Thursday 22 June 2017

अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर जीवा की भागीदारी



फरीदाबाद 22 जून(National24news) योग दिवस के अवसर पर जीवा आयुर्वेद ने डिस्ट्रिक्ट जेल, नीमका प्रशासन के सहयोग से जेल परिसर में 19 जून से 21 जून तक तीन दिवसीय योग शिविर का आयोजन किया।
इस अवसर पर जीवा आयुर्वेद के योगाचार्य श्री हरीश मोहन ने कैदियों के साथ-साथ स्टाफ के सभी लोगों व उनके पारिवारिक सदस्यों को योग का दैनिक जीवन में वास्तविक अर्थ व उपयोगिता के बारे में समझाया। आजकल व्यक्तियों में निरन्तर बढ़ रहे तनाव व क्रोध के कारणों व दुष्परिणामों के बारे में जानकारी देते हुए योगाचार्य ने बताया कि योग किस प्रकार इन परिस्थितयों में व्यक्ति को सही दिशा देते हुए शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्तर पर स्वस्थ रखने में सहायक हो सकता है।

समाज में भटके हुए लोग तनाव व क्रोध के वशीभूत होकर आपराधिक प्रवृत्तियों में जुड़ जाते हैं जिसका प्रभाव व्यक्तिगत, पारिवारिक व सामाजिक स्तर पर कई प्रकार से दिखाई देता है। इन गलत प्रवृत्तियों की रोकथाम में योग की महत्वपूर्ण भूमिका है जो नियमित व उचित अभ्यास द्वारा स्वस्थ तन-मन का निर्माण करता है।
तीन दिवसीय इस कार्यक्रम में योग के प्रारम्भिक अंग यम-नियम की जानकारी दी गई। इनके अतिरिक्त कई प्रकार के सूक्ष्म व्यायाम, शारीरिक क्रियाएं, आसन, प्राणायाम, ध्यान इत्यादि का उचित अभ्यास करना सिखाया गया। परिसर में उपस्थित सभी लोगों को तनाव मुक्त व रोग-शोक रहित जीवन जीने का यौगिक क्रियाओं के माध्यम से उद्धेश्य बताया गया।
जीवा के काॅर्पोरेट आॅफिस में स्टाफ के लिए विशिष्ट योग शिविर का आयोजन किया गया जिसमें योगाचार्य श्री हरीश जी ने व्यक्ति को काम के दौरान स्वस्थ और तंदुरूस्त रहने के लिए आसान योगों को करके दिखाया। इस शिविर में 100 से अधिक स्टाफ ने भाग लेकर योग का आनंद लिया।
यूरोप के कई देशों की शैक्षणिक यात्रा पर पोलेंड से फ्रांस पहुँचे जीवा के निदेशक  डा0 प्रताप चैहान ने योग दिवस पर इस प्राचीन विज्ञान के आधुनिक सन्दर्भ में महत्व, आवश्यकता व उपयोगिता के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन 30 मिनट के योगाभ्यास से जीवन में काफी बदलाव आ सकता है। आरोग्य, आनन्द, शान्ति व आत्मबल का अनुभव करने के लिए योग सबसे आसान तरीका है जिसे आप परिवार के साथ सुविधानुसार घर पर भी कर सकते हैं।
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