Monday 21 August 2023

एआईसीटीई ने जियो इंस्टीट्यूट में एआई और डेटा साइंस पर फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम किया लॉन्च|

एआईसीटीई ने जियो इंस्टीट्यूट में एआई और डेटा साइंस पर फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम किया लॉन्च|

एआईसीटीई ने शिक्षकों को सशक्त बनाने के लिए जियो इंस्टिट्यूट के साथ किया सहयोग|

#विश्व गुरु का दर्जा बरकरार रखने के लिए भारत बदल रहा है: प्रोफेसर टी.जी. सीताराम|

नवी मुंबई, 21 अगस्त, 2023 

ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) को जियो इंस्टीट्यूट के सहयोग से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और डेटा साइंस(डीएस) पर केंद्रित अपने फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम की शुरुआत की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है। यह पहल एआईसीटीई की ATAL (एआईसीटीई ट्रेनिंग एंड लर्निंग) पहल के दायरे में आती है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम एक चयनित समूह के 40 फैकल्टी सदस्यों को एआईसीटीई द्वारा मंजूरित संस्थानों से एआई और डीएस पर कौशल और ज्ञान से सशक्त करेगा और उन्हें संपन्न बनाएगा।

अपने असाधारण एआई और डेटा साइंस कार्यक्रम के लिए मशहूर जियो इंस्टीट्यूट एक परिवर्तनकारी पांच दिवसीय प्रशिक्षण पहल की सुविधा प्रदान करेगा। अपने विश्व स्तरीय शिक्षकों का उपयोग करके संस्थान एआई और डेटा साइंस में व्यापक दृष्टिकोण प्रदान करेगा जहां इमर्सिव लर्निंग संदर्भों में एआई उपकरणों के नैतिक परिणामों पर तीव्र ध्यान दिया जाएगा।

इस परिवर्तनकारी पहल की शुरुआत 21 अगस्त, 2023 को  जियो इंस्टिट्यूट कैम्पस में आयोजित की गई। कार्यक्रम का उद्घाटन एआईसीटीई के चेयरमैन प्रो. टी.जी. सीताराम की उपस्थिति में किया गया। उन्होंने एक आकर्षक मुख्य भाषण दिया, जिसमें हमारे युग की तीव्र तकनीकी प्रगति और वैश्विक मंच पर एक शैक्षिक नेता के रूप में भारत की आगामी भूमिका पर प्रकाश डाला गया।

उन्होंने कहा, "इस अमृत काल में, भारत 'विश्व गुरु' का दर्जा बरकरार रखने और खुद को वैश्विक नेता के रूप में स्थापित करने के लिए अपनी शिक्षा प्रणाली में बदलाव कर रहा है। और इस परिवर्तनकारी यात्रा में, एआई जैसी नए जमाने की प्रौद्योगिकियां एक प्रमुख भूमिका निभाने जा रही हैं।"

प्रो. सीताराम ने पाठ्यक्रम में लचीलापन लाने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 की प्रशंसा करते हुए समय के अनुरूप ढलने के महत्व को भी महत्वपूर्ण बताते हुए टिप्पणी की। उन्होंने कहा, "एनईपी 2020 पाठ्यक्रम में काफ़ी लचीलापन लेकर आया है। पाठ्यक्रम की उन्नति तेजी से होनी चाहिए क्योंकि तकनीक तेजी से बदल रही है, उद्योगों की जरूरतें तेजी से बदल रही हैं और हमें उनकी जरूरतों को समझना होगा और शिक्षण व सीखने की प्रथाओं और पाठ्यक्रम में नए युग की शिक्षाओं को एकीकृत करना होगा।"

इसके अलावा, उन्होंने हमारे चारों ओर तेजी से हो रही तकनीकी प्रगति के साथ तालमेल बनाए रखने के लिए शिक्षकों को कुशल बनाने की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया।

आज की दुनिया में कार्यक्रम की प्रासंगिकता के बारे में बात करते हुए जियो इंस्टीट्यूट के प्रोवोस्ट डॉ. गुरुस्वामी रविचंद्रन ने कहा, "भारत विशेष रूप से प्रौद्योगिकी में वैश्विक प्रतिष्ठा के एक केंद्र के रूप में उभर रहा है। एआई और डेटा साइंस में कुशल लोगों की विश्वव्यापी मांग सभी क्षेत्रों में बढ़ रही है। युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए हमें शिक्षक भी चाहिए जो उभरती तकनीकों के ज्ञान से संपन्न हों, जिसे यह प्रोग्राम शिक्षक प्रतिभागियों को प्रदान करेगा।"

एआईसीटीई इस एआई कार्यक्रम के लिए जियो इंस्टीट्यूट के साथ साझेदारी करके प्रसन्न है| उसका मानना है कि इसमें भारत में शैक्षिक परिदृश्य को नया आकार देने की क्षमता है। एआईसीटीई आज की तेजी से विकसित हो रही दुनिया की गतिशील मांगों के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के अपने समर्पण पर दृढ़ है।

एआईसीटीई के बारे में:

ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) पूरे भारत में तकनीकी शिक्षा के विनियमन और विकास के लिए जिम्मेदार उच्चतम निकाय है। एआईसीटीई की पहल में तकनीकी शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने और क्षेत्र में नवाचार को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से कार्यक्रमों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है।

Wednesday 16 August 2023

फरीहा ने नेशनल स्कूल गेम्स की एयर राइफल प्रतियोगिता में जीता ब्रॉन्ज

फरीहा ने नेशनल स्कूल गेम्स की एयर राइफल प्रतियोगिता में जीता ब्रॉन्ज

नई दिल्ली। 66वें नेशनल स्कूल गेम्स के तहत दिल्ली में आयोजित ओपन साइट एयर राइफल प्रतियोगिता में फरीहा फलक ने ब्रॉन्ज मेडल पर निशाना साधा। उन्होंने यह पदक व्यक्तिगत श्रेणी में 344 अंक हासिल कर जीता। नेशनल स्कूल खेलों का आयोजन स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया की ओर से किया गया था।
14 वर्षीय फरीहा अपने पिता फलक शेर आलम और मां आयशा फलक के साथ कनॉट प्लेस में रहती हैं। उनके पिता ने बताया कि फरीहा का यह पहला नेशनल स्तर का पदक है। वह वर्तमान में 9वीं कक्षा में पढ़ती हैं। उनका सपना है कि वह शूटिंग में देश का परचम विश्व भर में फहरा सकें।

Sunday 13 August 2023

फेडरेशन ऑफ इंडियन पब्लिशर्स  ने जस्टिस प्रतिभा सिंह को आईपीसी-2023 में लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से किया सम्मानित

फेडरेशन ऑफ इंडियन पब्लिशर्स ने जस्टिस प्रतिभा सिंह को आईपीसी-2023 में लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से किया सम्मानित

नई दिल्ली, 12 अगस्त, फेडरेशन ऑफ इंडियन पब्लिशर्स (एफआईपी) ने 11 और 12 अगस्त को नई दिल्ली में "इंडिया@2047: राष्ट्र निर्माण में प्रकाशन की भूमिका" थीम के साथ बहुप्रतीक्षित इंडियन पब्लिशर्स कॉन्फ्रेंस-2023 की मेजबानी कर ऐतिहासिक मील का पत्थर प्राप्त किया । 

फेडरेशन ऑफ इंडियन पब्लिशर्स ने जस्टिस प्रतिभा सिंह को उनके  योगदान के लिए 'लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड ' से सम्मानित किया। यह प्रतिष्ठित सम्मान उनके निरंतर न्याय और साहित्य में की गई मेहनत की महत्वपूर्ण पहचान है, जो निष्पक्ष, जागरूक और न्यायसंगत समाज की ओर ले जाने वाले मार्ग पर एक प्रकाश  डालता है। जस्टिस प्रतिभा सिंह को यह प्रतिष्ठित लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड ,  फेडरेशन ऑफ इंडियन पब्लिशर्स के एमेरिटस प्रेजीडेंट श्री असोक के. घोष  द्वारा प्रदान किया गया। 

सम्मान पत्र में लिखा है, " उत्कृष्ट न्यायिक और बौद्धिक संपदा अधिकारों की चैंपियन होने के लिए लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया जाता है। कानून और साहित्य के दोहरे क्षेत्रों के लिए जस्टिस सिंह के अटूट समर्पण और अद्वितीय सेवा को स्वीकार करते हुए यह गहरा महत्व रखता है।" 

इस महत्वपूर्ण अवसर पर विशेष अतिथि और मुख्य वक्ता के रूप में आदरणीय जस्टिस प्रतिभा सिंह जी उपस्थित थीं। जो न्यायिक क्षेत्र और साहित्य की दुनिया में अपने असाधारण योगदान के लिए एक प्रसिद्ध हस्ती हैं। उन्होंने अपने भाषण में जस्टिस सिंह ने कानून, साहित्य और विश्व मंच पर भारत की आकांक्षाओं की प्राप्ति के बीच सहयोगी  रिश्ते पर प्रकाश डाला। 

न्याय के इतिहास में जस्टिस प्रथिबा सिंह की यात्रा की विशेषता सिद्धांतों के प्रति अटल समर्पण, सत्यनिष्ठा और कानून के शासन की पवित्रता को बनाए रखने के लिए अदम्य भावना से समर्पित है। उनके शानदार कानूनी कौशल और दृढ़ समर्पण ने भारतीय न्यायिक प्रणाली पर एक  छाप छोड़ी है और प्रेरणा की मिशाल के रूप मे  कार्य कर रही है। 

फेडरेशन ऑफ इंडियन पब्लिशर्स के एमेरिटस  प्रेजीडेंट श्री असोक के. घोष ने अवार्ड प्रदान करते हुए कहा, "हम दिल्ली हाईकोर्ट की माननीय जस्टिस प्रथिबा एम सिंह को बौद्धिक संपदा अधिकारों में उनकी अपार विशेषज्ञता के लिए यह लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड प्रदान कर रहे हैं और यह बड़े गर्व की बात है की मैडम ने यह सम्मान को स्वीकारा हैं ।
मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर 21 C में मीडिया शाला एक्सप्रेस कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।

मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर 21 C में मीडिया शाला एक्सप्रेस कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।

फरीदाबाद : मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल, सेक्टर 21C ने आज अपने विद्यार्थियों के लिए एक नये विभाग का उद्घाटन किया - मीडिया शाला! कार्यक्रम के मुख्य अतिथि समाचार पत्र 'द हिंदू' के वरिष्ठ एडिटर श्री वी. वी. कृष्णन थे। उन्होंने विद्यार्थियों के साथ अपने समृद्ध अनुभव साझा किए और उन्हें निरंतर अग्रसर रहने के लिए प्रेरित किया!
 विद्यालय की मीडिया शाला में कक्षा छ्ठी, सातवीं और आठवीं के विद्यार्थी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग कर फ़ोटोग्राफ़ी कर सकेंगे। इन कैमरों के द्वारा विद्यार्थी किसी प्रशिक्षित फ़ोटोग्राफ़र की तरह सरलता और सहजता से कैमरे का इस्तेमाल करेंगे।
इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्या जी, श्रीमती सीमा अनीस ने प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को शुभकामनाएँ देते हुए अपने कौशल को और निखारने के लिए प्रोत्साहित  किया।

Sunday 30 July 2023

सीटी कैल्शियम स्कोरिंग और सीटी एंजियोग्राफी द्वारा बीमारी का शीघ्र पता लगाना दिल के दौरे के कारण होने वाली अचानक मौतों को रोकने की कुंजी है। डॉ एस एस बंसल

सीटी कैल्शियम स्कोरिंग और सीटी एंजियोग्राफी द्वारा बीमारी का शीघ्र पता लगाना दिल के दौरे के कारण होने वाली अचानक मौतों को रोकने की कुंजी है। डॉ एस एस बंसल

फरीदाबाद : आईएमए फरीदाबाद और एसएसबी हार्ट एन्ड मल्टिस्पेस्लिटी  हॉस्पिटल के सौजन्य से एक मेडिकल संगोष्ठी का आयोजन फरीदाबाद नीलम बाटा रोड स्थित  होटल डिलाइट में देर शाम शनिवार को किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता आईएमए फरीदाबाद के प्रेसिडेंट डॉ दिनेश गुप्ता ने की । मंच संचालन वाईस प्रेसिडेंट डॉ अनिल डुडेजा और डॉ कामना बक्शी ने किया। इस मौके पर आईएमए हरियाणा के संरक्षक डॉ नरेश जिंदल और डॉ अनिल गोयल वशिष्ठ अतिथि के रूप में मौजूद रहे। इस संगोष्ठी में जानेमाने हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ एस एस बंसल एवं  न्यूरोसर्जन डॉ भूपेंदर फौजदार मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद थे ।

इस अवसर पर डॉ एस एस बंसल ने लोगो में दिल के दौरे की रोकधाम एवं उपचार के बारे में विस्तार से डॉक्टरों को  जानकारी दी। उन्होंने बताया की दिल के दौरे के कारण बढ़ती अचानक मौतों को रोकने के लिए हृदय रोग का शीघ्र पता लगाना अतिआवश्यक है। उन्होंने आईएमए सदस्यों को बताया कि लगभग 20% से 25% रोगियों में, अचानक मृत्यु दिल के दौरे की पहली कड़ी है। इनमे से  50% लोग दिल का दौरा पड़ने के 1 घंटे के भीतर मर जाते हैं। उन्होंने बताया की दिल का दौरा 50% ब्लॉक के साथ भी हो सकता है  उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जब तक हृदय धमनियों में ब्लॉक 70% से अधिक नहीं हो जाते, तब तक बीमारी आपके शरीर में चुपचाप मौजूद रहती है। और टीएमटी, स्ट्रेस इको, थैलियम और पीईटी सीटी आदि जैसे नियमित परीक्षण हृदय धमनियों में इन ब्लॉकों का पता नहीं लगा पाते । सीटी कैल्शियम स्कोरिंग सभी वयस्क व्यक्तियों में हृदय की रुकावट का पता लगाने के लिए एक सरल और महत्वपूर्ण परीक्षण है। उन्होंने कहा कि सीटी कैल्शियम स्कोरिंग और सीटी एंजियोग्राफी द्वारा बीमारी का शीघ्र पता लगाना दिल के दौरे के कारण होने वाली अचानक मौतों को रोकने की कुंजी है।

दूसरे वक्ता के रूप में मौजूद रहे डॉ. भूपेन्द्र फौजदार ने बताया की ब्रेन की कॉम्प्लेक्स सर्जरी आजकल  मिनिमली इनवेसिव और डायग्नोस्टिक विधि से की जा सकती और इसके परिणाम बहुत ही बेहतर है। उन्होने  बताया  कि एडवांस्ड टेक्नोलॉजी के  उपयोग से स्पाइन सर्जरी आजकल डे केयर में ही की जा रही है। और किसी भी व्यक्ति को सेम डे ही डिस्चार्ज भी क्या जा सकता है  मरीज अपनी रूटीन लाइफ़ जल्दी ही शुरू कर सकता है

इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ अश्वनी वधावन ,डॉ सीमा बंसल , डॉ दीपा गुप्ता ,डॉ कमल अग्रवाल ,डॉ सिद्धांत बंसल  ,डॉ अरविन्द लोहान ,डॉ प्रताप सिंह कँवर ,डॉ राजेश जेटली ,डॉ राजीव जैन ,डॉ कामना बक्शी, डॉ रेनू वधावन , डॉ अनु गुलियानी, डॉ सुनील  भूटानी, डॉ के के जिंदल, डॉ एस सी जैन , डॉ विकास अटवाल ,डॉ प्रदीप बंसल , डॉ सुभाष ललित ,डॉ मीनाक्षी कँवर, डॉ सोनिया अग्रवाल , डॉ अंकुर शर्मा
डॉ विशाल सोनी आदि डॉक्टर उपस्थित रहे

Tuesday 25 July 2023

जे.सी. बोस विश्वविद्यालय और एनसीबी के बीच समझौता

जे.सी. बोस विश्वविद्यालय और एनसीबी के बीच समझौता

फरीदाबाद, 265 जुलाई - विज्ञान एवं इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अनुसंधान को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद और राष्ट्रीय सीमेंट और भवन निर्माण सामग्री परिषद (एनसीबी), बल्लभगढ़ के बीच समझौता किया गया है। यह समझौता सिविल इंजीनियरिंग और संबद्ध विषयों में सहयोगात्मक अनुसंधान और विकास गतिविधियों के संचालन को सुविधाजनक बनायेगा। 


समझौते पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. सुनील कुमार गर्ग और एनसीबी के महानिदेशक डॉ. एल.पी. सिंह ने कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर निदेशक (आरएंडडी) प्रो. नरेश चौहान, डीन एफईटी प्रो. राजकुमार, डीन (अकादमिक) प्रो. आशुतोष दीक्षित, सिविल इंजीनियरिंग की विभागाध्यक्ष (प्रभारी) डॉ. रजनी सग्गू और एनसीबी के प्रतिनिधि श्री कपिल कुकरेजा और श्री अंकुर मित्तल, तथा सिविल इंजीनियरिंग विभाग के संकाय सदस्य भी उपस्थित थे।

समझौते का उद्देश्य विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए इंजीनियरिंग और विज्ञान के क्षेत्र में इंटर्नशिप और प्रशिक्षण के अवसरों को सुविधाजनक बनाना है। इसके अलावा, यह दोनों संस्थानों के बीच प्रयोगशाला संसाधनों, संयुक्त सेमिनारों, कार्यशालाओं और राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सम्मेलनों के माध्यम से आदान-प्रदान को प्रोत्साहित करेगा, जिससे शिक्षा और उद्योग विशेषज्ञों के बीच परस्पर ज्ञान साझाकरण और नेटवर्किंग को बढ़ावा मिलता है।

कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर ने साझेदारी पर प्रसन्नता व्यक्त की तथा समझौते को अनुसंधान-उन्मुख लक्ष्यों के साथ सम्बद्ध करने की आवश्यकता पर बल दिया। सिविल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में विकास की अपार संभावनाओं पर बोलते हुए प्रो. तोमर कहा कि एनसीबी के साथ सहभागिता सिविल इंजीनियरिंग और संबद्ध क्षेत्रों में अनुसंधान को प्रेरित करेगी। प्रो. तोमर ने सहयोगात्मक अनुसंधान परियोजनाओं के माध्यम से प्रतिष्ठित फंडिंग एजेंसियों से अनुसंधान अनुदान हासिल करने की क्षमता पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि अत्याधुनिक अनुसंधान तथा नवाचारों को आगे बढ़ाने में वित्त पोषण की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसलिए, दोनों संस्थाएं मिलकर अवसरों का लाभ उठाने की दिशा में काम कर सकती है।

एनसीबी के महानिदेशक डॉ. एल.पी. सिंह ने विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए सहयोग की पेशकश करते हुए कहा कि इस साझेदारी से विश्वविद्यालय के छात्रों को एनसीबी की अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं में काम करने का अवसर मिलेगा। व्यावहारिक अनुभवों से छात्रों को अपने भविष्य के करियर के लिए कौशल हासिल करने में मदद मिलेगी। 

प्रो. सुशील कुमार तोमर और डॉ. एल.पी. सिंह ने दोनों पड़ोसी संस्थानों के बीच भौगोलिक लाभ को स्वीकार किया, जो दोनों संस्थानों के लिए संसाधनों, ज्ञान और विशेषज्ञता के आदान-प्रदान को बढ़ावा देता है। उन्होंने औद्योगिक प्रासंगिकता के साथ संयुक्त अनुसंधान एवं विकास और नवाचार परियोजनाओं के महत्व पर प्रकाश डाला, जिन्हें फंडिंग एजेंसियों द्वारा साझेदारी में वित्त पोषित किया जा सकता है। डॉ. एल.पी. सिंह ने विश्वविद्यालय के छात्रों को एनसीबी में उपलब्ध अत्याधुनिक अनुसंधान सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि यह छात्रों को उन्नत अनुसंधान करने और सिविल इंजीनियरिंग क्षेत्र के समग्र विकास में योगदान करने के लिए सशक्त बनाएगा।
 स्वर्ण पदक विजेता लोकेश राजपूत कों उनके गांव लढोली  में सम्मानित करने पहुंचे पूर्व उद्योग मंत्री विपुल गोयल

स्वर्ण पदक विजेता लोकेश राजपूत कों उनके गांव लढोली में सम्मानित करने पहुंचे पूर्व उद्योग मंत्री विपुल गोयल

फरीदाबाद एक जुलाई को स्लोवेनिया (यूरोप) में वर्ल्ड एथलेटिक फेडरेशन द्वारा आयोजित की गयी मिस्टर वर्ल्ड चैंपियनशिप में फरीदाबाद के लढोली गांव के लोकेश राजपूत ने गोल्ड मेडल जीत कर हरियाणा का ही नहीं बल्कि पूरे देश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन करने का काम किया है। 


इस मोके पर बधाई देने पहुंचे पूर्व उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने स्वर्ण पदक विजेता लोकेश को शाल ओढ़ाकर और मोमेंटो देकर सम्मानित किया और कहा की फरीदाबाद और प्रदेश के लिए बड़ी ख़ुशी और गर्व की बात हैं की विदेशो में हमारे फरीदाबाद का डंका बज रहा हैं और युवा अलग अलग खेलो में स्वर्ण पदक ला रहे हैं जिससे प्रदेश के हर व्यक्ति कों गर्व है, अभी हाल ही के महीने में इंटरनेशनल शूटिंग स्पोर्ट फ़ेडरेशन द्वारा कोरिया में आयोजित जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में फरीदाबाद के शुभम बिसला ने भी शूटिंग प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता था जिसको भी पूर्व मंत्री ने गांव में जाकर सम्मानित किया था।

यूरोप (स्लोवेनिया) से लौटने के बाद से ही लोकेश राजपूत के पैतृक गांव  में बधाई देने वालो का ताँता लगा हुआ है। आज पूर्व मंत्री विपुल गोयल के बधाई देने पहुँचने पर आसपास के गांव के कई पूर्व सरपंच भी मोके पर मौजूद रहे। पूर्व मंत्री ने इस मोके पर लोकेश की माता कमलेश देवी को बधाई दी और कहा की लोकेश की सफलता का श्रेय कमलेश देवी तथा उनके पिता वेदपाल थानेदार को जाता हैं ।

पूर्व मंत्री ने कहा की लोकेश की इस उपलब्धि से अन्य युवाओं को भी प्रेरणा मिलेगी और वह भी अपनी मेहनत और काबलियत के बल पर जिले व प्रदेश का नाम शिखर पर पहुंचाने का काम करेंगे। विपुल गोयल ने लोकेश राजपूत को भविष्य में उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वह आगे भी इसी प्रकार अपनी प्रतिभा के बल पर और मेडल जीते और देश का नाम इसी प्रकार गौरवान्वित करते रहे। इससे पहले लहडोली गांव में पहुँचने पर ग्रामीणों ने पूर्व मंत्री का फूल मालाओं के साथ साथ पगड़ी बाँधकर स्वागत किया। सभी ग्रामीणों के चेहरे पर ख़ुशी के भाव थे।

इस मोके पर मुख्य रूप से पूर्व सरपंच बद्री, पूर्व सरपंच सुभाष, पूर्व सरपंच सतपाकाश उर्फ़ ढल्लू, पूर्व सरपंच शाहपुर डॉक्टर जगदीश गोयल, पूर्व सरपंच हरिओम, रमेश पूर्व सरपंच, बीर सिंह, राजबीर, रत्न सिंह, वीरेंदर सिंह, रणवीर भगत, योगेश गर्ग व अन्य काफ़ी गणमान्य लोग उपस्थित थे।

Monday 24 July 2023

 हरियाणा स्टेट फिनस्विंमिंग चैंपियनशिप की भव्य आयोजन

हरियाणा स्टेट फिनस्विंमिंग चैंपियनशिप की भव्य आयोजन

फरीदाबाद :  मॉडर्न स्कूल सेक्टर 17 में अंडरवाटर स्पोर्ट्स एसोसिएशन ऑफ़ हरियाणा द्वारा तृतीय हरियाणा स्टेट फिनस्विंमिंग चैंपियनशिप की भव्य आयोजन  किया गया जिसमे फरीदाबाद जिले के एवं हरियाणा के अन्य जिलों के स्कूलों से और अन्य जगहों से भी फिनस्विमर इस राज्य स्तरीय  के  प्रतियोगिता में भाग लेंगे।  इस प्रतियोगिता की पंजीकरण शुल्क 300 रूपये रखी गई है रजिस्ट्रेशन फीस यह दो दिवसीय प्रतियोगिता 23  एवं 24  जुलाई 2023 सुबह 9:00 बजे से मॉडर्न स्कूल सेक्टर 17 फरीदाबाद में  प्रारम्भ होगी।

इसी विषय पर विस्तृत जानकारी देते हुए अंडर वाटर स्पोर्टस एसोसिएशन ऑफ हरियाणा के महा सचिब ने बताया कि  लगभग 200 फिन स्विमर इस 3rd हरियाणा राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेंगे। अंडर वाटर स्पोर्टस एसोसिएशन ऑफ हरियाणा के अध्यक्ष श्री दीप भाटिया जी ने बताया कि मॉडर्न स्कूल सेक्टर 17 फरीदाबाद के परिसर में आयोजन किया जाएगा । सभी फिनस्विमर और अभिभावक को इस राज्य स्तरीय फिनस्विमिंग  प्रतियोगिता में उपस्थित होने के लिए सदर आमंत्रित किया है। 




 मॉडर्न स्कूल सेक्टर 17 पर आयोजित : - 


इस चैम्पियनशिप में  हरियाणा के विभिन्न जिलों से फिनस्वीमर्स हिस्सा लगे । फिन्सविमर्स ने विभिन्न श्रेणियों में शीर्ष स्थान हासिल किए और बहुत से खिताबों को जीत लिया। इस प्रतियोगिता मैं अजय गौड़ जी मुख्य अतिथि के रुप मे मजूद रहे। मनमोहन गुप्ता जी प्रधान जिला तैराकी संघ के अध्यक्ष ,अनिल खत्री वाइस प्रेसिडेंट, तैराकी फेडरेशन ऑफ इंडिया। अंडर वाटर स्पोर्टस एसोसिएशन ऑफ इंडिया के ऑब्जर्वर रूप में आर के सिंह, राम रावत जी, अनिल दीप महल,रेहान सिद्धीकी, देबू राणा जी विशेष रूप से मजुद रहे। यह रोमांचक जलीय खेल के प्रतिभागियों की असीम ताक़त से आयोजित हुआ। मॉडर्न स्कूल में दो दिन का फिनस्विंमिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमे सारे हरियाणा राज्य के विभिन्न वर्गों के  फिन स्विमर  ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। तकनीनी अधिकारी के तौर पर  सिरसा से गुगुन जी, वीरेन्द्र, राम भटेरी, सुषमा, आशीष पल जी, विकास जी एवं अन्य प्रशिसको ने अपना पूरा सहयोग दिया। प्रतियोगिता के पहले दिन में 400 मीटर पुरुष (1999 -2005 ) में केशव (फरीदाबाद)ने प्रथम स्थान ,हिमांशु (बल्लबगढ़) ने दूसरा स्थान और आशीष (सोनीपत ) ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। इसी में महिलाओ में दिव्या महाजन (फरीदाबाद) ने प्रथम स्थान,इशिका (सोनीपत) ने दूसरा स्थान और संजना (सिरसा) ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। 400 मीटर पुरुष (2008 -2009 ) में  ईशान (झज्जर )से प्रथम, सम्राट (झज्जर) से दूसरा और  उदित (फरीदाबाद) से तीसरा स्थान प्राप्त किया। इसी में महिलाओ में इदरीस (पलवल) से प्रथम, निशिका (सोनीपत) से दूसरा स्थान , रिया (सिरसा) से तीसरा स्थान प्राप्त किया। 400 मीटर पुरुष (2010 -2011) में गौरव (झज्जर )से प्रथम, सुमित (झज्जर) से दूसरा और तरुण  (सोनीपत) से तीसरा स्थान प्राप्त किया। इसी में महिलाओ में निहति (पलवल) से प्रथम, हर्षिका (पलवल ) से दूसरा स्थान , इशिता  (झज्जर ) से तीसरा स्थान प्राप्त किया।
100 मीटर पुरुष (1999 -2005) में प्रियांशु  (फरीदाबाद ) से प्रथम, तनिष्क  (झज्जर) से दूसरा और कुनाल (सोनीपत) से तीसरा स्थान प्राप्त किया। इसी में महिलाओ में दिव्या महाजन  (फरीदाबाद ) से प्रथम, इशिका (सोनीपत ) से दूसरा स्थान , आस्था (सिरसा ) से तीसरा स्थान प्राप्त किया।  
100 मीटर पुरुष (2006 -2007  ) में जय आदित्या  (फरीदाबाद ) से प्रथम, तनमय (फरीदाबाद ) से दूसरा और प्रियांशु (फरीदाबाद) से तीसरा स्थान प्राप्त किया। इसी में महिलाओ में पूर्णिमा (फरीदाबाद ) से प्रथम, ऐना (सिरसा ) से दूसरा स्थान , निशा (सिरसा ) से तीसरा स्थान प्राप्त किया।  
100 मीटर पुरुष (2008 -2009  ) में इशांत  (झज्जर ) से प्रथम, उदित (फरीदाबाद ) से दूसरा और भुमित (फरीदाबाद) से तीसरा स्थान प्राप्त किया। इसी में महिलाओ में इदरीस  (पलवल ) से प्रथम, निशिका  (झज्जर ) से दूसरा स्थान , वंशिका  (बहादुरगढ़ ) से तीसरा स्थान प्राप्त किया।  
100 मीटर पुरुष (2010 -2011) में तरुण (सोनीपत ) से प्रथम, प्रिंस (सोनीपत ) से दूसरा और शुभम  (सोनीपत) से तीसरा स्थान प्राप्त किया। इसी में महिलाओ में निहति  (पलवल) से प्रथम, हर्षिका  (पलवल) से दूसरा स्थान , इशिका (झज्जर) से तीसरा स्थान प्राप्त किया।  
100 मीटर पुरुष (2012) में देवांश (पलवल ) से प्रथम, अरहंत (सोनीपत ) से दूसरा और अकालबीर (फरीदाबाद) से तीसरा स्थान प्राप्त किया। इसी में महिलाओ में प्रांजल (बहादुरगढ़)) से प्रथम, यतिका  (फरीदाबाद ) से दूसरा स्थान , प्रियांशी (सिरसा ) तीसरा स्थान प्राप्त किया।
श्री दीप भाटिया जी प्रेसिडेंट अंडर वाटर स्पोर्टस एसोसिएशन ऑफ हरियाणा ओ महा सचिव श्री ए के पंडित जी ने बताया कल सुबह 8:00 बजे इवेंट सुरू होगी। मॉडर्न स्कूल के प्रिंसिपल नीलिमा जैन जी के विशेष रूप से धन्यवाद किया I 

Wednesday 3 May 2023

भारतीय खाद्य निगम फोर्टिफिकेशन पहल के कार्यान्वयन की प्रगति की समीक्षा के लिए एक बैठक आयोजित l

भारतीय खाद्य निगम फोर्टिफिकेशन पहल के कार्यान्वयन की प्रगति की समीक्षा के लिए एक बैठक आयोजित l

हमारे माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने 75 वें स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त 2021) को कुपोषण के कारण एनीमिया की गंभीर समस्या से निपटने के महत्वाकांक्षी प्रयास में 2024 तक सभी सामाजिक सुरक्षा में चावल के फोर्टिफिकेशन को अनिवार्य करने के लिए घोषणा की ।

15 मार्च 2023 को द्वितीय चरण की समीक्षा के लिए माननीय सचिव, डीएफपीडी, भारत सरकार की अध्यक्षता में भारतीय खाद्य निगम, एफएसएसएआई, एनआईसी, विकास भागीदारों और डीएफपीडी के अन्य अधिकारियों के साथ चावल फोर्टिफिकेशन पहल के कार्यान्वयन की प्रगति की समीक्षा के लिए एक बैठक आयोजित की गई।

भारतीय खाद्य निगम, क्षेत्रीय कार्यालय, पंचकुला द्वारा दिनांक 27.04.2023 को श्री देविंदर सिंह, उप महाप्रबंधक (गु.नि), भारतीय खाद्य निगम, क्षेत्रीय कार्यालय, पंचकुला  की अध्यक्षता में "चावल के फोर्टिफिकेशन और क्यूए/क्यूसी प्रोटोकॉल" पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया था, जिसमें एफआरके निर्माता/आपूर्तिकर्ता/चावल मिलर्स/राज्य एजेंसी के प्रतिनिधि शामिल थे। श्री तारा सिंह, मंडल प्रबंधक, और श्री धर्मराज पासवान, सहायक महाप्रबंधक (गु.नि), भारतीय खाद्य निगम फरीदाबाद ने भी इस कार्यशाला मे भाग लिया जिसका मुख्य उद्देश्य संबंधित राज्य सरकार और डब्ल्यू एफ पी(WFP) जैसे विकासशील साझेदार के सहयोग से एफआरके निर्माताओं को संवेदनशील बनाना था। 
उप महाप्रबंधक (गु.नि) ने बताया कि खरीफ वर्ष 22-23 के दौरान, भारतीय खाद्य निगम हरियाणा क्षेत्र ने 26.04.2023 तक लगभग 25.36 लाख मीट्रिक टन फोर्टिफाइड चावल की खरीद की है।

कार्यशाला के दौरान सुश्री मिल्ली असरानी, खाद्य प्रौद्योगिकीविद्, सुश्री प्रेपसा सैनी, वरिष्ठ कार्यक्रम सहयोगी डब्ल्यूएफपी और डॉ. लविका सिंह, वैज्ञानिक, एफएंडडी, ने  फोर्टिफाइड चावल की वांछित गुणवत्ता का उत्पादन करने के लिए बीआईएस एफआर के मशीनरी के साथ उचित सम्मिश्रण की विभिन्न गुणवत्ता पहलुओं पर गहन अंतर्दृष्टि विकसित करने के लिए मूल्यवान सत्र दिया। एफआरके/फोर्टिफाइड चावल के विभिन्न गुणात्मक पहलुओं में सुधार के लिए एफएसएसएआई द्वारा अनुमोदित एनएबीएल मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं से प्रीमिक्स/एफआरके परीक्षण के साथ-साथ फोर्टिफाइड चावल परीक्षण पर जोर दिया गया।

इसके अलावा, एफआरके निर्माताओं, आपूर्तिकर्ताओं और राइस मिलर्स के साथ एक संवादात्मक सत्र आयोजित किया गया और संबंधितों द्वारा उनके सभी प्रश्नों का समाधान किया गया।

भारत सरकार के गुणवत्ता संबंधी मानदंडों के अनुसार एफआरके उत्पादन के लिए काम करने के लिए यह कार्यशाला एफआरके निर्माताओं के लिए बहुत मददगार साबित होगी।

Wednesday 22 March 2023

अग्रवाल महाविद्यालय बल्लभगढ़ में नि:शुल्क थैलेसीमिया केरियर जांच व जागरूकता शिविर का आयोजन

अग्रवाल महाविद्यालय बल्लभगढ़ में नि:शुल्क थैलेसीमिया केरियर जांच व जागरूकता शिविर का आयोजन

 FARIDABAD : अग्रवाल महाविद्यालय बल्लभगढ़ में नि:शुल्क थैलेसीमिया केरियर जांच व जागरूकता शिविर का आयोजन दिनांक 21 मार्च 2023 को अग्रवाल महाविद्यालय के प्रागंण में महाविद्यालय की यूथ रैड क्रॉस इकाइयों के द्वारा थैलासैमिक्स इंडिया दिल्ली इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी केंद्रीय शाखा नई दिल्ली व फाउंडेशन अगेंस्ट थैलीसैमिया, शिवलिक सी एस आर फ़ाउंडेशन के सहयोग से नि:शुल्क थैलेसीमिया केरियर जांच शिविर का आयोजन किया गया l इसी टेस्ट से ही थेलासिमिया जैसी घातक बीमारी को भारत वर्ष  को थेलासिमिया मुक्त किया जा सकता है । महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. कृष्ण कांत जी का इस तरह के शिविरों के आयोजन की पीछे जो उद्देश्य है व सभी को स्वस्थ रखना है क्योंकि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है और स्वस्थ विद्यार्थी ही स्वस्थ भारत के निर्माण में अपनी भागीदारी दे सकते हैं l फाउंडेशन अगेंस्ट थैलेसीमिया के जनरल सेक्रेटरी श्री रविंद्र डुडेजा जी ने सभी को बताया कि अगर थैलेसीमिया कैरियर पुरुष की शादी थैलेसीमिया कैरियर महिला से हो जाए तो उनके बच्चे के थैलेसीमिया ग्रसित होने की संभावना बहुत अधिक होती हैं इसलिए ये शिविर मानव कल्याण के लिए एक वरदान साबित होगा l  

उन्होंने बताया की थैलेसीमिया ग्रसित बच्चों को हर 15 से 20 दिनों में खून चढ़ाया जाता है और अब से पहले जागरूकता के अभाव के कारण ऐसे बच्चों की 10 से 12 वर्ष की उम्र में ही मृत्यु हो जाती थी l परन्तु आज थेलासिमिया ग्रस्त बच्चे एक साधारण जीवन जी रहे है जिसके लिए समय पर रक्त का मिलना व सूचित दवाइयों का मिलना । थैलेसीमिया की जांच व जागरूकता ही ऐसे बच्चों के जन्म को रोकने में मदद करती है l  शिविर के आयोजन में फाऊंडेशन अगेंस्ट थैलेसीमिया के प्रधान श्री हरीश रतरा, मेंबर श्री जे.के. भाटिया व कोषाध्यक्ष श्री नीरज कुकरेजा जी का भी सहयोग रहा l शिविर में विशेष सहयोग करने वाले स्वयंसेवकों को शिवालिक सी एस आर फाऊंडेशन के द्वारा टी-शर्ट वितरित की गईं l गौरतलब है कि शिविर में 153 विद्यार्थियों ने जांच कराई l शिविर का आयोजन प्राचार्य जी की सद्प्रेरणा से हुआ व इसमें महाविद्यालय के यूथ रैड क्रॉस कोऑर्डिनेटर डॉ. जयपाल सिंह, काउंसलर श्रीमती पूजा,  श्री सुभाष कैलोरिया व श्री लवकेश की विशेष भूमिका रही l