Friday 5 October 2018

शहर के लोगों को अभी कूड़े के लिए इको ग्रीन को दो माह तक कोई भुगतान नहीं करना होगा


फरीदाबाद 6 अक्टूबर । शहर के लोगों को अभी कूड़े के लिए इको ग्रीन को दो माह तक कोई भुगतान नहीं करना होगा। कंपनी की तरफ से 18 वार्डो में कूड़ा उठाने का काम फ्री किया जा रहा है। कंपनी के अनुसार दो माह वह चार्ज लेना शुरू करेंगे। जबकि इको ग्रीन कंपनी के नाम पर कई वार्ड मेंं कूड़ा उठाने के लिए पैसा वसूला जा रहा है। इसको लेकर कई बार लोग नगर निगम मु यालय में कंपनी के खिलाफ प्रदर्शन भी कर चुके हैं। वहीं लोगों ने निगम से कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की थी। शुक्रवार को इको ग्रीन कंपनी की तरफ से पूरे मामले में अपना पक्ष रखने के लिए पै्रसवर्ता की गई। कंपनी के सीईओ अंकित अग्रवाल ने बताया कि उनकी कंपनी द्वारा शहर के 18 वार्ड में 700 से अधिक कर्मचारियों द्वारा कूड़ा उठाने का काम किया जा रहा है। लेकिन अभी तक कंपनी कूड़ा उठाने का कोई चार्ज नहीं ले रही है। अगर कोई इको ग्रीन कंपनी की पर्ची काटकर पैसा वसूल रहा है तो उसके खिलाफ कंपनी की हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत की जा सकती है। वहीं उन्होंने बताया कि प्रतिदिन 600 से 700 टन कूड़ा एकत्र करके प्लांट पर भेजा जा रहा है।

शहर मेंं कम हुई खत्तों की संख्या 

कंपनी के अनुसार उनके काम शुरू करने से पहले शहर में कूड़ा इक्क ठा करने की खत्तों की सं या 670 थे। उनसे भी प्रतिदिन कूड़ा नहीं उठाया जा रहा था। जबकि पिछले साल उनके काम शुरू करने के बाद खत्तों की सं या 480 की गई है। वहीं इन जगहों से प्रतिदिन कूड़ा उठाने का प्रयास किया जा रहा है। कूड़े को एकत्र करके बंधवाड़ी प्लांट भेजा जाता है। जहां पर इससे खाद और बिजली बनाई जाती है। पूरे शहर में कूड़ा उठाने के लिए कुल 245 वाहन काम कर रहे हैं।

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कूड़ा नहीं उठने पर कंट्रोल रूम में की जा सकती है शिकायत

कंपनी की ओर से डबुआ कालोनी में कंट्रोल रूम बनाया गया है। यहां पर प्रत्येक वार्ड के हिसाब से पदाधिकारी की नियुक्ति की गई है। अगर किसी व्यक्ति को कूड़ा उठान संबंधित कोई भी परेशानी है तो वह सीधा हेल्पलाइन नंबर 18001025953 पर अपनी शिकायत दर्ज करवा कर सकते हैं। शिकायत का निदान 24 घंटे के भीतर किया जाएगा। कंपनी प्रबंधन के अनुसार शहर में कूड़ा एकत्र करने के लिए तीन नए ट्रांसपोटेशन बनाए गए हैं। जहां पर अलग-अलग जगहों से कूड़ा लाकर एकत्र किया जाता है। इसके बाद उन्हें बड़े ट्रक के जरिए बंधवाड़ी प्लांट तक ले जाया जाता है।

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