फरीदाबाद : 13 अप्रैल (National24News.com) एनआईटी स्थित खजानी वूमैनस वोकेशनल इंस्टिट्यूट में बैसाखी का पर्व बड़े ही हर्षोल्लास से मनाया गया। इस मौके पर छात्राओं ने खूब गिदद किया और पंजाबी गीतों पर खूब धमाल मचाया। छात्राएं जटट आई बैसाखी गीता गाकर सभी को रोमांचित कर रही थी। इस मौके पर संस्थान के डायरेक्टर संजय चौधरी ने कहा बैसाखी खुशियों और उमंग का त्यौहार है। उन्होनें कहा कि बैसाखी का त्यौहार आते ही पूरे देश में हरियाली व खुशहाली छा जाती है। वसंत ऋतु के आगमन की खुशी में बैसाखी मनाई जाती है। संजय चौधरी ने कहा कि बैसाखी मुख्यत: पंजाब या उत्तर भारत में हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है, लेकिन इसे भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में भिन्न-भिन्न नाम (बैसाख, बिशु, बीहू व अन्य) से जाना जाता है। बैसाखी रबी की फसल के पकने की खुशी का प्रतीक है। पंजाब और हरियाणा के किसान और सभी लोग इस त्यौहार को बड़ी धूमधाम से मनाते है।
खजानी वूमैनस वोकेशनल इंस्टिट्यूट में मनाया गया बैसाखी पर्व
फरीदाबाद : 13 अप्रैल (National24News.com) एनआईटी स्थित खजानी वूमैनस वोकेशनल इंस्टिट्यूट में बैसाखी का पर्व बड़े ही हर्षोल्लास से मनाया गया। इस मौके पर छात्राओं ने खूब गिदद किया और पंजाबी गीतों पर खूब धमाल मचाया। छात्राएं जटट आई बैसाखी गीता गाकर सभी को रोमांचित कर रही थी। इस मौके पर संस्थान के डायरेक्टर संजय चौधरी ने कहा बैसाखी खुशियों और उमंग का त्यौहार है। उन्होनें कहा कि बैसाखी का त्यौहार आते ही पूरे देश में हरियाली व खुशहाली छा जाती है। वसंत ऋतु के आगमन की खुशी में बैसाखी मनाई जाती है। संजय चौधरी ने कहा कि बैसाखी मुख्यत: पंजाब या उत्तर भारत में हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है, लेकिन इसे भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में भिन्न-भिन्न नाम (बैसाख, बिशु, बीहू व अन्य) से जाना जाता है। बैसाखी रबी की फसल के पकने की खुशी का प्रतीक है। पंजाब और हरियाणा के किसान और सभी लोग इस त्यौहार को बड़ी धूमधाम से मनाते है।
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