्थियों व कर्मचारियों को घर वापस लेकर आयेंगे। उन्होंने लोगों का आह्वान किया कि वे अपने बच्चों तथा परिजनों की जानकारी जिला प्रशासन को मुहैया करायें। ऐसे लोगों की सूची तैयार की जाएगी। 

सांसद रमेश कौशिक मंगलवार को उपायुक्त कार्यालय में कोविड-19 कोरोना वायरस की रोकथाम व लॉकडाउन आदि विषयों को लेकर सोनीपत की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने इसके लिए प्रयास प्रारंभ कर दिए हैं। जो भारतीय विद्यार्थी तथा विदेशों में कार्यरत हिंदुस्तानी भारत आना चाहते हैं किंतु अंतर्राष्ट्रीय फ्लाईट्स रद्द करने की वजह से वे आ नहीं सकते। ऐसे विद्यार्थियों व लोगों की सूची तैयार कराई जा रही है। ताकि उन्हें स्वदेश लाया जा सके। आने के इच्छुक विद्यार्थियों व कर्मियों के परिजन जिला प्रशासन को इसकी जानकारी दें। 

सांसद कौशिक ने इस दौरान आम जनमानस का आह्वान किया कि वे लॉकडाउन की ईमानदारी से पूर्ण अनुपालना करें। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से बचाव के लिए लोगों को घरों में ही रहना चाहिए। ऐसा करके सरकार व जिला प्रशासन की मदद करें। जनता को इस समय पूर्ण सहयोग देना चाहिए। सरकार व जिला प्रशासन के निर्देशों की अनुपालना करनी चाहिए। उन्होंने आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति को लेकर भी जानकारी ली। साथ फल-सब्जियों की आम जनमानस को की जा रही आपूर्ति पर भी विस्तार से चर्चा की। 

इस मौके पर उपायुक्त डा. अंशज सिंह ने कहा कि आवश्यक वस्तुओं, दूध, फल-सब्जियों की आपूर्ति सुचारू रूप से की जा रही है। साथ ही जरूरतमंदों को राशन का वितरण भी नियमित रूप से किया जा रहा है। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक जशनदीप सिंह रंधावा ने कानून एवं व्यवस्था की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की अनुपालना कराई जा रही है। लॉकडाउन का अनावश्यक रूप से उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। इस अवसर पर नगराधीश सुरेंंद्र सिंह दून भी मौजूद थे। 
किकबॉक्सिंग खेल का राष्ट्रीय स्तर पर होगा "इ-टूर्नामेंट  : संतोष अग्रवाल

किकबॉक्सिंग खेल का राष्ट्रीय स्तर पर होगा "इ-टूर्नामेंट : संतोष अग्रवाल

FARIDABAD : 29 APRIL I जहाँ एक तरफ पूरा विश्व कोरोना महामारी से जूझ रहा है और इससे लड़ने के उपाय ढूंढ रहा है. पुरे देश में लॉकडाउन है सभी खिलाडी एवं प्रशिक्षक इसका बखूबी पालन कर रहे हैं. दूसरी तरफ 'वाको इण्डिया किकबॉक्सिंग महासंघ' ने किकबॉक्सिंग का ऑनलाइन 'इ टूर्नामेंट' दिनांक 29 अप्रैल से 3 मई तक करवाने करवाने का निर्णय लिया है. 

"वाको इन्डिया किकबॉक्सिंग महासंघ" के राष्ट्रिय अध्यक्ष श्री संतोष कुमार अग्रवाल ने बताया की खिलाडियों को सक्रिय भूमिका में रहना बहुत ही आवश्यक है एवं इसके साथ साथ अपना वजन / फिटनेस / इम्युनिटी सिस्टम भी मेन्टेन रखना आवश्यक है. इस हेतु किकबॉक्सिंग महासंघ ने जर्मनी की सॉफ्टवेयर कंपनी "सपोर्टडॉटा" के सहयोग से किकबॉक्सिंग खेल का ऑनलाइन "राष्ट्रीय किकबॉक्सिंग इ टूर्नामेंट" आयोजित करने का निर्णय लिया है. स्टे होम स्टे सेफ की अवधारणा का सम्मान करते हुए तथा लॉकडाउन के दौरान खिलाडियों को खेल से जोड़े रखने के लिए यह एक अच्छा प्रयास है.  

इस इ टूर्नामेंट में किकबॉक्सिंग खेल के केवल 'म्यूजिकल फॉर्म्स' इवेंट को शामिल किया गया है जिसमें खिलाडी व्यक्तिगत रूप से अपने घर पर ही रहकर म्यूजिक की धुन पर किकबॉक्सिंग खेल की गतिविधि को मोबाइल या अन्य माध्यम से वीडियो बनाकर अपनी जिला एवं राज्य संघ को भजेगा एवं राज्य संघ द्वारा नियुक्त अधिकारी उस वीडियो को 'सपोर्टडॉटा' पोर्टल पर अपलोड कर देगा, इसके उपरांत फेडरेशन द्वारा नियुक्त पांच रेफ़री का पैनल अपना-अपना ऑनलाइन स्कोर खिलाडियों को देंगे और जिसका स्कोर ज्यादा होगा वह विजेता होगा. इस पूरी प्रतियोगिता को पूरी तरह से पारदर्शिता के साथ आयोजित करने के लिए सभी राज्य संघों को निर्देश जारी कर दिया गया है एवं सभी राज्य संघों की एक ऑनलाइन मीटिंग भी की जा चुकी है. इस प्रतियोगिता को आकर्षक बनाने के लिए सभी प्रबंध कर लिए गए हैं.

म्यूजिकल फॉर्म्स के चार इवेंट्स सम्मिलित किये गए हैं:
1. इ म्यूजिकल फॉर्म्स सॉफ्ट स्टाइल
2. इ म्यूजिकल फॉर्म्स सॉफ्ट स्टाइल वेपन्स
3. इ म्यूजिकल फॉर्मस हार्ड स्टाइल
4. इ म्यूजिकल फॉर्म्स हार्ड स्टाइल वेपन्स

इसमें 6 आयु वर्ग निर्धारित किये गए हैं जो निम्न हैं:
10 वर्ष से निचे
13 वर्ष से निचे
16 वर्ष से निचे
19 वर्ष से निचे
19 वर्ष से अधिक
35 वर्ष से अधिक (मास्टर्स)

इसके साथ ही इस प्रतियोगिता को पूरी तरह निःशुल्क रखा गया है.
भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को ऑनलाइन 'इ प्रमाण पत्र' जारी कर दिए जाएंगे.

लॉकडाउन :  विधायक सीमा त्रिखा ने किया रक्त दान

लॉकडाउन : विधायक सीमा त्रिखा ने किया रक्त दान

 फरीदाबाद : 28 अप्रैल I  गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा, सेक्टर 15 गुरुद्वारे में शिक्षा विभाग, भारत स्काउट गाइड एवं रेडक्रॉस व महावीर इंटरनेशनल, रोटरी क्लब और सर्वोदय हॉस्पिटल के सहयोग से रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन बड़खल विधानसभा एमएलए श्रीमती सीमा त्रिखा, गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा, सेक्टर 15 के प्रधान श्री खजान सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती सतिंदर कौर वर्मा और जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी श्रीमती शशि वाला अहलावत ने रक्तदान कर रक्तदान शिविर शुरू करवाया। रक्तदान शिविर में रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव श्री विकास और सहायक पुरुषोत्तम सैनी ने भी रक्तदान करने वालों का हौसला बढ़ाया। उल्लेखनीय है कि यह शिविर डी ओ सी सरोज बाला द्वारा संयोजित किया जा रहा है यह रक्तदान थेलेसिमिक रोगियों के इलाज में काम लिया जाएगा। इस से पूर्व शिक्षा विभाग ने रेडक्रॉस व सैंट जॉन एम्बुलेंस ब्रिगेड के सहयोग से 22.04.2020 को भी रक्तदान शिविर का आयोजन किया था। 

 शिविर में सबसे पहले जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी श्रीमती शशि अहलावत ने रक्तदान कर दूसरों को भी रक्तदान के लिए प्रेरित किया। रक्तदान शिविर में रक्तदान कर रहे रोवर्स, स्काउट्स और अन्य अध्यापकों को उत्साहित कर रहे राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय एन एच तीन फरीदाबाद के प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि इस शिविर में डी ई ई ओ शशि अहलावत, डी ओ सी सरोज बाला, देश राज, देवेन्द्र गौड़, संदीप दीक्षित, मोती लाल, हेमंत, रितेश खुशवाह, सचिन मिश्रा्, सचिन सेन, प्रियम राज, प्रतीक गोयल, रंजन पांडे, गौरव तंवर, विकास, चमन, सीमा, निशा, देशराज गोला के सुपुत्र  चमन गोला ने रक्तदान कर पुण्य लाभ कमाया। इस अवसर पुष्पा शर्मा का शिविर संचालन में विशेष सहयोग रहा। शिविर में महावीर इंटरनेशनल से उमेश अरोड़ा का सराहनीय सहयोग और मार्गदर्शन रहा। हसला जिला अध्यक्ष एस के दलाल सहित शिक्षा विभाग से अनेक अध्यापक भी उपस्थित रहे। शिक्षा विभाग की ओर से गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा, सेक्टर 15 के प्रधान श्री खजान सिंह संधू और उन की पूरी टीम और पदाधिकारियों का सुंदर व पवित्र प्रांगण उपलब्ध करवाने के लिए आभार व्यक्त किया। विधायिका श्रीमती सीमा तिरखा, डी ई ओ सतेंद्र कौर वर्मा, डी ई ई ओ शशि अहलावत, प्राचार्य रविन्द्र कुमार मनचन्दा तथा डी ओ सी सरोज बाला ने शिविर में रक्तदान करने पर सभी रोवर्स, रेंजर्स, स्काउट्स, अध्यापकों और अन्यजनो का दिल की गहराइयों से आभार व्यक्त किया।