Monday, 22 January 2018

900 करोड़ से तैयार होगी हरियाणा विश्वकर्मा स्किल यूनिवर्सिटी :विपुल गोयल


 फरीदाबाद 22 जनवरी। वसंत पंचमी के  पावन अवसर पर एचवीएसयू ने   इरकॉन इंफ्रास्ट्रक्चर एंड सर्विसेज लिमिटेड के साथ पलवल के दुधोला में हरियाणा विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए अनुमानित  ९०० करोड़ के कैंपस कंस्ट्रक्शन  समझौते पर हस्ताक्षर किए,  इस अवसर पर माननीय कौशल विकास मंत्री श्री विपुल गोयल ने मुख्य अतिथि, माननीय कुलपति श्री राज नेहरु,प्रिंसिपल सचिव श्री टीसी गुप्ता, विशिष्ट अतिथि, श्री सी के  नायर, सीईओ इरकॉन इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड , श्री मनीराम शर्मा, आई ए एस , उपायुक्त पलवल . श्री टेक  चंद शर्मा, विधायक पृथला , श्री सुंदर सिंह, सरपंच और उद्योग जगत के अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने शिरकत की I

इस कार्यक्रम की शुरूआत श्री विपुल गोयल, श्री राज नेहरु, श्री टीसी गुप्ता, श्री सी के  नायर, श्री मनीराम शर्मा, आई ए एस आदि  गणमान्य व्यक्तियों द्वारा दीप प्रज्जवलन द्वारा हुई तत्पश्चात छात्रों ने  सरस्वती वंदना की । माननीय मंत्री श्री विपुल गोयल और अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत यूनिवर्सिटी अधिकारीयों द्वारा  किया गया   संयुक्त निदेशक कर्नल उत्कर्ष राठौड़ ने आज तक के एचवीएसयु  की  उपलब्धियों तथा यात्रा को साझा किया । यूनिवर्सिटी का उद्देश्य अर्थव्यवस्था के उभरते क्षेत्रों में कौशल, कौशल आधारित शिक्षा और अनुसंधान और उद्यमिता विकास को बढ़ावा देना  और इन क्षेत्रों से संबंधित विभिन्न क्षेत्रों में कौशल स्तर को बढ़ाना है I

माननीय कौशल विकास मंत्री श्री विपुल गोयल ने कहा कि हरियाणा कौशल शिक्षा के क्षेत्र में सदा अग्रणी रहा है I स्कूली स्तर पर भी कौशल प्रशिक्षण कार्यकर्म शुरू करने वाला पहला राज्य था तथा यूनिवर्सिटी स्तर पर भी राज्य ने देश की पहला सरकारी कौशल विश्वविद्यालय स्थापित किया है  इसमें जहाँ एक ओर ऑटोमोबाइल, रोबोटिक्स, बैंकिंग, आईटी आदि आधुनिक तकनीकी  पाठयकर्मों का प्रशिक्षण दिया जायेगा वहीँ दूसरी और खेल कूद व कृषि आदि से संबधित कौशल प्रशिक्षण भी दिए जायेंगें I  उन्होंने अपने गतिशील और अभिनव दृष्टिकोण के लिए कुलपति की प्रशंसा की और कहा कि उन्हें यकीन है कि राज नेहरू  निश्चित रूप से एचवीएसयू को देश में कौशल शिक्षा के  एक आदर्श रूप में स्थापित करेंगें जो  राज्य के युवाओं को विकास और स्वयं रोजगार के नए अवसर प्रदान करेगा।

उन्होंने आगे कहा कि एचवीएसयू दोहरी कौशल शिक्षा मॉडल की विशेषता तथा कामयाबी उद्योग की साँझा भागीदारी में निहित है । उन्होंने उद्योग जगत का आव्हान करते हुए कहा कि समय आ गया की राज्य के समग्र विकास के लिए  उद्योग भी अपनी भागीदारी इस तरह के प्रयासों में बढ़ाय

इस अवसर पर कुलपति श्री राज नेहरू ने कहा कि वसंत पंचमी के पवित्र दिवस पर समझौते पर हस्ताक्षर करने का अपना महत्व है। वसंत पंचमी देवी सरस्वती को समर्पित त्यौहार  है जो ज्ञान और  सभी कलाओं की  देवी है। वह अपने सभी रूपों में रचनात्मक ऊर्जा और शक्ति का प्रतीक है उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय अपने शीघ्र निष्पादन के लिए जाना जाता है। पिछले कुछ महीनों के सिमित कार्यकाल में हमने विभिन्न उद्योगों के साथ 50 से अधिक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं, लगभग 8 कार्यक्रम शुरू किए हैं जिनमें दो डिग्री प्रोग्राम हैरो मोटोकॉर्प लि के साथ शामिल हैं और अब केवल तीन महीने से काम समय में इरकॉन के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। यह एक अनुठा परिसर होगा जोयुवाओं को स्किलिंग के  फीडर स्कूल से लेकर पीएचडी स्तर के  बेहतर  अवसर प्रदान करेगा। इसमें जिवंत  प्रोग्शालायें  और इंडस्ट्रीज के उत्कृष्टता केंद्र होंगे  जो छात्रों को नवीनतम उपकरणों और तकनीकों पर कुशलता प्रदान करेंगें जिस से वो न केवल  उद्योग के लिए तैयार होंगें अपितु  दूसरों के लिए रोजगार सृजन करने में भी सक्षम होंगें । 

उन्होंने कहा कि एचवीएसयू पाठ्यक्रम उद्योग और मांग उन्मुख होगा तथा हमारा लक्ष्य हमारे ऐतिहासिक विश्वविद्यालयों जैसे तक्षिला, नालंदा, विक्रमशला और वलभी जैसे कौशल और आधुनिक शिक्षा का प्रतीक स्थल  बनाना है। यूनिवर्सिटी का  ऑफ कैम्पस ड्यूल स्किली एजुकेशन मॉडल एक अनूठा मॉडल है जो अन्य राज्यों में भी लोकप्रिय हो रहा है और एचवीएसयू ई एंड वाई के साथ एक  मैनुअल को विकसित करने की प्रक्रिया में है।


डॉ सुनील गुप्ता, रजिस्ट्रार एचवीएसयू और श्री सी के नायर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, इरकॉन  ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए गए । डॉ सुनील गुप्ता ने बताया कि भारत के पहले कौशल विश्वविद्यालय का निर्माण 82 एकड़ गांव दुधोल में, जिला पलवल में किया जाएगा। एचवीएसयू इसमें लगभग 900करोड़ निवेश करेगा जो तीन चरणों में होगा । पहले चरण में 400 करोड़ का निवेश होगा तथा इसका निर्माण 2020 तक लक्षित है  इस हाई टेक कैंपस में हरियाणा के युवाओं को सशक्त बनाने के लिए नविन  प्रौद्योगिकी और अत्याधुनिक पाठ्यक्रम होंगे जो औद्योगिक  मांगों के लिए तैयार किए गए हैं  । अकादमिक सत्र 201 9 तकएचवीएसयू  का प्रथम चरण दुधौला स्तिथ  अपने  परिसर में शुरू करेगा चरण 1 के दौरान 4000 उम्मीदवारों की प्रशिक्षण क्षमता के साथ विश्वविद्यालय द्वारा तैयार किए गए विभिन्न औपचारिक और गैर-औपचारिक कार्यक्रमों में शुरू होगें  और हमारा  लक्ष्य तीसरे चरण में 12000उम्मीदवारों को कौशल  प्रशिक्षण  प्रदान करना है।

विशिष्ट अतिथि   श्री टी सी गुप्ता आईएएस, प्रमुख सचिव ने सम्बोदित करते हुए कहा कि हरियाणा ने ऍप्रेंटशिप ट्रेनिंग में भी रिकॉर्ड कामयाबी हासिल की है और उन्हें उम्मीद है कि मैंगो ट्री के कांसेप्ट से शुरू यह यूनिवर्सिटी देश ही नहीं अपितु पुरे विश्व में हरियाणा का नाम रोशन करेगी


श्री सी के नायर, इरकॉन  ने प्रोजेक्ट के विभिन्न चरणों पर प्रकाश डाला तथा आश्वासन दिलाया कि यह प्रोजेक्ट निर्धारित समयावधि में पूर्ण हो जायेगा


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