Sunday 6 May 2018

गांव फज्जूपुर खादर में विधायक ने सुनीं ग्रामीणों की समस्याएं


फरीदाबाद 6 मई । तिगांव विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेसी विधायक ललित नागर ने भाजपा सरकार  के कथित दलित प्रेम पर हल्ला बोलते हुए कहा कि क्योंकि भाजपा सरकार में दलितों के हालात इतने खराब है कि दलितों को अपने हक-हकूक की आवाज को बुलंद करने के लिए सडक़ों पर आना पड़ा वहीं निर्दाेष दलितों को पुलिसिया डंडों का भी सामना करना पड़ा।उन्होंने कहा कि दलित समाज अब इनके बहकावे में आने वाला नहीं है क्योंकि यह समाज भली भांति जानता है कि भाजपा सरकार में दलितों पर लगातार अत्याचार बढ़ रहे है वहीं उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा  उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा दलित हितों को सर्वाेपरि रखा है, जबकि भाजपा सरकार अपने खिसकते जनाधार को बचाने के लिए अब माा वोट बैंक की राजनीति के लिए दलितों को गुमराह करने का काम कर रही है। विाायक ाी नागर आज अपने ‘चलो गांव की चौपाल की ओर’ कार्यक्रम के तहत गांव फाूपुर खादर में ग्रामीाों द्वारा आयोजित स्वागत समारोह में उपस्थितजनों को संबोाित कर रहे थे। 

कार्यक्रम में पहुंचने पर विाायक ललित नागर का समस्त गांव की ओर से पगड़ी बांाकर जोरदार स्वागत सकार किया गया। वहीं ग्रामीाों ने विाायक के समक्ष समस्याएं रखते हुए गांव के लाल डोरा क्षेाफल को बढ़ाने, लड़कियों के लिए कालेज की व्यवस्था करने, खिलाडिय़ों के लिए खेल का मैदान, पीने के पानी की समस्या आदि का निदान कराने के अलावा केजीपी पुल के दूसरी तरफ अपने खेतों पर जाने के लिए रास्ता दिए जाने की मांग रखी, जिस पर विाायक ललित नागर ने कहा कि वास्तव में यह एक बड़ी समस्या है, लेकिन बड़े अफसोस की बात है कि सरकार में बैठे केंद्रीय स्तर के मंाी ने पुल के साथ लगते गांवों को रास्ता दिलवाने के लिए कोई प्रयास नहीं किए। लेकिन उहोंने विपक्ष में रहते हुए भी ग्रामीाों की समस्या को जायज मानते हुए विाानसभा में इस मुद्दे को जोरशोर से उठाया तथा इसी का परिााम है कि सरकार को उनकी इस मांग को मानते हुए केंद्रीय मंाी नितिन गडकरी से बकायदा एक प्रतिनिािमंडल को मिलवाया और केंद्रीय मंाी ने उनकी मांग को मान लिया है और जल्द ही इन गांवों को अपने खेतों में जाने के लिए रास्ता मिलेगा।

 लोगों को संबोाित करते हुए विाायक ललित नागर ने भाजपा सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि मौजूदा सरकार लोगों की जनाकांक्षाओं पर खरी नहीं उतरी है, यही कारण है कि आज आम जन से लेकर कर्मचारी तक अपनी मांगों को लेकर सडक़ों पर आंदोलनरत है। युवा बेरोजगारी के दलदल में धंसता जा रहा है। सरकार के पास युवाओं के लिए कोई रोजगारमुखी योजना नहीं है। भ्रष्टाचार व अपराध का बोलबाला है। यही कारण है कि 29 अप्रैल को दिल्ली में आयोजित जनाक्रोश रैली की सफलता से भाजपा सरकार की उल्टी गिनती शुरु हो गई है और उसका प्रमाण देश की जनता को कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा की शर्मनाक हार के रुप में देखने को मिलेेगा। इस अवसर पर पूर्व सरपंच ठा. सुमेर सिंह, ठा. सूरजपाल, सरपंच बलवीर सिंह, ठा. राजपाल, वीरेंदर वकील, जसवंत मेबर, ठा. लखमी चन्द, सुरेश, ठा खूबी राम, बलजीत, पप्पू सिंह, राम लखन, शीशराम मास्टर, गणेश, नानक चेयरमैन, सुरेंदर, मनोज ठाकुर, सूरजपाल भूरा, नितेंदर सिंह, वीरेंदर फौजी, कमल सिंह, सूरजपाल भूरा, विनोद सरपंच, उपेश मेबर, बाबू लाल रवि सहित अनेकों गणमान्य लोग मौजूद थे। 
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