फरीदाबाद 7 मई(National24news.com) खुशी का एक छोटा सा लम्हा लोगों को तनाव से दूर करने में एक अहम भूमिका निभाता है और जब मामला गंभीर बीमारी से जूझने का हो तो तनाव इंसान पर बहुत ज्यादा हावी हो जाता है ऐसे में उन्हें तनाव से मुक्ति दिलाकर खुशी प्रदान करना एक उत्तम काम माना गया है। ऐसी ही एक पहल एशियन अस्पताल ने की है।
सेक्टर-21 ए स्थित एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज अस्पताल एवं कैंसर सेंटर, जहां विभिन्न प्रकार के कैंसर से पीडि़त सैंकड़ों मरीज इलाज के लिए आते हैं या भर्ती होते हैं। अपनी या अपने परिजनों की गंभीर बीमारी के कारण तनाव के शिकार लोगों के लिए एक वार्ड का निर्माण किया गया है। जहां बच्चों से लेकर हर वर्ग के मरीजों के लिए विभिन्न प्रकार के खिलौने, किताबें, कैरम, शतरंज, कलर्स, ड़ाइंग बुक अन्य सामग्री की व्यवस्था की गई।
क्या है पैलियेटिव केयर: पैलियेटिव केयर एक ऐसी व्यवस्था है जिसमें खेल-खिलौने और किताबों या अन्य विधियों के माध्यम से तनावग्रस्त या बीमारी व्यक्ति का उसकी बीमारी या तनाव से ध्यान हटाया जाता है।
एशियन अस्पताल के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. एनके पांडे ने बताया कि हमने अस्पताल में कैंसर के मरीजों के लिए खिलौने और किताबों की व्यवस्था की है। इसके तहत दोपहर 12 बजे से 1 बजे तक अस्पताल में दाखिल मरीज इन खिलौनों के साथ, खेलते हैं। ड्राइंग करते तथा किताबें भी पढ़ते हैं। इस व्यवस्था को लागू करने का केवल एक ही कारण है कि गंभीर बीमारी से जूझ रहे कैंसर रोगियों के चेहरे पर खुशी प्रदान करना है। इस एक घंटे के दौरान वे अपनी बीमारी को भूल जाते हैं। उनकी स्थिति ऐसी नहीं है कि वे बाहर जाकर खेल सकें इसलिए उनके लिए इंडोर गेम्स की व्यवस्था की गई है। इनमें कुछ बच्चे ऐसे भी हैं जिन्हें पढऩे का बहूुत शौक है, लेकिन अपनी बीमारी के चलते वे स्कूल जाने में सक्षम नहीं है। उनकी इस इच्छा को पूरा करने के लिए किताबों की व्यवस्था भी की गई है।
अस्पताल में दाखिल कैंसर रोगी दीपक सिंह का कहना है कि वे कैंसर के इलाज के लिए एशियन अस्पताल में दाखिल हुए हैं। अस्पताल के बैड पर रहकर और वार्ड तक ही सीमित रह गया हूं। ऐसे में काफी बोर हो जाता था, लेकिन जब से यह व्यवस्था की गई है तब से मैं अपने साथी मरीज के साथ मिलकर शतरंज खेलता हूं, मुझे बहुत अच्छा महसूस हो रहा है।
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