फरीदाबाद 28 जून(National24news) अब तो बुजुर्गों की पैंशन बनवाने के नाम पर भी संबंबधित विभाग के कर्मचारी खुले आम रिश्वत मांगने लगे है। समाज कल्याण विभाग में डाटा आप्रेटर के पद पर नियुक्त ऐसे ही एक कर्मचारी को विजिलेंस विभाग ने पांच हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह कर्मचारी बुजुर्ग पैंशन की फाइल कम्प्यूटर में चढ़ाने व उसका नम्बर देने के नाम पर रिश्वत का गोरखधंधा चला रहा था। अब पकड़े जाने पर बिजेन्द्र नामक आरोपी स्वयं को बेकसूर बता रहा है। आरोपी समाज के ऐसे लोगों के काम के लिए रिश्वत मांग रहा था, जिनके पास इस पैंशन के अलावा अपना गुजारा चलाने का कोई दूसरा साधन नहीं है। बुजुर्गो की पैंशन बनवाने के नाम पर पांच हजार रूपए रिश्वत ली।
सरकार की ओर से जगह-जगह बनाई गई सुविधा इंजेंसियों को जब इसकी खबर लगी तो उन्होने ऐसे भ्रष्ट कर्मचारियों को पकड़वाने के लिए कार्यक्रम बनाया और संबंधित डाटा आप्रेटर को पांच हजार रूपए की रिश्वत देते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार करवा दिया। विजिलेंस विभाग के डीएसपी जयवीर राठी की माने तो शिकायतकर्ता ने लिखित में शिकायत दी थी कि समाज कल्याण विभाग में कार्यरत डाटा आप्रेटर बुजुर्गों की पैंशन कम्प्यूटर में चढ़ाने और उसका नम्बर देने के नाम पर पांच हजार रूपए की रिश्वत मांग रहा है। इस पर उन्होने एक टीम का गठन किया और आरोपी को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
वहीं आरोपी बिजेन्द्र स्वयं को बेकसूर बताते हुए इसे षडयन्त्र का हिस्सा बता रहा है। शिकायतकर्ता का कहना है कि वह समाज कल्याण के कार्य सुगमता से हो, इसे लेकर संस्था चला रहा है। जब उसे पता चला कि बुजुर्गों की पैंशन फाइल आगे ही नहीं पंहुच रही है तो उसने विभाग में पता किया तो मालूम हुआ कि एक फाईल का 1 हजार रूपये लगता है। इसलिये उसने 5 फाईल पास करवाने के लिये 5 हजार रूपये देकर काम करवाने का प्रोग्राम बनाया। सूचना पर विजीलेंस टीम ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
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