फरीदाबाद : 30अप्रैल(National24news.com) 1000 वर्ष पूर्व सनातन परंपरा में बढ़ रहे जातिगत भेदभाव को समाप्त कर एवं अधर्मियों को परास्त कर जगदगुरु कहलाने वाले रामानुज स्वामी का जयघोष करने के लिए आज हजारों लोग जुटे। श्री सिद्धदाता आश्रम की ओर से दिल्ली एनसीआर में आठ जगहों पर शोभायात्राओं का आयोजन किया गया। जिनमें दो फरीदाबाद के डबुआ एवं बल्लभगढ़ की राजीव कॉलोनी में आयोजित हुईं।
डबुआ कॉलोनी आसपास के भक्तों ने भोजुपरी अवधी समाज धर्मशाला से यात्रा शुरू कर 33 फुट रोड मस्जिद, पुरानी सब्जी मंडी, 60 फुट रोड जनता कॉलोनी, सारन गांव, जवाहर कॉलोनी, कपड़ा कॉलोनी, 60 फुट रोड, 27 फुट रोड होते हुए मनी की टाल पर संपन्न की। यात्रा में हरियाणा सरकार में मुख्य संसदीय सचिव एवं बडख़ल की विधायक सीमा त्रिखा, महापौर सुमन बाला, पार्षद ममता चौधरी, पूर्व उपमहापौर जिले सिंह भी शामिल हुए।
यात्रा में भारत भूषण शर्मा, राजेश शर्मा, चौ ज्ञानेंद्र सिंह, राजपाल दहिया, सीपी गुप्ता, चौ शक्ति सिंह, धर्मेंद्र गोयल, सतीश फागना, कविंद्र फागना आदि का प्रमुख योगदान रहा।
वहीं बल्लभगढ़ की राजीव कॉलोनी से शुरु हुई यात्रा समयपुर रोड, 56 सेक्टर, कृष्णा कॉलोनी में संपन्न हुई। हजारों लोगों की इस शोभायात्रा में भाजपा युवा नेता मुकेश डागर ने झंडी दिखाई। वहीं सतीश डागर, रमेश डागर, नेपाल ङ्क्षसह, भरतलाल डागर आदि का प्रमुख योगदान रहा। इसमें झांकियां, ढोल, बैंड आदि के साथ झूमते गाते भक्तजन बड़े ही अनोखे लग रहे थे। इन यात्राओं में सैकड़ों की संख्या में सौभाग्यवती महिलाओं ने सिर पर कलश भी उठाए।
वहीं बल्लभगढ़ की राजीव कॉलोनी से शुरु हुई यात्रा समयपुर रोड, 56 सेक्टर, कृष्णा कॉलोनी में संपन्न हुई। हजारों लोगों की इस शोभायात्रा में भाजपा युवा नेता मुकेश डागर ने झंडी दिखाई। वहीं सतीश डागर, रमेश डागर, नेपाल ङ्क्षसह, भरतलाल डागर आदि का प्रमुख योगदान रहा। इसमें झांकियां, ढोल, बैंड आदि के साथ झूमते गाते भक्तजन बड़े ही अनोखे लग रहे थे। इन यात्राओं में सैकड़ों की संख्या में सौभाग्यवती महिलाओं ने सिर पर कलश भी उठाए।
गौरतलब है कि देश भर में इन शोभायात्राओं का आयोजन रामानुज स्वामी की 1000वीं जयंती के उपलक्ष्य में हो रहा है जिसकी पूर्ण रूपरेखा श्री सिद्धदाता आश्रम एवं श्री लक्ष्मीनारायण दिव्यधाम के अधिपति अनंतश्री विभूषित इंद्रप्रस्थ एवं हरियाणा पीठाधीश्वर श्रीमद जगदगुरु रामानुजाचार्य स्वामी श्री पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज ने बनाई है। आचार्यजी ने बताया कि भाष्यकार रामानुज स्वामी ने 1000 वर्ष पूर्व जातिगत भेदभाव एवं अधर्म की ओर गमन कर रहे समाज को धर्म का मार्ग दिखलाया। जिससे उन्हें जगदगुरु की उपाधि से विभूषित किया गया। ऐसे परम संत के मत का प्रचार करने में श्री सिद्धदाता आश्रम का हर भक्त अपने संपूर्ण प्रयास कर रहा है।
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