Sunday, 23 March 2025

जेएसडब्ल्यू इंडिया ओपन 2025 के साथ होगी भारत में अंतर्राष्ट्रीय स्क्वैश की वापसी

जेएसडब्ल्यू इंडिया ओपन 2025 के साथ होगी भारत में अंतर्राष्ट्रीय स्क्वैश की वापसी





~ जेएसडब्ल्यू इंडिया ओपन 24-28 मार्च को मुंबई में आयोजित किया जाएगा ~



नई दिल्ली, 23 मार्च, 2025: भारत में स्क्वैश के लिए एक ऐतिहासिक क्षण की उलटी गिनती शुरू हो गई है। जेएसडब्ल्यू को  जेएसडब्ल्यू इंडियन ओपन 2025 की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है, जो भारत का पहला पीएसए स्क्वैश कॉपर टूर्नामेंट है, जिसकी पुरस्कार राशि 53,500 अमेरिकी डॉलर है। जेएसडब्लू इंडियन ओपन 2025 की शुरुआत 24 मार्च से होगी और इसका फाइनल 28 मार्च को बॉम्बे जिमखाना में होगा। प्रतियोगिता इनडोर कोर्ट पर शुरू होगी, जबकि क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल और फाइनल मैच फुल-ग्लास आउटडोर कोर्ट पर खेले जाएंगे, जो फैन्स को एक अनूठा अनुभव प्रदान करेगा।



जेएसडब्लू इंडिया ओपन भारतीय खेल जगत के लिए और भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह सात साल के अंतराल के बाद देश में एक प्रमुख स्क्वैश टूर्नामेंट आयोजन होने कब्रगाह है। संयोग से, स्क्वैश 2028 लॉस एंजिल्स ओलंपिक खेलों में अपना ओलंपिक डेब्यू करने वाला है।



जेएसडब्ल्यू इंडिया ओपन के साथ भारत में शीर्ष स्तर के स्क्वैश की वापसी की घोषणा इंस्पायर इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट्स की अध्यक्ष मनीषा मल्होत्रा, जेएसडब्ल्यू स्पोर्ट्स के सीओओ दिव्यांशु सिंह, रमित टंडन (पुरुष स्क्वैश में भारत नंबर 1) और अनाहत सिंह (महिला स्क्वैश में भारत नंबर 3) की उपस्थिति में की गई।



इस टूर्नामेंट में रमित टंडन, वेलावन सेंथिलकुमार, वीर चोटरानी, ​​अनाहत सिंह और आकांक्षा सालुंखे जैसे शीर्ष भारतीय स्क्वैश खिलाड़ी कोर्ट पर उतरेंगे। साथ ही फ्रांस, स्पेन, हॉलैंड, मिस्र, कनाडा, इंग्लैंड, अमेरिका, मलेशिया और जापान सहित अन्य देशों के कुछ प्रतिभाशाली अंतरराष्ट्रीय एथलीट भी मैदान में उतरेंगे। पुरुष और महिला दोनों वर्गों में कुल 24 खिलाड़ी भाग लेंगे, जिनमें भारत के रमित टंडन और आकांक्षा सालुंखे शीर्ष वरीयता प्राप्त खिलाड़ी हैं। इस बीच, भारत के सूरज कुमार चंद और अंजलि सेमवाल जेएसडब्ल्यू इंडिया ओपन में वाइल्ड कार्ड एंट्री हैं।



आईआईएस की अध्यक्ष मनीषा मल्होत्रा ​​ने कहा, “हमें भारत में स्क्वैश को उच्चतम स्तर पर वापस लाने में सक्षम होने पर खुशी है। स्क्वैश जैसे खेलों को राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर सर्किट में वापस लाने की जरूरत है। और ऐसे आयोजनों के माध्यम से, हमें अपने खिलाड़ियों को बढ़ावा देना और उनका समर्थन करना होगा और उन्हें यह सीखने की जरूरत है कि बड़े आयोजन कैसे खेले जाते हैं। भारतीय दृष्टिकोण से, यह निश्चित रूप से एक ऐसा खेल है जिस पर हम हावी हो सकते हैं, इसलिए यह हमारे लिए एक अच्छा अवसर होगा।”



जेएसडब्ल्यू स्पोर्ट्स के सीओओ दिव्यांशु सिंह ने कहा, “जब भारत में खेल के व्यवसाय की बात आती है तो हम एक पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं। इसमें क्रिकेट का दबदबा है, लेकिन हमारा प्रयास इसे बदलना और अन्य भारतीय खेलों को बढ़ावा देना है। सौभाग्य से, भारतीय स्क्वैश के छह खिलाड़ी शीर्ष 100 में हैं, जो पहले से ही एक अभूतपूर्व उपलब्धि है। इस बात की बहुत उम्मीद है कि एलए 2028 तक ये एथलीट भारत के लिए चमकेंगे और हम उन्हें मौके पर लाने के लिए यहाँ हैं।" 



उन्होंने आगे कहा, "मार्केटिंग के नज़रिए से, हमारा प्रयास खिलाड़ियों की प्रोफ़ाइल को ऊपर उठाना और खेल की लोकप्रियता को बढ़ाना है।" 



टूर्नामेंट के बारे में उनके विचार पूछे जाने पर, भारत के नंबर 1 खिलाड़ी रमित टंडन ने कहा, "घर पर खेलना हमेशा अच्छा होता है। मुझे लगता है कि भारत में हमें ऐसा करने का पर्याप्त अवसर नहीं मिलता है, इसलिए मैं जेएसडब्ल्यू और इसमें शामिल सभी लोगों का बहुत आभारी हूँ, जिन्होंने इसे संभव बनाया है। खासकर ओलंपिक के आने के साथ, हमारी पीएसए रैंकिंग महत्वपूर्ण होने जा रही है और घरेलू कोर्ट का लाभ कुछ ऐसा है जो भारतीयों को वास्तव में शीर्ष स्तर पर नहीं मिलता है। चूंकि यह भारत में आयोजित होने वाला अब तक का सबसे बड़ा स्क्वैश इवेंट है, इसलिए अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचने और खेल पर अधिक ध्यान आकर्षित करने के मामले में यह महत्वपूर्ण है। मुझे लगता है कि देश में कुछ और खेल आयोजन होना एक खूबसूरत बात है, इसलिए मैं उत्साहित हूँ।” 



भारत की नंबर 3 खिलाड़ी अनाहत सिंह ने कहा, “यह मेरे लिए अब तक के सबसे बड़े टूर्नामेंटों में से एक होगा और भारत में खेलने के साथ-साथ इतने सारे अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के साथ खेलने में सक्षम होना शानदार होने वाला है। खासकर मेरे लिए यह मेरी रैंकिंग के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और देश से बाहर इतनी यात्रा करने के बजाय घर पर खेलना है।”

Saturday, 22 March 2025

दिल्ली में धूमधाम से मनाया गया बिहार दिवस, दिल्ली हाट में लगा भव्य मेला

दिल्ली में धूमधाम से मनाया गया बिहार दिवस, दिल्ली हाट में लगा भव्य मेला




# 16 March से 31 मार्च तक मनाया जा रहा है बिहार उत्सव
# 1912 मे हुई थी बिहार राज्य की स्थापना 

नई दिल्ली, 22 मार्च 2025: बिहार दिवस के अवसर पर राजधानी दिल्ली के आईएनए स्थित दिल्ली हाट में बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और हस्तशिल्प के रंगारंग कार्यक्रमों के साथ भव्य आयोजन किया गया। 22 मार्च 1912 को बिहार को बंगाल प्रांत से अलग कर नया प्रांत बनाए जाने की स्मृति में हर वर्ष बिहार दिवस मनाया जाता है।


बिहार उत्सव के अंतर्गत आयोजित इस कार्यक्रम में बिहार के कला, शिल्प और सांस्कृतिक परंपरा की भव्य झलक देखने को मिली। कार्यक्रम में बिहार सरकार के उद्योग मंत्री श्री नीतीश मिश्रा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। अपने संबोधन में श्री मिश्रा ने कहा, " मैं इतिहास का विद्यार्थी रहा हूं और एक समय था जब विश्व का इतिहास बिहार के आस पास ही घूमता था। अगर आप बिहार के हैं तो अपने दोस्तों से जरूर कहे कि एक बार बिहार जरूर आए, बिहार जरूर घूमे, बिहार में बहुत कुछ हैं जो देश भर के लोगो को देखना चाहिए| उद्योग के क्षेत्र में अब बिहार अपनी जिम्मेदारी को समझ रहा हैं। जो बिहार से बाहर रह रहे वो भी देख रहे की बिहार लगातार आगे बढ़ रहा हैं। नए नीति के मार्ग पर हमलोग चल कर लगातार आगे बढ़ रहे हैं। आज बिहार में सब कुछ हैं इंफ्रास्ट्रक्चर, गुड गवर्नेंस। बिहार एक ऊंची उड़ान लेने के लिए तैयार है।"


उद्योग विभाग की सचिव श्रीमती बन्दना प्रेयशी ने कहा, "113 वर्ष पहले बिहार राज्य की स्थापना की गई थीं। तब से हम ये उत्सव मना रहे हैं।  हम सब मिल कर बिहार की एक नई तस्वीर पेश  करना चाह रहे हैं। बिहार बस मधुबनी पेंटिंग, भागलपुर का सिल्क, मुजफ्फरपुर की लीची आदि तक सीमित नहीं है बल्कि बिहार अब निवेश का भी केंद्र बनता जा रहा है।”

बिहार सरकार के रेजिडेंट कमिश्नर श्री कुंदन कुमार ने प्रवासी बिहारवासियों से आह्वान किया कि वे बिहार से जुड़ें और राज्य के विकास में भागीदार बनें। उन्होंने कहा, "बिहार फाउंडेशन 'Bonding, Branding और Business' के मूल मंत्र के साथ सभी प्रवासी बिहारवासियों से जुड़ने का आह्वान करता है। आइए, मिलकर परस्पर समृद्धि के नए रास्ते खोलें और अपने बिहार से अपने रिश्ते को और सशक्त बनाएं।"

तकनीकी विकास निदेशक श्री शेखर आनंद ने कहा, "यहां प्रदर्शित प्रत्येक कलाकृति बिहार के शिल्प और सांस्कृतिक धरोहर की कहानी कहती है। हमारे कारीगर न केवल इतिहास को संजोए हुए हैं बल्कि भविष्य का भी निर्माण कर रहे हैं।"

बिहार उत्सव 2025 के तहत एक विशेष सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें बिहार के प्रसिद्ध कलाकारों ने मनमोहक प्रस्तुतियां दीं। कार्यक्रम में श्रीमती मनीषा झा द्वारा भरतनाट्यम, नालंदा संगीत कला विकास संस्थान द्वारा लोक नृत्य, डॉ. सुष्मिता झा द्वारा लोक संगीत, डॉ. नलिनी जोशी द्वारा शास्त्रीय गायन, श्रीमती रेखा झा द्वारा लोक एवं पार्श्व गायन तथा गोस्वामी आराध्य गिरी (लूसी भारत) द्वारा लोक संगीत की प्रस्तुतियां शामिल रहीं। इन कलाकारों की उत्कृष्ट प्रस्तुतियों ने बिहार दिवस समारोह को अविस्मरणीय बना दिया।

बिहार उत्सव 16 मार्च से 31 मार्च 2025 तक दिल्ली हाट, आईएनए में आयोजित किया जा रहा है। दिल्ली और आसपास के सभी नागरिकों से आग्रह है कि वे दिल्ली हाट पधारें और बिहार की पारंपरिक कला, शिल्प और सांस्कृतिक विरासत का आनंद लें।

Friday, 21 March 2025

विश्व जल दिवस 2025 पर मानव रचना में जल विशेषज्ञों ने ग्लेशियरों और झरनों के संरक्षण की अनिवार्यता पर दिया जोर

विश्व जल दिवस 2025 पर मानव रचना में जल विशेषज्ञों ने ग्लेशियरों और झरनों के संरक्षण की अनिवार्यता पर दिया जोर




• उत्तरी और दक्षिणी ध्रुवों के बाद, हिमालयी क्षेत्र में ग्लेशियर और बर्फ के रूप में जमे हुए पानी का सबसे बड़ा भंडार है।

• उच्च हिमालय से निकलने वाली नदियों के वार्षिक जल प्रवाह का 30 से 40% भाग ग्लेशियर और हिम पिघलने से आता है, जो बाढ़ मैदानों के भूजल से गहराई से जुड़ा हुआ है।
• ग्लेशियरों से निकलने वाला पानी हजारों स्प्रिंग्स को पोषण देता है, जो पहाड़ों में पीने और सिंचाई जल आपूर्ति की जीवनरेखा हैं।

• भारत हर वर्ष 240 घन किमी भूजल का दोहन करता है, जो विश्व में सबसे अधिक है। भारत की 15% भूमि में भूजल संसाधनों की अत्यधिक कमी देखी जा रही है, जिससे सामुदायिक स्तर पर सतत प्रबंधन की आवश्यकता और बढ़ गई है।
• स्प्रिंग्स के सतत प्रबंधन के लिए उनके प्रवाह और जल गुणवत्ता दोनों पर ध्यान देने की आवश्यकता है।

फरीदाबाद, 21 मार्च 2024: मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज़ (MRIIRS) के सेंटर फॉर एडवांस्ड वॉटर टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट (CAWTM) ने 'वॉटर फॉर पीपल' के सहयोग से विश्व जल दिवस के अवसर पर ग्लेशियर संरक्षण और सतत जल प्रबंधन पर एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया। इस सम्मेलन में वैश्विक शोधकर्ताओं, उद्योग विशेषज्ञों, नीति-निर्माताओं और सिविल सोसाइटी के प्रतिनिधियों ने भाग लिया और स्प्रिंगशेड प्रबंधन, जलवायु कार्यों के माध्यम से ग्लेशियर संरक्षण और भूजल संसाधनों के सतत प्रबंधन पर चर्चा की।
कार्यक्रम में अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ केंटकी के प्रसिद्ध जल शोधकर्ता प्रोफेसर एलन फ्रायर ने मुख्य वक्तव्य दिया, जिसमें उन्होंने झरनों के प्रबंधन और उनके ग्लेशियरों से संबंध पर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। केंद्रीय भूजल बोर्ड, जल शक्ति मंत्रालय के सदस्य (मुख्यालय) डॉ. ए. अशोकन और वर्ल्ड वाइल्ड फंड फॉर नेचर (WWF)-इंडिया के वरिष्ठ निदेशक डॉ. सुरेश बाबू ने भारत में भूजल संसाधनों के उपयोग, नीति दृष्टिकोण, ग्लेशियरों की भूमिका और जल पर्यावरण व समुदाय से जुड़े विषयों पर अपने विचार रखे।
कार्यक्रम में प्रोफेसर एलन फ्रायर ने हिमालयी क्षेत्र के स्प्रिंग सिस्टम के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने अपने शोध के आधार पर बताया कि "स्प्रिंग सिस्टम में गर्मी और शरद ऋतु के दौरान प्रवाह में कमी देखी जा रही है। पीछे हटते ग्लेशियर और पिघलते जल स्रोत इसकी प्रमुख वजह हैं।"
डॉ. साहा, चेयर प्रोफेसर, CAWTM और बोर्ड प्रेसिडेंट, वॉटर फॉर पीपल इंडिया ने भारत में जल संकट की बढ़ती चिंताओं पर चर्चा करते हुए कहा, "भारत के पास विश्व की कुल भूमि का केवल 2.4% हिस्सा है, लेकिन इसकी जनसंख्या विश्व की कुल जनसंख्या का 18% है। ऐसे में, ताजे पानी की कमी भारत में एक बड़ी चुनौती बन रही है। हिमालय से सटे गंगेटिक प्लेन्स में जलवायु परिवर्तन ग्लेशियरों को प्रभावित कर रहा है और इससे नदियों और जलभृतों एक्वीफर्स के प्रवाह में अनिश्चितता उत्पन्न हो रही है। इस स्थिति में तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है।"
डॉ. अशोकन ने भारत में भूजल प्रबंधन और संरक्षण नीतियों पर चर्चा करते हुए कहा, "भारत में भूजल के अंधाधुंध दोहन को नियंत्रित करना जरूरी है, लेकिन यह एक जटिल प्रक्रिया भी है। जहां उद्योगों के लिए सख्त नियम लागू हैं, वहीं कृषि क्षेत्र में अभी भी इसका नियंत्रण सीमित है। भूजल के सतत प्रबंधन के लिए आर्थिक जरूरतों और पर्यावरण संरक्षण के बीच संतुलन बनाए रखना जरूरी है।"
डॉ. सुरेश बाबू ने जल संरक्षण में विभिन्न क्षेत्रों के सहयोग की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा, "ग्लेशियरों के पीछे हटने से नदियों का प्रवाह प्रभावित होता है और वे ऋतुजन्य अथवा सूखी होने लगती हैं। नदी केवल जल प्रवाह का नाम नहीं है, बल्कि यह जलजीवों और जैव विविधता का भी हिस्सा होती है। डॉल्फिन और घड़ियाल जैसे जलीय जीवों के संरक्षण में समुदाय की भागीदारी आवश्यक है।"
MRIIRS के कुलपति डॉ. संजय श्रीवास्तव ने वक्ताओं और प्रतिभागियों को धन्यवाद देते हुए कहा, "मानव रचना जल संरक्षण के लिए अनुसंधान और जागरूकता प्रयासों में हमेशा अग्रणी रहेगा। वैश्विक विशेषज्ञों के साथ सहयोग के माध्यम से हम जल संसाधन प्रबंधन में सार्थक बदलाव लाने का प्रयास कर रहे हैं।"
इस आयोजन में IITs, जामिया मिलिया इस्लामिया जैसे प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों, प्रमुख गैर-सरकारी संगठनों, उद्योग निकायों (FICCI और CII) और नीति-निर्माताओं की भागीदारी रही, जिससे जल संकट के समाधान पर एक व्यापक संवाद स्थापित हुआ।

Thursday, 20 March 2025

खुद को डी.सी.पी साउथ दिल्ली बताने वाला फर्जी IPS चढ़ा फरीदाबाद पुलिस के हत्थे

खुद को डी.सी.पी साउथ दिल्ली बताने वाला फर्जी IPS चढ़ा फरीदाबाद पुलिस के हत्थे



फरीदाबाद: 19 मार्च को रात्रि के समय प्रबंधक थाना पल्ला के  पास डी.सी.पी सेंट्रल के प्रवाचक द्वारा फोन करके सूचना दी गई कि डी.सी.पी सेंट्रल फरीदाबाद के फोन पर एक अंजान नंबर से कॉल आया, जो स्वयं को डी.सी.पी साउथ दिल्ली सुरेंद्र चौधरी IPS बता रहा था और कह रहा कि उसको अभी फरीदाबाद आना है, और उसको रास्ते का नहीं पता है, इसलिए उसे उचित स्थान पर पहुंचाने में सहायता करे, जिस पर थाना प्रबन्धक पल्ला, दिए गए मोबाइल नंबर से संपर्क कर दिल्ली बॉर्डर पहुंचे, जहां कुछ देर इंतज़ार करने के बाद एक व्यक्ति मिला, जिसने अपना परिचय सुरेन्द्र चौधरी डी.सी.पी साउथ दिल्ली दिया, जिसको सरकारी गाड़ी में बैठाकर फरीदाबाद की तरफ चले। कथित डी.सी.पी साउथ दिल्ली से उसका डेस्टिनेशन बारे पूछा तो उसने कहा वापिस ऩोएडा छोडकर आओ, जिस पर फर्जी IPS अधिकारी होने का शक हुआ,  जिस पर थाना पल्ला में संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया।

पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि आरोपी का नाम गौरव शर्मा है जो महरौली दिल्ली में रहता है तथा Artech कंपनी नोएडा सेक्टर 62 में वरिष्ठ मैनेजर के पद पर कार्यरत है। जिसको थाना पल्ला की पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया है

आरोपी से पूछताछ में सामने आया कि उसने इंटरनेट के माध्यम से डीसीपी साउथ दिल्ली व डीसीपी सेंट्रल फरीदाबाद के नंबर प्राप्त किए थे, उसने हवा बाजी के लिए कि क्यों ना पुलिस की गाड़ी में घूमा जाए, इसलिए उसने डीसीपी सेंट्रल को फोन कर अपने आपको सुरेंद्र चौधरी IPS डीसीपी साउथ दिल्ली बताया और फरीदाबाद में आने के लिए गाड़ी उपलब्ध कराने बारे कहा। आरोपी की पूछताछ में यह भी ज्ञात हुआ कि उसने प्रबंधक महिला थाना सेंट्रल को भी फोन कर किसी मामले में आगे pursue न करने बारे भी कहा था।

आरोपी को बाद पूछताछ न्यायालय में पेश कर जेल भेजा गया है।