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Saturday, 14 June 2025

मानव रचना ने ब्लू फूड टेक्नोलॉजी में बड़ा नवाचार किया, वैश्विक पोषण और स्थिरता को बढ़ावा देने की दिशा में अहम कदम

मानव रचना ने ब्लू फूड टेक्नोलॉजी में बड़ा नवाचार किया, वैश्विक पोषण और स्थिरता को बढ़ावा देने की दिशा में अहम कदम

 


प्रोटीन से भरपूर आहार की बढ़ती मांग को देखते हुए ब्लू फूड प्रोसेसिंग में नवाचार किए जा रहे हैं, ताकि पोषण, स्थिरता और उत्पादन क्षमता बेहतर की जा सके।

हाई-प्रेशर प्रोसेसिंग और रीसर्क्युलेटिंग एक्वाकल्चर सिस्टम (RAS) जैसी तकनीकें पर्यावरण पर असर घटाते हुए उत्पादन बढ़ाने में मदद कर रही हैं।

माइक्रोएल्गी के जेनेटिक मॉडिफिकेशन और नैनोइमल्शन जैसी तकनीकें ब्लू फूड्स की पौष्टिकता और शेल्फ लाइफ बढ़ाकर पोषण की वैश्विक कमी को दूर करने में सहायक हैं।


*फरीदाबाद, 14 जून 2025: मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज़ (MRIIRS) के बायोटेक्नोलॉजी विभाग की रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेल ने वैश्विक खाद्य सुरक्षा और स्थिरता पर केंद्रित एक महत्वपूर्ण शोध प्रस्तुत किया है। “ब्लू फूड प्रोसेसिंग टेक्नोलॉजीज और सतत विकास में उनका महत्व” विषय पर प्रकाशित शोध पत्र में डॉ. विनय कुमार पांडे ने इस क्षेत्र में हो रहे अहम बदलावों और तकनीकों की विस्तार से जानकारी दी है।


ब्लू फूड प्रोसेसिंग का मतलब है मछली, शैवाल और अन्य जलीय जीवों का उत्पादन और प्रसंस्करण, जो इंसानी आहार के लिए उपयोग किए जाते हैं। बढ़ती जनसंख्या की पोषण संबंधी ज़रूरतों को पूरा करने में ये स्रोत अहम होते जा रहे हैं। लेकिन पारंपरिक तरीके जैसे कि सामान्य मत्स्य पालन और एक्वाकल्चर अब न तो पर्यावरण के लिहाज़ से टिकाऊ हैं और न ही ज़रूरतों के हिसाब से पर्याप्त। शोध में ऐसी तकनीकों पर ज़ोर दिया गया है जो खाद्य सुरक्षा के साथ-साथ पारिस्थितिक संतुलन भी बनाए रख सकें।


जैसे-जैसे दुनिया भर में प्रोटीन युक्त खाने की मांग बढ़ रही है, ब्लू फूड्स को इस तरह प्रोसेस करने की जरूरत महसूस की जा रही है, जिससे उनकी पौष्टिकता, टिकाऊपन और उत्पादन की क्षमता तो बढ़े ही, साथ ही पर्यावरण पर असर भी कम हो।


शोध में कई उभरती तकनीकों का ज़िक्र किया गया है, जो इस क्षेत्र में बदलाव ला रही हैं। इनमें हाई-प्रेशर प्रोसेसिंग (HPP), फ्रीज़-ड्राइंग, अल्ट्रासाउंड असिस्टेड एक्सट्रैक्शन, पल्स्ड इलेक्ट्रिक फील्ड्स (PEF), प्लाज़्मा टेक्नोलॉजी और माइक्रोवेव इंडक्शन हीटिंग शामिल हैं। ये तकनीकें खाद्य सुरक्षा बनाए रखने, पोषक तत्वों को संरक्षित रखने, उत्पादन प्रक्रिया तेज करने और उत्पाद की शेल्फ लाइफ बढ़ाने में मदद करती हैं, वह भी बिना किसी हानिकारक रसायन या अधिक ऊर्जा उपयोग के।


डॉ. विनय कुमार पांडे, सहायक प्रोफेसर, रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेल, बायोटेक्नोलॉजी विभाग, MRIIRS ने कहा, "ब्लू फूड प्रोसेसिंग में हो रहे नवाचारों की मदद से साल भर उत्पादन किया जा सकता है, वो भी पर्यावरण को कम नुकसान पहुंचाते हुए। रीसर्क्युलेटिंग एक्वाकल्चर सिस्टम जैसी तकनीकें पानी की खपत घटाने में मदद कर रही हैं, वहीं ब्लॉकचेन से समुद्र से थाली तक पूरी पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सकती है।"


रीसर्क्युलेटिंग एक्वाकल्चर सिस्टम (RAS) विशेष रूप से प्रभावी साबित हो रही है। यह तकनीक बंद टैंक में पानी को लगातार साफ कर दोबारा उपयोग करती है, जिससे पर्यावरण पर असर कम होता है और बीमारियों से निपटने में भी मदद मिलती है, वो भी बिना ज्यादा 

एंटीबायोटिक्स के। यह प्रणाली शहरों और जमीन के अंदरूनी इलाकों में मत्स्य पालन के लिए बेहद उपयुक्त है और साल भर बेहतर गुणवत्ता वाली मछली उत्पादन संभव बनाती है।


शोध में ब्लू बायोटेक्नोलॉजी की संभावनाओं पर भी ध्यान दिया गया है। इसमें माइक्रोएल्गी के जेनेटिक मॉडिफिकेशन के ज़रिए पोषकता और उत्पादन क्षमता बढ़ाई जाती है। इससे ओमेगा-3, अमीनो एसिड और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर ब्लू फूड तैयार किए जा सकते हैं। नैनोइमल्शन तकनीकों की मदद से पोषक तत्वों की उपलब्धता, स्थायित्व और शेल्फ लाइफ में सुधार होता है, जिससे रेडी-टू-ईट ब्लू फूड्स को बढ़ावा मिल रहा है।

हालांकि इन तकनीकों की संभावनाएं बहुत हैं, लेकिन विकासशील देशों में इनका इस्तेमाल अब भी चुनौतियों से भरा है—जैसे कि उच्च लागत, आधारभूत संरचना की कमी और तकनीकी विशेषज्ञता का अभाव। शोध में नीति निर्माताओं, उद्योगों और निवेशकों से इन बाधाओं को दूर करने और इन टिकाऊ तकनीकों को अपनाने में तेजी लाने की अपील की गई है।

अब कचरे से हरित कोयले के उत्पादन की योजना भी धरातल पर तेजी से उतरेगी: कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल

अब कचरे से हरित कोयले के उत्पादन की योजना भी धरातल पर तेजी से उतरेगी: कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल

 

हरियाणा के शहरी स्थानीय निकाय मंत्री विपुल गोयल ने वाराणसी में एनटीपीसी के हरित कोयला परियोजना प्लांट का विभाग के अधिकारियों के साथ किया दौरा।





वाराणसी/गुरुग्राम/फरीदाबाद, 15 जून: हरियाणा सरकार में शहरी स्थानीय निकाय, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन, और नागरिक उड्डयन जैसे अहम विभागों की जिम्मेदारी संभाल रहे कैबिनेट मंत्री श्री विपुल गोयल ने शनिवार को वाराणसी स्थित एनटीपीसी के हरित कोयला परियोजना (Green Coal Project) प्लांट का दौरा किया।मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी जी के नेतृत्व में गुरुग्राम एवं फरीदाबाद में हरित कोयला संयंत्रों की स्थापना के लिए एनटीपीसी के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) केंद्रीय विद्युत मंत्री श्री मनोहर लाल जी की उपस्थिति में पर20July 2024 को  हस्ताक्षर किए थे  और व इस दौरे से इस परियोजना के क्रियान्वयन प्रक्रिया  को गति मिलेगी ।

इस अवसर पर शहरी स्थानीय निकाय विभाग के आयुक्त एवं सचिव श्री विकास गुप्ता (IAS), श्री धीरेंद्र (IAS) आयुक्त फरीदाबाद म्युनिसिपल कारपोरेशन , संयुक्त सचिव श्री कंवर सिंह (HCS), तथा ओएसडी श्री सौरभ ढल सहित अधिकारियों की एक उच्चस्तरीय टीम मौजूद रही। टीम ने वाराणसी के ग्रीन कोल प्लांट की तकनीकी दक्षता, संचालन प्रक्रिया और पर्यावरणीय प्रभाव का प्रत्यक्ष अवलोकन किया। इस दौरान यह समझा गया कि किस प्रकार बिना किसी पर्यावरणीय क्षति के ठोस कचरे से कोयले का उत्पादन संभव है।


फरीदाबाद और गुरुग्राम में लगेंगे अत्याधुनिक संयंत्र

कैबिनेट मंत्री श्री विपुल गोयल ने जानकारी दी कि हरियाणा में फरीदाबाद और गुरुग्राम को प्राथमिकता के आधार पर इस परियोजना से जोड़ा जाएगा। बीते वर्ष ही एनटीपीसी विद्युत व्यापार निगम लिमिटेड के साथ ग्रीन कोल प्लांट लगाने की सहमति बनी थी और प्रारंभिक सर्वेक्षण भी पूरे किए गए थे।

फरीदाबाद प्रतिदिन लगभग 600–700 टन और गुरुग्राम लगभग 1000–1200 टन ठोस शहरी कचरा उत्पन्न करते हैं। प्रस्तावित संयंत्रों के माध्यम से दोनों शहरों में प्रतिदिन 400–500 टन हरित कोयले का उत्पादन किया जा सकेगा। यह हरित कोयला परंपरागत कोयले का वैकल्पिक स्रोत बनेगा जिससे ऊर्जा उत्पादन में नवाचार, कार्बन उत्सर्जन में कमी, और स्वच्छता में क्रांतिकारी परिवर्तन संभव होगा।

फरीदाबाद में कुछ स्थानीय आपत्तियों के चलते कार्य में अस्थायी विलंब हुआ, जबकि गुरुग्राम में तकनीकी कारणों से सर्वेक्षण रुका था। हालांकि गुरुग्राम में स्थानीय स्तर पर कोई विरोध दर्ज नहीं हुआ था। इन सभी अवरोधों को दूर करने और जनसमर्थन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से मंत्री गोयल ने वाराणसी के सफल मॉडल का गहन अध्ययन किया।




क्या है हरित कोयला परियोजना?

एनटीपीसी का यह ग्रीन कोल प्लांट एक आधुनिक वैज्ञानिक तकनीक पर आधारित संयंत्र है, जिसमें ठोस शहरी कचरे का प्रोसेसिंग कर उससे ईंधन योग्य कोयला तैयार किया जाता है। वाराणसी में संचालित संयंत्र प्रतिदिन 600 टन कचरे से 200 टन ग्रीन कोल का उत्पादन कर रहा है।

यह तकनीक न केवल कचरे के पहाड़ों को कम करेगी बल्कि उस कोयले का उपयोग बिजली उत्पादन जैसे क्षेत्रों में भी किया जा सकेगा। इसके अतिरिक्त यह शहरी भूमि को कचरा मुक्त कर विकास कार्यों हेतु पुनः उपयोग के योग्य बनाएगी।



एमओयू के साथ आगे बढ़ेगा हरियाणा

कैबिनेट मंत्री श्री विपुल गोयल ने बताया कि एनटीपीसी के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हो चुके हैं और अब प्रशासनिक स्तर पर फरीदाबाद व गुरुग्राम में परियोजना के क्रियान्वयन की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है।

उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी जी के नेतृत्व में हरियाणा निरंतर प्रगति की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। अब कचरे से हरित कोयला उत्पादन की योजना भी धरातल पर उतरेगी और हरियाणा कचरा प्रबंधन के क्षेत्र में राष्ट्रीय उदाहरण बनेगा।"



पर्यावरण संरक्षण की दीर्घकालिक दृष्टि

श्री विपुल गोयल का पर्यावरण के प्रति जुड़ाव कोई नया नहीं है। वे वर्षों से प्लास्टिक मुक्त भारत अभियान, वृक्षारोपण और जन-जागरूकता जैसे अभियानों में अग्रणी भूमिका निभा चुके हैं। इसके लिए उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पर्यावरण सेवा सम्मान भी प्राप्त हो चुका है।

अब जब वे शहरी विकास जैसे रणनीतिक विभागों की जिम्मेदारी निभा रहे हैं, तो उन्होंने नीति निर्माण से लेकर क्रियान्वयन तक पर्यावरणीय दृष्टिकोण को केंद्र में रखा है। वाराणसी दौरा और एनटीपीसी के साथ समझौता इस सोच का सशक्त प्रमाण है।



स्वच्छ शहर – समृद्ध हरियाणा की दिशा में ऐतिहासिक पहल

इस परियोजना से फरीदाबाद और गुरुग्राम जैसे घनी आबादी वाले शहर न केवल कचरा-मुक्त और ऊर्जा सक्षम बनेंगे, बल्कि यह पहल पर्यावरणीय स्थिरता, रोज़गार सृजन, और तकनीकी नवाचार के नए अवसर भी लाएगी।

कैबिनेट मंत्री श्री विपुल गोयल ने विश्वास जताया कि यह परियोजना प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के 'स्वच्छ भारत – स्वच्छ ऊर्जा' के विज़न को साकार करने की दिशा में हरियाणा द्वारा उठाया गया एक ऐतिहासिक कदम सिद्ध होगा।

Monday, 2 June 2025

वैश्विक प्रभाव के 60 वर्ष: यूनिवर्सिटी ऑफ़ वॉरविक ने दिल्ली में किया विशेष मीडिया कार्यक्रम का आयोजन

वैश्विक प्रभाव के 60 वर्ष: यूनिवर्सिटी ऑफ़ वॉरविक ने दिल्ली में किया विशेष मीडिया कार्यक्रम का आयोजन



नई दिल्ली, 1 जून 2025

यूनिवर्सिटी ऑफ़ वॉरविक ने अपनी 60वीं वर्षगांठ के अवसर पर 1 जून 2025 को नई दिल्ली स्थित होटल शांगरी-ला में एक विशेष मीडिया कार्यक्रम का आयोजन किया। इस आयोजन के ज़रिए विश्वविद्यालय की छह दशकों की अकादमिक उपलब्धियों, शोध में योगदान, नवाचार और अंतरराष्ट्रीय प्रभाव का उत्सव मनाया गया।

कार्यक्रम में यूनिवर्सिटी के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने भाग लिया, जिनमें ग्लोबल चीफ कम्युनिकेशंस, मार्केटिंग एंड कंटेंट ऑफिसर अजय टेली और डायरेक्टर ऑफ कम्युनिकेशंस – कॉरपोरेट ब्रांड सतनाम राणा-ग्रिंडले शामिल थे। वे विशेष रूप से यूके से भारत आए ताकि भारतीय मीडिया से संवाद कर सकें और भारत के साथ विश्वविद्यालय के संबंधों को और मज़बूत करने की दिशा में संवाद कर सकें।

इस अवसर पर यूनिवर्सिटी ने भारत और यूनाइटेड किंगडम में अपनी शिक्षा, शोध और औद्योगिक साझेदारियों पर प्रकाश डाला। इसमें टाटा समूह के साथ 25 वर्षों की साझेदारी भी शामिल रही। साथ ही, कार्यक्रम में वॉरविक के पूर्व छात्रों की उपलब्धियों को भी सराहा गया, जो विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे हैं और भारत में भी नवाचार व उद्यमिता के ज़रिए योगदान दे रहे हैं।

उन्हीं में से एक हैं ममता मरासिनी, जिन्होंने वॉरविक बिज़नेस स्कूल से एमएससी इन बिजनेस विद मार्केटिंग की पढ़ाई की है। अपनी शिक्षा और उद्यमशीलता की सोच को आगे बढ़ाते हुए ममता ने Roar Corp नाम की क्रिएटिव एजेंसी की स्थापना की, जिसका संचालन नई दिल्ली और काठमांडू से होता है।

नवंबर 2023 में शुरू हुई Roar Corp ब्रांड कंसल्टिंग, इवेंट प्रोडक्शन, सोशल मीडिया मार्केटिंग और इन्फ्लुएंसर अभियानों में सेवाएं देती है। एक साल से भी कम समय में, ममता ने Roar को एक ऐसी एजेंसी में बदल दिया है जो तकनीक, डेटा और प्रभावशाली कहानी कहने की शैली को जोड़कर अंतरराष्ट्रीय ब्रांड्स के लिए काम कर रही है।

ममता अपने ग्राहकों और टीम के बीच ‘चीफ़ लायनेस’ के नाम से जानी जाती हैं। वे कहती हैं, “Roar सिर्फ एक एजेंसी नहीं है, यह मेरी मेहनत और जुनून से बनी सोच है। हर प्रोजेक्ट में हम पूरी रणनीति और रचनात्मकता के साथ काम करते हैं ताकि ग्राहकों के उद्देश्यों को सही रूप में सामने ला सकें।”

AI जैसी आधुनिक तकनीकों को मानवीय दृष्टिकोण के साथ जोड़ते हुए Roar ऐसे अभियान तैयार करता है जो प्रभावशाली और टिकाऊ होते हैं। ममता अब तक Superdry, G Star Raw, Yamaha और Mothercare जैसे ब्रांड्स के लिए काम कर चुकी हैं।

ममता कहती हैं, “मैं वॉरविक में जब दाखिल हुई थी, तब मुझे रास्ता स्पष्ट नहीं था। लेकिन वॉरविक ने मुझे वह आत्मविश्वास दिया जिससे मैंने खुद की एजेंसी शुरू करने का निर्णय लिया।”

वॉरविक से मिली शिक्षा और अनुभव आज भी उनके लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। “वॉरविक ने मुझे यह समझने में मदद की कि मैं क्या करना चाहती हूँ और क्यों करना चाहती हूँ,” वे कहती हैं। “मैं गर्व से कह सकती हूँ कि मैं वॉरविक की पूर्व छात्रा हूँ।”

आज ममता अपनी टीम के साथ मिलकर Roar को और आगे ले जा रही हैं। उनकी सोच है कि मार्केटिंग सिर्फ दिखाने के लिए नहीं, बल्कि लोगों को जोड़ने और प्रभावित करने का माध्यम होना चाहिए।

Roar की सोच स्पष्ट है: आपके ब्रांड की सबसे अच्छी दोस्त बनना—और वह भी पूरे जोश के साथ।

Sunday, 18 May 2025

एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप कोलंबो ,श्रीलंका के अंडर-22 मुक़ाबले मे बॉक्सर माही सिवाच फ़ाइनल में पहुँचीं ।

एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप कोलंबो ,श्रीलंका के अंडर-22 मुक़ाबले मे बॉक्सर माही सिवाच फ़ाइनल में पहुँचीं ।



फरीदाबाद द्रोणाचार्य बॉक्सिंग क्लब सेक्टर 12 स्पोर्ट्स कंपलेक्स की बॉक्सर माही सिवाच ने 16 से 24 मई तक चल रही एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप कोलंबो ,श्रीलंका अंडर-22 मुक़ाबले के 46 से 48 किलोग्राम भार वर्ग में बॉक्सर माही सिवाच फ़ाइनल में पहुँचीं । सेमीफ़ाइनल राउंड में उन्होने श्रीलंका की नेथमी कंकनमगे को दूसरे ही राउंड में एक तरफ़ा मुक़ाबला कर के फ़ाइनल में प्रवेश किया । 23 मई को फ़ाइनल में अब उनका मुक़ाबला कजाकिस्तान की अकबोटा बोलत से होगा। फरीदाबाद के डबुआ कॉलोनी में रहने वाली माही सिवाच के पिता का नाम देवेंद्र सिवाच तथा उनकी माता का नाम मुनेश कुमारी है। इससे पहले माही सिवाच अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेडल प्राप्त कर चुकी है उन्होंने 2024 के बुडवा (मोंटेनेग्रो) मे आयोजित यूथ वर्ल्ड गेम्स में कांस्य पदक व 2022 जॉर्डन में आयोजित एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में रजत पदक हासिल कर देश का गौरव बढ़ाया था और इसी के साथ-साथ यूथ नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2024 में स्वर्ण पदक,जूनियर नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2022 में स्वर्ण पदक, कर्नाटक में आयोजित सब जूनियर नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भी स्वर्ण पदक जीत चुकी है।द्रोणाचार्य बॉक्सिंग क्लब की स्थापना ओलंपियन व अर्जुन अवॉर्डी हरियाणा पुलिस में कार्यगर्त डीएसपी जय भगवान वह अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर डॉ राजीव गोदारा के द्वारा 2013 में की गई थी व इस क्लब ने हर्ष गिल, अनुपमा, हिम्मत सिंह, हर्ष गहलोत, हर्ष शर्मा, तनीषा लांबा, माही सिवाच, अमनदीप जैसे कई अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर निकाले हैं, तथा इसी क्लब के बच्चे हरियाणा पुलिस ,रेलवे तथा आर्मी मे गवर्नमेंट जॉब में कार्यगर्त हैं। इन्हीं अचीवमेंट्स को देखते हुए हरियाणा सरकार के द्वारा द्रोणाचार्य बॉक्सिंग क्लब को सरकारी खेल नर्सरी दी गई और इसी नर्सरी के कई बच्चे राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फरीदाबाद जिले का नाम रोशन कर चुके हैं

Saturday, 10 May 2025

 खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 में नाम्या कपूर ने 25 मीटर पिस्टल महिला वर्ग में जीता स्वर्ण पदक

खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 में नाम्या कपूर ने 25 मीटर पिस्टल महिला वर्ग में जीता स्वर्ण पदक

नई दिल्ली, 10 मई 2025 — दिल्ली की नाम्या कपूर ने करणी सिंह शूटिंग रेंज में आयोजित खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 की 25 मीटर पिस्टल महिला प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करते हुए 27 अंकों के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया। यह प्रतिष्ठित प्रतियोगिता आज जोशपूर्ण प्रदर्शनों और उत्साही दर्शकों की मौजूदगी में संपन्न हुई। नाम्या कपूर के बेहद करीब रहीं मध्य प्रदेश की अंजलि महेन्द्रा भागवत, जिन्होंने 26 अंकों के साथ रजत पदक प्राप्त किया। राजस्थान की खानकव्यास ने 19 अंकों के साथ कांस्य पदक हासिल किया। पदकों का वितरण श्री कुंदन कुमार, रेजिडेंट कमिश्नर, तथा भारत के सर्वोच्च न्यायालय के माननीय न्यायमूर्ति श्री एहसानुद्दीन अमानुल्लाह द्वारा किया गया, जिससे इस कार्यक्रम की भव्यता और भी बढ़ गई। शूटिंग प्रतियोगिताएं इस वर्ष के खेलो इंडिया यूथ गेम्स की प्रमुख आकर्षणों में से एक हैं, जो 4 से 15 मई तक कई स्थानों पर आयोजित की जा रही हैं। दिल्ली गर्व के साथ साइक्लिंग, जिमनास्टिक्स और शूटिंग की मेज़बानी कर रही है, जहां देशभर से आए युवा प्रतिभाशाली खिलाड़ी उच्च स्तर की प्रतिस्पर्धा में हिस्सा ले रहे हैं। 25 मीटर पिस्टल महिला स्पर्धा का समापन खेलों में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि को दर्शाता है, जो युवाओं की भावना, अनुशासन और खेल उत्कृष्टता को उजागर करता है — यही वह मूल्य हैं जिन्हें खेलो इंडिया पहल लगातार प्रोत्साहित कर रही है।

 समय आने में पर मां निभा सकती है सोफिया कुरैशी और व्योमिका सिंह का रूप : राजीव जेटली

समय आने में पर मां निभा सकती है सोफिया कुरैशी और व्योमिका सिंह का रूप : राजीव जेटली

मां ही बच्चों में डालतीं है संस्कार : दीपक यादव

faridabad : विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल में बच्चों को आगे बढ़ाने के लिए माताओं की महत्ता को बताने के लिए हुआ 'स्वर्णिम आंचल' कार्यक्रम का आयोजन
ग्रेटर फरीदाबाद। यहां स्थित विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल घरौंडा में शनिवार को मदर्स डे का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर रहे अधिकतर बच्चों की माताओं ने विभिन्न प्रतियोगिता में भाग लिया और अपनी बेहतर उपस्थिति दर्ज कर पुरस्कार प्राप्त किए। वहीं इस दौरान माताओं के साथ विद्यार्थियों के विकास और शिक्षा को लेकर चर्चा की गई। इस मौके पर मां की महत्ता के बारे में विद्यार्थियों को जानकारी दी गई। वहीं विद्यालय में दी जा रही वर्तमान सुविधाओं के बारे में चर्चा की गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश मुख्यमंत्री के मीडिया एडवाइजर राजीव जेटली उपस्थित रहें। वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के चेयरमैन धर्मपाल यादव ने की। कार्यक्रम में छात्राओं को मोटिवेशन के लिए सोफिया कुरैशी और व्योमिका सिंह द्वारा देश के लिए निभाने वाली भूमिका की महत्ता के बारे में बताया।

इस कड़ी मेंं राजीव जेटली ने पौधारोपण कर कार्यक्रम की शुरुआत करी! विद्यालय में उपस्थित माताओं, अध्यापक व विद्यार्थियों के साथ स्कूल स्टाफ को संबोधित करते हुए कहा कि वे इस विद्यालय के शुभारंभ पर पहुंचे थे उस समय विद्यालय की तरफ से वादा किया गया था कि छात्राओं को निशुल्क दाखिला दिया जाएगा। जिस वादें पर आज भी विद्यालय खड़ा है। यह अपने आप में गौरव की बात है। वहीं उन्होंने मुख्य रूप से माताओं के मोटिवेशन के लिए रखें गए मदर्स डे का खुले दिल से प्रशंसा की।
इसी क्रम में विद्यालय के निदेशक दीपक यादव ने कहा कि मां ही सबसे पहला गुरु होती है। इसलिए बच्चों की मां को उनके करियर और विकास पर ध्यान देना चाहिए । कि बच्चा क्या चाहता है? उसकी रुचि किस विषय में है? तभी वे बच्चों को सही मार्गदर्शन दे पाएंगी। बच्चों के संस्कार, विकास के लिए माता-पिता का सहयोग आवश्यक है। उन्होंने कहा कि मां का आंचल स्वर्णिम होता है। लेकिन जब बात देश के लिए हो तो वह वहां भी सोफिया कुरैशी और व्योमिका सिंह जैसा रूप भी निभा सकतीं हैं।  
इसी क्रम में चेयरमैन धर्मपाल यादव ने कहा कि मां की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि मां प्राथमिक गुरु के साथ बच्चे की देखभाल करती है। बच्चें के आहार से लेकर उसके स्वास्थ्य व स्वच्छता का ध्यान रखती है। वहीं विद्यालय प्रिंसिपल रेखा मलिक ने कहा कि सभी माताएं अपने बच्चों पर गहरी नज़र रखें उनको मजबूत बनाने के लिए शौर्य और बलिदान की कहानी सुनाएं। ताकि वे अपने परिवार के साथ देश का नाम रोशन करें।
कार्यक्रम के अंत में विद्यालय की तरफ से मुख्य अतिथि राजीव जेटली को चेयरमैन धर्मपाल यादव ने शॉल तो सम्मी यादव ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। जबकि प्रधानाचार्य रेखा मलिक ने विद्यालय में पहुंचे अतिथि व माताओं का आभार व्यक्त किया।

Thursday, 8 May 2025

खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025: ट्रैक साइक्लिंग में बिहार की बेटियों ने दिखाया दमखम, ओवरऑल चैंपियनशिप में प्राप्त किया तीसरा स्थान

खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025: ट्रैक साइक्लिंग में बिहार की बेटियों ने दिखाया दमखम, ओवरऑल चैंपियनशिप में प्राप्त किया तीसरा स्थान



# समापन पर मुख्यातिथि  रेजीडेंट कमिश्नर बिहार सरकार श्री कुंदन कुमार ने खिलाड़ियों को किया सम्मानित

नई दिल्ली।

खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 के अंतर्गत इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम, दिल्ली में ट्रैक साइक्लिंग स्पर्धाओं का शानदार समापन हुआ। ट्रैक पर रफ्तार और जोश की इस जंग में झारखंड की लड़कियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए ओवरऑल चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया। वहीं लड़कों के वर्ग में राजस्थान ने परचम लहराया। बिहार की लड़कियों ने भी कड़ी टक्कर दी और तीसरा स्थान हासिल करने में सफल रहीं। 

इस अवसर पर बतौर मुख्यातिथि बिहार के रेजीडेंट कमिश्नर श्री कुंदन कुमार(आईएएस) और मध्यप्रदेश सरकार के सचिव श्री जॉन किंग्सले(आईएएस) उपस्थित रहे। दोनों ने विजेता खिलाड़ियों को मेडल और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया और सभी राज्यों  के प्रतिभागियों को उनके समर्पण व प्रदर्शन के लिए बधाई दी। रेजीडेंट कमिश्नर श्री कुंदन कुमार ने बिहार की गर्ल्स साइक्लिस्ट से भी मुलाकात की और बिहार का नाम रोशन करने के लिए उन्हें बधाई दी। जबकि इस दौरान स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के आईजी स्टेडियम एडमिनिस्ट्रेटर श्री अतुल कुमार सिंह, ज्वाइंट एडमिनिस्ट्रेटर श्री विजय भट्‌ट, लेबर कमिश्नर बिहार सरकार एवं CAO बिहार भवन श्री कुमार दिग्विजय, ARC बिहार भवन श्री शम्स अफरोज  और उपनिदेशक सूचना एवं जनसंपर्क श्री दिनेश कुमार भी मौजूद रहे। 

बिहार की लड़कियों ने दी कड़ी टक्कर, ओवर ऑल रैंकिंग में पाया तीसरा स्थान

लड़कियों की श्रेणी में झारखंड ने 2 गोल्ड और 1 ब्रॉन्ज मेडल के साथ कुल 16 अंक हासिल कर पहला स्थान प्राप्त किया। इस जीत में सबसे अहम योगदान टीम स्प्रिंट इवेंट में आए 1 गोल्ड मेडल का रहा, जिससे टीम को सीधे 10 अंक प्राप्त हुए। राजस्थान ने 3 गोल्ड मेडल हासिल कर 15 अंक के साथ दूसरा स्थान प्राप्त किया। वहीं बिहार ने 2 सिल्वर और 1 ब्रॉन्ज के जरिए 10 अंक जुटाकर तीसरी पायदान पर जगह बनाई। तीसरा स्थान प्राप्त करने में अहम योगदान टीम स्प्रिंट में आए 1 सिल्वर मेडल का रहा। जिससे बिहार टीम को 6 अंक प्राप्त हुए थे । 

लड़कों की ओवरऑल टीम रैंकिंग में राजस्थान ने मारी बाजी

लड़कों के वर्ग में राजस्थान ने अपना दबदबा कायम रखते हुए 3 गोल्ड, 1 सिल्वर और 1 ब्रॉन्ज मेडल के साथ कुल 19 अंक अर्जित कर पहला स्थान प्राप्त किया। झारखंड ने 1 गोल्ड और 2 सिल्वर के साथ 14 अंक जुटाकर दूसरा स्थान हासिल किया। झारखंड की टीम स्प्रिंट में आई जीत निर्णायक रही। जिस वजह से वह महाराष्ट्र को पछाड़ने में सफल रहा। महाराष्ट्र ने 2 गोल्ड और 1 सिल्वर के बल पर 13 अंक के साथ तीसरा स्थान पाया।

फाइनल डे का रोमांच: केईरीन इवेंट में सबीना और सिद्धेश छाए

आखिरी दिन के सबसे चर्चित इवेंट केईरीन रेस में लड़कियों और लड़कों के वर्ग में जबरदस्त मुकाबला देखने को मिला। गर्ल्स केईरीन में झारखंड की सबीना कुमारी ने रफ्तार और संतुलन का शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल पर कब्जा किया। तमिलनाडु की थबिता एस. ने सिल्वर और तमिलनाडु की ही निरैमथी जे. ने ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया। बॉयज केईरीन इवेंट में महाराष्ट्र के सिद्धेश सरजेराव घोरपड़े ने बाज़ी मारते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम किया। झारखंड के बिकाश औरॉन ने सिल्वर और तेलंगाना के आर. तनिष कुमार सिंह ने ब्रॉन्ज मेडल जीता।

खेल ही हैं भविष्य की नींव: श्री कुंदन कुमार

समापन समारोह में बोलते हुए मुख्यातिथि श्री कुंदन कुमार ने कहा, "ये सिर्फ मेडल नहीं, बल्कि आत्मविश्वास, मेहनत और संकल्प का प्रतीक हैं। ट्रैक साइक्लिंग जैसे इवेंट्स में युवाओं का जोश देखकर लगता है कि भारत का भविष्य खेलों में बेहद उज्ज्वल है। केंद्र और राज्य सरकारें इन प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के लिए लगातार प्रयासरत हैं।"

खिलाड़ियों ने दिखाया जुनून, दर्शकों ने बढ़ाया उत्साह

पूरे टूर्नामेंट के दौरान ट्रैक पर खिलाड़ियों की रफ्तार के साथ-साथ दर्शकों का जोश भी चरम पर रहा। हर रेस, हर मोड़ पर तालियों की गूंज ने माहौल को और जीवंत बना दिया। आयोजकों की माने तो ट्रैक साइक्लिंग में इस बार रिकॉर्ड संख्या में राज्य और खिलाड़ियों ने भाग लिया, जो खेलो इंडिया की सफलता और विस्तार का प्रमाण है।

Wednesday, 7 May 2025

 बिहार की बेटी  ब्रॉन्ज जीतने में रही सफल, ट्रैक साइक्लिंग में राजस्थान का रहा दबदबा

बिहार की बेटी ब्रॉन्ज जीतने में रही सफल, ट्रैक साइक्लिंग में राजस्थान का रहा दबदबा

इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम दिल्ली में 6 से 8 मई तक आयोजित की जा रही साइक्लिंग की यह प्रतियोगिता

नई दिल्ली। खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 के तहत दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में ट्रैक साइक्लिंग के रोमांचक मुकाबलों का दूसरे दिन भी आयोजन हुआ। दूसरे दिन हुए मुकाबलों में राजस्थान का दबदबा रहा। राजस्थान 3 गोल्ड और 1 ब्रॉन्ज मेडल जीतने में सफल रहा। बिहार की बेटी सुहानी कुमारी भी ब्रॉन्ज जीतने में सफल रही।  इस मौके पर मुख्यातिथि के रूप में एमसीडी नजफगढ़ के डिप्टी कमिश्नर आईएएस संतोष कुमार राय उपस्थित रहे। उन्होंने प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया और विजेताओं को सम्मानित किया। इस मौके पर लेबर कमिश्नर बिहार सरकार एवं CAO बिहार भवन श्री कुमार दिग्विजय, ARC बिहार भवन श्री शम्स अफरोज  और उपनिदेशक सूचना एवं जनसंपर्क श्री दिनेश कुमार भी मौजूद रहे। 

राजस्थान की हर्षिता जाखड़ ने मारी बाज़ी

गर्ल्स की 2000 मीटर इंडिविजुअल पर्सूट रेस में राजस्थान की हर्षिता जाखड़ ने शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम किया। हर्षिता की रफ्तार और आत्मविश्वास ने दर्शकों का दिल जीत लिया। उन्होंने इस दौरान 46.4 की एवरेज स्पीड निकाली। वहीं हरियाणा की भूमिका ने सिल्वर मेडल जीता और बिहार की सुहानी कुमारी ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया।

लड़कों की 3000 मीटर रेस में भी राजस्थान का दबदबा

बॉयज़ 3000 मीटर इंडिविजुअल पर्सूट में भी राजस्थान के खिलाड़ियों ने दमखम दिखाया। इस मुकाबले में गोल्ड मेडल राजस्थान के सीताराम बेनीवाल को मिला जबकि महाराष्ट्र के सिद्धेश घोरपड़े ने सिल्वर पर कब्जा जमाया। ब्रॉन्ज मेडल भी राजस्थान के ही खाते में गया। महावीर सरन ने इसे हासिल किया। 

स्प्रिंट 200 मीटर में महाराष्ट्र और राजस्थान ने जीता गोल्ड

गर्ल्स 200 मीटर स्प्रिंट इवेंट में महाराष्ट्र की साइक्लिस्ट आकांक्षा महात्रे ने जबरदस्त फुर्ती दिखाई और गोल्ड मेडल जीता। केरल की साइक्लिस्ट अनिकक्षिया मारिया थॉमस ने सिल्वर जबकि झारखंड की प्रतिभागी सबिना कुमारी ने ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया। जबकि बॉयज में राजस्थान  के अदित्या जाखड़ ने गोल्ड, झारखंड के विकास ने सिल्वर जीता और तेलांगना के आर थानिश ने ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा जमाया।  

खिलाड़ियों को बताया 'राष्ट्र का भविष्य'

मुख्यातिथि आईएएस संतोष कुमार राय ने मेडलिस्ट खिलाड़ियों को सम्मानित करने के बाद अपने संबोधन में कहा, "खेलों के माध्यम से देश का नाम रोशन करने वाले ये युवा खिलाड़ी भारत के उज्ज्वल भविष्य की नींव हैं। सरकार और प्रशासन की ओर से हर संभव सहयोग दिया जा रहा है, ताकि ये खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी देश का झंडा बुलंद करें।"

बिहार की साइक्लिस्ट सुहानी कुमारी ने  ब्रॉन्ज जीतने के बाद कहा, "बिहार सरकार द्वारा किया जा रहा यह आयोजन काफी अच्छा है। मेरा सपना इंटरनेशनल स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने का है। इसके लिए मैं जी-तोड़ मेहनत कर रही हूं।" 

इस प्रतियोगिता में देश भर से आए खिलाड़ियों ने न केवल अपनी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन किया  है बल्कि अनुशासन, समर्पण और टीम भावना की मिसाल भी पेश की है। ट्रैक साइक्लिंग के ये मुकाबले खेलो इंडिया की इस बार की थीम 'खेल के रंग बिहार के संग' के तहत आयोजित किए जा रहे हैं।