Saturday 5 August 2017

ब्रह्मकुमारी बहनों ने आचार्यजी को बांधा रक्षासूत्र


फरीदाबाद :5अगस्त(National24news)रक्षा सूत्र का अर्थ एक दूसरे के हित अहित का ख्याल रखना और एक दूसरे के अच्छे के लिए सदा साथ खड़े रहने का भाव उत्पन्न होना है। यह बात अनंतश्री विभूषित इंद्रप्रस्थ एवं हरियाणा पीठाधीश्वर श्रीमद् जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी श्री पुरुषोत्तमाचार्य महाराज ने रक्षा सूत्र बांधने पहुंची ब्रह्माकुमारी बहन मधुजी व अन्य को कही। 
आश्रम के अधिष्ठाता स्वामी श्री पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज को रक्षा सूत्र बांधने के लिए हजारों की संख्या में भक्त एवं सतशिष्य हर वर्ष यहां पहुंचते हैं। जो क्रम करीब हफ्ते भर चलता है। इसी क्रम की शुरुआत आज ब्रह्माकुमारी बहन मधु जी ने की। उन्होंने अपने साथ आई बहन रूपाली व भाई राजेश जी के साथ महाराजश्री को रक्षा सूत्र बांधा। उन्होंने लोककल्याण के लिए कार्य कर रहे आचार्यश्री के दीर्घायु व उत्तम स्वास्थ्य की कामना करते हुए उन्हें अपना बड़ा भाई भी बताया। उन्होंने कहा कि वैसे तो वह हर वर्ष उन्हें रक्षा सूत्र बांधने के लिए आती हैं, लेकिन हर बार रिश्ते में ताजगी महसूस होती है जो स्वामीजी की विशेषता है। 

वहीं स्वामी श्री पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज ने कहा कि रक्षा सूत्र बांधने से ही फर्ज पूरा नहीं होता बल्कि यहां से शुरुआत होती है। उन्होंने कहा कि रक्षा सूत्र का अर्थ एक दूसरे के भावों का आदर करना भी है। रक्षा सूत्र का अर्थ दूसरे की भलाई में अपनी भलाई समझना भी है।

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