Sunday, 28 April 2019

सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ पेरेन्टस टीचर मीटिंग का आयोजन


फरीदाबाद 28 अप्रैल। जीवा पब्लिक स्कूल के प्रांगण में पेरेन्टस टीचर मीटिंग के दौरान बच्चों द्वारा एक सांस्कृतिक व रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्ïदेश्य अभिभावकों को उनके बच्चों के विकास के संबंध में जागरूक करना था। अभिभावक अपने बच्चों की प्रत्येक बात का जानें व समझें तथा उनकी प्रतिभा को पहचानें जिससे वे भविष्य में सफल हों तथा समाज में भी अपनी पहचान बना सकें। कार्यक्रम के प्रारंभ में विद्यालय के नन्हें-मुन्नें बच्चों ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। इसके उपरांत छात्रों ने समूह में एक वाद्ययंत्रों का आकर्षक कार्यक्रम प्रदर्शित किया। अभिभावकों को यह समझाया गया कि प्रत्येक छात्र में अपनी एक क्षमता व गुण विद्यमान होते हैं, उसे निखारने की आवश्यकता होती है। जीवा पब्लिक स्कूल में इसी विकास पर कार्य किया जा सकता है।

इस अवसर पर विद्यालय के कुछ छात्रों एवं अभिभावकों को इंडिया इन एक्शन कार्यक्रम के तहत पुरस्कृत किया गया जिनके नाम इस प्रकार से है :- कक्षा नौवीं से पलक के अभिभावक प्रोमिला एवं हेमराज, कक्षा छठी की छात्रा यशिका चौधरी के अभिभावक नेहा और अमरदीप, दसवीं की छात्रा निकिता गोला के अभिभावक सुभाष, दसवीं के प्रतीकराज के अभिभावक राजेश कुमार, गौतम शर्मा के अभिभावक गीता शर्मा, आठवीं की लावण्या के अभिभावक राजेश एवं सातवीं की छात्रा भूमि के अभिभावक यतेंद्र शामिल थे। 

जीवा स्कूल जि़ले का एकमात्र ऐसा स्कूल है जहाँ छात्र, अध्यापक एवं अभिभावक मिलकर अनेक सामाजिक कार्य करते हैं जिसमें वे लोगों को ट्रैफिक के नियमों से अवगत कराते हैं व उनका पालन करने के लिए आग्रह करते हैं। इसके अलावा जिन बच्चों ने ओलपिंयाड में विज्ञान, गणित, अंग्रेज़ी व कॉमर्स में अपना उच्च कोटि का प्रदर्शन किया उनको भी पुरस्कृत किया गया। इसके अलावा स्कूलस ऑफ इंडिया पेंटिंग प्रतियोगिता में विजेता छात्रों को भी पुरस्कृत किया गया। स्पोटर्स के लिए छात्रों को भी पुरस्कृत किया गया जिसमें छात्र कराटे प्रतियोगिता में विजेता रहे। इस रंगारंग कार्यक्रम में छात्रों ने कश्मीरी एवं राजस्थानी नृत्य प्रस्तुत कर समां बांध दिया। 

इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्या ने अपने विचार व्यक्त किए एवं कहा कि एक बच्चे के पहले गुरू उसके अभिभावक ही होते हैं। अभिभावकों को ही अपने बच्चे क्षमता और गुणों का पता होता है अत: अभिभावक ही अपने बच्चों के गुण और क्षमता को निखारने का प्रयत्न करें। विद्यालय के अध्यक्ष श्री ऋषिपाल चौहान ने भी उपस्थित दर्शकों को समझाया कि विद्यालय में सिखाए गए विषयों को जब बच्चा सुंदर ढंग से प्रदर्शित करता है तो यह स्कूल के लिए एक बहुत प्रशंसनीय उपलब्धि होती है अत: विद्यालय में छात्रों का सर्वांगीण विकास होना चाहिए। 



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