Sunday 31 December 2017

अनिश्चित कालीन धरने पर बैठे आईएमटी के किसानों ने उद्योगमंत्री विपुल गोयल के कार्यालय का घेराव किया


 फरीदाबाद : 31  दिसंबर I आईएमटी फरीदाबाद के पांच गावो की भूमि अधिग्रहण के मुआवजे की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरनेे पर बैठे किसानों का टूटा सब्र । किसानों ने अर्धनग्न होकर किया उद्योगमंत्री विपुल गोयल के कार्यालय का घेराव । किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की ओर कहा सरकार चेत जाए नही तो किसान करेंगे आर - पार की लड़ाई। उद्योगमंत्री विपुल गोयल की अनुपस्थित में उनके कार्यालय में मंत्री के बड़े भाई अशोक गोयल ने किसानो से बात की और उन्हें आश्वासन दिया की उनकी बात को वह मंत्री विपुल गोयल तक पहुचायेंगे और किसानो का एक एक पैसा दिया जाएगा और आश्वासन मिलने के बाद किसान वापिस लौट गए.   

  दिखाई दे रहा यह नज़ारा उद्योगमंत्री विपुल गोयल के फरीदाबाद सेक्टर 16 स्थित कार्यालय का है. पिछले लम्बे समय से आईएमटी फरीदाबाद के किसान अपनी भूमि अधिग्रहित की गयी भूमि के मुआवजे को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे है जिसके बाद आज किसानो का सब्र टूट गया और किसानो ने उद्योगमंत्री के कार्यालय का घेराव कर दिया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. दरअसल पिछली सरकार के समय आईएमटी फरीदाबाद के पांच गावों की ज़मीन को अशीग्रहीत किया गया था ओर किसान मुआवजा राशि से खुश नही दिखाई दिए । जिसके बाद हाईकोर्ट में किसानों द्वारा याचिका ना होने के बाद हाईकोर्ट ने सरकार को मुआवजा राशि बढ़ाने के आदेश दिए थे लेकिन सरकार इन किसानों को बढ़े हुए मुआवजा राशि , प्लाट ओर नौकरियां देने  में असमर्थ रही जिसके बाद लंबे समय से किसानों ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया था । जिसके चलते उन्हें कई बार मंत्रियो ने भी आश्वासन दिया था कि उनकी मांगें जल्दी पूरी कर दी जाएगी । लेकिन अपनी मांगे पूरी न होते देख किसानों के सब्र का बांध टूट गया और आज किसानों ने अर्ध नग्न होकर उद्योगमंत्री विपुल गोयल के कार्यालय का घेराव किया और जमकर नारेबाजी की । 

अर्धनग्न प्रदर्शन कर रहे किसानों ने बताया की पिछली सरकार के समय आईएमटी के पांच गावो की ज़मीन को अधिग्रहित किया था तो उस वक्त किसानों को बहुत कम मुआवजा मिला था । जिसके बाद किसानों ने हाईकोर्ट में एक याचिका डाली थी जिस पर हाईकोर्ट ने उनकी सुनवाई करते हुए मुआवजा राशि को बढ़ाया गया था और सरकार को आदेश दिए थे कि बढ़ाया गया मुआवजा किसानों को जल्दी दिया जाए । लेकिन बीजेपी सरकार को सत्ता में आये आज लगभग चार साल हो गए है लेकिन बढ़ाया गया मुआवजा राशि अब तक किसानों को नही दी गयी है । उन्होंने बताया कि मुआवजे के अलावा जिन किसानों को ज़मीन के बदले प्लाट देने की बात थी वह भी अब तक सरकार उन्हें नही दे पायी है यदि कुछ प्लाट दिए भी गए है तो वह प्लाट बहुत घटिया मटीरियल से बने हुए है ।सरकार ने उनसे एक ओर वायदा की किया था कि जिन किसानों की ज़मीन है उनके बच्चो को क्वालिफिकेशन के अनुसार सरकार उन्हें नौकरियां देगी लेकिन आज तक एक भी नौकरी उनके बच्चो को नही दी गयी है । उन्होंने अफसोस से बताया कि सरकार की गलत नीतियों की वजह से पहले उनकी जमीन छीनी गयी जिसकी वजह से किसान बेरोजगार हुआ उसके बाद उनका मुआवजा भी किसानों को नही दिया गया जिसके चलते आज किसान अर्धनग्न होने पर मजबूर हुए है क्योंकि सरकार ने उनके तन के कपड़े छीन लिए है जिसके कारण वह अर्धनग्न होकर प्रदर्शन कर  रहे है । उन्होने बताया कि आज वह मंत्री विपुल गोयल के कार्यालय पर आए थे लेकिन मंत्री जी कार्यालय में नही मिले जबकि उन्हें पहले से पता था कि 31 तारीख को किसान उनसे बात करने के लिए यहां पहुचेंगे । इस बात से वह नाराज होकर मंत्री के कार्यालय के बाहर धरना देकर बैठ गए है । वहीं उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए चेताया कि किसानों से जो वायदे सरकार ने किए थे उन्हें पूरा करे नही तो किसान अनिश्चय कालीन धरना जारी रखते हुए आर पार की लड़ाई लड़ेंगे । 

 राम निवास नागर -  किसान

उद्योगमंत्री विपुल गोयल की अनुपस्थित में उनके कार्यालय में मंत्री के बड़े भाई अशोक गोयल ने किसानो से बात की और उन्हें आश्वासन दिया की उनकी बात को वह मंत्री विपुल गोयल तक पहुचायेंगे और किसानो का एक एक पैसा दिया जाएगा और आश्वासन मिलने के बाद किसान वापिस लौट गए.  
Share This News

0 comments: