Tuesday, 5 November 2024

प्रदेश में बिना परमिट के चलने वाले वाहनों पर सख्त कार्रवाई  की जाए :  अनिल विज

प्रदेश में बिना परमिट के चलने वाले वाहनों पर सख्त कार्रवाई की जाए : अनिल विज


चंडीगढ़ : परिवहन विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में परिवहन मंत्री श्री अनिल विज ने निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश में बिना नम्बर के कोई भी वाहन सड़क पर नहीं होना चाहिए, यदि कोई भी वाहन ऐसा पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

साथ ही उन्होंने निर्देश दिए कि कोई भी सरकारी बस किसी भी प्राइवेट ढाबे पर खड़ी न मिले। उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए हैं कि सभी महाप्रबंधक (जीएम) प्रतिदिन बस स्टैंड चैक करें और प्रदेश में बिना परमिट के चलने वाले वाहनों पर सख्त कार्रवाई की जाए। 

Monday, 4 November 2024

 विकास कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करें अधिकारी : गोयल

विकास कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करें अधिकारी : गोयल

नागरिक उड्डयन मंत्री श्री विपुल गोयल ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक 


तय समय में काम पूरा हो, इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था पर भी विचार करें अधिकारी 

चंडीगढ़, 04 नवम्बर- हरियाणा के नागरिक उड्डयन मंत्री श्री विपुल गोयल ने विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए निर्देश दिए कि विभागीय योजनाओं को जल्द से जल्द पूरा करें और तय समय में काम पूरा करने में कोई परेशानी न आए, इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था पर भी विचार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में समय पर हवाई सेवाओं का और विस्तार हो और प्रदेशवासियों को बेहतर हवाई यात्रा सुविधा अपने निकट उपलब्ध हो सके,  यही प्रदेश सरकार का उद्देश्य है।
बैठक के दौरान कैबिनेट मंत्री श्री विपुल गोयल ने अधिकारियों से कहा कि कोई भी कार्य को पूरा करने से पहले उसका फुल प्रूफ प्लान बनाएं, ताकि भविष्य में किसी समस्या का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि हमें प्रदेश में पैराजंपिंग और एयरो स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने जैसी योजनाओं पर काम करना चाहिए और फ्लाइंग क्लब की संख्या में और बढ़ोतरी पर भी विचार किया जाना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से यह भी कहा कि किसी भी एयरपोर्ट या पट्टी पर कोई विशेष कार्य के लिए जगह चिन्हित करने के साथ-साथ उद्देशय की पूर्ति हो, इसे भी कार्य योजना में शामिल करना चाहिए, ताकि उस जगह का सदुपयोग हो।
बैठक में विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने पीपीटी के माध्यम से हिसार, अम्बाला, भिवानी, करनाल, नारनौल आदि एयरपोर्ट/हवाई पट्टी से संबंधित योजनाओं पर कैबिनेट मंत्री श्री विपुल गोयल को विस्तार से जानकारी दी।
बैठक के दौरान एसीएस श्री सुधीर राजपाल, एडवाइजर श्री शेखर विद्यार्थी, एचसीएस श्री सतीश सिंगला, कैप्टन आरपी सिंह, विंग कमांडर प्रवीण कुमार डीडी, एचएडीसी के सीईओ जयदीप बल्हारा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

Saturday, 2 November 2024

इस्कॉन फरीदाबाद ने उमंग और भक्ति के साथ मनाई गोवर्धन पूजा

इस्कॉन फरीदाबाद ने उमंग और भक्ति के साथ मनाई गोवर्धन पूजा



फरीदाबाद : 2 नवंबर को इस्कॉन मंदिर, फरीदाबाद में गोवर्धन पूजा का पावन पर्व बड़े उत्साह और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। यह महोत्सव भगवान श्रीकृष्ण की दिव्य लीला का स्मरण कराता है, जिसमें उन्होंने गोवर्धन पर्वत को उठाया था।

पवित्र कार्तिक मास के दौरान, भगवान श्रीकृष्ण ने यह अद्वितीय कार्य किया, जिससे उनकी भक्तों के प्रति अनन्य प्रेम और सुरक्षा का परिचय मिलता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, वृंदावन के निवासी इन्द्र देव की पूजा की तैयारी कर रहे थे, तब श्रीकृष्ण ने उन्हें गोवर्धन पर्वत और गायों की पूजा करने की सलाह दी। इससे इन्द्र देव कुपित हो गए और वृंदावन पर मूसलधार वर्षा का प्रकोप बरसाया।
श्रीकृष्ण ने निर्भय होकर अपनी छोटी अंगुली पर गोवर्धन पर्वत को उठाया और सम्पूर्ण समुदाय को आश्रय प्रदान किया। सात दिनों तक ब्रजवासी पर्वत की छांव में सुरक्षित रहे और भगवान श्रीकृष्ण की दिव्य उपस्थिति का अनुभव करते रहे।

यह अद्भुत लीला भगवान श्रीकृष्ण को भक्तवत्सल के रूप में दर्शाती है, जो अपने भक्तों के रक्षक और प्रिय हैं। इन्द्र को पराजित कर और अपने भक्तों की रक्षा कर, श्रीकृष्ण ने भक्तों के साथ अपने संबंध को और भी गहरा कर दिया।

इस घटना की स्मृति में, विश्वभर के भक्त गोवर्धन पूजा को बड़े उल्लास के साथ मनाते हैं। इस्कॉन फरीदाबाद में, गोवर्धन पर्वत की प्रतिकृति चावल और हलवे से बनाई गई, जिसमें पवित्र कुंडों के लघु रूपांकन थे।

मंदिर के अध्यक्ष, गोपेश्वर दास ने कहा, "हमें प्रसन्नता हुई कि फरीदाबाद भर से भक्त प्रेमपूर्वक तैयार किए गए भोजन अर्पण, आरती में भाग लेने, और गोवर्धन की परिक्रमा में शामिल होने के लिए आए। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण का स्मरण करना अत्यंत शुभ माना गया है, जो हमें उनके आशीर्वाद और निकटता प्रदान करता है।"

शास्त्रों के अनुसार, गोवर्धन पर्वत भगवान श्रीकृष्ण से अभिन्न है, और इसकी पूजा राधा-कृष्ण को प्रसन्न करती है। यह वार्षिक उत्सव श्रीकृष्ण के भक्तों के प्रति उनके निष्ठावान प्रेम और सुरक्षा के प्रति हमारी स्मृतियों को ताजा करता है।