पलवल, 16 मई (National24news.com)शिक्षा में गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम के संदर्भ में जिला परियोजना समन्वयक रमेश चन्द्र शर्मा की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में मुख्यमंत्री के सुशासन सहयोगी गौरव कुमार ने अपनी गौरवमयी उपस्थिति दी।
गौरव कुमार ने विशेष तौर पर शिक्षा में गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम पर जोर देते हुए बताया कि अध्यापक गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम में समस्याओं को तलाशने की बजाय उसका हल निकालने की कोशिश करें। और साथ ही साथ उन्होंने आगाह करते हुए कहा कि अगर शिक्षा में गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम में निर्धारित समय में लक्ष्यों की प्राप्ति नहीं होती है तो विभाग की तरफ से कार्यवाही की जाएगी।
जिला परियोजना समन्वयक रमेश चन्द्र शर्मा ने संकूल केन्द्र के मुखियाओं को संबोधित करते हुए कहा कि सभी अध्यापकों को गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम के अंतर्गत एल.ई.पी., सी.आर.पी., कैचअप और स्किलपास में दिए गए लक्ष्यों को निर्धारित समय में प्राप्त करें।
उन्होंने प्राथमिक स्तर पर कुछ लक्ष्य निर्धारित किए, जिसमें हिन्दी विषय में स्वर, व्यंजन तथा पठन पर जोर देना है। उन्होंने अंग्रेजी विषय में अल्फाबेट्स (वर्णमाला), रैह्म रेसिटेशन (कविता का पाठ), पढना, लिखना, सुनना और बोलना आदि कौशलों पर जोर देना है। गणित विषय में 2-20 तक पहाडे और 1-100 तक गिनतियां निर्धारित की गई हैं।
बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी अनिल शर्मा, खण्ड शिक्षा अधिकारी पलवल, होडल, हथीन व हसनपुर क्रमश: अशोक कुमार बघेल, अमर सिंह, दरियाब सिंह व सुखबीर सिंह तथा संकूल केन्द्र के मुखिया भी मौजूद थे।
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