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Saturday 24 February 2018

लोगों के बीच जाकर ईमानदारी से कुछ सवाल हमारे भी पूछ आएं हुड्डा साहब :जवाहर यादव

लोगों के बीच जाकर ईमानदारी से कुछ सवाल हमारे भी पूछ आएं हुड्डा साहब :जवाहर यादव

चंडीगड़ -24 फरवरी । काफी दिनों से सुन रहे थे लेकिन अब आखिरकार भूपेंद्र सिंह हुड्डा जी लोगों के बीच अपने समर्थकों के साथ जा रहे हैं। सुना है कि वे लोगों की समस्याओं को जानेंगे और उन्हें अपने राज के दिन याद दिलाएंगे। हुड्डा जी से आग्रह है कि अब जब वे लोगों से रूबरू हो ही रहे हैं तो कुछ सवाल हमारे भी हैं, ये भी लोगों से पूछ ही लें।

हुड्डा साहब किसानों से पूछें कि  खराब फसल का मुआवजा उन्हें कांग्रेस राज में ज्यादा मिलता था या अब ?
- फसलों का समर्थन मूल्य तब ज्यादा मिलता था या अब ?

- यात्रा दक्षिण हरियाणा से शुरू कर रहे हैं तो उसी क्षेत्र के किसानों से पूछें कि नहरों में पानी पहले ज्यादा आता था या अब ? (और खुद से भी सवाल करें कि भिवानी-महेंद्रगढ़ जाने वाली नहरों का पानी किन क्षेत्रों में चोरी होता था और किसके संरक्षण से होता था।)

- आम लोगों से ईमानदारी से पूछें कि नौकरियों में जो सिफारिश और पैसा चलता था, वो कितना कम हो गया है ?
- भावांतर योजना से किसानों की सुरक्षा कितनी बढ़ गई है, ये भी जानने की कोशिश करें।

- किसानों के कल्याण की कोई पुरानी योजना इस सरकार ने बंद की है क्या ?

- अध्यापकों के तबादले में जो आपके राज में रिश्वतखोरों की दुकानें चलती थी, उन पर अब ताले लग गए हैं या नहीं ?

- भिवानी, महेंद्रगढ़, गुड़गांव, मेवात, यमुनानगर, अंबाला, जींद की जिन सड़कों की आपकी सरकार में मरम्मत भी नहीं होती थी, उन पर अब तेजी से काम हो रहा है या नहीं ?

- बुजुर्गों, विधवाओं को पेंशन के लिए अब भी किसी बैंक या सरपंच के चक्कर लगाने पड़ते हैं या पेंशन उनके बैंक अकाउंट में अपने आप आ जाती है ?

- पिछली सरकारों की तरह अब भी किसी एक जिले और एक परिवार की सरकार है क्या ? जिनके इशारे पर सारे वैध-अवैध काम होते थे।

इनके अलावा हुड्डा जी लोगों से भाजपा सरकार में शुरू हुई कल्याणकारी, भ्रष्टाचारनिरोधी, पारदर्शी योजनाओं के बारे में भी पूछें कि उनसे लोगों का सिस्टम पर भरोसा कितना बढ़ गया है। 

हुड्डा साहब जब इन सवालों के ईमानदारी से जवाब लेकर आएंगे तो ही उनकी रथ यात्रा सफल समझी जाएगी। बाकी कोई और सवाल हो या स्पष्टीकरण चाहिए हो तो हम हाजिर हैं जवाब के साथ। शुभकामनाएं।
हरियाणा रणजी कोच विजय यादव और भारतीय क्रिकेटर मोहित शर्मा ने एशियन अस्पताल में स्पोट्र्स इंजरी की कार्यशाला का शुभारम्भ किया

हरियाणा रणजी कोच विजय यादव और भारतीय क्रिकेटर मोहित शर्मा ने एशियन अस्पताल में स्पोट्र्स इंजरी की कार्यशाला का शुभारम्भ किया

फरीदाबाद, 24 फरवरी । खेलकूद के समय चोट लगना आम बात है, पर यदि इस चोट का सही उपचार न किया जाए तोयह घातक रूप भी ले सकती है। खेलकूद के दौरान घुटने और कंधों पर लगने वाली इन्हीं चोटोंके उपचार के बारे में विस्तार में जानकारी देने के लिए एशियन अस्पताल में संगोष्ठी व लाइव कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसका शुभारंभ भारतीय क्रिकेटर मोहित शर्मा, हरियाणा रणजी कोच विजय यादव और अर्जुन पुरस्कार विजेता अकरम शाह (जूड़ो खिलाड़ीः जूड़ो में दो बार गोल्ड मेडल व दो बार सिल्वर पदक विजयीद्ध, एशियन अस्पताल के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर डाॅ. एन.के पाण्डेय ने दीप प्रज्जवलन कर किया गया।

क्रीडा के दौरान होने वाली क्षति और उसके इलाज के विषय पर जानकारी देने के माध्यम से वर्ष 2016 से इस प्रकार की कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है।इस कार्यशाला में दिल्ली-एनसीआर से करीब 180 हड्डी रोग विशेषज्ञों व फिजियोथेरेपिस्ट ने भाग लिया।डाॅ.कमल बचानी सीनियर कंसलटेंट हड्डी रोग विभाग ने लिगामेंट रिकंसट्रक्शन की लाइव सर्जरी के माध्यम सेकार्यशाला में आए डाॅक्टरों को चोट लगने पर घुटना प्रत्यारोपण के आधुनिक तरीकों कें बारे में जानकारी दी।

कार्यशाला के दौरान दिल्ली-एनसीआर से आए घुटना प्रत्यारोपण के बड़े डाॅक्टरांे ने फिजियोथेरेपी की कार्यशाला के माध्यम से चोट को ठीक करने के विशेष आयाम सिखाए।

संगोष्ठी में आए हुए खिलाड़ियों ने बताया कि चोट लगने पर खिलाड़ियों को इलाज के लिए या तो विदेशो की ओर रूख करना पड़ता है या फिर कुछ खिलाड़ी शुरूआत में ही खेल छोड़ देते हैं, ऐसे में फरीदाबाद में खिलाड़ियों को इलाज के लिए सुविधा मिल जाए तो सही इलाज मिलने पर वे बीच में खेल नहीं छोड़ेंगे। 

एशियन अस्पताल के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर डाॅ. एन.के पांड्ेय ने इस मौके पर कहा कि मुझे खुशी है कि हमारे अस्पताल में इस प्रकार की कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है और दिल्ली-एनसीआर के जाने-माने डाॅक्टर्स इसमें भाग ले रहे है। इस कार्यशाला में लाइव सर्जरी के माध्यम से अत्याधुनिक तकनीक के इस्तेमाल और सर्जरी के जोखिम और बारीकियों से भी अवगत कराया जा रहा है।

Sunday 18 February 2018

खाद्य एलर्जी के लिए सर्वश्रेष्ठ होमियोपैथी औषधि

खाद्य एलर्जी के लिए सर्वश्रेष्ठ होमियोपैथी औषधि

फरीदाबाद 19 फरवरी ।  इस लेख में हम खाद्य एलर्जी के कारण, लक्षण और होम्योपैथिक उपचार को संबोधित करेंगे। भोजन की प्रतिक्रिया के प्रकार के बीच का अंतर महत्वपूर्ण है जब वे तीव्रता और विभिन्न उपचार की डिग्री दिखाते हैं।

क) खाद्य एलर्जी: यह एक या अधिक प्रकार के भोजन के एक या एक से अधिक प्रोटीन के प्रति प्रतिरक्षा प्रणाली की प्रतिक्रिया है। खाद्य एलर्जी, कुछ मामलों में, गंभीर एनाफिलेक्सिस को जन्म दे सकती है

बी) गैर एलर्जी प्रतिक्रियाओं: प्रतिक्रियाओं है कि प्रतिरक्षा प्रणाली के सक्रियण के कारण नहीं हैं; उनमें से हम लैक्टोज असहिष्णुता, गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स, पेट दर्द, भोजन की जहर, आदि का उल्लेख कर सकते हैं।

खाने से एलर्जी
खाद्य एलर्जी लगभग 8% बच्चों और 3% वयस्कों को प्रभावित करती है। खाद्य एलर्जी एक मजबूत आनुवंशिक घटक है और 70% रोगियों के पास सकारात्मक पारिवारिक इतिहास है। शास्त्रीय भोजन एलर्जी आईजीई बुलाया एक एंटीबॉडी की कार्रवाई के कारण होता है हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को किसी भी विदेशी पदार्थ से लड़ने के लिए क्रमादेशित किया जाता है जो हमारे शरीर पर हमला करता है, तथापि, कुछ सहिष्णुता होती हैं जब ये पदार्थ जठरांत्र प्रणाली से गुजरते हैं। एक व्यक्ति जो कुछ खाद्य पदार्थों से एलर्जी है, उसकी प्रतिरक्षा प्रणाली कुछ प्रोटीन पर प्रतिक्रिया करती है, क्योंकि यह एक खतरनाक हमलावर है। भोजन एलर्जी के साथ एक रोगी में आमतौर पर अन्य प्रकार की एलर्जी होती है, जैसे कि राइनाइटिस, अस्थमा, त्वचा एलर्जी, आदि, क्योंकि समस्या आईजीई के उत्पादन में है, जो अपर्याप्त लक्ष्य को निर्देशित करता है, अर्थात हमारे शरीर के लिए प्रोटीन हानिकारक नहीं है। एक्जिमा से 1/3 से अधिक बच्चों को भी कुछ खाद्य पदार्थों से एलर्जी है।

उदाहरण के लिए, शेलफिश के लिए एक रोगी एलर्जी वास्तव में इन खाद्य पदार्थों में उपस्थित एक या अधिक प्रोटीन से एलर्जी है। इसलिए, चिंराट के लिए एलर्जी रोगी अन्य क्रस्टेशियंस बर्दाश्त नहीं कर सकता, क्योंकि प्रोटीन बहुत समान हैं। उसी तर्क के बाद, मूँगफली के एलर्जी वाले रोगी सोया, मटर या सेम के घूस पर प्रतिक्रिया कर सकते हैं। जब रोगी को प्रोटीन हाइपर एलर्जी हो तो पाचन ट्रैक में आते हैं, आईजीई एंटीबॉडी भड़काऊ प्रतिक्रिया पैदा करती है, गलती से सोच रही है कि यह प्रोटीन शरीर के लिए हानिकारक है।

जब आईजीई एंटीबॉडी प्रोटीन से जुड़े होते हैं, तो वे अन्य कोशिकाओं को सक्रिय करते हैं, जैसे मस्तूल कोशिकाएं (फेफड़े, गले, त्वचा, नाक और आंतों में बड़ी मात्रा में मौजूद हैं) और बोडोफिल जो रक्त में फैलते हैं। ये कोशिकाएं हिस्टामाइन जैसे रसायनों का उत्पादन करती हैं, जो कि आक्रमणकारी एजेंट के विनाश के लिए जिम्मेदार हैं, अंत में, अंत में एलर्जी के विशिष्ट लक्षण पैदा करने के लिए खाद्य एलर्जी का तंत्र समान है, उदाहरण के लिए, एलर्जी रिनिटिस के मुताबिक
कुछ प्रोटीन की शरीर की प्रतिक्रिया अधिक होती है, और इससे बासोफिल और मस्तूल कोशिकाओं द्वारा रसायनों को छोड़ना और एलर्जी की प्रतिक्रिया अधिक होती है। कुछ मामलों में, प्रतिक्रिया इतनी असभ्य है कि यह रोगी के जीवन को खतरे में डालती है, एनाफिलेक्सिस नामक एक शर्त।

खाद्य एलर्जी की लम्बाई भोजन के घूस के कुछ घंटों के बाद एक भोजन एलर्जी के लक्षण दिखाई देते हैं, हालांकि, यह 4 से 6 घंटे तक लग सकता है। चूंकि फेफड़े, गले, त्वचा, नाक और आंतों में बड़ी संख्या में मास्ट कोशिकाएं होती हैं, एलर्जी के लक्षण आमतौर पर इन अंगों से जुड़े होते हैं।

खाद्य एलर्जी का सबसे आम लक्षण अर्चिसिया, खुजली और लाल (खुजली) सजीले टुकड़े हैं जो आमतौर पर ट्रंक पर स्थित होते हैं। एक अन्य आम लेकिन अधिक खतरनाक लक्षण एंजियोएडेमा है, जो श्लेष्म झिल्ली की सूजन होती है जो आमतौर पर होंठों की सुई के साथ प्रकट होता है। जब एंजियोडियोमा गंभीर हो जाता है, जीभ की सूजन और गले के श्लेष्म झिल्ली हो सकता है, जिससे फेफड़ों में वायु प्रवाह की रुकावट हो सकती है। रोगी हवा की रुकावट के कारण श्वास बंद कर सकता है। अन्य एलर्जी लक्षणों में राइनाइटिस, नेत्रश्लेष्मलाशोथ, अस्थमा, दस्त, पेट में दर्द और उल्टी शामिल होते हैं। यदि बेसोफिल और मस्तूल कोशिकाओं का एक विशाल सक्रियण है, तो प्रतिक्रिया इतनी मजबूत हो सकती है कि इससे अत्यधिक वासोडिलेशन का कारण बनता है, जिससे रोगी को धमनीय सदमे के रूप में जाना जाता है, जिसके कारण परिसंचारी शॉक की स्थिति होती है।

ओरल एलर्जी सिंड्रोम
ओरल एलर्जी सिंड्रोम, जिसे पराग-खाद्य एलर्जी सिंड्रोम भी कहा जाता है, एलर्जी सिंड्रोम के रूप में भी जाना जाता है, जो एलर्जी रेजिटाइटिस से लगभग आधे रोगियों को पराग को प्रभावित करता है। ये रोगी कच्चे फलों और सब्जियों को एलर्जी की एक तस्वीर पेश करते हैं जो उनको खाए जाने के तुरंत बाद प्रकट होते हैं। सबसे आम भोजन केले, तरबूज, तरबूज, सेब, आड़ू, बेर, गाजर, ककड़ी, कद्दू, हेज़लनट, अजवाइन, अन्य के बीच में हैं।

शारीरिक व्यायाम के बाद खाद्य एलर्जी
एक प्रकार की एलर्जी है जो स्वयं को प्रकट करती है अगर मरीज कुछ खाद्य पदार्थ खाने से 4 घंटे तक कुछ शारीरिक गतिविधि का अभ्यास करता है। इस प्रकार की एलर्जी के साथ रोगी चिंराट खा सकता है और कुछ भी नहीं महसूस कर सकता है, लेकिन अगर वह खाती है और कुछ प्रकार के व्यायाम का अभ्यास कर रहा है, तो उसे एनाफिलेक्टिक प्रतिक्रिया भी भुगतनी पड़ सकती है।

खाद्य एलर्जी की विषाक्तता  निदान में नैदानिक ​​इतिहास शामिल है, जहां प्रतिक्रियाओं से पहले खाए गए खाद्य पदार्थों और लक्षणों के प्रकट होने के लिए समय बीतने पर ध्यान दिया जाना चाहिए।

त्वचा परीक्षण मदद कर सकता है इन में, एलर्जी चिकित्सक उन रोगियों के प्रति प्रतिक्रियाओं की तलाश में रोगी के प्रकोष्ठ में कई प्रकार के प्रोटीन का इस्तेमाल करता है। परिणाम में केवल 15 मिनट लगते हैं परीक्षण का मुख्य मूल्य तब होता है जब यह ऋणात्मक होता है, जो कि प्रोटीन को त्यागने के लिए कार्य करता है जो किसी भी प्रतिक्रिया का कारण नहीं था। सकारात्मक परीक्षण यह निश्चित नहीं है कि रोगी इस प्रोटीन से एलर्जी है

कुछ मामलों में एनाफिलेक्टेक्टीक प्रतिक्रिया के उच्च जोखिम के साथ, चिकित्सक अधित्याग के जोखिम के कारण इस परीक्षण को नहीं चुन सकते।

यह अब संभव है कि खून में विशिष्ट आईजीई के खुराक को यह पता चले कि मरीज को एलर्जी कैसे विकसित होता है।

  · एपीस मेलिफ़िका
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हरियाणा विश्वविदयालय ने किया सूरज कुंड में आए देश विदेश के कौशल कुशागरों को सम्मानित

हरियाणा विश्वविदयालय ने किया सूरज कुंड में आए देश विदेश के कौशल कुशागरों को सम्मानित

फरीदाबाद 18 फरवरी ।  सूरजकुंड के समापन समारोह में देश विदेश से आए  विभीन्न कारीगरों को समानित कर  कौशल विश्वविदयालय के लक्ष्य कौशल को विश्व पटल पर आकांक्षित बनाने के अपने लक्ष्य को दोहराया। महामहिम राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी , हरियाणा टूरिज्म मंत्री माननीय राम विलास शर्मा , टूरिज्म मंत्री उत्तर प्रदेश रीता बहुगुणा तथा डॉ सुनील गुप्ता रजिस्ट्रार कौशल विश्विद्यालय ने लगभग 27 कारीगरों को सम्मानित किया । पुरुस्कार राशि व सम्मान चिन्ह हरियाणा कौशल विश्विद्यालय की और से थे। 

कुलपति श्री राज नेहरू ने बधाई संदेश भेजा तथा बताया कि यूनिवर्सिटी का लक्ष्य स्किल एजुकेशन को शिक्षा व सम्मान की दृष्टि से विश्व स्तर पर गर्वित करना है।

माननीय प्रधान मंत्री के लक्ष्य एक कुशल भारत एक सशक्त भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए हरियाणा सरकार ने देश के पहले कौशल विश्वविद्यालय  " हरियाणा विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय"  की घोषणा की विश्वविद्यालय का उद्देश्य उद्योग की मौजूदा और उभरते हुए क्षेत्रों में मांग अनुसार युवाओ को   संरचित कौशल योग्यता कार्यक्रम प्रदान करना है। इसके सभी  कार्यक्रम राष्ट्रीय कौशल योग्यता ढांचे (एनएसक्यूएफ़) के साथ मैप किए जा रहे है जो प्रमाण पत्र से डॉक्टरेट स्तर तक  ऊपर की ओर गतिशीलता की सुविधा प्रदान करेंगे।

ल ही में एग्जीक्यूटिव कौंसिल द्वारा विशेष रूप से सरहानीय मास्टर प्लान के तहत यूनिवर्सिटी   157 कार्यक्रमों और12000 की एक सेवन क्षमता वाले एक अत्याधुनिक विश्वविद्यालय के रूप में तैयार होगा  । विश्वविद्यालय का निर्माण दुधौला जिला पलवल में  82.7 एकड़ जमीन पर किया जाएगा जिसमें 960 करोड़  निवेश होगा एचवीएसयू छात्रों के रोजगार कुशल और स्व रोजगार  बनाने के लिए उद्योग के साथ एक मजबूत साझेदारी का निर्माण करने का प्रयास करता है। विश्वविद्यालय परिसर में एक जीवित प्रयोगशाला स्किलिंग मॉडल की अवधारणा को दर्शायेगा छात्रों को बेहतर अवसरों के लिए  तैयार करने के लिएविश्वविद्यालय ने उद्योग एकीकृत दोहरी शिक्षा मॉडल को डिज़ाइन और  विकसित किया है जो "सीखने के दौरान कमाने" की सुविधा भी  देता है और छात्रों को प्रवेश और निकास के लचीलेपन के साथ अपनी योग्यता बढ़ाने के अवसर प्रदान करता है।

एचवीएसयू ने  अपने थोड़े ही समय में  माननीय कुलपति श्री राज नेहरू के नेतृत्व में उद्योग की आकांक्षाओं, क्षेत्रों, संगठनों और संस्थानों के सर्वोत्तम अभ्यासों तथा राज्य के युवाओं की आकांक्षाओं  का अध्ययन करके एक विज़न डॉक्यूमेंट तैयार किया जो यूनिवर्सिटी का  उद्देश्य, प्राथमिकताएं और कौशल रोडमैप को दर्शाता है

यूनिवर्सिटी ने मात्र एक वर्ष से भी कम कार्यकाल में माननीय कुलपति श्री राज नेहरू के नेतृत्व में न केवल राज्य मेंअपीतु देश विदेश में भी विशेष ख्याति अर्जित की है

एचवीएसयू ने उद्योग की आकांक्षाओं, क्षेत्रों, संगठनों और संस्थानों के सर्वोत्तम अभ्यासों तथा राज्य के युवाओं  की आकांक्षाओं का अध्ययन कर एक वृहद्  विज़न डॉक्यूमेंट तैयार किया जो कौशल प्रशिक्षण का उद्देश्य, प्राथमिकताएं और कौशल रोडमैप को दर्शाता यूनिवर्सिटी ने हीरो मोटोकॉर्प के सहयोग से देश में अपनी तरह के पहले स्नातक स्तर के प्रोग्राम की शुरुआत की जिसके तहत पहले सत्र के ५३ विद्यार्थी इंडस्ट्री फ्लोर पे प्रशिक्षण के साथ साथ शिक्षा भी ग्रहण कर रहे है  यह कार्यकर्म  पूर्ण रूप से NSQF संरेखित है इसमें विद्यार्थी सीखो और कमाओ के तहत ९५०० रूपए प्रतिमाह स्टिपेन्ड भी पा रहे  है इसका सिलेबस भी इंडस्ट्री के साथ मिलकर दिसेगन किया गया है

माननीय केंद्रीय मंत्री कौशल  व उद्धयमिता विकास श्री धर्मेंद्र प्रधान जी ने इन  प्रयासों के श्री राज नेहरू की विशेष सराहना की है  यूनिवर्सिटी अर्नेस्ट यंग के सहयोग से देश के अन्य सभी कौशल विश्विद्यालयों के लिए इंडस्ट्री संयोजित दोहरी शिक्षा प्रणाली पर एक प्रक्रिया पुस्तिका भी तैयार कर रही है

यूनिवर्सिटी के मूल रूप से दो मॉडल होंगें एक कैंपस आधारित तथा दूसरा ऑफ कैंपस आधारित मॉडल में यूनिवर्सिटी परिसर में जीवंत कार्यशालाओं का निर्माण किया जायेगा जो आने वाले समय की रेवोलुशन 4.0 की मानगो के अनुरूप वर्चुअल तथा ऑगमेंटेड लर्निंग, आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस व केंद्रीकृत क्रेडिट आधारित व्यावसायिक स्किलिंग (MOOCS) डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म से सुसज्जित होगा

एचवीएसयू ने अब तक लगभग ५० से अधिक विभिन्न संगठनों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं यूनिवर्सिटी में अब तक 150 से अधिक छात्रों को विभिन्न कार्यक्रमों जिनमें मोटर वाहन मेक्ट्रोनिक्स, मोटर वाहन विनिर्माण, साइबर सुरक्षा, जीएसटी सहायक और संचार कौशल आदि प्रमुख है  में नामांकित किया गया है  और मई2018 तक 200  छात्रों के लिए  विभिन्न उद्योग समेकित कार्यक्रमों की घोषणा करने वाली है जिसमें रोबोटिक्स, टूल एंड ढाई, औद्योगिक इलेक्ट्रॉनिक्स,  पल्स्टिक टेक्नोलॉजी एंड फ़ूड टेक्नोलॉजी आदि शामिल है

हरियाणा के युवाओं को न केवल देश अपितु विदेश में भी रोजगार तथा स्व रोजगार के बेहतरीन अवसरों के लिए प्रशिक्षित करने की दृष्टि से कुलपति श्री राज नेहरू ने NOCN जैसी विभिन्न संस्थाओं से इन कार्यकर्मो को अंतररास्ट्रीय कार्य मापदंडो के अनुरूप भी रेखांकित करवाने के लिए कई महत्वपूर्ण प्रयास आरम्भ किये है

इस के अलावा कौशल शिक्षा आकांक्षी बनाने के लिए भी विश्वविद्यालय  प्रयास रत  है । एचवीएसयू ने सूरज कुंड मेले में कारीगर पुरस्कार प्रायोजित करने का उदेश्य कौशल शिक्षा के प्रति जागरूकता तथा सोच बदल कर इसे राष्ट्रीय स्तर पर महत्वकांक्षी बनाना है विश्विद्यालय वर्ल्ड स्किल 2019, कज़ान रूस के लिए हरियाणा कौशल विकास मिशन द्वारा आयोजित  इंडिया स्किल   हरियाणा के 2018 के  नॉलेज पार्टनर के रूप में योगदान दे रहा है
स्ट्रासबोर्ग यूनिवर्सिटी में मुख्य शोधार्थियों से डॉ0 चौहान की मुलाकात फ़्रांस ,स्पेन व पौलेन्ड के सांइटिस्टों ने दिखाई आयुर्वेद में रुचि

स्ट्रासबोर्ग यूनिवर्सिटी में मुख्य शोधार्थियों से डॉ0 चौहान की मुलाकात फ़्रांस ,स्पेन व पौलेन्ड के सांइटिस्टों ने दिखाई आयुर्वेद में रुचि

फरीदाबाद 18 फरवरी । जीवा आयुर्वेद के डायरेक्टर डॉ0 प्रताप चौहान पौलेन्ड व स्पेन में दो सप्ताह के आयुर्वेदिक व्याख्यान यात्रा से लौट आए हैं।

अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने एलीकेन्ट, स्पेन में प्रमुख साइंटिस्टों डॉ0 मार्को पाया, डॉ0 जैक्स ििनयर, मॉरिस फि लीपन, फ्र ांसिस्को कॉल और जीन पियरे से मुलाकात की। बातचीत के दौरान उन्होंने सहमति जताई कि जीवनशैली से सम्बन्धित रोगों जैसे डायबिटिज, ऑबेसिटि, हाई ब्लड़ प्रेशर और तनाव में आयुर्वेद के साथ रिसर्च प्रोजेक्ट पर कार्य करेंगे।

मीटींग में इस बात पर जोर दिया गया कि रोगों से बचने व इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आयुर्वेद व यूरोप में नियमान प्राकृतिक उत्पादों का उपयोग करना चाहिए। यूरोप में इंटिग्रेटिव ट्रीटमेंट सेन्टर खोलने के लिए भी आपसी सहमति बनी। जीवा आयुर्वेद इस प्रकार का एक सेन्टर इसी वर्ष फरीदाबाद में खोलने जा रहा है। फ्र ांस की स्ट्रासबोर्ग यूनिवर्सिटी के सांइन्टिस्टों के साथ भी डॉ0 चौहान ने मुलाकात की जिसके साथ वह आयुर्वेदिक औषधियों का महत्व दर्शाने के लिए कार्य कर रहे हैं। इन मीटिंग्स के अतिरिक्त, डॉ0 चौहान ने पौलेन्ड के दो शहर वॉरसॉ व व्रोक्लॉ में आयुर्वेदिक कोर्स भी पढ़ाया।

Saturday 17 February 2018

उल्टा चोर कोतवाल को डांटे, कांग्रेस की देन है पीएनबी घोटाला, मोदी सरकार कर रही है भ्रष्टाचार पर प्रहार  :    जवाहर यादव  ...

उल्टा चोर कोतवाल को डांटे, कांग्रेस की देन है पीएनबी घोटाला, मोदी सरकार कर रही है भ्रष्टाचार पर प्रहार : जवाहर यादव ...

चंडीगड़ -18 फरवरी ।  नीरव मोदी घोटाला सामने आने के दो दिन के भीतर ही इससे जुड़ी पिछली कांग्रेस सरकार की कारगुजारियां सामने आ गई हैं। इस बड़े फर्जीवाड़े की नींव भी २०१० में कांग्रेस राज में पड़ी और उसी वक्त कांग्रेस नेताओं की शह पर नीरव मोदी ने बैंकों से बड़े-बड़े कर्ज लिए। 

यह संयोग नहीं हो सकता कि जैसे ही राहुल गांधी नीरव मोदी के ज्यूलरी एग्जीबीशन में गए, मोदी का इलाहाबाद बैंक से लोन मंजूर हो गया जबकि इससे पहले बैंक के निदेशक लोन को मना कर चुके थे। इलाहाबाद बैंक के पूर्व निदेशक दिनेश दुबे ने साफ कहा है कि उन्हें नज़रअंदाज़ करके नीरव के मामा मेहुल चोकसी को लोन दिया गया। और ये हुआ राहुल गांधी के एग्जीबीशन में जाने की वजह से।

कांग्रेस राज में लोन देने के लिए दबाव  इस हद तक बनाया गया कि उस वक्त के केंद्रीय वित्त सचिव ने लोन ना देने पर बैंक निदेशक को इस्तीफा देने तक को कह दिया था।

कांग्रेस राज में ही ये शातिर लोग बिना टैक्स भरे विदेश से करोड़ों रुपये का सोना आयात करते रहे। गड़बड़झाले की शिकायत आयकर विभाग के निदेशक के पास 2012 में पहुंच जाने के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं हुई। यह बिना राजनीतिक सरपरस्ती के कैसे संभव है कि कोई बिना पंजीकरण करवाए ऐसी कंपनी चलाता रहे जो करोड़ों का कारोबार करती है ? कैसे कोई कम्पनी बिना कस्टम ड्यूटी भरे सैंकड़ों करोड़ कीमत का सोना आयात कर सकती है ?
ये कैसे संभव है कि एक ब्रिटेन के नागरिक को भारत के बैंक बिना सिक्योरिटी इतना बड़ा लोन दे दे ? नीरव मोदी ब्रिटेन को नागरिक है, उनकी पत्नी अमेरिका की और भाई बेल्जियम के नागरिक हैं। अब यह तो इटली वाले ही बताएं कि ये इंटरनेशनल फ्रॉड उन्होंने कैसे करवाया ?

कोंग्रेस ने पीएनबी 2013 के विनसम डायमंड केस ( 6800 करोड़ ) में भी कुछ नही किया इसके उलट भाजपा सरकार ने कोंग्रेस कार्यकाल के इन घोटालेबाजों पर नकेल पूरी तरह कस दी गई है। 6500 से ज्यादा करोड़ की संपत्ति सरकार ने अपने कब्जे में ले ली है। 60 से ज्यादा जगहों पर छापे मारकर नीरव मोदी और मेहुल चोकसी की 29 प्रॉपर्टी और 105 बैंक खाते अटैच कर दिए हैं। आगे भी भ्रष्ट लोगों पर सख्त से सख्त कार्यवाही होगी और देश का पैसा वसूल किया जाएगा।
कांग्रेस के मित्रों को भाजपा सरकार पर उंगली उठाने से पहले अपने गिरेबां में छांक लेना चाहिए। खुद के कार्यकाल और गड़बड़ियों को याद करते ही वे जान जाएंगे कि सारे घोटाले की जड़ उनकी पार्टी और यूपीए सरकार ही थी

Friday 16 February 2018

रावल क्रिकेट अकादमी ने 157 रन से मैच जीता

रावल क्रिकेट अकादमी ने 157 रन से मैच जीता

फरीदाबाद 16 फरवरी। भूपानी स्थित आर एस क्रिकेट मैदान पर आयोजित जिला क्रिकेट सीनियर दो दिवसीय लीग के मैच में रावल क्रिकेट अकादमी और  मेवात अरावली क्रिकेट एसोसिएशन के बीच खेला गया । जिला क्रिकेट एसोसिएशन के महा सचिव राजीव यादव  ने बताया कि यह मैच 90-90 ओवर का है इस दो दिनी मैच में  मेवात अरावली क्रिकेट एसोसिएशन ने टीम पहले टॉस जीत कर गेंदबाजी करने का निर्णय लिया । रावल क्रिकेट अकादमी ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में  57.1 ओवर में 10 विकेट पर 191 रन बनाए  टीम की और से बल्लेबाजी करते हुए  देवेंदर रानोलिया ने 112  गेंदों पर 46 रन ,रोबिन चौहान ने 31 रन तुषार पंघाल ने 32 रन बनाए दीपेश सैनी ने 13 रन बनाए I  मेवात अरावली क्रिकेट एसोसिएशन की और से गेंदबाजी करते हुए राज मौर्य ने 11 ओवर में 20 रन देकर 3 विकेट ली ,सचिन मीना ने 3 विकेट ,कुनाल सिंह ने 2 विकेट ,शाहनवाज सैफी और रहमत हुसैन ने 1 -1 विकेट ली  

मेवात अरावली क्रिकेट एसोसिएशन  पहली पारी की बल्लेबाजी करते हुए 47.3  ओवर में 10 विकेट पर 125  रन बनाए। टीम की ओर से बल्लेबाजी करते हुए पुनीत यादव ने 26 गेंदों पर 30 रन ,राज मौर्य ने 22 रन ,अर्पित ने 21 रन ,कारन यादव ने 20 रन बनाए । रावल क्रिकेट अकादमी की और से गेंदबाजी करते हुए देवेंदर रानोलिया ने 17 ओवर मैं 18 रन देकर 6 विकेट ली ,दीपक भडाना ने 4 विकेट ली ।

रावल क्रिकेट अकादमी ने  मेवात अरावली क्रिकेट एसोसिएशन को 66 रन की लीड दी  


दूसरी पारी में पहले रावल क्रिकेट अकादमी ने 32 ओवर 5  विकेट पर 186  रन बनाए और  रावल क्रिकेट अकादमी ने  मेवात अरावली क्रिकेट एसोसिएशन  को 157 रन से हराया , रावल क्रिकेट अकादमी टीम की ओर से बल्लेबाजी करते हुए हरप्रीत सिंह ने 58 गेंदों पर 63 नाबाद रन बनाए रोबिन चौहान ने 25 रन , देवेंदर रानोलिया  ने 28 रन ,सुनील चौधरी ने 20 रन ,दीपेश सैनी ने 22 रन बनाए ।  मेवात अरावली क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से गेंदबाजी करते हुए रहमत हुसैन ने 2 विकेट , राज और निर्भय ने 1 -1 विकेट ली  

रावल क्रिकेट अकादमी ने मेवात अरावली क्रिकेट एसोसिएशन को 252 रन का लक्ष्य दिया  

मेवात अरावली क्रिकेट एसोसिएशन ने 24.2 ओवर में 9 विकेट पर 95 रन बनाकर हार का सामना करना पड़ा  टीम की और से बल्लेबाजी करते हुए पवन नेगी ने 27 रन ,अर्पित ने 24 रन शाहनवाज सैफी ने 10 रन बनाए और रावल क्रिकेट अकादमी की और से गेंदबाजी करते हुए देवेंदर रानोलिया ने 8 ओवर मैं 12 रन देकर 5 विकेट ली ,नमन शर्मा ने 3 विकेट और हरीश भडाना ने 1 विकेट ली और रावल क्रिकेट अकादमी ने ने यह मैच 157 रन से  जीत लिया  

 रावल क्रिकेट अकादमी के खिलाडी देवेंदर रानोलिया को मैन ऑफ़ दा मैच दिया गया I 
केंद्रीय मंत्रियों की पत्नियों को उद्योग मंत्री विपुल गोयल करवाई सूरजकूंड मेले की सैर

केंद्रीय मंत्रियों की पत्नियों को उद्योग मंत्री विपुल गोयल करवाई सूरजकूंड मेले की सैर

फरीदाबाद 16 फरवरी।   केंद्र सरकार के कई मंत्रियों की पत्नियों ने सूरजकूंड मेले में जमकर सैर सपाटा किया और खास मेहमानों के अतिथि सत्कार की भूमिका उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने निभाई। केंद्रीय मंत्री चौधरी वीरेंद्र सिंह की पत्नी प्रेमलता, संजीव बालियान की पत्नी, जेपी नड्डा की पत्नी डॉ मलिका नड्डा, धर्मेंद्र प्रधान की पत्नी मृदुला प्रधान, प्रकाश जावडेकर की पत्नी प्राची जावडेकर, जितेंद्र सिंह की पत्नी मंजू सिंह, जनरल वीके सिंह की पत्नी भारती सिंह ,विजय गोयल की पत्नी प्रीति गोयल और संजीव बालियान की पत्नी सुनीता बालियान सहित कई सांसदों की पत्नियों ने भी सूरजकूंड मेला पहुंची । सभी का उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने स्वागत किया और हरियाणा रसोई में लंच भी करवाया । सभी ने हरियाणवी खाने की जमकर तारीफ की । साथ ही सभी ने बनारस घाट, यूपी के पंडाल और बनारस घाट का भी दौरा किया। 

इस मौके पर पगडी बांधकर मंत्रियों की पत्नी का स्वागत किया गया। साथ ही चौपाल पर सभी मेहमानों ने कजाकिस्तान के पारंपरिक नृत्य का भी आनंद लिया। इस मौके पर उचाना से विधायक प्रेमलता ने कहा कि राजनीतिक कार्यों के बीच इस तरह का सैर सपाटा एक नई स्फूर्ति प्रदान करता है। वहीं संजीव बालियान की पत्नी सुनीता बालियान ने कहा कि देसो में देस हरियाणा जित दूध दही का खाना, उन्होने कहा कि हरियाणा उनका मायका है और सूरजकूंड मेले से हरियाणा की देश में ही नही विदेशों में भी पहचान है। वहीं उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने सभी मंत्रियों की पत्नियों का तोहफे देकर भी सम्मान किया। इस मौके पर मेले के मुख्य प्रबंधक समीरपाल सरों भी मौजूद रहे।      

Saturday 10 February 2018

खेलों इंडिया में बॉक्सर हर्ष ने रजत व पुष्पेंद्र ने जीता कांस्य

खेलों इंडिया में बॉक्सर हर्ष ने रजत व पुष्पेंद्र ने जीता कांस्य

फरीदाबाद, 9 फरवरी : दिल्ली में चल रहे खेलो इंडिया तहत जिले के दो बॉक्सरों ने भी पदक जीत जिले का नाम रोशन किया है। इसमें बॉक्सर हर्ष गिल ने रजत व पुष्पेंद्र राठी ने कांस्य जीतने में सफल रहे। दोनों ही खिलाड़ी सैक्टर-11 स्थित द्रोणाचार्य बॉक्सिंग अकादमी के है।

अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग कोच राजीव गोदारा ने बताया कि इस प्रतियोगिता में हर्ष गिल ने 70-75 किलोग्राम भार वर्ग में पंजाब के बॉक्सर को चित करके रजत पदक अपने नाम किया। उन्होंने बताया कि देहरादून में संपन्न हुई स्कूल नेशनल बॉक्सिंग चौंपियनशिप में कांस्य और झज्जर में हुई हरियाणा राज्य बॉक्सिंग चौंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था। वहीं पुष्पेंद्र राठी ने 75-80 किलोग्राम भार वर्ग में हिस्सा लिया था। कांस्य पदक के लिए हुई फाइट में पुष्पेंद्र ने राजस्थान के मुक्केबाज को हराया। उन्होंने बताया कि पुष्पेंद्र ने सीबीएसई नेशनल बॉक्सिग चैंपियनशिप में स्वर्ण, और साल 2016 और 2017 में डीएवी नेशनल बॉक्सिग में दो स्वर्ण पदक जीते थे। पुष्पेंद्र और हर्ष के पदक जीतने पर डीपीएस सेक्टर-11 के चेयरमैन डॉ.नरेंद्र नागर और अर्जुन अवार्डी जय भगवान ने बधाई देते हुए कह कि हमारे पास कई अच्छे बॉक्सर है, जिन्होंने जिले का नाम रोशन किया है। इनके पदकों को बॉक्सिंग खेल में नया संचार आया है।

कांग्रेसी नेता सुमित गौड़ के इस काग्रेस भवन में मिलेंगी सभी सुविधाएँ

कांग्रेसी नेता सुमित गौड़ के इस काग्रेस भवन में मिलेंगी सभी सुविधाएँ

फरीदाबाद : 10 फ़रवरी I हरियाणा में विधानसभा चुनावों की आहट दिखाई दे रही है। संभव है विधानसभा चुनाव लोकसभा चुनावों के साथ होंगे और लोकसभा चुनाव तय समय से पहले अगर करवाए जाते हैं तो इसी साल संभव हैं और ऐसे में हरियाणा विधानसभा चुनाव एक साल पहले हो सकते हैं। 

फरीदाबाद में भी सत्ता और विपक्ष के नेता चुनावों की तैयारियों में जुट गए हैं। सत्ता पक्ष जहां भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की रैली के लिए बाइकरों को इकठ्ठा कर रहा है तो कांग्रेस भी अपनी तैयारी अलग तरीके से कर रही है। अमित शाह की रैली 15 फरवरी को है उसके बाद हरियाणा में चुनावी शंखनाद बज सकता है। फरीदाबाद में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता तो फ़िलहाल कई विधानसभा क्षेत्रों में खामोश दिख रहे हैं लेकिन युवाओं ने हर विधानसभा क्षेत्र में मोर्चा संभाल रखा है। कांग्रेसी नेता सुमित गौड़ सेक्टर 12 कोर्ट के सामने एक दफ्तर बना रहे हैं जो काग्रेस भवन  होगा जिसमे कई तरह की सुविधाएँ मिलेंगी।

इस दफ्तर में आधार कार्ड एवं अन्य लोगो के जरूरत के कार्य बनवाये जायेंगे। इस दफ्तर में गरीबों को कानूनी सहायता दिलवाने के लिए वकील भी बिठाया जायेगा। दफ्तर में एक छत के नीचे जनता को बहुत सारी सुविधाएं मिलेंगी। दफ्तर कोर्ट के मुख्य रोड पर खोला जा रहा है जहां लगभग लगभग 500 कार्यकर्ता एक साथ बैठ सकते हैं। सुमित गौड़ पुराने कांग्रेसी नेता हैं और गलत काम बर्दाश्त नहीं करते। गौड़ पूर्व विधानसभा स्पीकर कुलदीप शर्मा के भांजे हैं और जब कांग्रेस सत्ता में थी तब इन्होने अपनी ही पार्टी के विधायक के खिलाफ आवाज बुलंद किया था। 

 सुमित गौड़ का कहना है कि जनता की समस्याओं के निवारण के लिए मैं कभी गलत काम बर्दाश्त नहीं करता। उन्होंने कहा कि मेरे लिए जनता सर्वपरि है। गौड़ हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष अशोक तंवर के काफी करीबी हैं और कालेज के समय से उनकी तंवर से दोस्ती है। गौड़ के इस दफ्तर का नाम कांग्रेस भवन रखा जा सकता है। अगले हफ्ते तक ये दफ्तर पूरी तरह से बनकर तैयार हो जायेगा। 

Friday 9 February 2018

वेलेंटाइन दिवस पर किसिंग रोग से बचे ,जानिए क्यों ?

वेलेंटाइन दिवस पर किसिंग रोग से बचे ,जानिए क्यों ?

फरीदाबाद : 10 फ़रवरी I क्रोनिक मोनोन्यूक्लिओस जिसे मोनो के नाम से भी जाना जाता है एक तीव्र संक्रामक बीमारी है जो कि रक्त को परिसंचारी रक्त में असामान्य रूप से बड़ी संख्या में मोनोन्यूक्लियर ल्यूकोसाइट्स की उपस्थिति से होता है।
इसे 'चुंबन रोग' कहा जाता है क्योंकि यह चुंबन के माध्यम से फैल सकता है। कुछ अन्य परिस्थितियों जो संभावित रूप से मोनोन्यूक्लियोसिओसिस के संचरण की सुविधा देती हैं, एक संक्रमित व्यक्ति की सर्दी, खाँसी या छींकने का जोखिम होती है; और एक संक्रमित व्यक्ति के साथ साझा चश्मा, व्यंजन या भोजन के बर्तन के माध्यम से

क्रोनिक मोनोन्यूक्लूसिस को 'क्रोनिक थिगम सिंड्रोम' भी कहा जाता है - और इसका सबसे आम कारण एपस्टीन-बार वायरस (ईबीवी) है। इस रोग के लक्षण लक्षण बुखार, थकान और गले में गले हैं; जो आम तौर पर सीधे मौखिक संपर्क, या लार के माध्यम से प्रेषित होता है।

ईबी वायरस में 4-6 सप्ताह का ऊष्मायन अवधि है, और बच्चों के मामले में ऊष्मायन अवधि कम है। हालांकि, संक्रमित होने के कई दिनों बाद वायरस संक्रमित व्यक्ति के लार में रह सकता है। डॉ। अभिषेक कसाना एमडी की सलाह है कि लक्षण कम होने के बावजूद, लंबे समय तक निवारक उपायों को लिया जाना चाहिए।

वर्ष के अन्य मौसमों की तुलना में मोनो या चुंबन रोग की घटना अधिक वसंत ऋतु में अधिक होती है; हालांकि यह आम सर्दी या कुछ श्वसन संक्रमण के रूप में संक्रामक नहीं है। यह रोग मुख्य रूप से बच्चों और युवा वयस्कों को प्रभावित करता है

चुंबन बीमारी आमतौर पर बहुत गंभीर बीमारी नहीं होती है लेकिन, एपस्टाइनब्रायर वायरस उन रोगियों में गंभीर बीमारी का कारण हो सकता है जिनके प्रतिरक्षण में बिगड़ा हुआ है, विशेष रूप से रोगी जो एचआईवी या रोगी से ग्रस्त हैं जो अंग प्रत्यारोपण के बाद प्रतिरक्षा दमनकारी दवा पर हैं।

मोनोन्यूक्लियोसिस की रोकथाम के लिए कोई टीका नहीं है, और आज तक मोनो के लिए कोई विशिष्ट उपचार का उल्लेख नहीं है। डॉ। अभिषेक कसाना के अनुसार चुंबन रोग का उपचार मुख्य रूप से लक्षण है; पर्याप्त आराम के साथ, तरल पदार्थ के पर्याप्त सेवन के साथ संतुलित स्वस्थ आहार

क्रोनिक मोनोन्युल्योसिस के लक्षण

• गर्दन और बगल में सुस्ती / बढ़े लिम्फ नोड्स
• सूजन तिल्ली
• गले में गले, जो एंटीबायोटिक दवाओं के उपयोग के बावजूद बनी रहती हैं।
• सूजन टॉन्सिल, जो श्वास को प्रभावित कर सकती है।
• त्वचा के लाल चकत्ते
• बुखार
• थकान
• सरदर्द


कैसरिंग रोग के अनुपालन

• मेनिनजाइटिस, एन्सेफलाइटिस, गुइलेन-बैरी सिंड्रोम और तंत्रिका तंत्र की अन्य जटिलताओं।
तिल्ली का इज़ाफ़ा
• खून की कमी
• सूजन टॉन्सिल के कारण साँस लेने में कठिनाई
• हेपेटाइटिस और जंडीस जैसी लीवर की समस्याएं
• थ्रोम्बोसाइटोपेनिया
• मायोकार्डिटिस



पुरानी मोनोन्यूक्लिओसिस के लिए कोई विशेष होम्योपैथिक चिकित्सा नहीं है, होम्योपैथिक उपचार होम्योपैथिक चिकित्सक द्वारा किए गए विभिन्न उपायों के आसपास घूमता है ताकि लक्षणों को नियंत्रित करके पीड़ित रोगियों को राहत प्रदान किया जा सके।

कुछ होम्योपैथिक दवाएं ईबीवी के साथ क्रोनिक मोनोन्यूक्लियोटिक के रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद हो सकती हैं, क्योंकि ये दवा प्रभावी रूप से किसी भी दुष्प्रभाव या जटिलताओं के बिना रोग का प्रबंधन कर सकती हैं।

कुछ होम्योपैथिक दवाएं, जो विशिष्ट रूप से, ईबीवी के साथ क्रोनिक मोनोन्यूक्लिओसिस संक्रमण के प्रबंधन में बेहद उपयोगी साबित हो सकती हैं:

1 कार्बो-शाका, मैगेल-एल, सैर्कोलेक्टिक एसिड, नेट्रम -लल

2 चीन

3 मैगेल-एल

4 साराकोलिक एसिड

5 एन एट्र्रम -लल





Thursday 8 February 2018

ऑटो मोबाइल सेक्टर में हरियाणा बना रहेगा सुपर पावर – विपुल गोयल

ऑटो मोबाइल सेक्टर में हरियाणा बना रहेगा सुपर पावर – विपुल गोयल

नई दिल्ली 8 फरवरी : ऑटो मोबाइल सेक्टर का सबसे बड़ा हब हरियाणा में है और हरियाणा सरकार इस क्षेत्र में रोजगार और निवेश को आगे बढ़ाने के लिए हर तरह से प्रतिबद्ध है, ये विचार हरियाणा के उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने ऑटो एक्सपो में कारों के कंपोनेंट बनाने वाली विश्व प्रसिद्ध कंपनी वेरोक ग्रुप के स्टॉल का उद्घाटन करते हुए व्यक्त किए। विपुल गोयल ने इस मौके पर कंपनी के द्वारा प्रदर्शित किए गए विभिन्न कंपोनेंट का भी निरीक्षण किया, जिनमें सीट,लाइट, ब्रेक, क्लच प्लेट, इलैक्ट्रिक सिस्टम, जीपीएस सिस्टम, इंजन पार्ट्स आदि शामिल हैं। विपुल गोयल ने कहा कि ये एक्सपो सभी ऑटोमोबाइल कंपनियों के लिए तकनीक साझा करने का अच्छा प्लेटफॉर्म है और हरियाणा के गुरूग्राम ऑटोमोबाइल हब के और प्रसार के लिए भी ये काफी महत्वपूर्ण है 

 विपुल गोयल ने कहा कि नए वेंडर्स खोजने के लिए भी एक छत के नीचे सभी बड़ी कंपनियों की ऐसी प्रदर्शनी बेहद लाभदायक है। उन्होने कहा कि देश में दो पहिया वाहनों और कारों की मैन्यूफैक्चरिंग में हरियाणा का 50 फीसदी से ज्यादा योगदान है, इसीलिए सरकार ने भी ईज ऑफ डूइंग बिजनेस से ऑटोमोबाइल सेक्टर को काफी राहत दी है। उन्होने कहा कि अकेले हरियाणा का गुरूग्राम का ऑटोमोबाइल सेक्टर ढ़ाई लाख लोगों को रोजगार देता है। 

उन्होने कहा कि ऑटोमोबाइल सेक्टर को स्किल्ड स्टाफ देने के लिए हरियाणा सरकार हरियाणा विश्वकर्मा स्किल यूनिवर्सिटी के माध्यम से भी नए कोर्स की शुरू करने जा रही है, जिसके लिए कई मैन्यूफैक्चरिंग कंपनियों के साथ एमओयू भी साइन किए गए हैं । विपुल गोयल ने कहा कि आज उद्योगों के लिए अनूकूल माहौल के मामले में हरियाणा सबसे बेहतरीन राज्य है । उन्होने ऑटो कम्पोनेंट कंपनियो को हरियाणा में निवेश के लिए भी अपील करते हुए कहा कि सरकार नए निवेशकों को सभी तरह की सुविधाएं और सुरक्षित माहौल देने के लिए प्रतिबद्ध है।

Tuesday 6 February 2018

 गोट और शीप लैदर से बने एनिमल क्राफ्ट बने लोगो के लिए आकर्षण का केंद्र

गोट और शीप लैदर से बने एनिमल क्राफ्ट बने लोगो के लिए आकर्षण का केंद्र

फरीदाबाद - 32 वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड मेले में जहाँ देश विदेश के क्राफ्टमैन अपनी कला से सभी को आकर्षित किये हुए है वही यहाँ बनी स्टाल नंबर 1049 पर लैदर एनिमल क्राफ्ट लोगो के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। बकरी  और भेड़ की चमड़ी से तेयार किये गए सुन्दर शो पीस बनाने के इस क्राफ्ट को ही लैदर क्राफ्ट कहा जाता है। इस क्राफ्ट को इंदौर मध्यप्रदेश से आये क्राफ्टमैन शरीफ खान और उनका परिवार लेकर आया है. जिन्हें इस क्राफ्ट के लिए स्टेट और नेशनल अवार्ड अवार्ड मिल चुका है। मेले में आने वाले लोग अपने घरो और आफिस की सजावट के लिए इसे खरीद रहे है। वहीँ पिछले कई साल से मेले में भाग ले रहे इस क्राफ्टमैन ने बताया की पिछली चार पीढ़ियों से उनका परिवार लैदर क्राफ्ट की कला से जुड़ा हुआ है और अब उनके बच्चे भी इस क्राफ्ट को बना रहे है जिसके लिए उनके बच्चो को स्टेट अवार्ड भी मिल चुका है. शरीफ खान ने सरकार से अपील की है की हैण्डी क्राफ्ट से जीएसटी बिलकुल खत्म कर देना चाहिए ताकि हस्तशिल्प बचा रहे.   

 मेले के प्रांगन में दिखाई दे रहा यह 1049 नंबर स्टाल लैदर एनिमल क्राफ्ट का है जिसमे गोट और शीप लैदर से तेयार क्राफ्ट प्रदर्शित किया गया है। लैदर एनिमल क्राफ्ट बकरी और भेड़ की चमड़ी से तैयार किया जाता है और फिर उसमे खूबसूरत रंग भरकर उसे फाइनल शेप दिया जाता है. इस क्राफ्ट को लोग घरो और आफिसो में सजावट करने के लिए खरीदते है। मध्यप्रदेश इंदौर से आये क्राफ्टमैन  शरीफ खान ने बताया की लैदर एनिमल क्राफ्ट उनका पुश्तैनी पेशा है जिसके लिए उन्हें स्टेट और नेशनल अवार्ड भी अवार्ड मिल चुका है ।  उन्होंने बताया की इस क्राफ्ट को बनाने के लिए पहले वायर का स्ट्रक्चर बनाया जाता है फिर उसके ऊपर गोट या भेड़ का लैदर चढ़ाया जाता है.  जिसके बाद फिनिशिंग और कलरिंग करके इसको तैयार किया जाता है. उन्होंने बताया की वह यहाँ वाइल्ड एनिमल्स में हॉर्स , केमल , जिराफ , ज़ेब्रा शेर , एलिफेंट आदि सभी प्रकार के एनिमल्स के शोपीस लाये है जिसे घरो और आफिस में डेकोरेशन के लिए रखा जाता है. उन्होंने बताया की उनके पास यहाँ 100 रूपये से लेकर 5000 / रूपये तक के एडनीमल्स डेकोरेशन आइटम्स है. 
 क्राफमैन ने बताया की पिछली चार पश्तो से उनका परिवार हस्तशिल्प कला से जुड़ा हुआ है और अब उनके बच्चे उनके साथ इस कला में जुड़ चुके है जिसके लिए उनके बच्चो को भी स्टेट अवार्ड मिल चुका  है. उन्होंने बताया की यह कला पूरे विश्व में सिर्फ एमपी स्टेट में ही देखी जा सकती है. उन्होंने बताया की जबसे जीएसटी लगा है तब से उनका धंधा चौपट होने के कगार पर आ गया है जिसके चलते अब एक्सपोर्टर उनका क्राफ्ट नहीं खरीद रहे है. उनका कहना था की पहले हैंडीक्राफ्ट पर 28 प्रतिशत टेक्स लगाया गया था जिसे बाद में कम करके 18 % कर दिया गया लेकिन इसके बावजूद हस्तशिल्पियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और मैं सरकार से अपील करता हूँ की पहले की तरह हैंडीक्राफ्ट को जीएसटी मुक्त किया जाए. क्योंकि जायदातर हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्ट होता है जिससे भारत को विदेशी मुद्रा मिलती है. 

 शरीफ खान - लैदर क्राफ्टमैन ( एमपी )

वहीँ इस स्टाल पर खरीददारी करने वाले एक मेला दर्शक से बात की गयी तो उन्होंने बताया की वह दिल्ली छतरपुर से आयी है और उन्हें लैदर क्राफ्ट बहुत ही खूबसूरत लगा और उन्होंने इसे अपने घर के लिए खरीदा है ताकि उन्हें हमेशा याद रहे की वह सूरजकुंड मेला में गयी थी. उन्होंने लैदर क्राफ्ट की भूरी - भूरी प्रशंसा की. 

 संजना और निशा - दिल्ली छत्तरपुर से आयी मेला दर्शक
हरियाणा में परिवारवाद राजनीति पर जेटली के वीडियो की चर्चा

हरियाणा में परिवारवाद राजनीति पर जेटली के वीडियो की चर्चा

फरीदाबाद, 6 फरवरी : भाजपा प्रवक्ता राजीव जेटली के द्वारा बनाया गया वीडियो आजकल सुखियों में है और हर जगह इस वीडियो की चर्चा हो रही है इस मात्र 2 से 2.30 मिनट वीडियो में हरियाणा के मुख्यमंत्री और हरियाणवी राजनीति का बहुत बेहतर तरीके से विश्लेषण कर दिया गया है और मात्र दो दिन के अंदर इस वीडियो को हजारो लाइक ओर सैकडो शेयर मिल रहे है ।

Monday 5 February 2018

जसपाल राणा बने दिल्ली स्टेट राइफल एसोसिएशन के चेयरमैन

जसपाल राणा बने दिल्ली स्टेट राइफल एसोसिएशन के चेयरमैन

नई दिल्ली :5 फरवरी । जाने-माने निशानेबाज़ पद्मश्री जसपाल राणा को निर्विरोध दिल्ली स्टेट राइफल एसोसिएशन का चेयरमैन चुन लिया गया। इससे पहले वो कार्यकारी चेयरमैन थे।
राजीव शर्मा तीसरी बार निर्विरोध सचिव चुने गए और जसवंत सिंह मारवाह भी निर्विरोध कोषाध्यक्ष बने। 

रविवार को हुए दिल्ली स्टेट राइफल एसोसिएशन के चुनाव में भारतीय जूनियर निशानेबाज़ी टीम की कोच शकुन भुगरा ने उपाध्यक्ष पद का चुनाव जीता, उन्होंने वरिष्ठ निशानेबाज़ मोहम्मद नवाबुद्दीन को बड़े अंतर से हराया। शकुन को 117 और नवाबुद्दीन को 45 वोट मिले। 

सबसे दिलचस्प मुकाबला सह-सचिव पद लिए फरीद अली और अजीत सिंह रनहोत्रा के बीच रहा, और फरीद अली ने जीत हासिल की। दोनों के बीच शुरू से आखिर तक काँटे की टक्कर रही। फरीद को 85 और अजीत को 75 वोट मिले। 

भारतीय शूटिंग टीम के पूर्व चीफ कोच स्वर्गीय वाजिद अली की बेटी समरीन, अचल सहगल, फलक आलम, इशविन्दरजीत सिंह और अनुपम कमल गवर्निंग बॉडी मेम्बर चुने गए। 
इस अवसर पर जसपाल राणा ने इन सभी को बधाई दी और कहा कि "दिल्ली स्टेट राइफल एसोसिएशन के चुनाव में जीतने वाले सब ऐसे लोग हैं जो वाक़ई काम को अहमियत देते हैं, और निशानेबाज़ी के खेल के लिए कुछ बेहतर करना चाहते हैं। उम्मीद है हम सब मिलकर अच्छा काम करेंगे।"

Saturday 3 February 2018

प्रधानमंत्री ने एडवॉन्टेज असम - विश्व निवेशक शिखर सम्मेलन 2018 के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया

प्रधानमंत्री ने एडवॉन्टेज असम - विश्व निवेशक शिखर सम्मेलन 2018 के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया

असम : 3 फ़रवरी I प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज गौहाटी में एडवॉन्टेज असम - विश्व निवेशक शिखर सम्मेलन 2018 के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया

शिखर बैठक में प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुये प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तर-पूर्व केंद्र सरकार की ऐक्ट ईस्ट नीति के केंद्र में है। उन्होंने आगे कहा कि ऐक्ट ईस्ट नीति आसियान देशों की जनता के साथ पारस्परिक जन संबंधों, व्यापारिक संबंधों एवं अन्य रिश्तों को बढ़ाने पर आधारित है।

प्रधानमंत्री ने भारत और आसियान की मित्रता के 25 वर्ष पूरे होने के अवसर पर हाल ही में आयोजित आसियान-भारत स्मारक शिखर सम्मेलन का भी स्मरण किया। उन्होंने आगे कहा कि भारत और आसियान देशों के संबंध हजारों वर्ष पुराने हैं। उन्होंने कहा कि नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस समारोह में 10 आसियान देशों के नेताओं का मुख्य अतिथि के रूप में स्वागत करना भारत के लिये प्रतिष्ठा का विषय था। प्रधानमंत्री ने जोर दिया कि उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के संतुलित और तेज गति वाले विकास से भारत की विकास यात्रा को और ऊर्जा मिलेगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की सभी योजनाओं का उद्देश्य लोगों के जीवन में गुणवत्तामय बदलाव लाना है। उन्होंने कहा कि इनका उद्देश्य 'जीवन को सरल बनाना है'।

प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्रीय बजट में घोषित 'आयुष्मान भारत' योजना संपूर्ण विश्व में इस तरह की सबसे बड़ी योजना है। उन्होंने कहा कि यह स्वास्थ्य बीमा योजना 45-50 करोड़ लोगों को लाभ पहुंचायेगी। उन्होंने गरीबों को स्वास्थ्य सुविधायें मुहैया कराने के लिये केंद्र सरकार द्वारा उठाये गये अन्य कदमों का भी जिक्र किया।

श्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार लागत व्यय को कम कर के और उचित मूल्य की व्यवस्था करके किसानों की आय को दोगुना करने की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने किसानों के कल्याण के लिये केंद्र सरकार द्वारा उठाये अन्य कदमों का भी ब्योरा दिया।

प्रधानमंत्री ने लोगों को सस्ते घर मुहैया कराने के लिये सरकार द्वारा उठाये कदमों की जानकारी दी। उन्होंने एलईडी बल्बों के वितरण के लिये उजाला योजना का भी जिक्र किया जिसकी वजह से घरों के बिजली के बिल को काफी कम करने में मदद मिली है। उन्होंने राष्ट्रीय बांस अभियान के पुनर्गठन का भी जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह उत्तर-पूर्व के लिये बेहद महत्वपूर्ण है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार के नौकरशाही ढांचे में सुधार से परियोजनाओं के अमल में काफी तेजी आयी है।

प्रधानमंत्री ने मुद्रा योजना के तहत उद्यमियों को गारंटी मुक्त कर्ज मुहैया कराने की दिशा में उठाये गये कदमों का जिक्र किया। उन्होंने केंद्रीय बजट में लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम सेक्टर को करों में राहत दिये जाने की बात का भी जिक्र किया।

प्रधानमंत्री ने काले धन और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिये केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने पिछले तीन वर्षों में कई अहम आर्थिक सुधार किये हैं जिससे व्यापार करने की प्रक्रिया सरल हुई है। उन्होंने आगे कहा कि इन सुधारों के परिणाम स्वरूप विश्व बैंक द्वारा जारी व्यापार करने की सुगमता की रिपोर्ट के अनुसार 190 देशों के बीच भारत 42 स्थान चढ़ कर 100वें स्थान पर पहुंच गया है।

महान असमी संगीतकार भूपेन हज़ारिका को उद्धृत करते हुये प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों के सपनों को पूरा करना और 2022 तक एक नये भारत का निर्माण करना हम सबकी साझा जिम्मेदारी है।

प्रधानमंत्री ने उत्तर-पूर्व क्षेत्र में परिवहन के एक नये बुनियादी ढांचे के विकास के लिये उठाये गये कदमों का भी जिक्र किया। उन्होंने राज्य में व्यवसाय और विकास के लिये मैत्रीपूर्ण वातावरण तैयार करने के लिये असम के मुख्यमंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल को बधाई दी।

Friday 26 January 2018

कानों में शोर या बजने के रोग का होम्योपैथिक उपचार ( टिनिटस मेनियेयर )

कानों में शोर या बजने के रोग का होम्योपैथिक उपचार ( टिनिटस मेनियेयर )

फरीदाबाद, 27 जनवरी। यह अच्छी तरह से कहा जाता है कि अंधापन हमें चीजों से दूर कर देता है लेकिन बहरापन हमें लोगों से दूर कर देता है। कान की समस्याएं आपको कभी-कभी रोएं।

Meniere रोग भी आंतरिक कान के विकार सुन रहा है जो केवल एक कान को प्रभावित करता है यह विकार है जिससे सुनवाई के स्थायी नुकसान हो सकते हैं। यह विकार है जिसमें किसी को कताई (चक्कर), कान (टिन्निटस), कान में दबाव और श्रवण हानि बढ़ने जैसी समस्याएं हो सकती हैं, जिसमें प्रगतिशील अंतिम स्थायी सुनवाई का नुकसान हो सकता है।


क्या मेनियर की बीमारी के लक्षण देख सकते हैं?
• चक्कर के आवर्ती एपिसोड - जब किसी व्यक्ति को एक कताई अनुभूति होती है जो स्वस्थ रूप से होती है चक्कर के एपिसोड आमतौर पर 20 मिनट से लेकर कई घंटों तक आते हैं। ऊपरी और उल्टी गंभीर चक्कर में हो सकती है
• सुनवाई हानि - प्रगतिशील स्थायी सुनवाई हानि के साथ सुनवाई के नुकसान में उतार चढ़ाव।
• कान (टिन्निटस) में घूमना - कान में घूमने, बजते, गूंजना, सीटी बजाते हुए
• कान में पूर्णता का अनुभव - जो लोग मेनियर के रोग से प्रभावित कान में दबाव या पूर्णता महसूस करते हैं
मेनियर की बीमारी के कारण?
उपचार के भाग में जाने से पहले मेनईयर रोग के साथ जुड़े कारणों को देखते हैं
कारक, जो द्रव को प्रभावित करते हैं, Meniere रोग में योगदान कर सकते हैं नीचे सूचीबद्ध हैं -
1 एनाटॉमिक असामान्यता या रुकावट के कारण अनुचित द्रव जल निकासी।
2 एलर्जी
3 हेड आघात
4 माइग्रेन
5 वायरल संक्रमण
6 आनुवंशिक प्रकृति
7 असामान्य प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया
जटिलताओं
Meniere की बीमारी को हल्के ढंग से न लें क्योंकि इससे स्थायी सुनवाई हानि हो सकती है। यह रोग भी आपके जीवन को परेशान करता है और थकान, भावनात्मक तनाव, अवसाद और चिंता में परिणाम देता है। इस बीमारी के आवर्ती एपिसोड की वजह से संतुलन कम हो सकता है जिससे दुर्घटना का खतरा बढ़ जाता है और भारी मशीनरी चलाने या ड्राइविंग करते समय गिरता है।

शास्त्रीय होम्योपैथी पूरे व्यक्ति के रूप में व्यवहार करता है सिर का चक्कर के लिए सर्वश्रेष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सा का चयन पूर्ण रोगीकरण के आधार पर किया जाता है और रोगी के शारीरिक, मानसिक और पिछला चिकित्सा इतिहास सहित मामले का पूर्ण विश्लेषण करता है। संविधान के साथ, मस्तिष्क प्रवृत्ति, गड़बड़ी या संवेदनशीलता और रूपरेखाओं को ध्यान में रखा जाता है। योग्य होम्योपैथिक डॉक्टर द्वारा पेशेवर सलाह के बिना चक्कर के लिए होम्योपैथिक दवा नहीं ली जानी चाहिए।


Conium
मेनियर का वृद्ध व्यक्ति तम्बाकू के अत्यधिक उपयोग के साथ है सेरेब्रल एनीमिया सनसनीखेज रोगी की शिकायत जैसे कि ऑब्जेक्ट एक सर्कल में बदल रहा है। विशेष रूप से सीढ़ियों से ऊपर उठने या नीचे जाने पर, बड़ी कमजोरी, दुर्बलता और सोने की झुकाव मस्तिष्क में अस्वस्थता जैसे कि वह घिनौना है, बिस्तर पर मोड़ के दौरान स्थिति खराब हो जाती है।

अंबा ग्रीस
पुराने रोगी में तंत्रिका चक्कर यह मस्तिष्क रोग के साथ परेशान व्यक्ति में बहुत उपयोगी है।

आयोडीन
पुरानी मरीज में पुराना कन्सेस्टीव चक्कर

फेरम मेटलिकम
अनीमिक चक्कर, अचानक बैठे / झूठ बोल से उगने के कारण उत्तेजना पहाड़ी नीचे जाने या पानी पार करते समय मंडलियां

ब्रोमिन
रोगी शिकायत करते हैं कि चक्कर चलने के कारण बदतर हो रहा है जब वह पानी चलाने पर दिखता है।

कुचला
हाइपरैमिक या श्रवण संबंधी चक्कर, जो सिर बढ़ाने पर बुरा हो जाता है

Cocculus
इसमें सौर जाल पर सबसे अच्छी कार्रवाई होती है, और पाचन समस्याओं के कारण चक्कर आती है, रोगी ओसीसीपेटल सिरदर्द की शिकायत करता है, लूम्बो-पवित्र जलन, फ्लाई चेहरे और गर्म सिर के साथ। उत्तेजना बैठे और एक गाड़ी में सवारी और खाने के बाद

Bryonia
रोगी मतली के साथ गैस्ट्रिक चक्कर की शिकायत करता है रोगी को लचीला स्थिति से बढ़ने और गति के साथ बेहोश होने, उत्तेजना के लिए आसान स्वभाव होता है।

Theridion
नर्वस चक्कर, नली के साथ अपनी आँखें बंद करने पर, जो शोर और गति के कारण बहुत अधिक तेज है



आरा होमियोपैथी ने मेनियेयर रोग के शास्त्रीय उपचार की पेशकश की है। उपयोग किए गए सभी होम्योपैथिक दवाएं पूरी तरह से उपयोग के लिए सुरक्षित हैं और 100% किसी भी रसायन से मुक्त हैं।
लाभ
1. मानसिक थकान को ठीक करने के लिए होम्योपैथिक दवा बहुत प्रभावी होती है।
2. मेनियेयर रोग के उपचार के लिए यह बहुत प्रभावी है। यह मेनियर की बीमारी के लक्षणों का प्रबंधन करने में मदद करता है जैसे कंधे के आवर्तक एपिसोड और कान में दबाव।
3. मेनियोयर रोग के लिए इस्तेमाल होम्योपैथिक दवा को तंत्रिका टॉनिक माना जाता है और इस तरह तंत्रिका तंत्र को शांत करने में मदद मिलती है।
4. होम्योपैथिक दवा अच्छा मस्तिष्क स्वास्थ्य का समर्थन करती है और मेनियेरे की बीमारी जैसे कताई (चक्कर), कान (टिनिटस), और कान में दबाव की तरह लक्षणों में राहत प्रदान करने में सहायता करती है। यह दवा उल्टी के पुनरावर्ती एपिसोड को भी प्रबंधित करने में मदद करती है जो उल्टी और मितली के साथ जुड़ी होती है।


जीवन शैली
• चक्कर के एक एपिसोड के दौरान, टेलिविजन देखना, पढ़ने, उज्ज्वल रोशनी और अचानक आंदोलनों से बचने के दौरान जब आप प्रकाश का नेतृत्व करते हैं तो बैठें या झूठ बोलें।
• हमलों के दौरान और बाद में उचित आराम करें - अपने सामान्य गतिविधियों पर वापस जाने से बचें।
• सावधान रहें कि आप अपना संतुलन खो सकते हैं - शेष हानि के कारण गंभीर चोट लग सकती है। तो स्थिरता के लिए एक छड़ी के साथ चलने पर विचार करें
• वाहनों को चलाने या भारी मशीनरी का संचालन करने से बचें - अगर किसी को घुमाव के लगातार एपिसोड होते हैं तो इन चीजों से बचें क्योंकि चोट या दुर्घटना हो सकती है।

सुझाव
कम नमक भोजन लें और तनाव से बचें

Siddikur Rahman shoots sizzling 66, opens up five-shot lead on day two of City Bank American Express Dhaka Open

Siddikur Rahman shoots sizzling 66, opens up five-shot lead on day two of City Bank American Express Dhaka Open

Dhaka, January 26, 2018: Md Siddikur Rahman of Bangladesh struck a sizzling six-under-66 in round two of the inaugural City Bank American Express Dhaka Open, a US$ 60,000 event, to open up a five-shot lead at 10-under-134 at his home course, the Kurmitola Golf Club in Dhaka.

 The Indian duo of Shankar Das and Rahul Bajaj carded scores of 68 to occupy tied second place at five-under-139 at the event tri-sanctioned by the Asian Development Tour (ADT), Professional Golf Tour of India (PGTI) and Bangladesh Professional Golfers Association (BPGA).

The 33-year-old Siddikur Rahman (68-66), lying overnight second, one shot off the lead, lived up to the tag of being the pre-tournament favourite on Thursday as he sank seven birdies at the cost of just one bogey.

Rahman, a 10th tee starter in round two, raced to three-under through nine holes thanks to a couple of long birdie conversions on the 17th and 18th holes. Siddikur, a multiple winner on the Asian Tour, then added three more birdies to his card on the front-nine to end the round with an impressive 10-under total.

Siddikur said, “I’ve done really well over the first two days having kept the errors out of my game despite the course not playing easy. My putter was hot today as I made three long birdie conversions including one from just off the green on the 17th.

 “I also managed to capitalize on all the four par-5s today, making birdies on each one of them. I’ve now put myself in a good position to have a shot at the title. I’m really hungry to win in front of my home crowd once again. The key would be to keep my calm over the next two days,” added Rahman, who won a PGTI event in Bangladesh last year.

He further said, “The newly-launched City Bank American Express Dhaka Open will go a long way in unearthing more golfing talent from Bangladesh. I’m really looking forward to other Bangladesh players also performing well this week.”

 While Shankar Das posted a bogey-free 68, Rahul Bajaj made five birdies and a bogey during his round of 68. Both players moved up five places from their overnight tied seventh.

Round one leader Shakhawat Sohel of Bangladesh dropped to tied fourth place at four-under-140 after his second round of 73. Sohel’s compatriot Akbar Hossain (70) and Sweden’s Malcolm Kokocinski (70) were also in tied fourth.

 The halfway cut was declared at five-over-149. Fifty-eight golfers made the cut which included 30 Bangladeshis and 18 Indians.


Thursday 25 January 2018

खज़ानी वूमेंस वोकेशनल इंस्टिट्यूट में गणतंत्र दिवस पर छात्राओं ने देशभक्ति के गीत गये

खज़ानी वूमेंस वोकेशनल इंस्टिट्यूट में गणतंत्र दिवस पर छात्राओं ने देशभक्ति के गीत गये

नई दिल्ली 25 जनवरी I खानपुर में स्थित खज़ानी वूमेंस वोकेशनल इंस्टिट्यूट में गणतंत्र दिवस को लेकर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। छात्राओं और शिक्षिकाओं ने मिलकर राष्ट्र गान गाया और देश प्रेम को प्रर्दशित किया। छात्राओं ने देशभक्ति के गीत गाकर वातावरण को देशभक्ति से भर दिया।

इस अवसर पर संस्थान के डायरेक्टर संजय चौधरी ने कहा कि गणतंत्र दिवस का यह पर्व पूरे देश के लिए सबसे बड़ा पर्व है। उन्होंने कहा कि देश के इस शुभ अवसर पर जिस दिन देश का संविधान लागू हुआ, जिन्होंने इसे बनाने में अपना योगदान दिया, उन्हें शत-शत प्रणाम करता हूं।

Friday 19 January 2018

उपराष्ट्रपति ने कृषि को व्यावहारिक और लाभकारी बनाने के लिए 12 पहलों को रेखांकित किया

उपराष्ट्रपति ने कृषि को व्यावहारिक और लाभकारी बनाने के लिए 12 पहलों को रेखांकित किया

नई दिल्ली 19 जनवरी I  उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू ने कहा है कि यद्यपि कृषि अधिकतर भारतीयों की मुख्य आजीविका है, परंतु किसानों को यह व्यवसाय आकर्षक नहीं लगता क्योंकि इसमें आय तथा उत्पादकता कम है। उन्होंने आज बेंग्लुरु में सामाजिक एवं आर्थिक परिवर्तन संस्थान में 14वां डॉ. वी. के. आर. वी. स्मृति व्याख्यान देते हुए यह कहा। इस अवसर पर कर्नाटक के राज्यपाल श्री वाजूभाई रूदाभाई वाला, संसदीय कार्य राज्य मंत्री श्री अनंत कुमार और अन्य विशिष्टजन उपस्थित थे।

उपराष्ट्रपति महोदय ने कहा कि तीव्र, समावेशी और सतत विकास की रणनीतियों को किसानों की समस्याओं को हल करना होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, ई-नाम और मृदा स्वास्थ्य कार्ड जैसी सरकारी पहलों से किसानों को उत्पादकता में सुधार करने और बेहतर लाभ प्राप्त करने की दिशा में मदद मिल रही हैं।

उपराष्ट्रपति महोदय ने कहा कि किसानों की उपलब्धियों पर गौरव करने के लिए हमारे पास तर्कसंगत कारण हैं। हमने खाद्यन्न की कमी पर कामयाबी से विजय प्राप्त कर ली है। हम खाद्यान्न आयात करने की स्थिति से बढ़कर इस क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो गए हैं और अब खाद्यान्न का निर्यात कर रहे हैं। पहले हम मामूली तरीके से किसानी करते थे, लेकिन अब प्रौद्योगिकी आधारित खेती करने लगे हैं। उन्होंने कहा कि इस समय कई फसलों के उत्पादन में भारत शीर्ष स्थान पर पहुंच गया है। विश्व में भारत सबसे अधिक दुग्ध उत्पादन कर रहा है और वह हरित, श्वेत, नील और पीत क्रांतियों में बड़े बदलावों से गुजर रहा है।

उपराष्ट्रपति महोदय ने कहा कि सार्वजनिक और निजी दोनों तरह के निवेशों में बढ़ोतरी की आवश्यकता है। हमें इस बात की जरूरत है कि दीर्घकालीन और मध्यकालीन कार्य योजना बनाएं, जिनके तहत निजी और सार्वजनिक निवेशों को लामबंद किया जा सके। हमें रणनीतिक दिशाएं भी तय करनी होंगी, ताकि इस क्षेत्र को दोबारा ऊर्जावान बनाया जा सके।

किसानों की उत्पादकता और उनके लाभार्जन के लिए उपराष्ट्रपति ने 12 पहलों को रेखांकित किया-

पहली, बेहतर बीजों का इस्तेमाल ताकि उत्पादकता में 15 से 20 प्रतिशत की वृद्धि हो।
दूसरी, कृषि उत्पादकता बढ़ाने के लिए उर्वरकों का संतुलित इस्तेमाल जरूरी।
तीसरी, सीमान्त और छोटे किसानों द्वारा नवाचार अपनाने की दिशा में सामयिक संस्थागत ऋण मुख्य भूमिका निभाता है।
चौथी, दुग्ध पालन, मछली पालन और मुर्गी पालन जैसी संबंधित गतिविधियों के साथ खेती को जोड़ना और विस्तार करना। इस कदम से किसानों की आय बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान होता है।
पांचवी, भारत में खेती के यंत्रीकरण को बढ़ाना होगा।
छठवीं, कृषि गतिविधियों को तेज करने और कृषि को बागवानी से जोड़ने तथा पहाड़ में कृषि के यंत्रीकरण से किसानों की आय बढ़ सकती है।
सातवीं, कृषि आधारित उद्योगों के प्रोत्साहन के मद्देनजर ईको-प्रणाली को मजबूत करना होगा।
आठवीं, पानी के इस्तेमाल के प्रति बेहतर समझ बनानी होगी।
नौवीं, किसानों को उपभोक्ता मूल्य के बड़े हिस्से को समझना होगा।
दसवीं, हमें भू-नीति में मूलभूत सुधारों पर गौर करना होगा।
ग्यारहवीं, हमें जलवायु परिवर्तन के मद्देनजर कृषि गतिविधियों को विकसित करने की जरूरत है।
बारहवीं, ज्ञान को साझा करने की प्रक्रियाओं को दुरुस्त करना होगा।