Friday 12 May 2017

दादा बनाना चाहते थे पहलवान, चाचा नेशनल हॉकी खिलाड़ी, गेंद घुमाने की कला से बन गए क्रिकेटर :राहुल तेवतिया


फरीदाबाद:12 मई(National24news.com) किंग्स इलेवन पंजाब में खेल रहे सीही गांव निवासी 23वर्षीय ऑलराउंडर क्रिकेटर राहुल तेवतिया को उनके दादा स्व. चौधरी करण सिंह तेवतिया पहलवान बनाना चाहते थे। क्योकि वह खुद एक पहलवान रहे। जबकि चाचा धर्मबीर तेवतिया जोकि नेशनल हॉकी खिलाड़ी रहे हैं। वह इन्हें हॉकी में स्थापित करना चाहते थे। सीही गांव हॉकी और पहलवानी का गढ़ हैं। इसलिए राहुल के घर में क्रिकेट की एबीसीडी तक किसी को पता नहीं थीं। लेकिन चाचा धर्मबीर के दोस्त मुकेश सारन की नज़र राहुल पर घर में टेनिस गेंद को टर्न कराते हुए पड़ी। वह क्रिकेट के प्रशंसक हैं। और उसकी गेंद घुमाने की कला को देखते हुए वह राहुल को क्रिकेट में लेकर गए। यहीं से ही राहुल की क्रिकेट की शुरूआत हुई। और पूर्व भारतीय खिलाड़ी विजय यादव ने इनके खेल को संवारा। यह कहना है राहुल के पापा कृष्णपाल तेवतिया का। उनका कहना है कि राहुल की वजह से ही अब घर के सभी सदस्य क्रिकेट को जान चुके हैं। बेशक घर के कई सदस्यों ने अच्छी एजुकेशन से नाम कमाया है। लेकिन घर का माहौल गांव जैसा ही है।

फिजिकल फिटनेस पर रखा जोर
चाचा धर्मबीर बताते हैं कि राहुल की फिजिकल फिटनेस पर उनका हमेशा जोर रहा है। वह उसे हॉकी खिलाड़ी बनाना चाहते थे। जबकि दादा उसे पहलवान। दादा ने तो इसकी बचपन से ही अच्छी खिलाई की। उनके गुजरने के बाद मैने इसके फिजिकल फिटनेस पर ध्यान दिया। और हॉकी में ले जाने की कोशिश की। लेकिन मेरे दोस्त की वजह से यह क्रिकेटर बन गया। इसकी फिटनेस को लेकर हमेशा सजग रहा हूं। राहुल जब भी घर पर होता है। उसका फिजिकल शैड्यूल मेरे अनुसार ही रहता है। इसमें उसे हॉकी भी खेलनी पड़ती है। धर्मबीर कहते हैं कि अब उसे हॉकी खिलाड़ी नहीं बना सका तो क्या हॉकी तो फिटनेस के लिए खिला ही सकता हूं। उन्होने बताया कि क्रिकेट के बारे में ज्ञान नहीं होने की वजह से राहुल को कई जगह ट्रेनिंग के लिए लेकर गए। लेकिन अंत में उसकी प्रतिभा को पूर्व भारतीय क्रिकेटर विजय यादव ने पहचाना। अपनी अकादमी में उसे प्रशिक्षण देना शुरू किया। और इसे इस मुकाम तक पहुंचाया।  बचपन में उसे अपने कंधों पर उठाकर क्रिकेट की ट्रेनिंग दिलाने लेकर मैं जाता था।  

सहवाग, द्रविड और शेनवॉर्न आदर्श
राहुल तेवतिया सहवाग, द्रविड़ और शेनवॉर्न को अपना आदर्श मानता है। इसके अलावा वह नरेंद्र हिरवानी का भी शुक्र गुजार है। उनके दिए गए टिप्स से ही उसने अपनी गेंदबाजी को बेहतर किया है। लेग स्पिन गेंदबाजी के अलावा विस्फोटक बल्लेबाजी करना राहुल को बहुत पसंद है। राहुल लेफ्ट ऑर्म बल्लेबाज और राइट ऑर्म लेग स्पिन गेंदबाज हैं।

हॉकी ने मजबूत की बल्लेबाजी
राहुल तेवतिया से हुई बातचीत में उसने बताया कि उसकी बल्लेबाजी को मजबूत करने का कार्य चाचा की हॉकी ने किया है। हॉकी में गेंद को एक सटीक जगह पर हिट कर खेला जाता है  जिसका फायदा ही इस बार विजय हजारे ट्रॉफी में और अब आईपीएल के पहले मैच में भी मिला है। उन्होने बताया कि राजस्थान रॉयल्स की तरफ से दो मैच खेला। लेकिन बल्लेबाजी के मौके बिल्कुल नहीं मिल सके। गेंदबाजी में भी वह खास नही कर सके। लेकिन हाल ही में जब उन्होने विजय हजारे में प्रदर्शन किया तो उसको देखकर ही उन्हें थोड़ा आगे खिलाना शुरू किया गया। तेवतिया का मानना है कि अगर उन्हें सही मौका मिले तो वह आगे इससे भी अच्छा प्रदर्शन करने से नहीं चूकेंगे। उनका कहना है कि स्लो लेग स्पिन और गुगली पर उन्होने काम किया है। जिसका प्रयोग कोलकत्ता नाइट राइडर्स के खिलाफ कर उन्होने अपनी टीम को जीत दिलाई।

कोट्स…

विजय यादव, हरियाणा रणजी कोच : राहुल जब मेरे पास आया तो इसने ट्रॉयल में गजब की गेंद टर्न कराई। राहुल में टर्न कराने की क्षमता नैचुरल है। मैने तो उसको बेहतर बनाने के लिए प्रशिक्षण दिया है। बल्लेबाजी से इसने मुझे भी चौंकाया है। बहुत ही सटीक शॉट बल्ले से खेलता है।  क्योंकि इसका अभी तक जहां भी चयन हुआ है गेंदबाज के तौर पर ही हुआ है।


राहुल का प्रोफाइल
राहुल ने विजय हजारे ट्रॉफी में निचले स्तर पर 4 बार नॉटआउट रहते हुए सर्वाधिक स्कोर नाबाद 78 की बदौलत 246 रन बनाकर औसत में नंबर-1 बनकर सभी को चौंकाया है। तेवतिया ने 123 की औसत इस टूर्नामेंट में निकाली। और स्ट्राइक रेट 120 से अधिक का रहा।  जबकि महेंद्र सिंह धोनी भी औसत में 11वें नंबर पर रहे। दिनेश कॉर्तिक 83.60 की औसत के साथ तीसरे स्थान पर रहे। राहुल 5 फर्स्ट क्लॉस, 6 लिस्ट ए और 10 टी-20 अभी तक खेल चुके हैं। 2013 में फर्स्ट क्लॉस में, 2014 में टी-20 में और 2017 में लिस्ट ए मैचों में राहुल की शुरूआत हुई है। 5 फर्स्ट क्लॉस में मैचों में राहुल ने 128 रन सर्वाधिक 35 के स्कोर से बनाए हैं। और 8 विकेट हािसल किए हैं। लिस्ट ए के 6 मैचों में 246 रन सर्वाधिक नाबाद 78 के स्कोर के साथ और 9  विकेट राहुल के नाम हैं। जबकि टी-20 के 10 मैचों में 124 रन सर्वाधिक 40 के स्काेर के साथ और 7 विकेट उनके नाम हैं।
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