Saturday 8 July 2017

चोर मचाये शोर.. हुड्डा सरकार और चौटाला सरकार ने क्यूं छीना मेरे दक्षिण हरियाणा का पानी : -जवाहर यादव


चण्डीगढ़:8जुलाई(National24news) SYL नहर का मसला चर्चा में है तो एक सवाल उठता है कि जिस तरह हरियाणा के पानी पर पंजाब ने कब्जा कर रखा है, वैसे ही हरियाणा के उपलब्ध पानी में से दक्षिण हरियाणा के हिस्से पर क्या पिछली सरकारों ने नाइन्साफी नहीं की ? पंजाब से तो हम लड़ाई लड़ ही रहे हैं लेकिन हरियाणा की पूर्व सरकारों ने भी तो खुलेआम दक्षिण हरियाणा का पानी रोककर अपने चहेते लोगों के यहां भेजा। क्या हुड्डा सरकार और उससे पिछली चौटाला सरकार के कर्ताधर्ता इस नाइन्साफी पर कुछ जवाब देंगे ?

दक्षिण हरियाणा को पानी मुख्य रूप से जवाहर लाल नेहरू नहर से पहुंचता है जिसमें मुख्य रूप से पश्चिमी यमुना नहर से पानी आता है। साथ ही भाखड़ा की नहरों से भी दक्षिण हरियाणा की नहरों तक कुछ पानी पहुंचता है। पिछले डेढ़ दशक के नहरी रिकॉर्ड बताते हैं कि इनेलो सरकार के समय नरवाना ब्रांच नहर का लगभग 700 क्यूसिक पानी भाखड़ा मेन ब्रांच की ओर मोड़ा गया। इससे नरवाना ब्रांच की सहायक नहरों से होता हुआ दक्षिण हरियाणा को पहुंचने वाला पानी कम हो गया। इससे जवाहर लाल नेहरू नहर का पानी और कम हो गया। नरवाना ब्रांच का यह पानी डाइवर्ट भी उस वक्त किया गया जब भीष्ण गर्मी के चलते दक्षिण हरियाणा में पेयजल के लिए हाहाकार मचा हुआ था। यह पानी किन इलाकों में पंहुचाया गया, क्या इनेलो के नेता इस सवाल का जवाब देंगे ? 

कांग्रेस की हुड्डा सरकार तो इससे भी आगे निकली और जवाहर लाल नेहरू कैनाल का पानी रास्ते में ही चोरी होता रहा। आलम ये रहा कि हुड्डा राज में उनकी मूक सहमति से खुबड़ु हैड और साल्हावास के बीच लगभग 1000 क्यूसिक पानी हुड्डा जी की नाक के नीचे अवैध रूप से चोरी होता रहा लेकिन तात्कालिन सरकार ने कुछ नहीं किया। इसका खामियाजा भी दक्षिण हरियाणा ने भुगता। आज भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनकी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे लोग भी दक्षिण हरियाणा के पानी पर शिकायत करते हैं तो अफसोस होता है। अपने वक्त में बदनीयती की मिसाल पैदा करने वाले लोग अब सवाल करते हैं तो लगता है कि ‘नौ सौ चूहे खाके बिल्ली हज को चली ’। 

दक्षिण हरियाणा के पानी पर डाका डालने के मामले में इनेलो और कांग्रेस दोनों दलों के नेता एक दूसरे को मात देते नजर आते हैं।
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