Friday 6 October 2017

अग्रवाल महाविद्यालय में महाराजा अग्रसेन की स्मृति में दो दिवसीय सांस्कृतिक उत्सव” का आयोजन


फरीदाबाद:6अक्टूबर (National24news) क्षेत्रीय और राष्ट्रीय संस्कृति के रूचि और युवा वर्ग में साहित्य, संगीत, कला का विकास हो इस उद्देश्य को लेकर अग्रवाल महाविद्यालय, बल्लबगढ़ में महाराजा अग्रसेन की स्मृति में दो दिवसीय अन्तः विश्वविद्यालय प्रतियोगिता “नवरंग :  सांस्कृतिक उत्सव” का आयोजन किया गया I जिसमें 5 विश्वविद्यालय (महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय, वाईo एमo सीo एo विश्वविद्यालय, सीo आरo एसo विश्वविद्यालय, जींद, दिल्ली विश्वविद्यालय) तथा प्रदेश के 18 महाविद्यालयों के 125 प्रतिभागियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया I दो दिवसीय ‘नवरंग : सांस्कृतिक उत्सव’ में तेरह प्रतियोगिताएं लोक नृत्य (एकल पुरुष, महिला), लोक गीत, तबला, काव्य पाठ, सम्भाषण, प्रश्न प्रतियोगिता, रंगोली, गीत/भजन, समूह नृत्य, समूह नृत्य हरियाणवी, मिमिक्री, स्पॉट पेंटिंग आदि आयोजित की गयी I भाषण कविता के माध्यम से युवा वर्ग ने सांस्कृतिक विषयों के साथ समसामयिक विषयों को सुंदरता के साथ प्रस्तुत किया I 

विशेषतः भाषण में अग्रसेन महाराज की जीवन शैली और प्रसंगिकताओं को वक्ताओं ने बेहतरीन तरीके से प्रस्तुत किया I गायन और नृत्य के जरिये युवाओं ने श्रृंगार रस के साथ क्षेत्रीय और राष्ट्रीय पर्वों के सुन्दर चित्र प्रस्तुत  किये I रंगोली और पेंटिंग के माध्यम से राष्ट्रीय पर्वों का चित्रांकन सफाई और सुंदरता से किया गया I सभी प्रतियोगिताओं में निर्णायक की भूमिका में प्रोo टीo डीo दिनकर, कवि नवाब केसर, कथाकार डॉo दुर्गा, संगीत निदेशक मनीष त्रिखा, महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण के पूर्व निदेशक जनार्दन शर्मा, संगीत कोकिला अंजू मुंजाल, युवा गायक सचिन गक्खड़, सचिन हुड्डा, नाटककार आनंद सिंह भाटी जी रहे I

दो दिवसीय अन्तः विश्वविद्यालय सांस्कृतिक उत्सव के समापन समारोह में मुख्य अतिथि वीo पीo गुप्ता (एडिशनल डिस्ट्रिक्ट एवं सेशन जज एवं प्रिजाइडिंग ऑफिसर लेबर कोर्ट, फरीदाबाद), विशिष्ट अतिथि श्री मूलचंद शर्मा (विधायक) रहे I कार्यक्रम की अध्यक्षता अग्रवाल महाविद्यालय प्रबंध समिति के प्रधान श्री देवेंद्र गुप्ता ने की I मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि का स्वागत प्रधान एवं समिति के गणमान्य सदस्य और महाविद्यालय प्राचार्य डॉo कृष्णकांत गुप्ता ने पुष्प गुच्छ देकर किया I

प्राचार्य डॉo कृष्णकांत ने मुख्य अतिथि के समक्ष महाविद्यालय की उपलब्धियों को प्रस्तुत किया और स्वागत भाषण प्रस्तुत किया और अपने सम्बोधन में कहा ‘नवरंग : सांस्कृतिक उत्सव’ आरम्भ करने का उद्देशय युवाओं में विद्या अर्जन के साथ अपनी कला और संस्कृति के प्रति रूचि हो और अपनी छुपी हुई प्रतिभा को विकसित करके मंच पर लेकर प्रस्तुत कर सकें I उन्होंने कहा साहित्य और कला का जीवन में होना बहुत जरुरी हैं I उन्होंने बताया जयंती और पर्व मनाने का अर्थ मनोरंजन करना और अवकाश मनाना ही नहीं होता बल्कि उनकी शिक्षाओं और सिद्धांतों को जीवन में उतरना भी होता है I आज 5200 वर्ष पूर्व ‘एक रुपया एक ईंट’ का मूल मन्त्र महाराजा अग्रसेन जी ने दिया था I उन्ही शिक्षा नीतियों को लेकर अग्रवाल विद्या प्रचारिणी सभा सामाजिक और रचनात्मक कार्य कर रही है जिसके अंतर्गत विद्यार्थी विद्या प्राप्त कर लाभान्वित हो रहे हैं और समाज और राष्ट्र के लिए तैयार हो रहे हैं I

इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने सर्वप्रथम सांस्कृतिक उत्सव के सफल आयोजन की बधाई देते हुए कहा जीवन के किसी भी क्षेत्र में सफल होना है उसके लिए आत्म निरिक्षण करना जरुरी है बिना आत्म निरिक्षण के व्यक्ति किसी भी क्षेत्र में सफलता को हासिल नहीं कर सकता I उन्होंने कहा जिस लोकतंत्र प्रणाली को आज सर्वश्रेष्ठ बताया जाता है अग्रसेन जी ने उस लोकतंत्र की स्थापना हजारों वर्ष पूर्व कर दी थी I उन्होंने ‘एक ईंट एक रुपया’ की शिक्षा देकर समाजवाद और सर्वात्मवाद को स्थापित किया जिसको आज की भाषा में अन्तोदय या सबका साथ सबका विकास कहा जाता है I

विधायक मूलचंद शर्मा ने अपने वक्तव्य में कहा ऐसे सांस्कृतिक पर्व हर व्यक्ति में खुशियां तो लाते ही हैं साथ ही उनसे सीखने को भी बहुत कुछ मिलता है I उन्होंने गर्व से कहा कि अग्रवाल विद्या प्रचारिणी सभा जो देश और समाज के लिए आजादी से पूर्व से ही युवाओं को शिक्षित और सशक्त बनाने का कार्य कर रही है यह हकीकत में ही अग्रसेन महाराज के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है I मैं गर्व से कह सकता हूँ यह हरियाणा प्रदेश की सबसे बड़ी शिक्षा समिति है जो सहज और सामान्य रूप से लाखों करोड़ों युवाओं को समाज और राष्ट्र के लिए तैयार कर रही है I इस सांस्कृतिक कार्यक्रम को सफल बनाने में सांस्कृतिक संयोजिका डॉo पूनम आनंद, सह संयोजक डॉo केo एलo कौशिक महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकगण एवं गैर शिक्षक वर्ग की अहम् भूमिका रही है I इस अवसर पर अग्रवाल विद्या प्रचारिणी सभा के गणमान्य सदस्य, अनेक विश्वविद्यालयों तथा महाविद्यालयों के प्राध्यापक  और  टीम इंचार्ज और हजारों विद्यार्थी उपस्थित रहे I

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