नई दिल्ली : 31 अगस्त (National24news)भारतीय महिला वर्ल्डकप टीम की खिलाड़ी मानसी जोशी ने उत्तराखंड सरकार के नौकरी प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। मानसी का कहना है कि जब राज्य में क्रिकेट को मान्यता ही नहीं है। और आगे खेलने के लिए मौके नहीं मिलेंगे तो ऐसे में इस प्रस्ताव को हां नहीं कह सकती हैं।
हरियाणा से मिला मौका
गौरतलब है कि देहरादून निवासी मानसी डीएवी शताब्दी कॉलेज फरीदाबाद में एमए की स्टूडेंट्स हैं। वह हरियाणा चार साल पहले आई थी। यहीं से टीम इंडिया में जगह बनाने तक उन्होने स्ट्रगल किया। उनके कोच विरेंद्र सिंह रोटेला ने हरियाणा के रोहतक में हो रहे अंडर-19 के ट्रायल में शामिल होने की सलाह दी। यहां पर चयन होने के बाद अब हरियाणा की ओर से रणजी खेल रही हैं।
मानसी हरियाणा से आॅलराउंडर कैटेगिरी में खेलती हैं। यहीं से प्रदर्शन करते हुए उन्होने भारतीय विश्व कप टीम में जगह बनाई। वह एक मीडियम पेसर हैं। विश्व कप में मानसी को पाकिस्तान के खिलाफ खेलने का मौका मिला। जिसमें उन्होने 9 रन देकर 2 विकेट हासिल किए। इसके बाद श्रीलंका के खिलाफ उन्होने 31 रन दिए। इसके आगे फिर उन्हें खेलने का मौका नहीं दिया गया। उनका कहना है कि बेशक वर्ल्डकप हार गए। लेकिन इससे एक नई उम्मीद व जज्बे का जन्म हुआ है। इसके तहत ही अब टीम अगले साल होने वाले टी-20 वर्ल्डकप की तैयारियों में जुटी है।
अभी भी रहती किराए पर मानसी का परिवार अभी भी देहरादून में किराए के मकान में रहता है। मानसी ने बताया कि उत्तराखंड खेल विभाग से पत्र मिला। इसमें सात विभागों में 4600-4800 ग्रेड पर ज्वाइनिंग की बात लिखी है। अगर वह नौकरी ज्वाइंन भी करती तो उन्हें इतनी छुट्टी नहीं मिलेंगी जिससे वह घरेलु क्रिकेट खेल सकती। उन्हें मौका मिला तो वह रेलवे ज्वाइन करेंगी। जिससे उनके खेल करियर पर कोई असर नहीं पड़ सके।
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