फरीदाबाद, 16 अप्रैल (National24news.com) राष्ट्रीय पंचनद सेना द्वारा नगर निगम सभागार में बैसाखी पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर फरीदाबाद, दिल्ली, पलवल, गुडग़ांव, मेवात व आसपास के जिलों के हजारों की संख्या में सेना से जुड़े लोगों, समाजसेवियों व पंजाबी समाज के लोगों ने भाग लिया। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया। हिन्दुस्तान के मशहूर पंजाबी गायक शंकर साहनी ने अपने मधुर गीतों से उपस्थित लोगों का मनमोह लिया।
कार्यक्रम में पंचनद स्मारक समिति के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष डाक्टर राम आहूजा, पीर जगन्नाथ का सानिध्य रहा है। जबकि मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश की मुख्य संसदीय सचिव सीमा त्रिखा व कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रीय पंचनद सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष लवकेश टूटेजा ने की। इस मौके पर फरीदाबाद की मेयर सुमन बाला, पार्षद स. जसवंत सिंह, मनोज नासवा व सुभाष आहूजा उपस्थित थे।
कार्यक्रम में आए हुए अतिथियों का राष्ट्रीय पंचनद सेना के चेयरमैन प्रेम दीवान, जिलाध्यक्ष टोनी पहलवान, महासचिव कुलदीप साहनी, युवा चेयरमैन विजय कंठा ने पगड़ी बांधकर व स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया। इस अवसर पर उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए पंचनद स्मारक समिति के राष्ट्रीय कार्यकारिणी अध्यक्ष डाक्टर राम आहूजा ने कहा है कि पंचनद स्मारक एक समिति के साथ-साथ आह्वान है। जिस तरह गुरू गोबिन्द सिंह ने सन् 1699 में जात-पात से ऊपर उठाकर हिन्दु धर्म को बचाने के लिए खालसा पंत की स्थापना की थी। ठीक उसी प्रकार जात-पात से ऊपर उठकर पंचनद स्मारक समिति का गठन किया गया है ताकि जो हमारे बुजुर्गों ने सहा है वह दोबारा से न दोहराया जाऐं। जिसके लिए उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वह संगठित और राजनीति में आए। जिससे देश व देशवासियों का भला हो सकें। यह उन महान पुरखों को समर्पित है जिन्होंने बंटवारे के दौरान अपने धर्म की रक्षा के लिए अपने जीवन का बलिदान दे दिया जब हिंदुस्तान के दो टुकड़ों का बंटवारा हुआ उस वक्त हिंदुस्तान का एक टुकड़ा जो आज वर्तमान में पाकिस्तान है 8500000 लोग बंटवारे के दौरान हिंदुस्तान के उस हिस्से को छोडक़र आए थे उन्होंने अपना घर अपने खेत खलियान अपने व्यापार सभी छोड़े थे। उस समय ना जानो कितने अत्याचार हुए अन्याय हुए दिन हुए और धर्म बदलने के कथित प्रयास हुए लेकिन उन महापुरुषों ने अपने धर्म को नहीं बदला।
राष्ट्रीय पंचनद सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर लोकेश टूटेजा ने कहा कि 8500000 लोग जब वहां से चले और इस हिंदुस्तान में 7200000 लोग ही पहुंच पाए 1300000 लोग अपनी जान की बाजी लगा गए आज हमें उन पुरखों को हर पल याद रखने का वक्त है उन पुरखों की प्रेरणा से है समाज को एकजुट करने का वक्त है उन्हीं पुरखों के सानिध्य में समाज को दिशा देने का समय आ गया है। वहीं फरीदाबाद में जोश और उल्लास से भरी भीड़ को भी देख कर कोई भी व्यक्ति गदगद हुए बिना नहीं रह सकता। लवकेश टूटेजा ने फरीदाबाद की सेना की पूरी टीम का धन्यवाद किया। श्री टूटेजा ने कहा कि वह लीडरशिप को बढ़ाने के लिए पूरे हरियाणा प्रदेश में कैम्प लगाएगें ताकि पंजाबी समाज से जुड़े सच्चे युवा ईमानदारी के साथ चुनाव लड़े और जनता की सेवा करें।
इस अवसर पर जगजीत कौर को राष्ट्रीय पंचनद सेना फरीदाबाद की महिला मोर्चा का जिला अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है।
इस अवसर पर उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए प्रदेश की मुख्य संसदीय सचिव श्रीमती सीमा त्रिखा ने कहा कि बैसाखी पर्व कार्यक्रम में आ उन्हें बहुत अच्छा लगा जैसे मानो की वह एक बार फिर परिवारों व सहेलियों-सखियों के बीच आ गई हो। उन्होंने वहां मौजूद लोगों से आह्वान करते हुए कहा कि पंजाबी मेहनतकश व ईमानदारी से आज पूरे विश्व में हर जगह स्थापित है साथ ही देश व दुनिया की हर स्थान पर पंजाबी समाज के लोगों का बोलबाला है।
इस अवसर पर सरपरस्त विष्णु सूद, जीवन छाबड़ा, सरदार जोध सिंह वालिया, चुन्नीलाल चोपड़ा, दिनेश छाबड़ा, सरदार मोहन सिंह भाटिया, नारायण धवन, राष्ट्रीय पंचनद सेना के जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष विद्या भूषण आर्य, उपाध्यक्ष राकेश मढिया, प्रवीन गेरा, रणजीत सिंह राणा, हंसराज कत्याल, ईश दुरेजा सरजू आहूजा, युवा जिलाध्यक्ष अनिल चावला, अजय खरबंदा, सरबजीत चौहान, अनिल कपूर, पवन कुमार, मनीष कुमार, सरदार तेजिन्द सिंह सहित अनेकों पंजाबी समाज के बुजुर्ग, महिलाएं व युवा मौजूद थे।
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