हिसार, 15 दिसंबर। हरियाणा विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय (एचवीएसयू) कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग के साथ मिलकर, हिसार और फतेहाबाद के सक्षम युवा प्रशिक्षुओं के लिए जीएसटी प्रशिक्षण का पायलट कोर्स आयोजित करेगा। इसके अंतर्गत राज्य भर में 75 प्रशिक्षक और 1000 युवाओं को जीएसटी प्रशिक्षित सहायक के रूप में तैयार किया जाएगा। इसका उद्देश्य जीएसटी के बारे में जागरुकता फैलाना है और जीएसटी को समझने में व्यापारियों की मदद करना है। हरियाणा विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति राज नेहरू ने स्काइप के माध्यम से प्रशिक्षुओं के पहले बैच को संबोधित किया।
अपने संबोधन में कुलपति ने कहा कि जीएसटी कराधान क्षेत्र में एक बड़ी क्रांति है तथा इसके बारे में राज्य के हर कोने में जागरूकता फैलानी चाहिए। इसके अंतर्गत सक्षम युवाओं को जीएसटी असिस्टेंट्स के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा और ये प्रशिक्षित युवा राज्य में प्रशिक्षण राजदूत के रूप में अन्य युवाओं तथा व्यपारियों की मदद करेंगे। एचवीएसयू राज्य के विभिन्न जिलों में प्रमाणित जीएसटी प्रशिक्षकों का पूल बनाएगा जिनका उपयोग सक्षम युवाओं के 1000 से अधिक प्रशिक्षित प्रशिक्षुओं को तैयार करने में किया जाएगा।
एसडीआईटी के प्रधान सचिव टी.सी. गुप्ता, आईएएस ने कहा कि भारत एक युवा राष्ट्र के रूप में जाना जाता है और हमारा उद्देश्य युवा कौशल बल में दुनिया का नेतृत्व करना है। इसके लिए युवाओं का विभिन्न कैरियर उन्मुख पाठ्यक्रमों के माध्यम से कौशल विकास करना और उन्हें विकसित करना है। अच्छी नौकरी पाने के लिए केवल सैद्धांतिक ज्ञान पर्याप्त नहीं है। छात्रों को अपने डिग्री कार्यक्रम उत्तीर्ण करने के बाद भी व्यावहारिक ज्ञान की कमी रहती है। उन्होंने कहा कि नियोक्ता उन उम्मीदवारों को पसंद करते हैं जो व्यावहारिक मिश्रण का कौशल रखते हैं। इसलिए इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यकर्मो में युवाओ को बढ़चढ़ कर भाग लेते हुए स्वयं को कौशलपरक बनाना चाहिए।
इस अवसर पर संयुक्त निदेशक कर्नल उत्कर्ष राठौर, ओम प्रकाश यादव तथा ट्रेनिंंग सेंटर की टीम के सदस्य मौजूद रहे।
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