Wednesday, 2 August 2017

आई एस आई हेलमेट निर्माता असोशिएशन ने सराहा फरीदाबाद कमिशनर के "नो हेलमेट नो फ्यूल " फैसले को


फरीदाबाद :2 अगस्त (National24news)आई एस आई हेल्मेट्स निर्माता असोशिएशन ISIHMA  जो की देश भर मे आई एस आई हेलमेट बनाने तथा बेचने के लिए प्रतिबद्ध है ने फरीदाबाद के सीपी डॉ हनीफ खुरेशी के नो हेलमेट नो पेट्रोल के फासीले का स्वागत किया है। 1 अगस्त से 15अगस्त के लिए लागू इस नियम के अनुसार  अगर दोपहिया चालक बिना हेलमेट लगाए पेट्रोल भरवाने जाएंगे तो उन्हेपेट्रोल नहीं दिया जायेगा। लोगों मे हेलमेट के प्रति जागरुगता लाने और बिना हेलमेट लोग सवारी न करें इस लिए इस तरह का फैसला लिया गया है।  फरीदाबाद तथा आसपास के बढ़ते हुए सड़क हादसों को देखते हुए यह फैसला लेना अनिवार्य हो  गया था।  लोगो को डर की वजह से हेलमेट नहीं बल्कि खुद की सुरक्षा क लिए हेलमेट लगाना चाहिए।  इस तरह के फैसले लोगो की सालो पुरानी आदत को बदलने में सहायक होगा और  उनकी सुरक्षा भी करेगा।  

आई एस आई हेल्मेट्स निर्माता असोशिएशन ISIHMA  के राष्ट्रिय अध्यक्ष  श्री राजीव कपूर का कहना है की इस तरह के फैसले सरहनीय है और बाकी शहरों मे भी इस तरह के कड़े कदम उठाने की जरउरत है जिससे लोग हेलमेट पहने और अपनी जन के साथ खिलवाड़ न करे। श्री कपूर ने कहा इस फैसले से फरीदाबाद मे सड़क हादसों मे कमी आएगी और लोग हेलमेट पहनने के लिए भी मोटीवेट होंगे।

श्री राजीव कपूर ने बताया की देश मे नॉन इसिस हेमेट एक बहुत बड़ी समस्या है और पुलिसतथा अन्य संस्थाओं को इसके लिए खुल कर सामने आना चाहिए। हेलमेट एक लाइफ सविंग डिवाइस है मगर बिडम्बना की बात है की कोई भी व्यक्ति कही भी हेलमेट बनाने ब बेचने लग जाता है। इस तरह के हेलमेट न ही तो आई एस आई से प्रमाणित होते है न ही उनमे इस तरह का कच्चा माल प्रयोग होता की ये हेलमेट दुर्घटना के समय किसी की जन बचा सकें। इस तरह के अनप्रमाणित हेल्मेट्स  बेचना हालांकि अपराध है परंतु लोग धड़ल्ले से नॉन आई एस आई हेलमेट बेच रहे है और लोग खरीद भी रहे है। आज हालत ये है की सड़क पर होने वाली 10 दुर्घटनाओं मे 3 लोगो की मौत का कारण हेलमेट न पहनना है। और यही हाल रहा  और भारत में सड़क हादसों की संख्या नहीं रुकी तो 2030 तक लोगो की मौत की पांचवी सब से बड़ी वजह हेलमेट और यह सड़क हादसे ही बन जाएंगे॰


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