चंडीगढ़ 2 जून (National24news.com) भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने कहा, ‘‘आज हमारे देश के सामने बहुत बड़ी चुनौती है हमारे युवाओं को रोजगार उपलब्ध करना। लगभग 10 लाख युवा हर साल नौकरी की तलाश शुरू करते हैं। नौकरी के अभाव में गांव से युवा गांवों को छोडक़र शहरों की तरफ जा रहे हैं। हमें गांवों में ऐसी सुविधाएं देनी है जैसे बिजली,सडक़ और कौशल जिससे गांवों में ही रोजगार के अवसर तैयार किया जा सकें। ऐसा करने से गांवों की आर्थिक स्थिति अच्छी होगी और उनमें खुशहाली आएगी। मैं एक बात और आपसे कहना चाहूंगा कि अगर हमें गांव को समृद्ध करना है तो हमारी माताओं,बहनों और बेटियों को आगे बढ़ाना होगा। हमें उनके स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार का विशेष ध्यान रखना होगा। ऐसा करने के लिए हम सभी को साथ मिलकर काम करना होगा।’’
श्री मुखर्जी आज गुरुग्राम जिला के गांव दौला में स्मार्ट ग्राम पहल के तहत चालक प्रशिक्षण संस्थान तथा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के शिलान्यास समारोह में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि वे आज बहुत खुश और गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं कि 100 गांव के लोग, जनप्रतिनिधि, भारत सरकार के मंत्रालय, हरियाणा सरकार, निजी और सार्वजनिक क्षेत्र की संस्थाएं आज यहां एकत्रित होकर और साथ मिलकर हमारे गांवों को समृद्ध बनाने का संकल्प ले रहे हैं।
श्री प्रणब मुखर्जी ने कहा कि अगर हमें गांवों को समृद्ध करना है तो हमारी माताओं, बहनों और बेटियों को आगे बढ़ाना होगा और हमें उनके स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। ऐसा करने के लिए हम सभी को साथ मिलकर काम करना होगा।
उन्होंने 3 करोड़ रूपये की लागत से तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) द्वारा बनाए जाने वाले उच्चतर माध्यमिक विद्यालय व राष्ट्रीय कौशल विकास निगम द्वारा बनाए जाने वाले ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट (डीटीआई) का शिलान्यास किया। इसके साथ ही राष्ट्रपति ने महेंद्रगढ़, पलवल तथा अंबाला जिलों में प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्रों का ई-उद्घाटन किया। इस अवसर पर विभिन्न विकास गतिविधियों के लिए ग्राम पंचायत के साथ एमओयू साइन किए गए। राष्ट्रपति द्वारा गांव के प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के प्रशिक्षुओं और विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया।
श्री मुखर्जी ने कहा कि जब हमारे गांव विकसित होंगे तो देश विकसित होगा। आज भी देश के लगभग 68 प्रतिशत लोग गांवों में रहते हैं। कृषि और कृषि से जुड़े क्षेत्रों का हमारे देश के सकल घरेलू उत्पाद में योगदान लगभग 15 प्रतिशत है। अगर हमें गांवों को खुशहाल बनाना है तो आर्थिक ढांचे को सुधारना पड़ेगा। उन्होंने स्मार्ट ग्राम पहल की चर्चा करते हुए कहा कि इसकी शुरुआत 2 जुलाई, 2016 को हुई थी, तब उन्हें विश्वास था कि जो काम राष्ट्रपति भवन को स्मार्ट बनाने के लिए किए गए हैं, वे गांवों में भी किए जा सकते हैं। हरियाणा सरकार की मदद से हमने 5 गांवों का चयन किया और इन गांवों में विकास के बहुत से कामों की शुरुआत हुई। इस कार्यक्रम की सफलता को देखते हुए अब इसे 100 गांवों तक बढ़ा दिया गया है। स्मार्ट ग्राम का मतलब है, एक ऐसा गांव जिसमें सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हों और जहां खुशी और खुशहाली दोनों हों। यह तभी संभव है जब सरकार, प्राइवेट सैक्टर, पब्लिक इंस्टीटयूंशनस, एनजीओ और गांववासी एकजुट होकर गांव के विकास के लिए काम करें। उन्होंने इस कार्य में सहयोग के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री व सरकार का आभार व्यक्त किया। सरकार ने इन गांवों में बिजली, पानी, सडक़ों की व्यवस्था ठीक करने के लिए सराहनीय कदम उठाए।
हरियाणा के राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा कि 21वी शताब्दी में देश जिस दिशा में आगे बढऩा चाहिए उस दिशा में भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है। महात्मा गांधी जी का सपना था कि देश स्वच्छता की दिशा में आगे बढ़ाया जाए व सभी को समान अवसर दिए जाएं तथा हर व्यक्ति को यह महसूस हो कि देश उसकी चिंता कर रहा है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय की अंत्योदय योजना का सार यही था कि देश के अंतिम व्यक्ति को हर सुविधा मिले व उसको पूर्ण अधिकार मिले। इस वर्ष को हम गुरुगोबिंद सिंह के 350वीं जयंती वर्ष के रूप में मना रहे हैं जिनका मकसद देश में राष्ट्रभावना जागृत करना था। सन् 1699 में आनंदपुर साहिब में उन्होंने देश की रक्षा का संकल्प लिया था। उन्होंने कहा कि सरकार गांव के विकास पर विशेष ध्यान दे रही है। प्रधानमंत्री ने पूरे देश को गोद लेकर उसके विकास को नई दिशा दी है , वे न्यू इंडिया की कल्पना को साकार करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि राष्ट्रपति द्वारा जो 100 गांवों गोद लिए गए है, वे हरियाणा के है। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि प्रदेश के छह हज़ार गांवो में शहरो जैसी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएं।
केंद्रीय योजना, आवास व शहरी गरीबी उपशमन राज्य मंत्री राव इन्द्रजीत सिंह ने कहा कि राष्ट्रपति बहुमुखी प्रतिभा के धनी व्यक्ति हैं। उन्होंने एक संस्मरण सुनाते हुए कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी कैबिनेट के सदस्यों का परिचय करवाने राष्ट्रपति के पास ले गए थे उस समय श्री मुखर्जी ने सभी सदस्यों को संविधान की प्रति देते हुए कहा था कि वे संविधान के अनुसार अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि रैनीवेल योजना के तहत मेवात व आस-पास के क्षेत्र के 23 गांवों में पेयजल आपूर्ति के लिए 32 करोड़ रुपये की योजना बनाई गई है। इसके अलावा दौला में पानी के लिए एक करोड़ 28 लाख रुपए की योजना भी राज्य सरकार द्वारा मंजूर की गई है, जिसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार जताया।
केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमशीलता राज्यमंत्री राजीव प्रताप रूड़ी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश के युवाओं की चिंता करते हुए उनके कौशल विकास के लिए ढाई वर्ष पहले नया कौशल विकास मंत्रालय बनाया। उन्होंने कौशल की परिभाषा बताते हुए कहा कि जीवन को सुंदर, सरल व कामयाब बनाने के लिए कौशल विकास बहुत जरूरी है। देश में बड़े स्त
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