फरीदाबाद 18 मई(National24news.com)हरियाणा तकनीकी शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव अनिल मलिक ने कहा कि वाईएमसीए विश्वविद्यालय तकनीकी शिक्षा में गुणवत्ता के लिए जाना जाता है इसलिए विश्वविद्यालय को विकास के साथ यह भी सुनिश्चित करना होगा कि विश्वविद्यालय में शिक्षा की गुणवत्ता भी बनी रहे। उन्होंने विश्वविद्यालय के समग्र विकास के लिए हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया।
मलिक विश्वविद्यालय में विकास कार्यों तथा कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में कुलपति प्रो. दिनेश कुमार, कुल सचिव डॉ. एस.के. शर्मा, सभी संकायाध्यक्ष तथा विभागाध्यक्ष उपस्थित थे।
कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने बैठक में अवगत करवाया कि वर्तमान में विश्वविद्यालय द्वारा विज्ञान, इंजीनियरिंग व प्रौद्योगिकी, प्रबंधन, पत्रकारिता व जनसंपर्क सहित कुल 21 पाठ्यक्रम चलाये जा रहे है, जिसमें छह अंडर ग्रेजुएट तथा 15 पोस्ट ग्रेजुएट पाठ्यक्रम शामिल हैं। इसके अलावा, विभिन्न विषयों में पीएचडी भी करवाई जा रही है। उन्होंने बताया कि हाल ही में विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद् (नैक) द्वारा ‘ए’ ग्रेड मान्यता तथा राष्ट्रीय संस्थान रैकिंग फ्रेमवर्क द्वारा राजकीय इंजीनियरिंग संस्थानों में अग्रणीय स्थान दिया गया है।
विश्वविद्यालय के विस्तार के लिए जगह के आभाव का उल्लेख करते हुए कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय की एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग तथा सिविल इंजीनियरिंग जैसे इंजीनियरिंग में नये पाठ्यक्रम शुरू करने की योजना है। इसके अलावा, जल्द ही क्षेत्र के कई महाविद्यालयों की संबद्धता विश्वविद्यालय के साथ होने जा रही है। इन जरूरतों को पूरा करने के लिए विश्वविद्यालय को अतिरिक्त जगह, फंड तथा कार्यबल की आवश्यकता होगी।
श्री मलिक ने कहा कि वाईएमसीए विश्वविद्यालय राज्य का प्रमुख विश्वविद्यालयों में से एक है तथा तकनीकी शिक्षा में गुणवत्ता के लिए पहचाना जाता है। राज्य सरकार इस विश्वविद्यालय के विकास के लिए प्रतिबद्ध है तथा इस दिशा में जरूरी कदम उठाये जा रहे है। उन्होंने सुझाव दिया कि विश्वविद्यालय अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए मौजूदा परिसर में लम्बवत विस्तार पर ध्यान केन्द्रित करते हुए ढांचागत विकास करें।
श्री मलिक ने कहा कि राज्य सरकार ने तकनीकी संस्थानों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए ठोस कदम उठा रही है ताकि ऐसे विद्यार्थी तैयार हो सके जो वैश्विक चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हो। इस संदर्भ में विश्वविद्यालय के प्लेसमेंट पर प्रसन्नता जताते हुए श्री मलिक ने कहा कि वाईएमसीए विश्वविद्यालय इस दिशा में बेहतरीन कार्य कर रहा है।
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