Wednesday 19 July 2017

विधायक ललित नागर ने सरकारी अस्पताल का औचक निरीक्षण कर डॉक्टरों को लगाई जमकर लताड़


फरीदबाद: 19 जुलाई (National24news)  तिगांव के सरकारी अस्पताल में क्षेत्र के लोगों द्वारा निरंतर मिल रही अनियमितताओं की शिकायतों के मद्देनजर आज क्षेत्रीय कांग्रेसी विधायक ललित नागर ने अचानक अपने समर्थकों के साथ अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान अस्पताल में नियुक्त 9 चिकित्सा स्टाफ में से 6 लोग गैर हाजिर मिले, जबकि गांवों से मरीजों को लाने व ले जाने वाली एम्बुलेंस भी अस्पताल से गायब मिली। अस्पताल पहुंचने पर विधायक श्री नागर को पता चला कि प्रदेश की पहली मॉडर्न डिलीवरी हट होने के बावजूद प्रहलादपुर निवासी प्रिंयका की सास को मजबूरीवश उसकी डिलीवरी अस्पताल गेट पर ही करनी पड़ी। 

प्रियंका ने विधायक ललित नागर को बताया कि आज सुबह वह 6 बजे प्रसव पीड़ा होने पर अपनी सास के साथ अस्पताल आई थी और यहां गेट पर बैठे चौकीदार ने उन्हें यह कहते हुए जाने को कहा कि 9 बजे आना अभी अस्पताल में कोई डॉक्टर नहीं है परंतु महिला की हालत गंभीर होने पर मजबूरीवश उसकी सास ने खतरा उठाते हुए अस्पताल के गेट पर ही उसकी डिलीवरी कर दी। इस पूरे मामले को सुनने के बाद विधायक ललित नागर ने अस्पताल में मौजूद डॉक्टरों को जमकर लताड़ते हुए मौके पर जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी गुलशन अरोड़ा से फोन पर बात की, लेकिन उनके छुट्टी पर होने के चलते पीएमओ डा. राजीव बातिश को उन्होंने पूरे मामले से अवगत करवाते हुए पूछा कि तिगांव अस्पताल में कितने डॉक्टरों का स्टाफ नियुक्त किया हुआ है, 

जिस पर उन्होंने बताया कि यहां दो डॉक्टरों सहित 9 लोगों का स्टाफ को लगाया हुआ है, जिस पर ललित नागर ने पीएमओ से पूछा कि क्या अस्पताल में रात के समय डिलीवरी हट को बंद कर दिया गया, जिसके चलते आज महिला की सास को अस्पताल के गेट पर डिलीवरी के लिए विवश होना पड़ा। इस पर पीएमओ ने ललित नागर को आश्वासन दिया कि वह इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच करवाएंगे और भविष्य में ऐसा मामला न हो, इसके लिए अस्पताल को कड़े निर्देश देंगे। इस अवसर पर  विधायक ललित नागर ने लचर स्वास्थ्य सेवाओं पर भाजपा सरकार की खिंचाई करते हुए कहा कि आसपास के गांवों की आबादी को देखते हुए पूर्व की कांग्रेस सरकार के शासनकाल में तिगांव के पीएचसी सेंटर को प्रदेश की पहली मॉडर्न डिलीवरी का हट का दर्जा देकर यहां पर गर्भवती महिलाओं के लिए सभी सुविधाएं मुहैया कराई गई।

इस हट से तिगांव के आसपास के करीब 25 गांवों के लोगों को 24 घंटे डिलीवरी की सुविधा मिल रही थी। मगर पिछले करीब एक माह से यहां पर रात के समय डिलीवरी का काम पूरी तरह से बंद कर दिया गया। जिस कारण क्षेत्र के लोगों को काफी परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल में पहले जो डॉक्टर दंपत्ति नियुक्त थे, वह चौबीस घण्टे लोगों के इलाज के लिए मौजूद रहते थे परंतु केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर के ईशारे पर उक्त डॉक्टर दंपत्ति का यहां से तबादला कर दिया गया, जिसके चलते यहां स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से ठप्प होकर रह गई है।  विधायक ललित नागर ने कहा कि एक तरफ तो प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज हरियाणा में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर बड़े-बड़े दावे करते है, मगर ग्रामीण क्षेत्रों को मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं को देखकर लगता है कि यह सभी बातें मानो बेमानी हो। 

उन्होंने कहा कि वह इस अस्पताल में व्याप्त अनियमितताओं को लेकर जल्द ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर व स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखकर क्षेत्र में स्थित स्वास्थ्य केंद्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने की मांग रखेेंगे और विधानसभा के आगामी मानसून सत्र में सरकार की लचर स्वास्थ्य सेवाओं को समूचे प्रदेश की जनता के समक्ष उजागर करेंगे। इस मौके पर धर्मबीर मास्टर, राजबीर नागर, सतीश पंडित, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता युद्धवीर झा, धर्मबीर नागर, बीरु नागर, सुंदर नेताजी, मुकुटपाल, जैना पंडित, अनूप नागर, अनुज नागर, श्यामलाल नागर, मनोज नागर आदि मुख्य रुप से मौजूद थे। 



Share This News

0 comments: