Wednesday 22 November 2017

सतयुग दर्शन संगीत कला का केंद्र


चंडीगढ़ :22 नवम्बर I संगीत मन के भावों को विभिन्न स्वर संगतियों के माध्यम से प्रस्तुत करने का साधन है । उच्च कोटि का संगीत आत्मा को परमात्मा के समीप पहुंचाता है जबकि निम्न कोटि का संगीत व्यक्ति को वासना की गर्त में धकेल देता है । संगीत के माध्यम से शारीरिक, मानसिक व आत्मिक स्वास्थ्य के उत्थान के लिए ,बच्चों के चाहुर्मुखी विकास में अग्रणी, सतयुग दर्शन ट्रस्ट की शाखा सतयुग दर्शन संगीत कला केंद्र ,चंडीगढ़ द्वारा  संगीत व  नृत्य सांस्कृतिक कार्यक्रम   का आयोजन टैगोर थिएटर, सेक्टर – 18 में किया गया।

कार्यक्रम का उद्घघाटन माननीया मैनेजिंग ट्रस्टी श्रीमती रेशमा गांधी जी , श्रीमती अनुपमा तलवार जी  एवं ट्रस्ट के मार्गदर्शक श्री सजन जी ने किया । बच्चों द्वारा एक से बढ़कर एक शास्त्रीय संगीत और नृत्य की प्रस्तुति से पूरा सभागार गूंज उठा । 

स्टेज पर  थिरके बच्चों के कदमों ने  व शास्त्रीय संगीत, भजन गायन तथा देश भक्ति का संगीत पेश कर सबका मन मोह लिया । किसी ने क्लासिकल नृत्य की प्रस्तुति दी तो किसी के कदम लोक नृत्य पर थिरके। किसी ने भारत की अलौकिक संस्कृति को दर्शाया तो किसी ने नृत्य के माध्यम से सत्यमेव जयते का संदेश दिया । संगीत-विद्या का प्रयोग आदिकाल अर्थात वैदिक काल से ही सुदृढ़ संस्कृति स्थापना हेतु किया जाता रहा है । मूक व बधिर , दृष्टिहीन मासूम बच्चों ने अपनी प्रस्तुती से  सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया ।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि :ज्ञानचंद गुप्ता ,आशा जसवाल ,मेयर संजय टंडन ,प्रेसिडेंट भाजपा चंडीगढ़ रोशन लाल ,
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