फरीदाबाद 24 मई(National24news.com) आशा ज्योति विद्यापीठ साहूपुरा सैक्टर-65 में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी ग्रीष्मावकाश के समय 23/5/2017 में वर्तमान कालीन शिक्षा की बारीकियों को देखते हुए एवं ंविश्वस्तरीय शिक्षा को बनाए रखने के लिए इस संस्था ने विद्यालय में अध्यापक कार्य श्रंखला का आयोजन किया जिसका मुख्य विषय शिक्षकों के व्यक्तित्व का विकास करना था । 24/5/2017 को प्रधानाचार्या विधू ग्रोवर जी ने सभी अध्यापक- अध्यापिकाओं को दै-नन्दिनी में शिक्षण विधियों को योजनाबद्ध तरीके से पढ़ाने की प्रस्तुति समझाई ।
मनमोहन दत्त कौशिक जी इस अध्यापक कार्य- श्रंखला के सूत्रधार थे।उन्होंने शिक्षा की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए अनेक प्रकार की शिक्षा की विधियाँ बताई।जिससे अध्यापकों ने बच्चों के अन्दर शिक्षा के प्रति इच्छा शक्ति ,शिक्षा के प्रति रुचि ध्यान पूर्वक अपना कार्य करना आदि गुणों को प्रदान करना सीखा । जिस के कारण बच्चे पठन-पाठन एवं वाचन कला में निपुण हो सकें।कौशिक जी का मुख्य उद्देश्य था - बच्चों का सर्वागीण विकास करना।उनका मानना है कि अध्यापक एक जलती हुई मोमबत्ती है जो लाखों करोडों मोमबत्तियों को जला सकता है। इस लिए अध्यापक को राष्ट्र का निर्माता कहा गया है।
विद्यालय के सभी अध्यापक- अध्यापिकाओं ने ध्यान पूर्वक कौशिक जी की शिक्षा के स्तर को सुधारने की प्रक्रिया को समझा और उनका अनुसरण करने के लिए आत्मीयता समर्पित की । कौशिक जी ने बच्चों के मनोवैज्ञानिक स्तर से भी शिक्षकों को अवगत कराया जिससे शिक्षकों के मन में शिक्षण विधियों के सही प्रयोग करने की जागरूकता उत्पन्न हो सके । अन्त में कौशिक जी कोे सभी शिक्षकों ने हृदय से धन्यवाद दिया । मनोरंजन हेतु अन्त में प्रधानाचार्या श्रीमती विधू ग्रोवर जी ने सभी शिक्षकों के लिए अमृतसर ले जाने की योजना से अवगत कराया सभी बहुत ही प्रसन्न थे ।ेे
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