New Delhi:17 August(National24news) प्राथमिक उपचार भी नहीं मिल पाया
जसपाल राणा ने कहा कि अगर शूटर के हाथ में उस वक़्त पिस्तौल होती तो बड़ा हादसा हो सकता था
दिल्ली की पिस्तौल शूटर लवलीन कौर बुधवार को डॉ कर्णी सिंह शूटिंग रेंज, तुगलाबाद, नई दिल्ली में, 25 मीटर रेंज पर अभ्यास कर रही थी। वो टेमपलेट चेंज करने टारगेट एरिया में गई तो अचानक उसपर ततैयों के एक समूह ने हमला कर दिया और उनमें से कम से कम 4 ने उसके शरीर के विभिन्न हिस्सों में काट लिया था। उस समय वहां कुछ पुरुष निशानेबाजों के अलावा एक गार्ड मौजूद था,लेकिन सिर्फ एक महिला सफाईकर्मी ने ही कुछ मदद कि, वर्ना इस विश्व स्तरीय शूटिंग रेंज में कोई प्राथमिक चिकित्सा भी नहीं थी।
लवलीन ने बताया कि "मुझे रेंज में ततैयों के एक ग्रुप ने घेर लिया जिनमे से 4 ततैयों ने डंक मारा, मैं उसके बाद कुछ समय के लिए सुन्न महसूस कर रही थी और चक्कर आ रहा था, मेरा चेहरा लाल हो गया था सूजन शुरू हो गई थी, पूरे शरीर में सनसनी सी महसूस कर रही थी। वहां ज़्यादा लोग नहीं थे, जो कुछ निशानेबाज़ प्रैक्टिस कर रहे थे, वे सभी पुरुष थे, शायद इसीलिए कोई मदद के लिए आगे नहीं आया। वहां मौजूद गार्ड ने मुझे त्वचा पर रगड़ने के लिए एक स्टील का स्केल दिया। और एक सफाईकर्मी (महिला) ने मेरी गोलियों के खोल उठाने के साथ मुझे अपना सामान पैक करने में मदद की, वर्ण वहाँ कोई प्राथमिक चिकित्सा नहीं थी। "शायद यह पांचवीं बार है जब मुझे डॉ कर्णी सिंह रेंज में ततैयों ने घेरा और हमला किया। मैं सिर्फ टेम्पलेट को बदलने के लिए आगे चली गई थी और सचमुच ततैयों के झुण्ड ने ये खौफनाक हमला किया था। शुक्र है कि मैं अपनी लेन में शूटिंग नहीं कर रही थी, वर्ना मेरे हाथ में लोडेड पिस्तौल होता तो कोई दुर्घटना हो सकती थी।
लवलीन के पिता इश्विंदर जीत सिंह ने कहा, "वह घर लौट आई, लेकिन उसका चेहरा और पैर सूज गए थे, और थोड़ा बुखार भी था। शूटिंग रेंज में ये एक गंभीर समस्या है। मैं संबंधित अधिकारियों से इस मुद्दे पर गौर करने का अनुरोध करता हूं। इसके बारे में एक औपचारिक शिकायत भी अधिकारीयों को दूंगा। लवलीन को हमारे परिवार के डॉक्टर ने एलर्जी की दवा दी थी, तो अब वो बेहतर है। अगर ततैयों ने और बड़ी तादाद में हमला किया होता तो यह ज़्यादा घातक भी हो सकता था "
जाने-माने निशानेबाज़ और भारतीय जूनियर शूटिंग टीम के चीफ कोच जसपाल राणा ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि "यह चिंता का विषय है, अगर कुछ शूटर शूटिंग के हथियार के साथ शूटिंग रेंज में है और उस समय ऐसा कुछ होता है, तो यह बहुत खतरनाक हो सकता है। खेल विभाग और संबंधित अधिकारीयों को इसपर गौर करना चाहिए और तुरंत एक्शन लेना चाहिए"
जसपाल राणा ने कहा कि अगर शूटर के हाथ में उस वक़्त पिस्तौल होती तो बड़ा हादसा हो सकता था
दिल्ली की पिस्तौल शूटर लवलीन कौर बुधवार को डॉ कर्णी सिंह शूटिंग रेंज, तुगलाबाद, नई दिल्ली में, 25 मीटर रेंज पर अभ्यास कर रही थी। वो टेमपलेट चेंज करने टारगेट एरिया में गई तो अचानक उसपर ततैयों के एक समूह ने हमला कर दिया और उनमें से कम से कम 4 ने उसके शरीर के विभिन्न हिस्सों में काट लिया था। उस समय वहां कुछ पुरुष निशानेबाजों के अलावा एक गार्ड मौजूद था,लेकिन सिर्फ एक महिला सफाईकर्मी ने ही कुछ मदद कि, वर्ना इस विश्व स्तरीय शूटिंग रेंज में कोई प्राथमिक चिकित्सा भी नहीं थी।
लवलीन ने बताया कि "मुझे रेंज में ततैयों के एक ग्रुप ने घेर लिया जिनमे से 4 ततैयों ने डंक मारा, मैं उसके बाद कुछ समय के लिए सुन्न महसूस कर रही थी और चक्कर आ रहा था, मेरा चेहरा लाल हो गया था सूजन शुरू हो गई थी, पूरे शरीर में सनसनी सी महसूस कर रही थी। वहां ज़्यादा लोग नहीं थे, जो कुछ निशानेबाज़ प्रैक्टिस कर रहे थे, वे सभी पुरुष थे, शायद इसीलिए कोई मदद के लिए आगे नहीं आया। वहां मौजूद गार्ड ने मुझे त्वचा पर रगड़ने के लिए एक स्टील का स्केल दिया। और एक सफाईकर्मी (महिला) ने मेरी गोलियों के खोल उठाने के साथ मुझे अपना सामान पैक करने में मदद की, वर्ण वहाँ कोई प्राथमिक चिकित्सा नहीं थी। "शायद यह पांचवीं बार है जब मुझे डॉ कर्णी सिंह रेंज में ततैयों ने घेरा और हमला किया। मैं सिर्फ टेम्पलेट को बदलने के लिए आगे चली गई थी और सचमुच ततैयों के झुण्ड ने ये खौफनाक हमला किया था। शुक्र है कि मैं अपनी लेन में शूटिंग नहीं कर रही थी, वर्ना मेरे हाथ में लोडेड पिस्तौल होता तो कोई दुर्घटना हो सकती थी।
लवलीन के पिता इश्विंदर जीत सिंह ने कहा, "वह घर लौट आई, लेकिन उसका चेहरा और पैर सूज गए थे, और थोड़ा बुखार भी था। शूटिंग रेंज में ये एक गंभीर समस्या है। मैं संबंधित अधिकारियों से इस मुद्दे पर गौर करने का अनुरोध करता हूं। इसके बारे में एक औपचारिक शिकायत भी अधिकारीयों को दूंगा। लवलीन को हमारे परिवार के डॉक्टर ने एलर्जी की दवा दी थी, तो अब वो बेहतर है। अगर ततैयों ने और बड़ी तादाद में हमला किया होता तो यह ज़्यादा घातक भी हो सकता था "
जाने-माने निशानेबाज़ और भारतीय जूनियर शूटिंग टीम के चीफ कोच जसपाल राणा ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि "यह चिंता का विषय है, अगर कुछ शूटर शूटिंग के हथियार के साथ शूटिंग रेंज में है और उस समय ऐसा कुछ होता है, तो यह बहुत खतरनाक हो सकता है। खेल विभाग और संबंधित अधिकारीयों को इसपर गौर करना चाहिए और तुरंत एक्शन लेना चाहिए"
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