Sunday 10 May 2020

एमएसएमई सेक्टर को पुनः आरंभ करने के लिए स्मार्ट पैकेज की घोषणा करें : जेपी मल्होत्रा


फरीदाबाद : 10  मई । डीएलएफ इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के प्रधान श्री जेपी मल्होत्रा ने मौजूदा समय में एमएसएमई सेक्टर के समक्ष आ रही वित्तीय समस्या की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करते हुए इस संबंध में बैंकों व वित्तीय संस्थानों को यह निर्देश देने का आग्रह किया है कि वह एमएसएमई सेक्टर को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने में तत्परता से कार्य करें। श्री मल्होत्रा के अनुसार लाक डॉउन के दौरान उद्योगों में कार्य आरंभ करने की प्रक्रिया में काफी समस्याओ का सामना उद्योगों को करना पड़ रहा है।

 आपने बताया कि बैंक एमएसएमई इकाइयों को वित्तीय सहायता देने से संकोच कर रहे हैं जबकि आंकड़े स्पष्ट करते हैं कि बड़े उद्योगों की तुलना में लाक डाउन आरंभ होने के समय तक एमएसएमई इकाइयों का एनपीए रेट 20% की तुलना में 12% ही था।  श्री मल्होत्रा के अनुसार एमएसएमई सेक्टर को 1800000 करोड रुपए के क्रेडिट देने की व्यवस्था की जानकारी भी मिली है, जोकि बड़े उद्योगों को दी जाने वाली वित्तीय सहायता का एक तिहाई ही है।  श्री मल्होत्रा के अनुसार आवश्यकता इस बात की है कि एमएसएमई सेक्टर के लिए एक स्पष्ट नीति क्रियान्वित की जाए और वित्तीय संस्थानों तथा बैंकों को स्पष्ट निर्देश दिए जाएं कि वे एमएसएमई सेक्टर की मांग के अनुरूप उन्हें तत्परता से वित्तीय सहायता उपलब्ध कराएं। मल्होत्रा के अनुसार एमएसएमई सेक्टर को वर्तमान में श्रमिकों का वेतन, संस्थान में मेंटेनेंस, बिजली और एनर्जी बिल देने के लिए वित्त की काफी आवश्यकता है, ऐसे में यदि एमएसएमई सेक्टर को वित्तीय सहायता उपलब्ध नहीं कराई जाती तो इस सेक्टर के समक्ष आर्थिक चुनौतियां और अधिक बढ़ जाएंगी जिससे निपटना कठिन नहीं नहीं नहीं असंभव होगा। श्री मल्होत्रा ने बताया कि उद्योगों में उत्पादन पुनः आरंभ करने से पहले एमएसएमई सेक्टर को संस्थान में मेंटेनेंस का कार्य करना है, सैनिटाइजेशन पर ध्यान देना है और इसके साथ सोशल डिस्टेंस के लिए कार्य करते हुए स्वच्छता संबंधी प्रावधानों पर ध्यान दिया जाना जरूरी है और इन सब कार्यों के लिए भी वित्तीय सहायता आवश्यक है। श्री मल्होत्रा ने हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल से भी आग्रह किया है कि वह एमएसएमई सेक्टर को पुनः आरंभ करने के लिए स्मार्ट पैकेज की घोषणा करें। आपने इसके साथ-साथ श्रमिकों के अप्रैल माह का वेतन जो कि एमएसएमई सेक्टर के लिए एक बड़ी समस्या है, पर ध्यान देने और इसे ईएसआईसी या अन्य फंड द्वारा देने की मांग भी की है।

श्री मल्होत्रा के अनुसार एमएसएमई सेक्टर के लिए सरकार द्वारा जो नीतियां घोषित की गई है, उन्हें तुरंत प्रभाव से क्रियान्वित किया जाना चाहिए ताकि लाक डाउन के कारण बंद औद्योगिक गतिविधियां को पुनः आरंभ कराने की योजना को वास्तविकता में मूर्त रूप मिल सके। श्री मल्होत्रा ने डीएलएफ इंडस्ट्रियल एसोसिएशन व कंफरडेशन ऑफ फरीदाबाद इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की ओर से भी उद्योगों के लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने हेतु प्रभावी पग उठाने का आग्रह किया है।  श्री मल्होत्रा का मानना है कि इससे जहां रोजगार को बढ़ावा मिलेगा, वही पलायन कर रहे श्रमिकों को भी रोका जा सकेगा। श्री मल्होत्रा ने इसके साथ-साथ एसोसिएशन के सभी सदस्यों व उद्योग प्रबंधकों से भी आहवान किया है कि वे अपने संस्थानों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी सुरक्षा प्रबंधों पर ध्यान दें और सैनिटाइजेशन तथा सुरक्षा संबंधी अन्य मानक अवश्य अपनाएं।  एसोसिएशन के महासचिव श्री विजय राघवन ने श्री मल्होत्रा की मांग व विचारों का समर्थन करते हुए जिला उपायुक्त श्री यशपाल यादव के उन निर्देशों का स्वागत किया है जिसमें कहा गया है कि जब जिला स्तरीय की टीम किसी उद्योग में विजिट करती है तो उसके साथ स्थानीय एसोसिएशन के प्रतिनिधि भी शामिल हो सकते हैं। सर्वश्री जेपी मल्होत्रा व विजय राघवन के अनुसार जिला उपायुक्त का यह निर्णय परस्पर विश्वास को बढ़ाएगा और प्रशासन तथा उद्योग प्रबंधक पुलिस व चिकित्सा वर्ग के सहयोग से कोरोना वायरस से निपटने में निश्चित रूप से सफल रहेंगे।

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