फरीदाबाद: 1 दिसम्बर : हरियाणा राज्य पुण्य भूमि है - आदि काल से ही इस राज्य का नाम इतिहास में अपनी उपलब्धियों के लिए जाना जाता है। भगवान श्री कृष्ण ने महाभारत के युद्घ के समय इसी पुण्य भूमि पर अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। जो आज विश्व भर में महान ग्रंथ के रूप में प्रसिद्घ है। इसी पुण्य भूमि पर इन दिनों गीता जयंती उत्सव का आयोजन किया जा रहा है जिसमें प्रदेश भर के सभी शहर बढ़-चढक़र भाग ले रहे हैं। महाभारत का युद्घ भी इसी पुण्य भूमि पर लड़ा गया। कहा जाता है कि हरियाणा में प्रभु के चरण पड़े इसी कारण इसका नाम हरिआणा हो गया जो बनते-बनते हरियाणा में परिवर्तित हो गया इसलिए इसे पुण्य भूमि भी कहा जाता है।
प्रदेश भर में मनाये जाने वाले इस उत्सव को फरीदाबाद के 21बी स्थित जीवा पब्लिक स्कूल में भी मनाया जा रहा है। विद्यालय में विषय को ध्यान में रखते हुए एवं छात्रों को अपनी संस्कृति एवं धार्मिक तथ्यों से परिचित करने हेतू कई प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। विद्यालय में छात्रों ने गीता के श्लोकों का पाठ कर उसका अर्थ भी समझाया। छात्रों ने कृष्ण भक्ति के गीत भी प्रस्तुत किए। कक्षा पहली से लेकर सातवीं तक के छात्रों ने गीता के श्लोकों एवं उनके अर्थ स्पष्टï किए जिनमें विजेता छात्रों ने नाम इस प्रकार से हैं :- कक्षा सातवीं की आकांक्षा पहले स्थान पर, नीति वाधवान दूसरे स्थान पर तथा कक्षा छठी की दिव्या तीसरे स्थान पर रही। विद्यालय के प्राईमरी के छात्रों ने भी इस अवसर पर श्लोक, भजन, कहानी, दोहा तथा चौपाई प्रस्तुत किए।
भजन प्रतियोगिता में विजेता छात्र इस प्रकार से हैं :- कक्षा पाँचवीं से तिष्या बजरा प्रथम, हर्षिता द्वितीय, चेष्टïा खट्ïटर तृतीय स्थान पर रहे। कहानी प्रतियोगिता में कक्षा चौथी की नियति प्रथम, कक्षा पाँचवीं की परी सिसोदिया द्वितीय, चौथी की हरमन तृतीय रही। श्लोक प्रतियोगिता में दूसरी कक्षा में आरयन सोनी प्रथम, वेदान्त द्वितीय, तीसरी से चौपाई प्रतियोगिता में अंशिका नंलिनी प्रथम, सिद्घार्थ द्वितीय रहे। वहीं दोहा प्रतियोगिता में कक्षा पहली से केशवी प्रथम और लक्षिता अरोड़ा द्वितीय रहे। इस अवसर पर छात्रों ने लघु नाटिका के माध्यम से गीले तथा सूखे कूड़े के प्रबंधन के विषय में बताया तथा स्वच्छता के महत्व को दर्शाते हुए सबको जागरूक किया कि स्वच्छता से ही स्वस्थ समाज का निर्माण होता है। छात्रों ने संदेश दिया कि स्वच्छता में ही ईश्वर का निवास है।
इस अवसर पर विद्यालय के अध्यक्ष श्री ऋषिपाल चौहान ने कहा कि गीता एक महान ग्रंथ है इसमें जीवन का सार है, यह हमें जीवन के उच्च नैतिक मूल्यों से अवगत कराती है।
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