Wednesday 16 October 2024

फोर्टिस एस्कॉर्ट्स फरीदाबाद में 36 वर्षीय महिला के गॉलब्लैडर में से 1170 से अधिक स्टोन्स (पथरी) निकाले गए


 



फरीदाबाद, 16 अक्टूबर, 2024: फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हॉस्पीटल, फरीदाबाद ने चिकित्सा क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि दर्ज कराते हुए एक 36 वर्षीय महिला के गॉल ब्लैडर में से 1,170 स्टोन्स सफलतापूर्वक निकाले हैं। डॉ बी डी पाठक, डायरेक्टर, जनरल सर्जरी, फोर्टिस एस्कॉर्ट्स फरीदाबाद के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम ने इस सर्जरी को अंजाम दिया और मरीज की हालत स्थिर होने के बाद अगले दिन उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।  
मरीज को इससे पहले, पिछले 2-3 दिनों से पेट में भयंकर दर्द की शिकायत के साथ अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मरीज की अल्ट्रासाउंड जांच समेत अन्य डायग्नॉस्टिक टेस्ट से पता चला कि उनके गॉल ब्लैडर में कई स्टोन्स (पथरी की समस्या) थे। इनमें से कई स्टोन्स कॉमन बाइल डक्ट में चले गए थे जिनकी वजह से उन्हें पैंक्रियाइटिस की शिकायत भी हो चुकी थी। डॉक्टरों ने कॉमन बाइल डक्ट से स्टोन्स निकालने के लिए शुरू में एंडोस्कोपिक रेट्रोग्रेड कोलनजियोपैंक्रियोग्राफी (ईआरसीपी) प्रक्रिया की और इसके बाद सिंगल इंसाइजन लैपरोस्कोपिक सर्जरी की मदद से गॉलब्लैडर में से बाकी स्टोन्स भी निकाले।  
मामले की जानकारी देते हुए, डॉ बी डी पाठक, डायरेक्टर, जनरल सर्जरी, फोर्टिस एस्कॉर्ट्स फरीदाबाद ने कहा, “यह ऐसा दुर्लभ मामला था जिसमें मरीज के गॉलब्लैडर से 1,170 से अधिक स्टोन्स निकाले गए। यदि समय पर मरीज का इलाज नहीं किया जाता तो इन स्टोन्स की वजह से उन्हें जॉन्डिस या पैंक्रियाज़ में सूजन और गॉलब्लैडर में छेद की समस्या भी हो सकती थी, यह एक्यूट कोलेसाइटिटिस का ऐसा दुर्लभ मामला था जिसकी वजह से गॉलब्लैडर में सूजन और लाली भी आती है। इस मामले से यह संदेश पूरे समाज को जाता है कि कभी भी गॉल ब्लैडर में स्टोन्स की  

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समस्या की अनदेखी नहीं करनी चाहिए क्योंकि इसकी वजह से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं पैदा हो सकती हैं, और कई बार बीमारियों के अलावा मरीज की मृत्यु तक हो सकती है।”
योगेंद्र नाथ अवधिया, फैसिलिटी डायरेक्टर, फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हॉस्पीटल फरीदाबाद ने कहा, “डॉ बी डी पाठक के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम ने इस मामले को सावधानीपूर्वक संभाला और बेहद सटीकता तथा मरीज की देखभाल पर जोर देते हुए सर्जरी की। इन मामलों में डायग्नॉस्टिक एप्रोच के साथ-साथ मैनेजमेंट रणनीतियों एवं इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत होती है, और फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हॉस्पीटल फरीदाबाद ऐसे चुनौतीपूर्ण मामलों से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।”
फोर्टिस हैल्‍थकेयर लिमिटेड के बारे में  
फोर्टिस हैल्‍थकेयर लिमिटेड, जो कि आईएचएच बेरहाड हैल्‍थकेयर कंपनी है, भारत में अग्रणी एकीकृत स्‍वास्‍थ्‍य सेवा प्रदाता है। यह देश के सबसे बड़े स्‍वास्‍थ्‍यसेवा संगठनों में से एक है जिसके तहत् 28 हैल्‍थकेयर सुविधाएं, 4,500+ बिस्‍तरों की सुविधा (ओ एंड एम सुविधाओं समेत) तथा 400 से अधिक डायग्‍नॉस्टिक केंद्र (संयुक्‍त उपक्रम सहित) हैं। भारत के अलावा, संयुक्‍त अरब अमीरात (यूएई) तथा नेपाल और श्रीलंका में भी फोर्टिस परिचालन करती है। कंपनी भारत के बीएसई लिमिटेड और नैशनल स्‍टॉक एक्‍सचेंज (एनएसई) पर सूचीबद्ध है। यह अपनी साझेदारी से बल मिलता है और वैश्विक दिग्‍गज तथा प्रवर्तक कंपनी – आईएचएच से प्रेरित है तथा मरीजों की विश्‍व स्‍तरीय देखभाल एवं क्‍लीनिकल उत्‍कृष्‍टता के लिए उनके ऊंचे मानकों से प्रेरणा लेती है। फोर्टिस के ~23,000 कर्मचारी (एगिलस डायग्‍नॉस्टिक्‍स सहित) जो दुनिया के सबसे भरोसेमंद हैल्‍थकेयर नेटवर्क बनने के लिए अपना दृष्टिकोण साझा करते हैं। फोर्टिस के पास क्‍लीनिक्‍स से लेकर क्‍वाटरनरी केयर सुविधाओं समेत एकीकृत स्‍वास्‍थ्‍य सुविधाएं उपलब्‍ध हैं।


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