मोहाली। 18 जून, 2024 : बीएलवी ब्लास्टर्स के सलामी बल्लेबाज हरनूर पन्नू की 47 गेंदों पर खेली गई 87 रनों की शानदार पारी बेकार गई, क्योंकि वे टीम को जीत नहीं दिला सके। फैंटम्स ने 8 रन की रोमांचक जीत दर्ज की। आईएस बिंद्रा स्टेडियम में पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन (पीसीए) द्वारा आयोजित दूसरे "शेर-ए-पंजाब टी20 कप" के दौरान बीएलवी ब्लास्टर्स को 210 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए रॉयल फैंटम्स से हार का सामना करना पड़ा।
Tuesday, 18 June 2024
पहली कलम से पहला काम किया अन्नदाता के नाम": कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा
- जिला में करीब साढ़े तीन करोड़ रुपये की धनराशि सीधी जारी की गई किसानों के खातों में
फरीदाबाद,18 जून। हरियाणा के उद्योग वाणिज्य तथा खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के कैबिनेट मंत्री श्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18वीं लोकसभा में प्रधानमंत्री बनते ही पहली कलम से पहला काम किया अन्नदाता के नाम" पीएम निधि योजना के तहत किसानों को 17वीं किस्त जारी करने का ऐतिहासिक कार्य किया है। कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि जिला में करीब साढे तीन करोड़ रुपये की धनराशि सीधे किसानों के खातों में ऑनलाइन प्लेटफार्म प्रणाली के जरिये डाली गई है।
कैबिनेट मंत्री श्री मूलचंद शर्मा और विधायक राजेश नागर मंगलवार को दोपहर बाद सेक्टर-12 के कन्वेंशन हॉल में जिला स्तरीय किसान सम्मान निधि योजना सम्मेलन में उपस्थित किसानों को सम्बोधित कर रहे थे।
कैबिनेट मंत्री श्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी/ Narendra Modi जी ने आज मंगलवार को पूरे देश में किसान सम्मान निधि की 17वीं किस्त जारी की है। मंगलवार सायं 5 बजे देश में 9.26 करोड़ किसानों के खाते में 20,000 करोड़ रुपये की धनराशि ट्रांसफर कर दी गई है।
हरियाणा के उद्योग वाणिज्य तथा खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि भारत सरकार की एक पहल है, कि जो किसानों को न्यूनतम आय सहायता राशि रूप में प्रति वर्ष 6000 रुपये देती है। इस पहल की घोषणा 1 फरवरी 2019 को भारत के अंतरिम केंद्रीय बजट 2019 के दौरान की गई थी। वर्ष 2018-2019 के लिए इस योजना के तहत 20000 करोड़ रुपये आवंटित किए गये थे। वहीं 24 फरवरी 2019 को माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में एक करोड़ से अधिक किसानों को 2000 रुपये की पहली कि हस्तांतरित कर योजना की शुरुआत की थी। जबकि 28 फरवरी 2024 तक इस योजना के तहत किसा को 16 किस्त मिल चुकी है। कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा ने सभी किसानों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जिला में इस योजना से लगभग 17 हजार किसानों को लाभ मिलेगा। वहीं जिला में 16 वी किस्त तक करीब 74 करोड़ से ज्यादा किसान को लाभ मिल चुका है। आज 17 वीं किस्त में करीब 3 करोड़ 50 लाख की राशि फरीदाबाद के किसानों के खाते में आएगी।
उन्होंने कहा की देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की किसानों की आय दोगुनी करने का सपना पूरा हो रहा है।
कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि इसी प्रकार हरियाणा प्रदेश के जिला फरीदाबाद में लगभग 72000 हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि से लगभग 27000 किसान परिवार कृषि कार्यों में जुडे हुऐ है। सभी कृषि योग्य भूमि मालिकाना हक रखने वाले किसान इस योजना के लाभ लेने के पात्र है। सभी सरकारी सेवारत सेवानिवृत्त (ग्रुप डी को छोडकर), पंजीकृत वकील, डॉक्टर, आर्किटेक्चर व नगर परिषद के चेयरमैन विधायक, सांसद की योजना का लाभ लेने के पात्र नहीं है। अब तक जिला फरीदाबाद में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत प्राप्त किस्तों का विवरण देते हुए कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि जिला फरीदाबाद में पहली किश्त में 27035 किसानों को 54070000 रुपये की धनराशि, दूसरी किस्त में 26947 किसानों को 53894000 रुपये की धनराशि, तीसरी किस्त में 26685 किसानों को 53370000 रुपये की धनराशि, चौथी किस्त में 25914 किसानों को 51828000 रुपये की धनराशि, पांचवी किस्त में 25744 किसानों को 51488000 रुपये की धनराशि , छठी क़िस्त में 25629 किसानों को 51258000 रुपये की धनराशि, 7वीं किश्त में उतर 24461 किसानों को 48922000 रुपये की धनराशि, 8वीं किस्त में 24274 किसानों को 48548000 रुपये की धनराशि , नौवीं में किस्त में 23800 किसानों को 47600000 रुपये की धनराशि, दसवीं में 24291 किसानों को 48582000 रुपये की धनराशि, 11वीं किस्त में 24042 किसानों को 48084000 रुपये की धनराशि, 12वीं किस्त में 16368 किसानों को 32736000 रुपये की धनराशि, 13वीं किस्त में 20980 किसानों को 41960000 रुपए की धनराशि,14वीं किस्तों में 20528 किसानों को 41056000 रुपये की धनराशि, 15वीं किस्त में 18019 किसानों को 36038000 रुपये की धनराशि, 16वीं किस्त में 17465 किसानों को 34930000 रुपये की धनराशि दी गई है। वहीं आज मंगलवार को 18.06.2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सायं 05:00 बजे वाराणसी जिला उत्तर प्रदेश से भारत के सभी पात्र किसानों के खातों में सत्रहवीं किस्त जारी की गई है, जिसमे से जिला फरीदाबाद के लगभग 17000 पात्र किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ करीब साढ़े तीन करोड़ रुपये की धनराशि मिलने का अनुमान है।
वहीं तिगांव के विधायक राजेश नागर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों की आय दोगुना करने के लिए ऐतिहासिक कदम उठाए हैं।
विधायक राजेश नागर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रदेश और देश में किसानों के अनेक जन हितैषी योजनाओं और परियोजनाओं के क्रियान्वयन करने का काम किया है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना सहित ड्रोन दीदी और अन्य योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है।
सीईओ जिला परिषद सतबीर मान ने कैबिनेट मंत्री श्री मूलचंद शर्मा, विधायक राजेश नागर, दानदाताओं का किसान सम्मान निधि योजना के जिला स्तरीय समारोह में पहुंचने पर स्वागत किया।
इस अवसर पर डीडीपीओ कैप्टन प्रदीप कुमार, एसीईओ परमिन्द्रजीत, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की अधिकारी डाक्टर संगीता, डाक्टर आनन्द सिंह सहित किसान गण उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने सात निश्चय-2 के अन्तर्गत सरकारी नौकरी और रोजगार देने के निर्धारित लक्ष्य को मिशन मोड में पूरा करने का दिया निर्देश
NEW DELHI : सुशासन के कार्यक्रम 2020-25 के अन्तर्गत दिनांक- 15.12.2020 से लागू सात निश्चय - 2 के अन्तर्गत मुख्यमंत्री ने 10 लाख सरकारी नौकरी और 10 लाख रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित किया था। अब तक 5 लाख 16 हजार लोगों को सरकारी नौकरी दी जा चुकी है। 1 लाख 99 हजार सरकारी नौकरी से संबंधित नियुक्ति हेतु प्रक्रिया पूर्ण कर ली गयी है। अगले तीन महीने में नियुक्ति पत्र वितरण का लक्ष्य ।
* 2 लाख 11 हजार नई नियुक्ति हेतु अधियाचना विभिन्न आयोगों को भेजी जा चुकी है, जबकि 2 लाख 34 हजार पदों पर नियुक्ति हेतु अधियाचना विभिन्न आयोगों को भेजने हेतु प्रक्रियाधीन है। इस प्रकार कुल 5 लाख 17 हजार सरकारी नौकरी की नियुक्ति हेतु अधियाचना विभिन्न आयोगों को भेजी जा चुकी है या प्रक्रियाधीन है। वर्ष 2024-25 तक नियुक्ति पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित ।
*सात निश्चय - 2 के अन्तर्गत मुख्यमंत्री द्वारा निर्धारित 10 लाख सरकारी नौकरी देने के लक्ष्य के विरूद्ध आगामी वर्ष तक 12 लाख से अधिक लोगों को सरकारी नौकरियां दे दी जायेगी।
*सात निश्चय - 2 के अन्तर्गत 10 लाख निर्धारित रोजगार के लक्ष्य के विरूद्ध अब तक 22 लाख से अधिक रोजगार सृजित, वर्ष 2024-25 में कुल 11 लाख से अधिक रोजगार के अवसर सृजित करने का लक्ष्य ।
*नियुक्ति हेतु आयोजित परीक्षाओं में पूर्ण पारदर्शिता बनी रहे और परीक्षा में किसी प्रकार की अनियमितता और प्रश्न पत्र लीक न हो इसको लेकर एक सख्त कानून बनाने का प्रस्ताव आगामी विधानसभा के सत्र में लाने का मुख्यमंत्री ने दिया निर्देश।
पटना, 17 जून 2024 :- सुशासन के कार्यक्रम 2020-25 के अन्तर्गत दिनांक- 15.12.2020 से लागू सात निश्चय- 2 के अन्तर्गत मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने 10 लाख सरकारी नौकरी और 10 लाख रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित किया था। इस संबंध में मुख्यमंत्री ने उप मुख्यमंत्री, संबंधित विभागों के मंत्रीगण, मुख्य सचिव, संबंधित विभागों के अपर मुख्य सचिव/प्रधान सचिव/ सचिव के साथ बैठक कर आगामी एक वर्ष में लक्ष्य की प्राप्ति हेतु बचे हुये नौकरी एवं रोजगार देने के काम को कार्ययोजना बनाकर मिशन मोड में पूर्ण करने का
निर्देश दिया है। अब तक 5 लाख 16 हजार लोगों को सरकारी नौकरी दी जा चुकी है। इसके अतिरिक्त 1 लाख 99 हजार सरकारी नौकरी से संबंधित नियुक्ति हेतु प्रक्रिया पूर्ण कर ली गयी है। अगले तीन महीने के अंदर नियुक्ति पत्र वितरित करने का लक्ष्य रखा गया है।
नियुक्ति करने वाले विभिन्न आयोगों को 2 लाख 11 हजार नई नियुक्ति हेतु अधियाचना भेजी जा चुकी है। इसके अतिरिक्त अगले एक महीने में 2 लाख 34 हजार रिक्तियों की अधियाचना विभिन्न आयोगों को भेजी जायेगी। साथ ही आगामी वर्ष में नियुक्ति हेतु 72 हजार और रिक्तियां होने का अनुमान है, जिसकी अधियाचना अगले वर्ष भेजी जायेगी।
उल्लेखनीय है कि सात निश्चय- 2 के अन्तर्गत 5 लाख 16 हजार नियुक्तियां की जा चुकी है। इसके अतिरिक्त 1 लाख 99 हजार नियुक्ति पत्र वितरण के लिये तैयार है। साथ ही 5 लाख 17 हजार रिक्तियों के विरूद्ध नियुक्ति प्रक्रियाधीन है यानी (5 लाख 16 हजार + 1 लाख 99 हजार + 5 लाख 17 हजार) कुल 12 लाख से अधिक सरकारी नौकरी देने का लक्ष्य वर्ष 2024-25 तक रखा गया है। इस प्रकार मुख्यमंत्री के सात निश्चय 2 के अन्तर्गत 10 लाख सरकारी नौकरी देने का जो लक्ष्य निर्धारित किया गया था, उसे पार करते हुये वर्ष 2024-25 तक 12 लाख से अधिक लोगों को सरकारी नौकरी दे दी जायेगी।
सात निश्चय - 2 के अन्तर्गत 10 लाख रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया था। अब तक सात निश्चय- 2 के अन्तर्गत 22 लाख से अधिक रोजगार सृजित किये जा चुके हैं और आने वाले एक वर्ष में 11 लाख से अधिक रोजगार के अवसर सृजित किये जायेंगे।
मुख्यमंत्री ने नियुक्ति हेतु आयोजित परीक्षाओं में पूर्ण पारदर्शिता बनी रहे और परीक्षा में किसी प्रकार की अनियमितता और प्रश्न पत्र लीक न हो इसको लेकर एक सख्त कानून बनाने का निर्देश दिया है और कहा है कि इससे संबंधित प्रस्ताव आगामी विधानसभा के सत्र में लाया जाय।
Saturday, 15 June 2024
मानव रचना यूनिवर्सिटी- एनएआरएल, इसरो के सहयोग से जीएनएसएस रिसीवर स्थापित करने वाली देश की पहली प्राइवेट यूनिवर्सिटी बनी
● यूनिवर्सिटी में ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (GNSS) रिसीवर और अंतरिक्ष अनुसंधान प्रयोगशाला की स्थापना की गई
● इसरो लैब के सहयोग से राष्ट्रीय वायुमंडलीय अनुसंधान प्रयोगशाला (एनएआरएल) के रिसीवरों की उत्तर-दक्षिण श्रृंखला का हिस्सा है ये पहल
● अतिथि व्याख्यान में इसरो साइंटिस्ट डॉ. निर्विकार दशोरा और श्री हिमांशु एस सेठी ने रखे विचार
फरीदाबाद, 15 जून 2024: मानव रचना यूनिवर्सिटी (एमआरयू) में स्कूल ऑफ साइंसेज के विज्ञान विभाग की ओर से शुक्रवार को “ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (GNSS) रिसीवर” की स्थापना की गई। ये प्रयोगशाला राष्ट्रीय वायुमंडलीय अनुसंधान प्रयोगशाला (एनएआरएल)-भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के सहयोग से स्थापित की गई है। इस दौरान एक गेस्ट लेक्चर का आयोजन भी हुआ, जिसका उद्देश्य वायुमंडलीय और अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में अनुसंधान करने के लिए संकाय को प्रोत्साहित करना है।
एमआरयू जीएनएसएस रिसीवर की स्थापना करने वाला देश का पहला निजी शिक्षण संस्थान है, ऐसे में ये पहल अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में एमआरयू की अनुसंधान क्षमताओं में बेहतरी को दर्शाती है। गेस्ट लेक्चर में में वैज्ञानिकों की एक प्रतिष्ठित टीम शामिल हुई, जिनमें डॉ. निर्विकार दशोरा (साइंटिस्ट/इंजीनियर-एसएफ, विभागाध्यक्ष आयनोस्फेयर एंड स्पेस फिजिक्स ग्रुप, एनएआरएल, गडांकी, एपी, अंतरिक्ष विभाग, भारत सरकार) और श्री हिमांशु एस सेठी (साइंटिस्ट/इंजीनियर-एसई, एनएआरएल-इसरो) शामिल रहे।
एमआरयू में जीएनएसएस रिसीवर की स्थापना इसरो के सहयोग से एनएआरएल के रिसीवरों की उत्तर-दक्षिण श्रृंखला का हिस्सा है। यह रणनीतिक साझेदारी वायुमंडलीय और आयनमंडलीय अनुसंधान को आगे बढ़ाने के लिए एमआरयू की प्रतिबद्धता को स्पष्ट करती है, जिसमें जीएनएसएस रिसीवर नेटवर्क के माध्यम से मौसम, जलवायु, अंतरिक्ष मौसम और ग्रहों के आयनमंडल पर महत्वपूर्ण अध्ययन शामिल हैं। यह सहयोगात्मक प्रयास न केवल मानव रचना के अनुसंधान बुनियादी ढांचे को मजबूत करता है, बल्कि इसे वायुमंडलीय और अंतरिक्ष अनुसंधान में अग्रणी बनाने में सहायक होगा ।
कार्यक्रम के दौरान, डॉ. निर्विकार दशोरा ने वास्तविक जीवन के क्षेत्रों में जीएनएसएस के विभिन्न अनुप्रयोगों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने आयनमंडल के मूल सिद्धांतों और विभिन्न वायुमंडलीय घटनाओं में इसकी भूमिका के बारे में विस्तार से बताया। प्रेजेंटेशन के ज़रिए उन्होंने अपने शोध के महत्व, उपयोग की जाने वाली पद्धतियों, अनुप्रयोगों और मुख्य विशेषताओं को भी प्रदर्शित किया। साथ ही उन्होंने जीपीएस सिस्टम से संबंधित चुनौतियों के बारे में भी जानकारी दी। इसके बाद प्रश्नोत्तर सत्र में उन्होंने सभी सवालों के जवाब भी दिए।
ये होगा लाभ
एमआरयू में जीएनएसएस रिसीवर की स्थापना ने राष्ट्रीय और वैश्विक शैक्षणिक समुदायों में विश्वविद्यालय की स्थिति मजबूत की है। इससे विभिन्न वायुमंडलीय और अंतरिक्ष मापदंडों में बहु-पैरामीट्रिक डेटा संग्रह से वायुमंडलीय विज्ञान और संबंधित क्षेत्रों में अनुसंधान की क्षमताएं बढ़ेंगी| साथ ही रिसीवरों की एनएआरएल उत्तर-दक्षिण श्रृंखला का हिस्सा होने के नाते, एमआरयू अनुसंधान संस्थानों के व्यापक नेटवर्क से जुड़ेगा और राष्ट्रीय व वैश्विक स्तर पर सहयोग के अवसर बढ़ेंगे। विज्ञान, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग (ईसीई) और कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग (सीएसई) विभागों में छात्रों के विभिन्न परियोजनाओं में सीखने के अवसर बढ़ेंगे। साथ ही छात्रों को अत्याधुनिक तकनीक और वास्तविक समय के डेटा विश्लेषण के साथ व्यावहारिक अनुभव प्राप्त होगा।
प्रो. (डॉ.) दीपेंद्र कुमार झा, कुलपति, एमआरयू ने कहा कि "एनएआरएल और इसरो के सहयोग से जीएनएसएस रिसीवर की स्थापना हमारी एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। परिसर में स्थापित अंतरिक्ष अनुसंधान प्रयोगशाला संस्थान की, वायुमंडलीय और अंतरिक्ष अनुसंधान प्रगति में अग्रणी होने के प्रति प्रतिबद्धता को स्पष्ट करती है।"
डॉ. मीना कपाही, डीन, स्कूल ऑफ साइंसेज, एमआरयू ने कहा, "यह मानव रचना यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ साइंसेज के लिए बड़ी उपलब्धि है। यह अत्याधुनिक पहल वायुमंडलीय और अंतरिक्ष विज्ञान में हमारी शोध क्षमताओं को बढ़ाती है और हमारे छात्रों को अत्याधुनिक तकनीक से जुड़ने के बेहतर अवसर प्रदान करती है।"
इस दौरान प्रो. (डॉ.) मीना कपाही, डीन स्कूल ऑफ साइंसेज; प्रो. डॉ. डी. के. शर्मा, डीन एग्जामिनेशन; डॉ. संदीप कुमार, हैड, स्कूल ऑफ साइंसेज; डॉ. अर्पित संड, प्रोग्राम हेड केमिस्ट्री; डॉ. अपर्णा व्यास, प्रोग्राम हेड मैथमेटिक्स सहित और साइंस एंड इंजीनियरिंग सहित विभिन्न विषयों के संकाय सदस्य मौजूद रहे।
एनएआरएल और इसरो के साथ इस स्थापना क समस्त कार्यक्रम को प्रोफ डॉ डी के शर्मा के समन्वय में डॉ अनन्ना बर्धन, डॉ अंशुमान सहाय और दीप्ति मैखुरी के सहयोग से संपन्न हुआ |
जिला में रविवार को होने वाली यूपीएससी परीक्षाओं की सभी तैयारियां पुख्ता : एडीसी आनन्द शर्मा
- सिविल सर्विस परीक्षा के संचालन की ड्यूटी पर लगे अधिकारी देंगे उच्च अधिकारियों को जानकारी की अपडेट
Trident Stallions march ahead with win
Mohali.Showing off their mettle, Trident Stallions recorded a fine 42-run win over Intersoft Titans in a one-sided match played on Saturday. Batting first, Stallions posted 154/6 in 20 overs with Salil Arora scoring an unbeaten 40-ball 60 runs to take his team past the 150-run mark. Earlier, one down batter Abhay Chaudhary scored 22-ball 23 to prop his team. For Titans, Tejpreet Singh scalped two dismissals.
मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन फरीदाबाद के प्रतिनिधिमण्डल ने केंद्रीय राज्यमंत्री को बधाई दी : रमणीक प्रभाकर
फरीदाबाद l लगातार तीसरी बार जीत और केंद्र में मंत्री बनाये जाने पर फरीदाबाद से सांसद कृष्णपाल गुर्जर को केंद्रीय सहकारिता राज्यमंत्री बनाया गया है। मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन फरीदाबाद के उद्यमियों का प्रतिनिधिमण्डल केंद्रीय राज्यमंत्री श्री कृष्णपाल गुर्जर से मिलने सेक्टर 28 स्थित उनके कार्यालय पहुंचा और उन्हें सफलता की बधाई दी.
Tuesday, 11 June 2024
मनोहर लाल ने आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय के मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला
श्री मनोहर लाल ने स्वच्छ और हरित शहरों को सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण कार्य को आगे बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया तथा सभी शहरों को 'कचरा मुक्त' बनाने के लिए मिशन के तहत अपशिष्ट को धन में परिवर्तित करने के स्वच्छ भारत मिशन के तहत किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।
शहरों को जल सुरक्षित बनाने तथा 4,900 शहरी स्थानीय निकायों में जलापूर्ति की सर्वव्यापक कवरेज सुनिश्चित करने और 500 अमृत शहरों में सीवरेज एवं सेप्टेज प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए अमृत मिशन के उद्देश्यों की सराहना करते हुए उन्होंने अमृत परियोजनाओं में जन भागीदारी सुनिश्चित करने पर नए सिरे से ध्यान केंद्रित करने का आह्वान किया।
शहरों में यात्रा को सुविधाजनक बनाने में मेट्रो रेल के महत्व पर प्रकाश डालते हुए मंत्री ने कहा कि सभी मेट्रो परियोजनाओं को समय पर पूरा करने के लिए मंत्रालय के प्रयास दोगुने किए जाएंगे, क्योंकि मेट्रो परिवहन का पसंदीदा साधन बन गया है, जो समाज के सभी वर्गों के लिए सुविधाजनक और सुरक्षित है।
इसके अलावा, मंत्री ने कहा कि स्मार्ट सिटी मिशन के तहत पूरी की गई परियोजनाओं ने देश में शहरी नियोजन और शासन में नए मानक स्थापित किए हैं। इन शहरों में बेहतर शहरी प्रबंधन के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग बढ़ा है और 100 शहरों में से प्रत्येक में अपराध ट्रैकिंग, नागरिकों की सुरक्षा, परिवहन प्रबंधन, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, जल आपूर्ति, आपदा प्रबंधन आदि जैसे शहरी सेवाओं के विविध क्षेत्रों में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
श्री मनोहर लाल ने देश के सभी हिस्सों में शहरी गरीबों तक पीएम स्वनिधि और डीएवाई-एनयूएलएम मिशनों के लाभ की पहुंच को और बढ़ाने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला, ताकि शहरी गरीबी के विभिन्न आयामों का समाधान किया जा सके और उनकी आय और आजीविका के स्रोत में सुधार किया जा सके।
सिर पर छत होने के महत्व के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि पीएमएवाई लाखों लोगों के जीवनभर के सपने को पूरा करने की दिशा में काम कर रहा है और इसलिए पीएमएवाई (शहरी) के तहत एक करोड़ और घर बनाने की प्रधानमंत्री की घोषणा मंत्रालय की प्रमुख प्राथमिकता होगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि सभी आवास परियोजनाओं को समय पर पूरा करने के लिए समय-समय पर प्रभावी राज्य स्तरीय समीक्षा भी की जाएगी।
प्रदर्शन की समीक्षा के बाद, उन्होंने देश में सतत शहरी विकास के लिए रणनीतिक और व्यापक कार्ययोजना पर आशा व्यक्त की और समावेशी एवं विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए विकास एजेंडे को नई गति के साथ आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।
राजनाथ सिंह लगातार दूसरी बार रक्षा मंत्री होंगे
नई दिल्ली : 2019 से 2024 तक के सफल कार्यकाल के बाद, प्रधानमंत्री की सलाह पर राष्ट्रपति द्वारा श्री राजनाथ सिंह को लगातार दूसरी बार रक्षा मंत्रालय का कार्यभार सौंपा गया है। उत्तर प्रदेश के लखनऊ से सांसद श्री राजनाथ सिंह ने 01 जून, 2019 को पहली बार रक्षा मंत्रालय का कार्यभार संभाला था।
श्री राजनाथ सिंह का जन्म 10 जुलाई 1951 को उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में हुआ था। उन्होंने गोरखपुर विश्वविद्यालय से भौतिकी में स्नातकोत्तर किया। वे पेशे से शिक्षक रहे हैं। वे 1977-1980 और 2001-2003 तक उत्तर प्रदेश विधान सभा के सदस्य रहे। वे 1991-1992 में उत्तर प्रदेश सरकार में शिक्षा मंत्री रहे। 1999 से 2000 तक वे केंद्रीय मंत्रिमंडल में भूतल परिवहन मंत्री रहे।
बाद में 2000-2002 तक वे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। 2003 में, उन्होंने केंद्रीय मंत्रिमंडल में कृषि मंत्री के रूप में अपनी सेवा दी। वे 1994-1999 और 2003-2008 तक दो बार राज्यसभा के लिए चुने गए। 2009 में वे 15वीं लोकसभा के लिए चुने गए। उन्होंने 07 अक्टूबर, 2009 को आचार समिति के सदस्य के रूप में भी कार्य किया। श्री राजनाथ सिंह को 27 मई, 2014 को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में गृह मंत्री के रूप में केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। उनका विवाह श्रीमती सावित्री सिंह से हुआ है और उनके दो बेटे हैं।
झारखंड के रांची से सांसद श्री संजय सेठ को रक्षा मंत्रालय में राज्य मंत्री का पदभार दिया गया है। श्री संजय सेठ 2019 में पहली बार रांची से सांसद बने और वे सूचना प्रौद्योगिकी संबंधी स्थायी समिति के सदस्य रहे हैं। 2024 में भी वे रांची से ही लोकसभा के लिए चुने गए।
बीएलवी ब्लास्टर्स की दूसरी जीत और टाइटंस सात विकेट से हारे
मोहाली। 11 जून, 2024 : शेर-ए-पंजाब टी20 कप में मंगलवार को खेले गए दूसरे मैच में बीएलवी ब्लास्टर्स को लगातार दूसरी जीत मिली और उन्होंने लो-स्कोरिंग मैच में इंटरसॉफ्ट टाइटंस को 7 गेंद शेष रहते हुए 7 विकेट से मात दी। इंटरसॉफ्ट टाइटंस के बनाए 156/9 रन के जवाब में बीएलवी ब्लास्टर्स ने 158/3 रन बनाकर जीत दर्ज की।