Tuesday 16 May 2017

भारतीय युद्धपोतों की सउदी अरब के जेद्दाह की यात्रा


नई दिल्ली :16 मई (National24news.com) अफ्रीका के पश्चिमी तट और भूमध्य सागर में भारतीय नौसेना के विदेशी तैनाती के हिस्से के रूप में, तीन भारतीय युद्धपोत आईएनएस मुंबई, आईएनएस त्रिशूल और आईएनएस आदित्य आज तीन दिन की यात्रा पर सउदी अरब के जेद्दाह पहुंचे। अपने सउदी अरब प्रवास के दौरान, ये युद्धपोत सउदी अरब की नौसेना के साथ व्यापक रूप से जुड़ेंगे और तकनीकी आदि पक्षों का आदान-प्रदान करेंगे। प्रोफेशनल बातचीत के अलावा, खेल एवं सामाजिक आदान-प्रदान भी तय किए गए हैं, जिससे हिन्द महासागर की इन दोनों नौसेनाओं के बीच आपसी सहयोग और समझदारी बढ़ने के साथ-साथ संबंध और ज्यादा मज़बूत होंगे।

यात्रा में शामिल युद्धपोतों में से एक आईएनएस मुंबई, जो पश्चिमी फ्लीट के फ्लैग कमांडिंग ऑफिसर रिअर एडमिरल आरबी पंडित अध्यक्षता में आगे बढ़ रहा है, ये सभी भारतीय नौसेना के पश्चिमी कमांड के हिस्से हैं और मुंबई में स्थित हैं।
भारत और सउदी अरब के बीच मैत्रीपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण संबंध हैं, जो दोनों देशों के सदियों पुराने आर्थिक और सामाजिक संबंधों को दर्शाता है। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है और पिछले पांच वर्षों के दौरान इसमें कई गुणा वृद्धि दर्ज की गई है। सउदी अरब में 1.8 मिलियन लोग भारतीय समुदाय से हैं, जोकि वहां रहने वाले किसी भी प्रवासी समुदाय की तुलना में सबसे अधिक है। भारतीय प्रवासी समुदाय अपनी विशेषज्ञता, अनुशासन की भावना और कानून के अनुसार कार्य करने की प्रकृति की वजह से सउदी अरब में सबसे पसंदीदा प्रवासी समुदाय है। प्रत्येक वर्ष 1,65,000 से भी अधिक भारतीय द्वारा हज यात्रा पर जाना भी दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को मज़बूत बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण घटक है।

भारत और सउदी अरब के बीच सालों से जारी द्विपक्षीय संबंधों को और मज़बूत एवं विकसित करने के लिए दोनों देशों ने विभिन्न क्षेत्रों में मज़बूत संबंधों का निर्माण किया है। वर्तमान यात्रा हिन्द महासागर के मित्र देशों के साथ भारत की शांतिपूर्ण उपस्थिति और एकता स्थापित करने की दिशा में उठाया गया कदम है। इस कदम का विशेषरूप से उद्देश्य सउदी अरब के साथ वर्तमान द्विपक्षीय संबंधों को और बेहतर एवं मज़बूत बनाना है।

सोमालिया सहित समुद्री तटों से जुड़ी चिंताओं से निपटने के लिए भारतीय नौसेना और उसके उपकरणों को व्यापक स्तर पर विभिन्न स्थानों पर तैनात किया गया है। भूमध्यसागरीय क्षेत्र में वर्तमान तैनाती दोनों देशों के संबंधों को मज़बूत करने और भविष्य में साथ मिलकर चलने की दिशा में भारतीय नौसेना का एक कारगर प्रयास है।
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