Wednesday 3 May 2023

भारतीय खाद्य निगम फोर्टिफिकेशन पहल के कार्यान्वयन की प्रगति की समीक्षा के लिए एक बैठक आयोजित l


हमारे माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने 75 वें स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त 2021) को कुपोषण के कारण एनीमिया की गंभीर समस्या से निपटने के महत्वाकांक्षी प्रयास में 2024 तक सभी सामाजिक सुरक्षा में चावल के फोर्टिफिकेशन को अनिवार्य करने के लिए घोषणा की ।

15 मार्च 2023 को द्वितीय चरण की समीक्षा के लिए माननीय सचिव, डीएफपीडी, भारत सरकार की अध्यक्षता में भारतीय खाद्य निगम, एफएसएसएआई, एनआईसी, विकास भागीदारों और डीएफपीडी के अन्य अधिकारियों के साथ चावल फोर्टिफिकेशन पहल के कार्यान्वयन की प्रगति की समीक्षा के लिए एक बैठक आयोजित की गई।

भारतीय खाद्य निगम, क्षेत्रीय कार्यालय, पंचकुला द्वारा दिनांक 27.04.2023 को श्री देविंदर सिंह, उप महाप्रबंधक (गु.नि), भारतीय खाद्य निगम, क्षेत्रीय कार्यालय, पंचकुला  की अध्यक्षता में "चावल के फोर्टिफिकेशन और क्यूए/क्यूसी प्रोटोकॉल" पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया था, जिसमें एफआरके निर्माता/आपूर्तिकर्ता/चावल मिलर्स/राज्य एजेंसी के प्रतिनिधि शामिल थे। श्री तारा सिंह, मंडल प्रबंधक, और श्री धर्मराज पासवान, सहायक महाप्रबंधक (गु.नि), भारतीय खाद्य निगम फरीदाबाद ने भी इस कार्यशाला मे भाग लिया जिसका मुख्य उद्देश्य संबंधित राज्य सरकार और डब्ल्यू एफ पी(WFP) जैसे विकासशील साझेदार के सहयोग से एफआरके निर्माताओं को संवेदनशील बनाना था। 
उप महाप्रबंधक (गु.नि) ने बताया कि खरीफ वर्ष 22-23 के दौरान, भारतीय खाद्य निगम हरियाणा क्षेत्र ने 26.04.2023 तक लगभग 25.36 लाख मीट्रिक टन फोर्टिफाइड चावल की खरीद की है।

कार्यशाला के दौरान सुश्री मिल्ली असरानी, खाद्य प्रौद्योगिकीविद्, सुश्री प्रेपसा सैनी, वरिष्ठ कार्यक्रम सहयोगी डब्ल्यूएफपी और डॉ. लविका सिंह, वैज्ञानिक, एफएंडडी, ने  फोर्टिफाइड चावल की वांछित गुणवत्ता का उत्पादन करने के लिए बीआईएस एफआर के मशीनरी के साथ उचित सम्मिश्रण की विभिन्न गुणवत्ता पहलुओं पर गहन अंतर्दृष्टि विकसित करने के लिए मूल्यवान सत्र दिया। एफआरके/फोर्टिफाइड चावल के विभिन्न गुणात्मक पहलुओं में सुधार के लिए एफएसएसएआई द्वारा अनुमोदित एनएबीएल मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं से प्रीमिक्स/एफआरके परीक्षण के साथ-साथ फोर्टिफाइड चावल परीक्षण पर जोर दिया गया।

इसके अलावा, एफआरके निर्माताओं, आपूर्तिकर्ताओं और राइस मिलर्स के साथ एक संवादात्मक सत्र आयोजित किया गया और संबंधितों द्वारा उनके सभी प्रश्नों का समाधान किया गया।

भारत सरकार के गुणवत्ता संबंधी मानदंडों के अनुसार एफआरके उत्पादन के लिए काम करने के लिए यह कार्यशाला एफआरके निर्माताओं के लिए बहुत मददगार साबित होगी।
Share This News

0 comments: