फरीदाबाद, 4 जनवरी - फरीदाबाद पुलिस की तरफ से नए साल 2018 की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं। नव वर्ष आप सभी साथियों के लिए मंगलमय हो। साल 2017 में फरीदाबाद पुलिस ने कई बेहतरीन कार्य किए, जिनमें कई कार्य ऐसे भी रहे जिनमें शहर में अपराध कम करने के साथ ही साथ अन्य सामाजिक मुद्दों और जागरूकता को लेकर सराहनीय प्रयास किए।
इस साल की सबसे बड़ी विशेषता यह रही कि फरीदाबाद पुलिस ने न केवल जनता के साथ सीधा संपर्क किया बल्कि पुलिस - पब्लिक के बीच की दूरी कम करने के लिए सार्थक पहल की।
पुलिस गश्त मजबूत करने के लिए कॉरपोरेट जगत का भी फरीदाबाद पुलिस को काफी सहयोग मिला और पेट्रोलिंग मजबूत करने के लिए कॉरपोरेट जगत ने कई गाड़ियां पुलिस को उपलब्ध कराईं।
क्राइम डाटा
साल 2016 की बात करें कुल एफआईआर विभिन्न अपराधों की 12 हजार 115 दर्ज की गई थीं। साल 2017 की बात करें इस साल विभिन्न आपराधिक वारदातों की कुल 15 हजार 349 दर्ज की गईं।
जोन - 2016 2017
सैन्ट्रल - 3669 4913
एन.आई.टी- 5248 6460
बल्लबगढ- 3198 3976
तुलनात्मक अपराध का विवरण इस प्रकार हैः-
अपराध 2016 2017 वर्क आउट:
302 64 80 75ः
307 67 83 65ः
304ए एक्सीडेंट 209 260 53ः
376 145 194 81ः
324 209 189 79ः
395 15 05 40ः
392 35 53 62ः
379ए-बी 227 452 43ः
वाहन चोरी 1974 1924 18ः
454-457 458 518 29ः
सामान्य चोरी 497 805 29ः
पब्लिक ड्रिंकिंग 1503 1420 100ः
अवैध शराब 1489 1914 100ः
एन.डी.पी.एस एक्ट 68 56 98ः
आरम एक्ट 147 177 94ः
गैंबलिंग एक्ट 662 638 98ः
काॅव एक्ट 18 24 58ण्33ः
क्राईम ब्रांच की विशेष उपलब्धियां
फरीदाबाद पुलिस ने वर्ष 2017 में विभिन्न केसों में 52 गैंग पकडे है जिनसे 2 करोड़ 88 लाख 26 हजार 6 सौ रूपये बरामद किए है। जिनका विवरण इस प्रकार हैः-
1. लुटः- लुट के 04 गैंग पकडे जिनमें 19 आरोपियों को गिरफतार किया गया और उनसे 33 केस सुलझाए और 44 लाख 62 हजार 360 रूपये बरामद किए।
2. सामान्य चोरीः- सामान्य चोरी के 6 गैंग पकडे है जिनमें 14 आरोपी है जिनसे 52 केस सुलझाए गए है और 29 लाख 19 हजार 500 रू0 बरामद किए गए।
3. घर की चोरीः- 11 गैंग पकडे 36 आरोपी गिरफतार कर इनसे 44 केस सुलझाए गए है और 40 लाख 80 हजार 9 सौ रू0 बरामद किए गए है।
4. स्नैचिंगः- स्नैचिंग के 14 गैंग पकडे जिनमें 42 आरोपियों को गिरफतार करके 46 केस सुलझाए जिनसे 38 लाख 30 हजार 9 सौ रूप्ये बरामद किए।
5. वाहन चोरीः- वाहन चोरी के 16 गैंग पकडे जिनमें 36 आरोपियों को गिरफतार करके 110 केस सुलझाए जिनसे 1 करोड 34 लाख रूप्ये बरामद किए।
6. ट्रांसफार्मर चोरीः- एक गैग पकडा जिनमें 4 आरोपी थे जिनसे 5 केस सुलझाकर 13 लाख 3 हजार रूप्ये बरामद किए।
साल 2017 की उपलब्धियां
मैराथन का आयोजन
सुरक्षित और स्वच्छ फरीदाबाद का मैसेज देने और इस संबंध में जागरूकता लाने के लिए फरीदाबाद पुलिस ने मैराथन दौड़ का आयोजन किया। सेक्टर 12 खेल परिसर में आयोजित की गई इस मैराथन में 40 हजार से अधिक हर आयु वर्ग के शहरवासियों ने पुलिस की इस मुहिम में हिस्सा लिया।
पुलिस पब्लिक लाइब्रेरी
पुलिस और पब्लिक के बीच बेहतर तालमेल बनाए जाने के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए सेक्टर 30 स्थित पुलिस लाइन में पुलिस पब्लिक लाइब्रेरी की शुरूआत पिछले साल 5 जून को की गई। पुलिसकर्मियों, उनके परिवार के सदस्यों के साथ ही साथ आस - पास मौजूद सेक्टरों के लोग भी इसका पूरा लाभ ले रहे हैं।
कमेटि लाइजनिंग ग्रुप (सीएलजी)
वर्ष 2017 में शहर में लोगों से बेहतरीन तालमेल बनाने के लिए फरीदाबाद पुलिस ने सीएलजी की स्थापना हर थाने और चैकी में की। इस ग्रुप में आम जनता को शामिल किया गया। आने वाली शिकायतों का आपसी भाईचारे से समाधान हो सके, इसके लिए यह ग्रुप पुलिस की मदद करता है और सामाजिक तौर पर समस्या का समाधान कराए जाने के प्रयास किए जाते हैं। इसके साथ ही पुलिस आयुक्त ने थानों और चैकियों में जाकर ग्रुप के साथ मीटिंग की और क्षेत्र की समस्याओं के बारे में जाना, उनके समाधान के निर्देश दिए।
कंट्रोल रूम बनाया आधुनिक
फरीदाबाद पुलिस का कंट्रोल रूम आम नागरिक के लिए किसी भी प्रकार की सूचना देने का सबसे अच्छा माध्यम है, लेकिन लगातार यह नंबर व्यस्त रहता है, यह शिकायत और समस्या आने पर उसका समाधान किया गया। इसके लिए जरूरी सॉफ्टवेयर आईवीआरएस का इस्तेमाल साल 2017 में शुरू किया गया। इसके बाद यह समस्या दूर हो गई और दूसरा फायदा यह हुआ कि पहले जहां तकनीकी रूप से आने वाली अनावश्यक कॉल करीब 12 हजार तक आती हैं, वह अब घटकर करीब 250 रह गई हैं।
कंट्रोल रूम में वटसएप्प की सुविधाः-
वर्ष 2017 में पुलिस कंट्रोल रूम मे वटसएप्प नं0 9999150000 की शुरूआत की गई ताकि काॅलर/सूचना देने वाले व्यक्ति को समय पर पुलिस की मदद मिल सके। व्टसएप्प नं0 शुरू करने के बाद आम-जन को इसका काफी लाभ हुआ है। इसके द्वारा लोगो ने पुलिस से सीधा संपर्क साधा है। और पुलिस को क्राईम से संबंधित सूचना भी दी गई। जिसपर पुलिस ने तुरन्त प्रभाव से काम किया है। इससे पुलिस व पब्लिक के बीच की दुनिया कम हुई है। कोई भी आम-जन उपरोक्त दिए हुए व्टसएप्प नं0 पर शिकायत के अलावा का्रईम व क्रिमिनल से संबंधित सूचना भी पुलिस को दे सकता है।
एफ.आई.आर एप्प की शुर
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