Thursday, 15 June 2017

फरीदाबाद में भ्रष्टाचार के खिलाफ 30 दिनों से जारी है सत्याग्रह


फरीदाबाद :15 जून(National24news) फरीदाबाद नगर निगम में व्याप्त महाभ्रष्टाचार को रोकने और पूर्व में हुए घोटालों की जांच की मांग को लेकर पिछले 30 दिनों से संघर्षरत भ्रष्टाचार विरोधी मंच ने निग्मायुक्त श्रीमती सोनल गोयल पर आरोप लगाया है भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरते हुए देख वह बौखला गयी है और मंच की भ्रष्टाचार विरोधी आवाज को कुचलने में अपनी शक्ति लगा रही है।  मंच के संयोजक अनशनकारी बाबा रामकेवल और सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता डा. ब्रहमदत्त पदमश्री ने आरोप लगाया कि यह अधिकारी मंच के द्वारा उठाए गए मामलों में मीडिया को भी भ्रमित कर रही है, इससे ऐसा आभास होता है कि कहीं वह खुद भी भ्रष्टाचारियों के षड़यंत्र में शामिल तो नहीं है। यदि ऐसा है तो यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।  उन्होंने निग्मायुक्त से सवाल किया कि वह बताए कि उन्होंने मंच के द्वारा उठाए गए घोटालों के मामले में अब तक क्या किया है और नहीं किया है तो जांच जारी है आदि ब्यान देकर जनता को क्यों भ्रमित किया जा रहा है।

 बाबा रामकेवल व पदमश्री ने  कहा है कि यह बड़े ही तकलीफ की बात है कि निग्मायुक्त  (जो कि एक आई.ए.एस. अधिकारी है) को कानून व नियमों की जानकारी नहीं है और यदि उन्हें कानून व नियमों की जानकारी है तो वह बताए कि उन्होंने मंच के धरने व सत्याग्रह को गैरकानूनी व अवैध कैसे बताया है।  उन्होंने आरोप लगाया कि निग्मायुक्त ने धरने व सत्याग्रह का सहयोग कर रहे कर्मियों की सी.आई.डी. करने के लिए बाकयदा लिखित में आदेश करके अपने एक कर्मचारी की डयूटी लगाई है। निग्मायुक्त को बताना होगा कि उसने ऐसा किस नियम व कानून के तहत ऐसा किया है।  एक छोटे से पत्र में अनेकों गैरकानूनी व अनाधिकृत काम निगम प्रशासन के द्वारा किये गये हैं - इससे साबित होता है कि निग्मायुक्त मंच के भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण बौखालाहट व असमंजस से ग्रस्त हो गई है इसलिये मंच के नगर निगम को भ्रष्टाचारमुक्त करने के उच्च लक्ष्य का सम्मान करते हुए इस काम में मंच की सहायता लेने की बजाए मंच से आज तक कोई बात ही की है और ना ही संभवतया सरकार को जांच की सिफारिश की है।   उन्होंने आरोप लगाया है कि निग्मायुक्त के इस प्रकार के कार्यकलापों व पत्रों से ऐसा परीलिक्षित होता है कि वह मंच को ही अपराधिक, गैरकानूनी व अवैध मानकर ओछे हथकंडे अपनाने पर उतर आई है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।

 इधर मंच के तत्वाव्धान में अनशनकारी बाबा रामकेवल, डा. ब्रहमदत्त पदमश्री और निगम अधिकारी रतन लाल रोहिल्ला का सत्याग्रह आज तीसवें दिन भी जारी रहा, जिसके समर्थन में अन्य के इलावा आर.टी.आई. एक्टिविस्ट वरूण श्योकंद, रविन्द्र चावला, शाहाबीर खान, भगवान दास, राकेश चिंडालिया, धन सिंह अत्री, वीरेन्द्र सिंह मुजेसर, जगदीश तनेजा, सुभाष चंद शर्मा, चित्रा नैन, जगजीत कौर पन्नु, बनारसी राठीख् धीर सिंह, हरीदत्त, सुरेन्द्र वर्मा आदि भी सत्याग्रह पर बैठे।

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