फरीदाबाद : 31 मार्च । आपको बताते चलें कि होली के दिन 3 मार्च 2018 को फरीदाबाद , एनआई टी के रहने वाले एक एस्ट्रोलॉजर ,,,, के मोबाइल नंबर पर एक अनजान नंबर से फोन आया, फोन करने वाले ने अपना नाम बादशाह बतलाकर 25 लाख रुपए की फिरौती की मांगी ।
25 लाख की मांग पूरी न करने की एवज में मुदई के बेटे को उठाकर जान से मारने की धमकी दी और मुदई को 3 मार्च शायं 4:00 बजे तक का टाइम दिया ।
एनआईटी निवासी व्यक्ति की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ फिरौती मांगने के संबंध में थाना मुझेसर में 3 मार्च को FIR नंबर 142 दर्ज की गई थी।
श्रीमान पुलिस आयुक्त महोदय श्री अमिताभ सिंह ढिल्लो ने इस केस की आगामी जांच हेतु अपराध शाखा सेक्टर 30 को जिम्मेदारी देते हुए आरोपियों की जल्द धरपकड़ करने की निर्देश दिए थे।
शिकायतकर्ता व्यक्ति और उसके परिवार को पुलिस प्रोटेक्शन दी गई थी।
डीसीपी क्राइम श्री सुखबीर सिंह ने अपराध शाखा सेक्टर 30 इंचार्ज इंस्पेक्टर संदीप मोर के नेतृत्व में एक स्पेशल साइबर टीम गठित कर आरोपियों को पकड़ने योजना बनाई।जिस पर कार्यवाही करते हुए
गगनदीप पुत्र मेहर चंद निवासी रघुवीर नगर, दिल्ली
ओंकार सिंह पुत्र महेंद्र निवासी वीरेंद्र नगर , दिल्ली
को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है
आरोपियों ने पकड़े जाने के डर से व पुलिस को गुमराह करने के लिए जिस मोबाइल से उन्होंने फिरौती की डिमांड की थी उसको अपनी चतुराई दिखाते हुए चेन्नई की तरफ जाने वाली ट्रेन के अंदर लावारिस छोड़ दिया ताकि पुलिस उन तक ना पहुंच सके।
क्राइम ब्रांच टीम ने अपने विश्वस्त सूत्रों के आधार पर सूझबूझ से काम लेते हुए दिल्ली में छापामारी की गई और आखिर दोनों युवकों को फरीदाबाद से गिरफ्तार करने में सफलता पाई।
पूछताछ पर आरोपियों ने बताया कि वह छोटे-मोटे काम कराने के लिए पहले ही कमीशन लेकर गायब हो जाते थे। कभी LIC एजेंट बनकर तो कभी प्रॉपर्टी डीलर बनकर कमीशन ले लेते थे और उनका काम ही नहीं कराते थे।
इस बार कुछ बड़ा करने की फिराक में थे और इसी के चलते एनआईटी, फरीदाबाद निवासी व्यक्ति को फोन करके 25 लाख की फिरौती मांगी थी
इस स्पेशल टीम में इंस्पेक्टर संदीप मोर सहित सब इंस्पेक्टर रविंद्र कुमार ASI अनूप सिंह हवलदार दिनेश कुमार साइबर सेल व साइबर एक्सपर्ट सिपाही मनोज कुमार शामिल थे।
आरोपियों से वारदात में प्रयोग 2 मोबाइल फ़ोन बरामद कर , दोनों आरोपियों को अदालत पेश किया गया,अदालत ने आरोपियों को भेजा नीमका जेल।
25 लाख की मांग पूरी न करने की एवज में मुदई के बेटे को उठाकर जान से मारने की धमकी दी और मुदई को 3 मार्च शायं 4:00 बजे तक का टाइम दिया ।
एनआईटी निवासी व्यक्ति की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ फिरौती मांगने के संबंध में थाना मुझेसर में 3 मार्च को FIR नंबर 142 दर्ज की गई थी।
श्रीमान पुलिस आयुक्त महोदय श्री अमिताभ सिंह ढिल्लो ने इस केस की आगामी जांच हेतु अपराध शाखा सेक्टर 30 को जिम्मेदारी देते हुए आरोपियों की जल्द धरपकड़ करने की निर्देश दिए थे।
शिकायतकर्ता व्यक्ति और उसके परिवार को पुलिस प्रोटेक्शन दी गई थी।
डीसीपी क्राइम श्री सुखबीर सिंह ने अपराध शाखा सेक्टर 30 इंचार्ज इंस्पेक्टर संदीप मोर के नेतृत्व में एक स्पेशल साइबर टीम गठित कर आरोपियों को पकड़ने योजना बनाई।जिस पर कार्यवाही करते हुए
गगनदीप पुत्र मेहर चंद निवासी रघुवीर नगर, दिल्ली
ओंकार सिंह पुत्र महेंद्र निवासी वीरेंद्र नगर , दिल्ली
को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है
आरोपियों ने पकड़े जाने के डर से व पुलिस को गुमराह करने के लिए जिस मोबाइल से उन्होंने फिरौती की डिमांड की थी उसको अपनी चतुराई दिखाते हुए चेन्नई की तरफ जाने वाली ट्रेन के अंदर लावारिस छोड़ दिया ताकि पुलिस उन तक ना पहुंच सके।
क्राइम ब्रांच टीम ने अपने विश्वस्त सूत्रों के आधार पर सूझबूझ से काम लेते हुए दिल्ली में छापामारी की गई और आखिर दोनों युवकों को फरीदाबाद से गिरफ्तार करने में सफलता पाई।
पूछताछ पर आरोपियों ने बताया कि वह छोटे-मोटे काम कराने के लिए पहले ही कमीशन लेकर गायब हो जाते थे। कभी LIC एजेंट बनकर तो कभी प्रॉपर्टी डीलर बनकर कमीशन ले लेते थे और उनका काम ही नहीं कराते थे।
इस बार कुछ बड़ा करने की फिराक में थे और इसी के चलते एनआईटी, फरीदाबाद निवासी व्यक्ति को फोन करके 25 लाख की फिरौती मांगी थी
इस स्पेशल टीम में इंस्पेक्टर संदीप मोर सहित सब इंस्पेक्टर रविंद्र कुमार ASI अनूप सिंह हवलदार दिनेश कुमार साइबर सेल व साइबर एक्सपर्ट सिपाही मनोज कुमार शामिल थे।
आरोपियों से वारदात में प्रयोग 2 मोबाइल फ़ोन बरामद कर , दोनों आरोपियों को अदालत पेश किया गया,अदालत ने आरोपियों को भेजा नीमका जेल।
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