Sunday 17 March 2019

होली आपसी प्रेम व सौहार्द का पर्व है: राजन मुथरेजा


फरीदाबाद 17 मार्च । भारतीय जनता पार्टी व्यवसायिक प्रकोष्ठ के जिला संयोजक राजन मुथरेजा ने होली पर्व के आगमन से पूर्व फरीदाबाद वासियो को होली सूखे रंगों से खेलने एवं आपसी सौहार्द व भाईचारे से मनाने की अपील की।
राजन मुथरेजा ने कहाकि होली का पर्व आपसी प्रेम व सौहार्द का पर्व है और इस दिन हम अपने गिले शिकवे दूर कर सभी एक दूसरे से गले मिलकर और गुलाल लगाकर शुभकामनाएं देते है। इस पर्व को अगर हम कहे तो एक नया जीवन आरंभ करने का है तो गलत नहीं होगा।

 मुथरेजा ने कहा कि  इस दिन बच्चे गुब्बारों व पिचकारी से अपने मित्रों के साथ होली का आनंद उठते हैं । सभी लोग बैर.भाव भूलकर एक.दूसरे से परस्पर गले मिलते है। घरों में औरतें एक दिन पहले से ही मिठाईए गुजियां आदि बनाती हैं व अपने पास.पडोस में आपस में बाँटती हैं व होली का आनंद उठाती हैं ।

इसके लिए एक पौराणिक कथा है कि प्रह्लाद के पिता राक्षस राज हरिण्य कश्यप स्वयं को भगवान मानते थे । वे विष्णु के परम विरोधी थे परन्तु प्रहलाद विष्णु भक्त थे । उन्होंने प्रहलाद को विष्णु भक्ति करने से रोका जब वह नहीं माने तो उन्होंने अनेक बार उन्हें मारने का प्रयास किया । प्रहलाद के पिता ने तंग आगर अपनी बहन होलिका से सहायता मांगी । होलिका अपने भाई की सहायता करने के लिए तैयार हो गई । होलिका को आग में न जलने का वरदान प्राप्त था इसलिए होलिका प्रहलाद को लेकर चिता में जा बैठी परन्तु विष्णु की कृपा से प्रहलाद सुरक्षित रहे और होलिका जल कर भस्म हो गई ।

यह कथा इस बात का संकेत करती है की बुराई पर अच्छाई की जीत अवश्य होती है । आज भी पूर्णिमा को होली जलाते हैं और अगले दिन सब लोग एक दूसरे पर गुलाल, अबीर और तरह.तरह के रंग डालते हैं । यह त्योहार रंगों का त्योहार है ।


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