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Friday 6 October 2017

मानव रचना ने वर्ल्ड नंबर 1 डब्ल ट्रैप शूटर अंकुर मित्तल का किया सम्मान

मानव रचना ने वर्ल्ड नंबर 1 डब्ल ट्रैप शूटर अंकुर मित्तल का किया सम्मान

फरीदाबाद:6अक्टूबर (National24news) मानव रचना शैक्षणिक संस्थान (एमआरईआई) के स्टूडेंट्स ने एक बार फिर खेल के क्षेत्र में इतनी बड़ी उपलब्धि प्राप्त कर संस्थान को गौरांवित किया है। मानव रचना इंटरनैशलन यूनिवर्सिटी (एमआरआईयू) एमबीए स्टूडेंट अंकुर मित्तल ने मैन्स डब्ल ट्रैप कैटिगरी में पहला स्थान हासिल कर संस्थान को ही नहीं देश को भी गौरांवित किया है। आईएसएसएफ के द्वारा हॉल ही में जारी की गई रैंकिंग में अंकुर वर्ल्ड नंबर 1 डब्ल ट्रैप शूटर बना है।

अंकुर को सम्मानित करने के लिए शुक्रवार को मानव रचना में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर अंकुर को सम्मानित करते हुए मानव रचना के वाइस प्रेसिडेंट डॉ. अमित भल्ला ने कहा कि मानव रचना खेलों को शिक्षा का अहम हिस्सा मानता है और इसी सोच के साथ नैशनल व इंटरनैशनल स्तर के खिलाड़ियों को स्टेट आफ द आर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ तैयार किया जाता है। हॉल ही में नैशनल राइफल असोसिएशन ऑफ इंडिया के द्वारा ओलंपिक लेवल शूटिंग रेंज का उद्घाटन कैंपस में किया गया है।

इस मौके पर प्रतिभाशाली शूटर श्री रोंजन सोढ़ी, मानव रचना इंटरनैशनल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. एनसी वाधवा, मानव रचना के डायरेक्टर स्पोर्ट्स श्री सरकार तलवार, फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज की डीन डॉ. छवि भारगव मौजूद रहीं।

इस मौके पर सभी का आभार प्रकट करते हुए अंकुर मित्तल ने कहा कि आज मैं बहुत खुश हूं कि मैं अपने देश के लिए यह सम्मान हासिल करने में काबिल बना। इसके लिए मैं राज्य सरकार, स्पोर्ट्स अथॉरिटी व मानव रचना का धन्यवाद करना चाहता हूं क्योंकि मुझे हर कदम पर इनसे सभी जरूरी सहयोग प्राप्त हुआ। इसी सहयोग के कारण में नंबर वन के पद तक पहुंच पाया। अंकुर ने बताया कि उन्होंने साल 2014 में मानव रचना का  हिस्सा बने। उन्होंने कहां कि बहुत ही कम यूनिवर्सिटी होती हैं जो उच्च शिक्षा के साथ साथ खेलों की भी सुविधाएं स्टूडेंट्स को मुहैया कराती हैं और मानव रचना उन्हीं में से एक हैं।

इस मौके पर श्री सरकार तलवार ने अंकुर मित्तल के लिए प्रशंसात्मक उल्लेख पढ़ा।

अंकुर मित्तल का अब तक का सफर

अंकुर मित्तल ने पिछले एक साल में देश को गौराव प्रदान करने में कोई कमी नहीं छोड़ी। अंकुर ने सबसे पहले भारत में फरवरी में आईएसएसएफ वर्ल्ड कप में सिल्वर मेडल हासिल किया और उसी के बाद मैक्सिको में आयोजित हुए वर्ल्ड कप में गोल्ड मेडल प्राप्त किया। केवल यहीं नहीं एशियन चैंपियनशिप में प्रतिभाशाली शूटरों के साथ खेल कर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया और सिंतबर में मोस्को में आयोजित की गई आईएसएसएफ वर्ल्ड चैंपियनशिप में बेहतर स्कोर कर (145-150) अपने ही जर्मनी में बनाए गए नैशनल रेकार्ड (144-150) को तोड़ दिया। वह डब्ल ट्रैप इवेंट में सबसे ज्यादा स्कोर करने वाला खिलाड़ी बना और सिल्वर मेडल पर कब्जा किया। अपने इन्हीं गौरवशाली पारियों की मदद से वह रैंकिंग में डब्ल ट्रैप शूटिरों की लिस्ट में सबसे ऊपर पहुंचा है। अंकुर श्री रोंजन सोढ़ी के बाद दूसरा भारतीय खिलाड़ी बना है जिसने यह स्थान हासिल किया है।

Thursday 5 October 2017

मोदी के राज में महंगाई के बोझ तले दब गए हैं लोग - तरुण तेवतिया

मोदी के राज में महंगाई के बोझ तले दब गए हैं लोग - तरुण तेवतिया

फरीदाबाद:5अक्टूबर (National24news)दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोेरेशन द्वारा 10 अक्टूबर से मेट्रो के किराए में इजाफा किया जा रहा है। इसके विरोध में गुरूवार को युवा कांग्रेसियों ने जिला अध्यक्ष तरुण तेवतिया के नेतृत्व में बाटा चौक स्थित मेट्रो स्टेशन पर प्रदर्शन किया। युवाओं ने अपने हाथ पर काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराया। साथ ही मेट्रो किराए के नए स्लैब की प्रतियां लोगों को बांटे और बीजेपी सरकार की जनविरोधी नीतियों के प्रति जागरूक किया। 

मौके पर तरुण तेवतिया ने कहा कि फरीदाबाद से रोजाना लगभग एक लाख यात्री मेट्रो सेवा का इस्तेमाल करते हैं। मेट्रो का किराया बढ़ने से इनकी जेबों पर काफी बोझ पड़ेगा। उन्होंने कहा कि इससे पहले दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने 10 मई को मेट्रो रेल के किराए में इजाफा किया था। अब चार महीने बाद फिर से किराया बढ़ाया जा रहा है। 10 अक्टूबर से मेट्रो का अधिकतम किराया 60 रुपये हो जाएगा। फिलहाल एस्कोटर्स मुजेसर मेट्रो स्टेशन से बदरपुर बॉर्डर जाने तक 30 रुपये देने होते हैं, लेकिन नया किराया लागू होने से बाद इसके लिए 40 रुपये किराया देना होगा। यह किराया हरियाणा रोडवेज की एसी बसों से भी अधिक है। 

उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार को इस मामले में हस्ताक्षेप करते हुए मेट्रो के बढ़ने वाले किराए पर रोक लगानी चाहिए। उन्होंने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जब से बीजेपी सरकार बनी है, तब से हर चीज पर महंगाई बढ़ती जा रही है। मोदी राज में लोग महंगाई के बोझ तले दबते जा रहे हैं। हाल ही में मोदी सरकार ने बिना सबसिडी के गैस सिलेंडरों के दाम बढ़ाए हैं। सीएनजी और पीएनजी के रेट भी अधिक हुए हैं और अब मेट्रो का किराया बढ़ने जा रहा है। इन किसी भी मामले में बीजेपी सराकर ने हस्ताक्षेप नहीं किया है, जिससे साबित होता है कि सरकार पूरी तरह से जनविरोधी है। मौके पर पृथला विधानसभा युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष बंटी हुड्डा, अमित तंवर, सतीश, अरुण डागर जाजरू, सूरजीत सिंह, सरफराज खान, अरसद खान, जवाहर लाल तेवतिया, विकास, आकाश आदि मौजूद थे।

Tuesday 3 October 2017

 मसाज पार्लर की आड़ में जिस्मफरोशी के धंधे का भंडाफोड़ ,नौ लड़कियाँ और संचालक सहित पांच युवक गिरफ्तार

मसाज पार्लर की आड़ में जिस्मफरोशी के धंधे का भंडाफोड़ ,नौ लड़कियाँ और संचालक सहित पांच युवक गिरफ्तार

फरीदाबाद:4अक्टूबर (National24news) नेशनल हाईवे स्थित मैनहेटन मॉल में मसाज पार्लर की आड़ में चल रहे जिस्मफरोशी के धंधे का फरीदाबाद पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस मसाज पार्लर से 9 लड़कियों के अलावा मसाज पार्लर के मालिक सहित 5 लड़कों को रंगेहाथ जिस्मफरोशी करते हुए गिरफ्तार किया है। सभी लड़कियां और लड़के फरीदाबाद व आसपास के रहने वाले बताए जाते हैं। पुलिस ने इन सभी आरोपियों के खिलाफ वेश्यावृत्ति अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। मसाज पार्लर की आड़ में पुलिस ने एक मॉल में पहले भी दो बार छापा मारकर जिस्मफरोशी का धंधा करने वाले युवक-युवतियों को गिरफ्तार किया था।

मुंह पर चुन्नी और तौलिया बांधकर मुंह छुपा रहे यह वह युवक-युवतियां। हैं जिन्हें आज देर रात फरीदाबाद पुलिस ने नेशनल हाईवे स्थित एक मॉल में चल रहे मसाज पार्लर में छापा मारकर जिस्मफरोशी करते हुए रंगे हाथ पकड़ा है। पुलिस ने मसाज पार्लर  से 9 लड़कियों और 5 लड़कों को गिरफ्तार किया है। दरअसल फरीदाबाद पुलिस को सूचना मिली थी कि नेशनल हाईवे स्थित मॉल के अंदर प्रथम तल पर चल रहे इस्पात सेंटर में जिस्मफरोशी का धंधा होता है। पुलिस अधिकारियों ने महिला पुलिस इंस्पेक्टर इंदू बाला के नेतृत्व में बड़खल सीआईए के साथ एक टीम का गठन किया गया और मैनहेटन माल में छापा मारने के लिए भेज दिया गया । पुलिस टीम का नेतृत्व कर रही इंस्पेक्टर इंदू बाला की माने तो उन्हें सूचना मिली थी कि नेशनल हाईवे स्थित मैनहटन मॉल में मसाज पार्लर की आड़ में देह व्यापार का धंधा चलाया जा रहा है। पुलिस ने यहां रेड की तो मौके से 8 लड़कियों और चार लड़कों को गिरफ्तार किया।

इंस्पेक्टर इंदु बाला की मानें तो पिछले कुछ महीनों से इस मॉल में  मसाज पार्लर की आड़ में जिस्मफरोशी का धंधा चलाया जा रहा था। अभी पुलिस मामले की जांच कर रही है। पूछताछ के बाद ही अब इस मामले में और ज्यादा जानकारी दी जा सकेगी।




आ.....अब हम लौट चलें....खुशी की ओर....: कुलदीप सिंह

आ.....अब हम लौट चलें....खुशी की ओर....: कुलदीप सिंह

फरीदाबाद:3 अक्टूबर (National24news) आज शहरों में लोगों की जीवन शैली दिन पर दिन अति आधुनिक होती जा रही है और अपने को आधुनिक का प्रतीक दिखाने के चक्कर में अपनी खुशियों के पैमाने और अर्थ दोनों ही बदलते जा रहे हैं। आजकल लोगों की नये तरीके की जीवन शैली विकास की कमशकश और भागमभाग से त्रास्त दिख रही है। केवल ऊपरी मुस्कान का दिखावा बढ़ रहा है - अंतर की वास्तविक खुशी तो गायब हो रही है। आधुनिक हो रहे जीवन में यदि आराम बढ़ता है तो कोई विवाद नहीं हो सकता, पर आज की आधुनिकता की कीमत परिवार के तनावमुक्त स्वस्थ वातावरण की बलि देकर नहीं चुकाई जा सकती। शायद हमारे बच्चे पहले ही ऐसे वातावरण से वंचित होते जा रहे हैं और हमारे वो संबंध जो हमें आपस में बांधे रखते थे, बड़ी तेजी से समाप्ति की ओर जा रहे हैं।

आज हमें अपने निजी व्यवहार और जीवन शैली में आ गये बदलाव पर अत्यधिक विचार करने की तीव्र आवश्यकता है और इस काम में हमारी परम्पराओं की संस्कृति हमारी सहायता अच्छी तरह कर सकती है। अपने परिवारों के बीच प्रेम और सम्मान का वातावरण तथा परस्पर सद्भावना के निर्माण के लिए ऐसे ही कछ विचारों पर हम ध्यान केन्द्रित कर सकते हैं जो हमारी मदद हमेशा करते हैं।

1. सेवा: यह एक ऐसा संबोधन है जिसमे ंअपने कर्तव्य बोध के साथ समर्पण भी जुड़ा है। व्यक्तिगत रूप से मेरा अनुभव यही रहा है कि घर की नौकरानी द्वारा दी गई एक कप चाय.....और घर के परिवार के सदस्य पत्नी, पुत्राी और या पुत्रावधू द्वारा प्रस्तुत एक कप चाय...........मिठास का अंतर तो अनुभव हो ही जाता है। पहले वाली चाय में शायद केवल कर्तव्य बोध है जबकि दूसरी में कर्तव्य के साथ अनुराग भी बांध लेता है। यही भावना ही धीरे-धीरे आगे चलकर प्रेम और सम्मान में बदल जाती है।

2. परिवार कक्ष: हमारे घर में एक तो जगह ऐसी जरूर हो, जहां घर के सभी सदस्य मिल बैठकर टीवी देखें और आपसे अपने अनुभव और विचार सांझा करें। आजकल तो बड़े सुन्दर सुन्दर ड्राइंग रूम होते हैं, जो घरों में आने वाले मेहमानों का ही इंतजार करते हैं, परन्तु वहां घर-परिवार के लोग भी तो कभी-कभार ही दिखाई पड़ते हैं। वैसे मोबाईल पफोन पर व्यक्तिगत बातें करने के लिए बड़ा सुविधाजनक स्थान हेाता है - आपका ड्राइंग रूम....।साथ साथ बैठने बात करने के अवसर तो बहुत कम ही घर में मिलते हैं। हमको आपको, आजकल तो हर कोई अपने बैडरूम में टीवी से अपनी आंखें चिपकाए दिखता है.....। इन आधुनिक सुविधाओं ने तो खुशी के नाम पर हमारी पारिवारिक सुख शांति और सह अस्तित्व की भावना को ही ग्रहण लगा दिया है। अगर हम सब साथ बैठे होते तो हो 

सकता था कि सभी मिलकर किसी एक टीवी प्रोग्राम को देखने पर 
एकमत हो जाते। यह भी हो सकता था कि अपनी-अपनी पसंद का 

विवाद होने की स्थिति में समाधान के लिए घर की मुखिया की बात को अंतिम निर्णय मानकर सब साथ होते। हमारे अलग-अलग शयन कक्षों ने तो हमें इस हद तक बांट दिया है कि हमारे अंदर से सहनशीलता और दूसरे विचारों से सांमजस्य बनाने की क्षमता ही समाप्त होती जा रही है।

3. बैंक खाते: घर परिवार े सभी धन कमाने वाले सदस्यों ने अपने पूर्णतः व्यक्तिगत खाते खुलवा रखे हैं और उनमें आपस में समय पर खर्च न करने की होड़ सी लगी होती है। कोई किसी पर आश्रित नहीं है और यह उनकी पूर्ण स्वतन्त्रता है। इस पूर्ण स्वतन्त्राता ने घरों के अंदर की एकता को छिन्न भिन्न कर दिया है। वास्तव मे, आज तो नगरों घर है नहीं, ये तो सभी मकान है....फ्रलैट या पेइंग गेस्ट हाॅस्टल जैसी जगहे हैं.....।

आजकल के 20-30 साल के नौजवानों की घर की समझ को तो शायद आधुनिकता की नजर लग गई है। उन्हें पुरानी घर परम्परा के बारे में तो किसी ने बताया सिखाया नहीं और न ही उन्हें कुछ वैसा शहर में देखने को मिला। उनके लिए तो अपनी स्वतन्त्राता और निजता ही अधिक मायने रखती है। उनकी दुनिया बस उनके अपने दोस्तों तक है, बाकी सारे संबंध तो महत्वहीन या गौण हैं।

अभी हाल ही में, मैंने कुछ हफ्रतों का समय एक ग्रामीण परिवार के संग बिताया, जहां मुझे लगा कि मैं स्वर्ग में हूं भले ही वह एक गांव था। उस परिवार के मुखिया का सम्मान, उस घर के सभी सदस्य बिना कहे ही कर रहे थे। किसी को कुछ भी बताने या कहने की जरूरत ही नहीं थी। ‘घर की समझ’ के साथ वास्तव में पूरी तरह यही उचित वंशानुक्रम (वंश में श्रेष्ठता क्रम) का एक सवोत्तम उदाहरण था। अलग-अलग बेडरूमों या शयनकक्षों की उन लोगों के लिए, जिन्होंने पुरानी परम्पराओं का समय देखा है और घर परिवार का अर्थ सही मायने में जानते हैं उनकी इन मूल्यों के प्रति समाज को जागरूक करने की जिम्मेदारी बढ़ जाती है। आज इस बात की जरूरत है कि स्कूल और घरों में बच्चों को इन जीवन मूल्यों को सिखाया जाये। कुछ लोग कह सकते हैं कि सेवा, अनुक्रम, सम्मान आदि पुरातनपंथी विचार है, परन्तु आज इसी पुरातन की अति आवश्यकता है। अतः इससे पहले कि हम जीवन की अंधी दौड़ में बहुत दूर निकल जाएं, अच्छा होगा कि आ अब हम लौट चलें....।



पंकज ठाकुर बने हरियाणा अंडर-19 टीम के गेंदबाजी कोच

पंकज ठाकुर बने हरियाणा अंडर-19 टीम के गेंदबाजी कोच

फरीदाबाद:3 अक्टूबर (National24news)  हरियाणा क्रिकेट एसोसिएशन ने नए टैलेंटेड गेंदबाजों को निखारने के लिए पूर्व रणजी क्रिकेटर पंकज ठाकुर को जिम्मेदारी सौंपी है। उनके एक्सपीरियंस को देखते हुए उन्हें अंडर-19 टीम का गेंदबाजी कोच नियुक्त किया गया है। पूर्व हरियाणा रणजी खिलाड़ी पंकज ठाकुर ने हरियाणा क्रिकेट एसोसिएशन के महासचिव श्री अनिरुद्ध चौधरी जी का धन्यवाद किया है डिस्ट्रिक क्रिकेट एसोसिएशन एग्जीक्यूटिव प्रेजीडेंट रजत भाटिया ने भी पंकज को इस नई पारी की शुभकामनाएं दी हैं। जबकि इंडिया ए कोच विजय यादव ने पंकज का हरियाणा अंडर-19 टीम का गेंदबाजी कोच बनने का स्वागत किया है। विजय यादव का कहना है कि पंकज काफी बेहतरीन क्रिकेटर हैं। उनके अनुभव का इस उम्र के खिलाड़ियों काे काफी फायदा पहुंचेगा। जो आगे चलकर सीनियर टीम को मिलेगा।

पंकज ठाकुर का जन्म पंजाब के जालंधर में हुआ। लेकिन अब वह फरीदाबाद हरियाणा के निवासी है। यहीं से उनके क्रिकेट की भी शुरुआत हुई। वह हरियाणा रणजी टीम के काफी लंबे समय तक ऑलराउंडर के तौर पर सदस्य रहे। 1992-93 में उन्होने रणजी में पदार्पण किया। ऑफ ब्रेक गेंदबाज पंकज ने 57 प्रथम श्रेणी मैचों में 5 अर्धशतक की बदौलत 1298 रन बनाए हैं। जबकि लिस्ट ए के 42 मैचों में 44 हाई स्कोर के साथ 366 रन उनके नाम दर्ज है। गेंदबाजी की बात करे तों प्रथम श्रेणी में उनके नाम 217 विकेट दर्ज है। इसमें उन्होने 10 बार 5 विकेट और 1 बार 10 विकेट हासिल किए हैं। जबकि लिस्ट ए में उन्होने 49 विकेट अपने नाम किए हैं। पंकज ठाकुर का कहना है कि उनकी कोशिश हरियाणा के इस स्तर के खिलाड़ियों को बेहतर बनाते हुए अगले स्तर के लिए तैयार करना है। ताकि वह इस स्तर पर हरियाणा के लिए तो प्रदर्शन कर सके। अगले स्तर पर भी वह हरियाणा के लिए बेहतर करने के लिए तैयार रहें।