फरीदाबाद 29 जुलाई । तिगांव विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेसी विधायक ललित नागर ने स्मार्ट सिटी के मुद्दे पर आज भाजपा के मंत्रियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मानसून की पहली बरसात ने स्मार्ट सिटी की कलई खोलकर रख दी है। पूरे फरीदाबाद में हुए बाढ़ जैसे हालातों ने यह साबित कर दिया है कि भाजपा के मंत्री स्मार्ट सिटी के नाम पर केवल लोगों को गुमराह कर रहे है और इसका प्रमाण पिछले दिनों अधिकारियों की एक जिलास्तरीय बैठक में केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने स्वयं स्वीकार किया कि स्मार्ट सिटी के नाम पर अभी तक रिजल्ट जीरो है।
उन्होंने सवाल किया कि जब स्मार्ट सिटी को लेकर दो किस्तों में 400 करोड़ रुपए में फरीदाबाद नगर निगम में आ चुके है तो फिर उस राशि में से एक रुपया भी आज तक फरीदाबाद के विकास पर खर्च क्यों नहीं किया गया, फरीदाबाद की जनता के सामने यह एक बड़ा सवाल है कि आखिर मंत्रियों की मूंछों की लड़ाई में जनता को गुमराह क्यों किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा की कथनी और करनी में जमीन-आसमान का अंतर है और इन्हें सत्ता भी केवल जुमले फेंककर ही नसीब हुई है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि स्मार्ट सिटी और फरीदाबाद में हुए भारी जलभराव के मुद्दे को लेकर वह आगामी विधानसभा के मानसून सत्र में जोरशोर से उठाकर विधानसभा के पटल पर मुख्यमंत्री से पूछेंगे कि स्मार्ट सिटी के लिए आई 400 करोड़ की राशि आखिर कहां गई? उन्होंने कहा कि फरीदाबाद की जनता के साथ इतना बड़ा अन्याय नहीं होने देेंगे और इसकी आवाज सडक़ से लेकर विधानसभा तक जोरशोर से उठाई जाएगी और विधानसभा में एक-एक पाई का हिसाब लिया जाएगा। श्री नागर आज क्षेत्र में चलाए जा रहे अपने ‘चलो गांव की चौपाल की ओर कार्यक्रम’ के तहत यमुना से सटे गांव अरुआ में आयोजित कार्यक्रम में ग्रामीणों को संबोधित कर रहे थे।
इससे पूर्व ग्रामीणों ने विधायक ललित नागर को गांव के मुख्य रास्ते से ढोल-नगाड़ों के साथ कार्यक्रम स्थल तक लेकर पहुंचे और जहां उनका गांव की मौजिज सरदारी द्वारा पगड़ी बांधकर सम्मान किया गया। इस दौरान ग्रामीणों ने विधायक ललित नागर के समक्ष गांव की मुख्य समस्या रखते हुए बताया जब केजीपी पुल का निर्माण हो रहा था तो यमुना किनारे बसे गांवों के लोग पुल पर चढऩे के लिए प्रशासन से रास्ता मांग रहे थे, तब एनएचएआई और प्रशासन ने पुल से रास्ता देने से मना कर दिया, जिस पर इलाके के लोग पुल के समक्ष अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए थे और केजीपी का काम रुकवा दिया था, तब केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने धरने पर बैठै ग्रामीणों को कहा था कि मैंने सरकार से आपका रास्ता मंजूर करा दिया है, अब आपको पुल पर उतार-चढ़ाव के लिए रास्ता मिल जाएगा और मंत्री जी ने अनशनकारियों को लड्डू खिलाकर धरना खुलवा दिया था, लेकिन आज तक उन्हें रास्ता नहीं मिला, बल्कि मंत्री जी उन्हें आश्वासन देकर झूठी वाहवाही लूटकर ले गए। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि मंत्री जी ने लोगों के साथ विश्वासघात किया है, जिसको लेकर ग्रामीणों में गहरा रोष व्याप्त है।
उन्होंने बताया कि उनकी हजारों एकड़ कृषि योगय जमीन यमुना पार है, जो राम भरोसे है, उस पर अब खेती करना भी मुश्किल हो रहा है और उत्तरप्रदेश के असामाजिक तत्वों द्वारा जमीनों पर कब्जा करने का खतरा बढ़ा गया है। लोगों की इस समस्या को सुनने के बाद विधायक ललित नागर ने कहा कि केंद्रीय राज्यमंत्री ने धरनास्थल पर पहुंचकर लोगों के समक्ष सफेद झूठ बोलने का काम किया था कि अरुआ गांव में केजीपी पर इंटरचेंज केंद्र सरकार से मंजूर करवा दिया है, जबकि सच्चाई यह है कि केंद्रीय मंत्री गुर्जर ने इस समस्या को लेकर केंद्रीय सडक़ परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के समक्ष आज तक यह मुद्दा उठाया ही नहीं है। उन्होंने कहा कि आपको घबराने की जरुरत नहीं क्योंकि आपके विधायक ने इस मुद्दे को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के समक्ष प्रमुखता से उठाया था और मंत्री ने उन्हें सार्वजनिक तौर पर आश्वासन दिया कि वह उनकी इस मांग को जल्द ही पूरा करवाने का काम करेंगे और अगर फिर भी इन भाजपाईयों ने इस मांग को नहीं माना तो देश व प्रदेश में बनने वाली अगली कांग्रेस की सरकार में पहली कलम से इस मांग को पूरा करते हुए यहां इंटरचेंज बनवाकर अरुआ के साथ-साथ अन्य गांवों के लोगों को सीधे केजीपी पर चढ़वाने का काम करेंगे।
इसके अलावा ग्रामीणों ने गरीब परिवारों को राशन व प्लाट न मिलने का मुद्दा जोरशोर से विधायक के समक्ष उठाया वहीं यमुना के बढ़ते जलस्तर की वजह से हो रहे मिट्टी के कटाव को रोकने के लिए तुरंत बंदोबस्त करने की मांग की, जिस पर विधायक ने उन्हें आश्वस्त किया कि इन समस्याओं को लेकर वह संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश देकर इन्हें दूर करवाने प्रयास करेंगे। इस मौके पर श्री पाल सरपंच, रामकुमार पंडित, ब्रजभान नम्बरदार, शिब्बू सरपंच, एडवोकेट इंद्रपाल सिंह, पंडित. नक्की, अनंगपाल सूबेदार, वीरेंदर वकील, राजेश चौधरी, चरण सरपंच, हरबंश प्रधान, जिले ठेकेदार, सुभाष, सुनील परसान्हा, राजू प्रधान, कल्याण सरपंच, सुनील भाटी चेयरमैन, सूरजपाल भूरा, बाबूलाल रवि, ऋषि भारद्वाज, राजू शर्मा, कुंवरपाल शर्मा, राजेश शर्मा, प्रकाश चंद, मुरारी लाल, देवराज लालाजी, सबीर खान, मनीराम बघेल, जयपाली नाथ, पिशन मेम्बर, खडग सिंह, भजन लाल सहित अनेकों गणमान्य लोग मौजूद थे।
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